हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। रोहतक लोकसभा सीट पर दोपहर 1 बजे तक 38.15 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर 18 लाख 89 हजार 844 मतदाता हैं। लोकसभा की सभी 9 विधानसभाओं में 1884 बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 104 अति संवेदनशील बूथों और 446 संवेदनशील बूथ हैं। भाजपा उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा ने झज्जर में परिवार के साथ वोट डाला। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा ने भी परिवार के साथ वोट डाला। रोहतक की कबीर कॉलोनी स्थित गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र में एक युवक फर्जी वोट डालता हुआ पकड़ा गया। पेट्रोलिंग पार्टी ने युवक को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस के हवाले किया है। युवक की उम्र करीब 18 साल है हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। रोहतक लोकसभा सीट पर दोपहर 1 बजे तक 38.15 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर 18 लाख 89 हजार 844 मतदाता हैं। लोकसभा की सभी 9 विधानसभाओं में 1884 बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 104 अति संवेदनशील बूथों और 446 संवेदनशील बूथ हैं। भाजपा उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा ने झज्जर में परिवार के साथ वोट डाला। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा ने भी परिवार के साथ वोट डाला। रोहतक की कबीर कॉलोनी स्थित गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र में एक युवक फर्जी वोट डालता हुआ पकड़ा गया। पेट्रोलिंग पार्टी ने युवक को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस के हवाले किया है। युवक की उम्र करीब 18 साल है हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में केमिकल वाला पानी पीने से 21 भेड़ मरी:प्लाट के गड्ढे में भरा था, किराये पर ली फैक्ट्री, करवाई गई साफ-सफाई
करनाल में केमिकल वाला पानी पीने से 21 भेड़ मरी:प्लाट के गड्ढे में भरा था, किराये पर ली फैक्ट्री, करवाई गई साफ-सफाई हरियाणा में करनाल के नगला मेघा गांव में 21 भेड़ों की मौत हो गई। आरोप है कि केमिकल युक्त गंदा पानी पीने से भेड़े तड़प-तड़प कर मरी है। फैक्ट्री में सफाई का काम किया गया था। अनुमान है कि फैक्ट्री वालों ने केमिकल युक्त पानी सामने वाले प्लॉट में फेंक दिया। जिससे भेड़ मालिक को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। जबकि फैक्ट्री मालिक का कहना है कि उसने साफ पानी से फैक्ट्री धुलवाई है, यह पानी कहां से आया, उसने नहीं पता। घटना की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। भेड़ों ने पिया गंदा पानी, तड़प-तड़प कर मरी नगला मेघा निवासी पीड़ित संजय ने बताया कि वह 12 बजे नगला मेघा में अपनी भेड़ों को चराने के लिए आया था। फैक्ट्री के सामने ही वह अपनी भेड़ों को चरा रहा था। वहीं पर पानी भरा हुआ था। जिसको भेड़ों ने पिया और एक के बाद एक भेड़ नीचे गिरने लगी और देखते ही देखते भेड़े मर गई। जगह जगह पर भेड़ों के शव पड़े हुए थे। पानी में मिला हुआ है कोई केमिकल एनडीआरआई की तरफ से आए पशु चिकित्सक दीपक कुमार ने बताया कि फैक्ट्री में सफाई की गई थी। प्लॉट में जो पानी भेड़ों ने पिया है। उसमें चूने के सिमटिम मिले हैं। इसको भेड़ों ने पानी समझकर पिया। जिस पानी को भेड़ों ने पिया है उसमें केमिकल और चूना मिला हुआ था। चूना पेट में जाते ही अतंडियों को फाड़ देता है। यह एक तरह से तेजाब होता है। एक बकरी जीवित है, जिसको टीका लगाया गया है, ताकि वह बच सके। जिस तरह का केमिकल युक्त पानी भेड़ों ने पिया है। हमें नहीं पता है कि यह पानी कहां से आया फैक्ट्री को किराये पर लेने वाले मालिक करनाल निवासी सन्नी ने बताया कि हमने सिर्फ फैक्ट्री को वॉश करवाया है। फर्श को सिर्फ पानी से धोया गया है। अब यह प्लॉट में पड़ा पानी कहां का है, इसका पता नहीं है। पुलिस ने पानी के सैंपल भरे डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची। मंगलौर पुलिस से जांच अधिकारी अजय ने बताया कि यह फैक्ट्री खाली है और इस फैक्ट्री की साफ सफाई की गई थी। अब यह पानी फैक्ट्री का ही है या कहीं ओर से पानी आया है। इसमें कास्टिक जैसे केमिकल थे। गंदा पानी पीने से भेड़ों की मौत हुई है। यह बात ध्यान में रखनी चाहिए थी कि इस पानी को कोई जीव जंतु भी पी सकता है और उसे नुकसान हो सकता है और वही हुआ भी। पानी का सैंपल लिया गया है। शिकायत के अनुरूप कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अंबाला में अनिल विज बोले- देश का विभाजन कए षड़यंत्र:विधायक ने कहा- स्वतंत्रता के साथ आज मुर्खता करने वालों का भी दिन
अंबाला में अनिल विज बोले- देश का विभाजन कए षड़यंत्र:विधायक ने कहा- स्वतंत्रता के साथ आज मुर्खता करने वालों का भी दिन हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज के दिन हम 300 साल की गुलामी से स्वतंत्र हुए, जब आजादी की लड़ाई लड़ी गई, उसमें विभाजन का कोई एजेंडा नहीं था। उसमें सारे भारत को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी गई थी। मगर, कुछ नेताओं ने षड्यंत्र करके भारत व बंगाल का 20 प्रतिशत हिस्सा धर्म के आधार पर पाकिस्तान को दे दिया और इसका अंजाम लाखों लोगों ने इसे भुगता। विज आज 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंबाला छावनी स्थित कोहाट धर्मशाला में ध्वजारोहण के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बंटवारे में दस लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई। कई माताओं और बहनों के साथ चरित्र हनन हुआ, लहलहाते खेत, कारोबार छोड़कर लोगों को भागना पड़ा। आज स्वतंत्रता दिवस है, मगर आज जिन्होंने मूर्खता की, उसका भी दिन है और आज आगे चलने व सोचने का भी दिन है। आज का दिन भविष्य के रास्ते का दिन है, आज भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने का दिन है। आज जिन्होंने सीमाओं पर रक्षा कर रहे है उन्हें भी याद करने का दिन है। आज ने 1965, 1971 व कारगिल युद्ध में योगदान देने वाले शहीदों को भी याद करने का भी दिन है। उन्होंने कहा कि अम्बाला से 1857 में आजादी की लड़ाई शुरू हुई, आज उन शहीदों को भी याद करने का दिन है। सन 1857 के शहीदों की याद में हम अम्बाला छावनी में 500 करोड़ रुपए की लागत से शहीद स्मारक को बना रहे हैं। आज भविष्य को भी याद करने का दिन है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन कर तिरंगा फहराया इससे पहले, पूर्व मंत्री अनिल विज ने सुभाष पार्क के समक्ष भारतीय जनता पार्टी अंबाला छावनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा फहराया। पार्क में नेता जी की प्रतिमा के समक्ष उन्होंने पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें नमन व सैल्यूट किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज भारी बरसात में भी इतने सारे लोगों का यहां आकर स्वतंत्रता दिवस मनाना उनके देश-प्रेम की भक्ति का प्रमाण सिद्ध करता है। हम अनेकों वर्षों से सुभाष पार्क के समक्ष तिरंगा फहराते आ रहे हैं और आज के दिन हमने क्या खोया, क्या पाया और हमारी आगे के लिए क्या दिशा है। आज स्वतंत्रता दिवस 2047 में विकसित भारत के संकल्प के साथ मनाया जा रहा है। इससे पहले, सुभाष पार्क और कोहाट धर्मशाला में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे पूर्व मंत्री अनिल विज का जोरदार स्वागत किया गया। पूर्व मंत्री अनिल विज ने दोनों स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों की हर टीम को 21-21 हजार रुपए अपने स्वैच्छिक कोष से देने की घोषणा की।
किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, फैसला 16 जुलाई को:HC ने कहा- हरियाणा सरकार एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले; किसी को रोक नहीं सकते
किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, फैसला 16 जुलाई को:HC ने कहा- हरियाणा सरकार एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले; किसी को रोक नहीं सकते पंजाब और हरियाणा के अंबाला व पटियाला के बीच बने शंभू बॉर्डर पर 5 महीने से बैठे किसान दिल्ली कूच करेंगे या नहीं, इसको लेकर फैसला 16 जुलाई को होगा। आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान मजदूर मोर्चा के सरवण सिंह पंधेर ने कहा- हरियाणा सरकार बैरिकेड हटाती है तो हमारी तरफ से भी रास्ता बंद नहीं होगा। दिल्ली जाने को लेकर फैसले के लिए 16 को मीटिंग बुलाई गई है। बता दें कि बुधवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर पर की गई बैरिकेडिंग हटाने को कहा। हाईकोर्ट ने कहा कि किसानों की मांगें केंद्र सरकार से हैं। शंभू बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्हें दिल्ली जाने की छूट देनी चाहिए। हालांकि हाईकोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि शंभू बॉर्डर खोलने से अगर कोई स्थिति बिगड़ती है तो लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए हरियाणा सरकार कार्रवाई को लेकर स्वतंत्र है। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं। किसानों को हरियाणा में घुसने से नहीं रोक सकते। उन्हें घेराव करने दें। यह प्रतिक्रिया तब आई, जब हरियाणा सरकार के वकील ने कहा कि बॉर्डर पर 400-450 प्रदर्शनकारी हैं। अगर बॉर्डर खोला तो वे अंबाला एसपी का कार्यालय घेर सकते हैं। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि वर्दीधारी लोगों को इससे डरना नहीं चाहिए। शुभकरण की मौत की जांच के लिए SIT बनाई
वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण की मौत के मामले में हाईकोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ। हाईकोर्ट ने किसान यूनियनों को कहा कि FSL रिपोर्ट के मुताबिक शुभकरण की मौत शॉट गन से हुई है। पुलिस शॉट गन का इस्तेमाल नहीं करती। ऐसा लगता है कि गोली किसानों की तरफ से चलाई गई हो। हाईकोर्ट ने कहा कि उस दिन की फुटेज चैक की जानी चाहिए ताकि पता चल सके कि शॉटगन किसके पास थी। हरियाणा सरकार के वकील दीपक सब्बरवाल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर झज्जर सतीश बालन की अगुआई में किसान शुभकरन की मौत की जांच को लेकर एसआईटी बनाई गई है। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में यह भी तर्क दिया कि किसानों ने स्पेशल फोर्स बना रखी थी। हाईकोर्ट में दायर याचिका में यह दिए थे तर्क 1. भुखमरी की कगार पर आए दुकानदार
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने आज पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। वासु रंजन शांडिल्य ने दायर जनहित याचिका में बताया कि 5 महीने से नेशनल हाईवे 44 बंद पड़ा है। अंबाला के दुकानदार, व्यापारी, छोटे बड़े रेहड़ी फड़ी वाले भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। 2. सरकारी बसों का रूट डायवर्ट, तेल खर्च बढ़ा, मरीजों को दिक्कत
वासु रंजन शांडिल्य ने याचिका में पंजाब व हरियाणा सरकार सहित किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पार्टी बनाया है। याचिका में हाईकोर्ट को बताया कि शंभू बॉर्डर बंद होने के कारण सरकारी बसों को रूट डायवर्ट किया हुआ है, जिससे तेल का खर्च बढ़ रहा है। अंबाला व शंभू के आसपास के मरीज बॉर्डर बंद होने के कारण दिक्कत में है। एंबुलेंस के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 3. वकीलों को भी आने-जाने में दिक्कत हो रही
वहीं वासु रंजन ने कहा कि हरियाणा पंजाब के वकीलों को भी अंबाला से पटियाला व पटियाला वालों को अंबाला की अदालतों में आने में भारी दिक्कतें हो रही है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 से गैर कानूनी तरीके से संविधान का उल्लंघन कर राष्ट्रीय हाईवे को बंद किया हुआ है। 4. किसानों ने अस्थायी घर बना लिए
शंभू बॉर्डर के आसपास किसानों ने अस्थाई घर बना लिए हैं, ऐसा लगता है कि जैसे अब शंभू बॉर्डर कभी खुलेगा ही नहीं अनिश्चित काल के लिए बंद हो गया है। वासु रंजन ने दायर जनहित याचिका में कहा कि तुरंत हाईकोर्ट केंद्र व दोनों राज्य सरकारों को रास्ता खोलने के आदेश दें। 5. रोड बंद करना मौलिक अधिकारों का हनन
वासु रंजन ने कहा था कि रास्ता किसके कारण ओर क्यों बंद है इस पर निर्णय हाईकोर्ट करेगा, लेकिन चाहे हरियाणा सरकार हो या पंजाब सरकार हो या केंद्र रोड को बंद करना जनता के मौलिक अधिकारों का हनन है। जबकि फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर बंद पड़ा है जिस कारण अंबाला जिला व पटियाला जिला का छोटा बड़ा काम बंद हो चुका है। हाईवे पंजाब हिमाचल, जम्मू कश्मीर को जोड़ता है इसके बंद होने से न केवल सरकारों को नुकसान हो रहा है बल्कि आम आदमी तो बिना मतलब से भुखमरी के कगार पर आ गया है। 13 फरवरी से चल रहा है आंदोलन
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। किसान मांगों को लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर दिल्ली कूच के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने रोक लिया। यहां पुलिस और किसानों के बीच टकराव भी हुआ था। किसानों के आगे बढ़ने पर उन पर पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। यही स्थित खनौरी बॉर्डर पर भी देखने को मिली थी। किसानों के साथ पुलिस कर्मचारी भी घायल हुए थे। खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई थी। NHAI को 108 करोड़ से अधिक का नुकसान
शंभू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के कारण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को 108 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। 13 फरवरी को शंभू टोल प्लाजा को बंद किया गया था। तब से अभी तक हाईवे शुरू नहीं हो सका है।