लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में एक युवक ने फांसी लगा ली। मृतक की पहचान अखंड (30) के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अखंड बलरामपुर अस्पताल में लिफ्ट मैन का काम करता था। कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था। अखंड के पिता गजेंद्र सिंह अस्पताल में ही कर्मचारी हैं। पुलिस ने बताया, शनिवार (3 नवंबर) शाम करीब 6.45 बजे बलरामपुर अस्पताल से सूचना मिली कि एक युवक ने खुद को गार्ड रूम के अंदर बंद कर लिया है। इसपर तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गार्ड रूम अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर गई तो युवक कपड़े के फंदे से पंखे से लटका हुआ था। अस्पताल कर्मचारियों की सहायता से पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और बलरामपुर अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 2 महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था
वहीं अखंड के परिजनों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी ने बीते 2 महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद से वह डिप्रेशन में था। कई बार उसने नौकरी के लिए, लेकिन आउटसोर्सिंग कंपनी के लोगों ने मना कर दिया। 9,300 रुपए पर काम कर रहा था। पत्नी से चल रहा था तलाक का केस
अखंड सिंह कि बीते 3 साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद से पत्नी से विवाद हो गया, इसके बाद से वह अलग रहने लगा था। पत्नी बहराइच में मायके में रहती है। अखंड ने 12वीं तक की पढ़ाई थी। इंस्पेक्टर वजीरगंज दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को मोर्चरी में रखा गया है। मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस खबर को भी पढ़ें… शत्रु संपत्ति पर बसा है लखनऊ का दिल हजरतगंज: 350 संपत्तियों का लिस्ट में नाम; पीढ़ियों से रह रहे लोग बोले- सरकार रहम करे लखनऊ का दिल कहा जाना वाला हजरतगंज शत्रु संपत्ति पर बसा है। यहां शत्रु संपत्तियां लीज पर लेकर कब्जेदारों ने दूसरों को किराए पर दे दिया है। इसका खुलासा हलवासिया स्थित शत्रु संपत्ति के भवन महमूदाबाद मेंशन में चल रहे होटल कबीला पर एक्शन के बाद हुआ। लखनऊ में यह पहली शत्रु संपत्ति है, जिसे सील किया गया। पढ़ें पूरी खबर… लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में एक युवक ने फांसी लगा ली। मृतक की पहचान अखंड (30) के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अखंड बलरामपुर अस्पताल में लिफ्ट मैन का काम करता था। कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था। अखंड के पिता गजेंद्र सिंह अस्पताल में ही कर्मचारी हैं। पुलिस ने बताया, शनिवार (3 नवंबर) शाम करीब 6.45 बजे बलरामपुर अस्पताल से सूचना मिली कि एक युवक ने खुद को गार्ड रूम के अंदर बंद कर लिया है। इसपर तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गार्ड रूम अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर गई तो युवक कपड़े के फंदे से पंखे से लटका हुआ था। अस्पताल कर्मचारियों की सहायता से पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और बलरामपुर अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 2 महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था
वहीं अखंड के परिजनों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी ने बीते 2 महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद से वह डिप्रेशन में था। कई बार उसने नौकरी के लिए, लेकिन आउटसोर्सिंग कंपनी के लोगों ने मना कर दिया। 9,300 रुपए पर काम कर रहा था। पत्नी से चल रहा था तलाक का केस
अखंड सिंह कि बीते 3 साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद से पत्नी से विवाद हो गया, इसके बाद से वह अलग रहने लगा था। पत्नी बहराइच में मायके में रहती है। अखंड ने 12वीं तक की पढ़ाई थी। इंस्पेक्टर वजीरगंज दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को मोर्चरी में रखा गया है। मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस खबर को भी पढ़ें… शत्रु संपत्ति पर बसा है लखनऊ का दिल हजरतगंज: 350 संपत्तियों का लिस्ट में नाम; पीढ़ियों से रह रहे लोग बोले- सरकार रहम करे लखनऊ का दिल कहा जाना वाला हजरतगंज शत्रु संपत्ति पर बसा है। यहां शत्रु संपत्तियां लीज पर लेकर कब्जेदारों ने दूसरों को किराए पर दे दिया है। इसका खुलासा हलवासिया स्थित शत्रु संपत्ति के भवन महमूदाबाद मेंशन में चल रहे होटल कबीला पर एक्शन के बाद हुआ। लखनऊ में यह पहली शत्रु संपत्ति है, जिसे सील किया गया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर