कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के विरोध में रोहतक पीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को हड़ताल की। जिस कारण ओपीडी में आने वाले मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ा। किसी मरीज को चिकित्सकों ने चेक नहीं किया तो किसी की लैब में जांच नहीं हुई। वहीं, कई मरीजों को बिना इलाज के ही मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। इधर, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। भिवानी से 3500 रुपए किराये पर गाड़ी करके आया मरीज, नहीं मिला इलाज
भिवानी जिले के गांव सिंघानी निवासी मांगेराम ने बताया कि उनके पांव में राड डली हुई है। वहीं, ऑपरेशन हुआ था। उसके लिए आए थे। यहां आकर पता लगा कि डॉक्टर हड़ताल पर है। यहां तक आने के लिए उन्हें किराये पर गाड़ी करनी पड़ी। जिसके लिए 3500 रुपए किराया भी लग गया और चार लोगों को साथ लेकर आना पड़ा। क्योंकि उनसे चलना भी संभव नहीं है। सुबह 9 बजे पहुंच गए थे, लेकिन दिनभर भटकने के बाद वापस घर जाना पड़ेगा। 92 वर्षीय मरीज को लेकर भटकते रहे बच्चे, नहीं मिला उपचार
सोनीपत जिले के गांव सिसाना निवासी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी मां करीब 92 वर्षीय फुलवती को खाने-पीने में दिक्कत है। इसलिए वे रोहतक पीजीआई में लेकर आए थे। यहां पर ना तो कोई डॉ. देखने वाला है और ना कोई दवाई मिली। यहां आकर पता लगा कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं। 92 वर्षीय मरीज सुबह से शाम तक परेशान होना पड़ा। वहीं बिना ईलाज के ही वापस घर लौटना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्या फायदा इतने बड़े संस्थान खोलने का। 300 से अधिक डॉक्टर हड़ताल पर
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. हुसैन ने कहा कि कोलकता में डॉक्टर के साथ हुई वारदात के मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। मामले की सीबीआई जांच हो और फास्टट्रेक कोर्ट में सुनवाई करके जल्द से जल्द सजा दी जाए। इसलिए उन्होंने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद करते हुए हड़ताल कर दी है। 300 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। उन्होंने मांग की पीजीआई रोहतक में सीसीटीवी कैमरे बहुत कम हैं। इसलिए हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। बाहरी लोग यहां घूमते रहते हैं और महिला डॉक्टरों को ह्रास करते हैं। साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स होनी चाहिए। ताकि अगर डॉक्टर शिकायत करें तो 5 मिनट में पुलिस पहुंचनी चाहिए। कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के विरोध में रोहतक पीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को हड़ताल की। जिस कारण ओपीडी में आने वाले मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ा। किसी मरीज को चिकित्सकों ने चेक नहीं किया तो किसी की लैब में जांच नहीं हुई। वहीं, कई मरीजों को बिना इलाज के ही मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। इधर, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। भिवानी से 3500 रुपए किराये पर गाड़ी करके आया मरीज, नहीं मिला इलाज
भिवानी जिले के गांव सिंघानी निवासी मांगेराम ने बताया कि उनके पांव में राड डली हुई है। वहीं, ऑपरेशन हुआ था। उसके लिए आए थे। यहां आकर पता लगा कि डॉक्टर हड़ताल पर है। यहां तक आने के लिए उन्हें किराये पर गाड़ी करनी पड़ी। जिसके लिए 3500 रुपए किराया भी लग गया और चार लोगों को साथ लेकर आना पड़ा। क्योंकि उनसे चलना भी संभव नहीं है। सुबह 9 बजे पहुंच गए थे, लेकिन दिनभर भटकने के बाद वापस घर जाना पड़ेगा। 92 वर्षीय मरीज को लेकर भटकते रहे बच्चे, नहीं मिला उपचार
सोनीपत जिले के गांव सिसाना निवासी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी मां करीब 92 वर्षीय फुलवती को खाने-पीने में दिक्कत है। इसलिए वे रोहतक पीजीआई में लेकर आए थे। यहां पर ना तो कोई डॉ. देखने वाला है और ना कोई दवाई मिली। यहां आकर पता लगा कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं। 92 वर्षीय मरीज सुबह से शाम तक परेशान होना पड़ा। वहीं बिना ईलाज के ही वापस घर लौटना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्या फायदा इतने बड़े संस्थान खोलने का। 300 से अधिक डॉक्टर हड़ताल पर
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. हुसैन ने कहा कि कोलकता में डॉक्टर के साथ हुई वारदात के मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। मामले की सीबीआई जांच हो और फास्टट्रेक कोर्ट में सुनवाई करके जल्द से जल्द सजा दी जाए। इसलिए उन्होंने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद करते हुए हड़ताल कर दी है। 300 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। उन्होंने मांग की पीजीआई रोहतक में सीसीटीवी कैमरे बहुत कम हैं। इसलिए हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। बाहरी लोग यहां घूमते रहते हैं और महिला डॉक्टरों को ह्रास करते हैं। साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स होनी चाहिए। ताकि अगर डॉक्टर शिकायत करें तो 5 मिनट में पुलिस पहुंचनी चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर