रोहतक में भाजपा को लेकर हमलावर हुए भूपेंद्र हुड्डा:बोले : सरकार की लापरवाही के चलते बारिश की भेंट चढ़ी किसानों की फसल

रोहतक में भाजपा को लेकर हमलावर हुए भूपेंद्र हुड्डा:बोले : सरकार की लापरवाही के चलते बारिश की भेंट चढ़ी किसानों की फसल

रोहतक के गढ़ी सांपला किलोई हलके के गांव नांदल में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके चलते वही हुआ, जिसका डर था। बेमौसम बारिश के चलते किसानों की फसल पानी की भेंट चढ़ गई। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसानों की पकी- पकाई फसल सरकारी निकम्मेपन की भेंट चढ़ गई है। जो किसान फसल बेचने के लिए मंडी में पहुंचे थे, उनके लिए ना ही तिरपाल की व्यवस्था थी और ना ही बारदाने की। जिस फसल की खरीद हो चुकी थी, उसका भी उठान नहीं हुआ और वह भी बारिश में भीग गई। सड़कों पर गेहूं की ढेरिया पूरी तरह से भीगी हुई नजर आई। खेत में फसलों को हुआ नुकसान
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खेत में तैयार खड़ी फसल को बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है। बारिश के साथ चल रही आंधी के कारण पूरी फसल खेत में बिछ गई। भूपेंद्र हुड्डा ने ऐसे किसानों के लिए मुआवजे की मांग उठाई। साथ ही दोहराया कि सरकार को बिना देरी के मंडियों में उचित व्यवस्था करनी चाहिए। जल्द से जल्द खरीद और उठान का प्रबंध करना चाहिए। छोटी सी लापरवाही ने किसान की मेहनत पर फेरा पानी
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि फसली सीजन में अक्सर आंधी व तूफान आता है। आने वाले दिनों में भी बरसात व तूफान की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन हर बार भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण किसानों की 6 महीने की मेहनत पर पानी फिर जाता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। सरकार को बिना देरी किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए। रोहतक के गढ़ी सांपला किलोई हलके के गांव नांदल में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके चलते वही हुआ, जिसका डर था। बेमौसम बारिश के चलते किसानों की फसल पानी की भेंट चढ़ गई। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसानों की पकी- पकाई फसल सरकारी निकम्मेपन की भेंट चढ़ गई है। जो किसान फसल बेचने के लिए मंडी में पहुंचे थे, उनके लिए ना ही तिरपाल की व्यवस्था थी और ना ही बारदाने की। जिस फसल की खरीद हो चुकी थी, उसका भी उठान नहीं हुआ और वह भी बारिश में भीग गई। सड़कों पर गेहूं की ढेरिया पूरी तरह से भीगी हुई नजर आई। खेत में फसलों को हुआ नुकसान
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खेत में तैयार खड़ी फसल को बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है। बारिश के साथ चल रही आंधी के कारण पूरी फसल खेत में बिछ गई। भूपेंद्र हुड्डा ने ऐसे किसानों के लिए मुआवजे की मांग उठाई। साथ ही दोहराया कि सरकार को बिना देरी के मंडियों में उचित व्यवस्था करनी चाहिए। जल्द से जल्द खरीद और उठान का प्रबंध करना चाहिए। छोटी सी लापरवाही ने किसान की मेहनत पर फेरा पानी
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि फसली सीजन में अक्सर आंधी व तूफान आता है। आने वाले दिनों में भी बरसात व तूफान की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन हर बार भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण किसानों की 6 महीने की मेहनत पर पानी फिर जाता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। सरकार को बिना देरी किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर