शुक्रवार को लखनऊ में तदर्थ शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलन कर रहे तदर्थ शिक्षक भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए जैसे ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए भाजपा कार्यालय की तरफ बढ़े। इस बीच पुलिस ने मौके पर ही सभी को रोक लिया। इसके बाद भाजपा की टोपी पहने तदर्थ शिक्षकों ने गमछा और टोपी उतार दिया। बाद में पुलिस एक प्रतिनिधिमंडल को भाजपा कार्यालय ले जाने को तैयार हुए। पुलिस प्रशासन तदर्थ शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल को भाजपा कार्यालय लेकर गए। उपचुनाव में भाजपा के विरोध का किया ऐलान प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल सिंह राणा ने बताया कि प्रदेश के सभी तदर्थ शिक्षकों का भारतीय जनता पार्टी से मोह भंग हो चुका हैं। यदि सरकार बहुत ही जल्दी हम लोगों के बारे में कोई निर्णय नहीं लेती हैं। तो प्रदेश के 2254 तदर्थ शिक्षक बहुत ही जल्द समाजवादी पार्टी अथवा कांग्रेस की सदस्यता को लेते हुए 2027 में INDI गठबंधन की सरकार बनाएंगे। तदर्थ शिक्षकों के संगठन मंत्री प्रभात त्रिपाठी ने बताया कि 25 से 30 साल तक वेतन पाने वाले तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करके उन्हें मामूली मानदेय दिया जा रहा हैं। जबकि पहले की सरकारों ने संविदा कर्मियों को नियमित करते हुए संपूर्ण उपलब्धियां को देने का कार्य किया हैं। 17 हजार शिक्षकों के पद हैं खाली प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एक ही झटके में 2254 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी। प्रदेश में 17 हजार पद पहले से ही खाली हैं और 2254 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई। इस बीच मार्च में लगभग 6 हजार शिक्षक रिटायर भी हो रहे हैं। ऐसे में उन स्कूलों में कैसे पढ़ाई होगी? इसका जवाब शासन में बैठे अधिकारियों और सरकार के पास भी नहीं हैं। कोई तदर्थ शिक्षक नही करेगा जॉइन प्रभात त्रिपाठी ने कहा कि तदर्थ शिक्षक जिनकी सेवाएं शासनादेश से समाप्त हुई हैं, उन सभी तदर्थ शिक्षकों से अपील है कि कोई भी तदर्थ शिक्षक इस मानदेय पर नियुक्ति नही लेगा। सरकार तदर्थ शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति मानदेय पर देकर पढ़वाना चाह रही है जो कि कतई स्वीकार नही। शुक्रवार को लखनऊ में तदर्थ शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलन कर रहे तदर्थ शिक्षक भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए जैसे ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए भाजपा कार्यालय की तरफ बढ़े। इस बीच पुलिस ने मौके पर ही सभी को रोक लिया। इसके बाद भाजपा की टोपी पहने तदर्थ शिक्षकों ने गमछा और टोपी उतार दिया। बाद में पुलिस एक प्रतिनिधिमंडल को भाजपा कार्यालय ले जाने को तैयार हुए। पुलिस प्रशासन तदर्थ शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल को भाजपा कार्यालय लेकर गए। उपचुनाव में भाजपा के विरोध का किया ऐलान प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल सिंह राणा ने बताया कि प्रदेश के सभी तदर्थ शिक्षकों का भारतीय जनता पार्टी से मोह भंग हो चुका हैं। यदि सरकार बहुत ही जल्दी हम लोगों के बारे में कोई निर्णय नहीं लेती हैं। तो प्रदेश के 2254 तदर्थ शिक्षक बहुत ही जल्द समाजवादी पार्टी अथवा कांग्रेस की सदस्यता को लेते हुए 2027 में INDI गठबंधन की सरकार बनाएंगे। तदर्थ शिक्षकों के संगठन मंत्री प्रभात त्रिपाठी ने बताया कि 25 से 30 साल तक वेतन पाने वाले तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करके उन्हें मामूली मानदेय दिया जा रहा हैं। जबकि पहले की सरकारों ने संविदा कर्मियों को नियमित करते हुए संपूर्ण उपलब्धियां को देने का कार्य किया हैं। 17 हजार शिक्षकों के पद हैं खाली प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एक ही झटके में 2254 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी। प्रदेश में 17 हजार पद पहले से ही खाली हैं और 2254 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई। इस बीच मार्च में लगभग 6 हजार शिक्षक रिटायर भी हो रहे हैं। ऐसे में उन स्कूलों में कैसे पढ़ाई होगी? इसका जवाब शासन में बैठे अधिकारियों और सरकार के पास भी नहीं हैं। कोई तदर्थ शिक्षक नही करेगा जॉइन प्रभात त्रिपाठी ने कहा कि तदर्थ शिक्षक जिनकी सेवाएं शासनादेश से समाप्त हुई हैं, उन सभी तदर्थ शिक्षकों से अपील है कि कोई भी तदर्थ शिक्षक इस मानदेय पर नियुक्ति नही लेगा। सरकार तदर्थ शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति मानदेय पर देकर पढ़वाना चाह रही है जो कि कतई स्वीकार नही। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
लगातार कांग्रेस को नसीहत दे रहे थे संजय राउत, अब वर्षा गायकवाड बोलीं, ‘अगर उद्धव ठाकरे कुछ…’
लगातार कांग्रेस को नसीहत दे रहे थे संजय राउत, अब वर्षा गायकवाड बोलीं, ‘अगर उद्धव ठाकरे कुछ…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Politics:</strong> महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में तनातनी चल रही है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत MVA के घटक दल कांग्रेस को लगातार घेर रहे थे. अब इस पर कांग्रेस की सांसद वर्षा गायकवाड़ ने उद्धव गुट के नेता पर पलटवार किया है. उन्होंने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में नसीहत देते हुए कहा है कि संजय राउत को अपनी पार्टी पर ध्यान देना चाहिए. कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, ”संजय राउत के बयानों को पर हम गौर नहीं करते हैं. अगर शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे कोई बात करते हैं तो हम उसे महत्व देंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने संजय राउत को घेरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा, ”संजय राउत को अपनी पार्टी का निर्णय लेना चाहिए. चुनाव कैसे लड़ा जाना चाहिए, इस पर सभी की अपनी राय है. गठबंधन के भीतर संवाद होना चाहिए. राउत साहब दिल्ली में मिलते हैं तो बातचीत होती है. हमारे साथ आंदोलन में शामिल हो जाते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सार्वजनिक मंचों पर ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए- वर्षा गायकवाड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने ये भी कहा, ”गठबंधन को लेकर ये बातें सार्वजनिक मंचों पर नहीं कही जानी चाहिए. हमें एक साथ बैठकर निर्णय लेना चाहिए. ‘इंडिया’ गठबंधन में 28 पार्टियां शामिल हैं. दिल्ली की राजनीतिक स्थिति के आधार पर निर्णय लिये जाते हैं. संजय राऊत के बयान पर दिल्ली तय करेगी कि आगे क्या करना है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संजय राउत का कांग्रेस पर निशाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ”सामना संपादकीय में जो हमने लिखा है, वह सिर्फ हमारे मन की बात नहीं है बल्कि ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य दलों के मन की भी भावना है. INDIA गठबंधन और मजबूत होना चाहिए क्योंकि देश के सामने सबसे बड़ी समस्या पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> हैं, उनकी तानाशाही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, ”<a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन की एक भी बैठक नहीं हुई, यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. अगर आने वाले दिनों में ‘इंडिया’ गठबंधन को बचाना चाहते हैं, ताकतवर बनाना चाहते हैं तो सहयोगी दलों के बीच संवाद की शुरुआत की जाए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”BMC चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे सख्त, कहा- ‘जो भी जाना चाहता है, वो…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/uddhav-thackeray-on-shiv-sena-ubt-leader-in-bmc-election-2025-2862133″ target=”_self”>BMC चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे सख्त, कहा- ‘जो भी जाना चाहता है, वो…'</a></strong></p>
हरियाणा CM का सफाई कर्मचारियों संग बर्थडे सेलिब्रेशन:बधाई देने आए तो अंदर ले गए; पत्नी संग एक टेबल पर साथ बिठा नाश्ता कराया
हरियाणा CM का सफाई कर्मचारियों संग बर्थडे सेलिब्रेशन:बधाई देने आए तो अंदर ले गए; पत्नी संग एक टेबल पर साथ बिठा नाश्ता कराया हरियाणा के CM नायब सैनी ने सफाई कर्मचारियों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। हुआ यूं कि पंचकूला व आसपास के क्षेत्रों से सफाईकर्मी सैनी को बधाई देने चंडीगढ़ स्थित CM निवास संत कबीर कुटीर में उन्हें बधाई देने पहुंचे। सैनी ने गर्मजोशी से स्वागत किया और फिर नाश्ते के लिए अंदर बुला लिया। फिर CM और उनकी पत्नी सुमन सैनी ने उनके साथ एक टेबल पर बैठकर नाश्ता किया। सफाई कर्मचारी CM के इस व्यवहार से काफी खुश दिखे। महिला कर्मचारी पूनम ने बताया कि हम आज सीएम को जन्मदिन पर बधाई देने आए थे। यहां पहुंचे तो चौंक गए, क्योंकि हमारे लिए खाना तैयार था। सीएम साहब ने बोला कि हमारे साथ खाना खा कर जाना। इस दौरान सीएम ने नाश्ते की टेबल पर ही कर्मियों की समस्याएं सुनी और उनके काम के बारे में चर्चा की। बता दें कि CM सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ था। आज उनके जन्मदिन पर प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक भाजपा नेता उन्हें बधाई दे रहे हैं। CM नायब सैनी और उनकी पत्नी सुमन सैनी के साथ नाश्ता करते सफाईकर्मी, PHOTOS नायब सैनी की कंप्यूटर ऑपरेटर, खट्टर के ड्राइवर से दूसरी बार CM बनने की कहानी… अंबाला के गांव में जन्मे, बिहार से ग्रेजुएशन
25 जनवरी 1970, अंबाला के मिजापुर माजरा गांव के एक OBC परिवार में नायब सिंह सैनी का जन्म हुआ। उन्होंने बिहार के बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली। परिवार में पत्नी सुमन सैनी के अलावा मां कुलवंत कौर, बेटी वंशिका और बेटा अनिकेत सैनी हैं। खुद RSS कार्यालय पहुंचे, खट्टर से मिले
1990 के दशक की बात है। हरियाणा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS अपने विस्तार की कोशिश में था। संघ प्रचारक ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान नायब सैनी को RSS के बारे में पता चला। वह पंचकूला के संघ कार्यालय पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात मनोहर लाल खट्टर से हुई। खट्टर तब संघ के प्रचारक थे। खट्टर की गाड़ी चलाई, PM मोदी उनके कमरे में रुकते थे
वह संघ में आने लगे। संघ की शाखाओं में शामिल होने लगे। खट्टर ने उन्हें पत्र लिखने का काम दिया। साथ ही कम्प्यूटर सीखने की सलाह भी दी। रहने के लिए संघ कार्यालय में जगह दे दी। वह खट्टर के साथ एक कमरे में रहने लगे। नरेंद्र मोदी भी जब हरियाणा आते, तो उसी कमरे में रुकते थे। खट्टर किसी जिले के दौरे पर जाते तो वह उनकी गाड़ी भी चलाते थे। आगे चलकर खट्टर BJP में चले गए। बाद में सैनी भी 1996 में BJP के सक्रिय सदस्य के तौर पर मनोहर लाल खट्टर के साथ जुड़ गए। गन्ना आंदोलन से सुर्खियों में आए
2002 में सैनी को अंबाला BJP युवा मोर्चा का महासचिव बनाया गया। तीन साल बाद 2005 में वे युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। सैनी संगठन के भीतर अच्छा काम कर रहे थे, लेकिन जनता के बीच उन्हें कम ही लोग जानते थे। उनके राजनीतिक करियर में बड़ा मोड़ अंबाला शुगर मिल के गन्ना आंदोलन के दौरान आया। गन्ना भुगतान के लिए हुए आंदोलन में सैनी ने अहम भूमिका निभाई। इसके बाद वे केंद्रीय नेतृत्व की नजर में आए। जिसके बाद उन्हें पार्टी के किसान मोर्चा में प्रदेश महामंत्री बनाया गया। साल 2012 में नायब सैनी प्रमोट होकर अंबाला में भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष बन गए।2009 में वह पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे, लेकिन हार गए। खट्टर सरकार में राज्यमंत्री रहे, फिर सांसद और प्रदेश अध्यक्ष बने
2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें अंबाला जिले की नारायणगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया, जहां से वह विजयी रहे। जिसके बाद मनोहर लाल खट्टर के पहले कार्यकाल में वह 2016 में राज्यमंत्री बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कुरूक्षेत्र सीट से उतारा। नायब सैनी को 6,86,588 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 वोटों से हराया। भाजपा ने 27 अक्टूबर 2023 को उन्हें हरियाणा में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। नायब सैनी पहली बार CM बने तो सबको चौंकाया.. PM ने खट्टर की तारीफ की, कैबिनेट मीटिंग हुई
11 मार्च 2024 को हरियाणा में लोकसभा चुनावों की हलचल तेज हो गई थी। इसी दिन PM नरेंद्र मोदी शाम को हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचे। उन्होंने दिल्ली को गुरुग्राम से जोड़ने वाले हरियाणा एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया। PM ने इस दौरान मनोहर लाल खट्टर की तारीफ करते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे के निर्माण में हरियाणा सरकार और CM खट्टर की तत्परता नजर आती है। कार्यक्रम के बाद खट्टर चंडीगढ़ लौटे और कैबिनेट की बैठक बुलाई। मीटिंग देर रात तक चली। JJP से गठबंधन टूटने, खट्टर के इस्तीफे की खबर आई
सुबह होते ही खबरें चलने लगीं कि हरियाणा में JJP-BJP का गठबंधन टूट सकता है। खट्टर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। दरअसल 11 मार्च को ही रात में JJP के नेता और खट्टर सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे दुष्यंत चौटाला ने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। कहा गया कि दुष्यंत JJP के लिए लोकसभा चुनाव में दो सीट की मांग कर रहे थे, जबकि BJP महज एक सीट देना चाहती थी। इस पर दुष्यंत राजी नहीं थे। खट्टर ने इस्तीफा सौंपा, नए CM की दौड़ में विज-राव के नाम थे
12 मार्च को खट्टर ने चंडीगढ़ में BJP विधायकों की बैठक बुलाई। इस बैठक में निर्दलीय विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन गठबंधन का हिस्सा रही JJP विधायक बैठक का हिस्सा नहीं थे। बैठक के बाद खट्टर कैबिनेट के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे और सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर अपना इस्तीफा सौंप दिया। BJP-JJP के गठबंधन की सरकार गिर गई। अब राजनीतिक गलियारों में सबसे बड़ा सवाल यही था कि BJP किसे हरियाणा का नया मुखिया बनाएगी। रेस में गृहमंत्री अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह जैसे नाम चल रहे थे। झारखंड के पूर्व CM अर्जुन मुंडा और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया। पर्यवेक्षकों ने विधायकों की मीटिंग बुलाई। सैनी के घर सुरक्षा बढ़ी, शाम को पहली बार CM पद की शपथ ली
इधर सैनी के गांव में राजनीतिक चहल-पहल बढ़ने लगी थी। पुलिस ने उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी। CID और पुलिस की एजेंसियां भी पहुंच गईं। इसी बीच करीब 12 बजे विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री के रूप में हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी का नाम प्रस्तावित किया गया। मीडिया में खबर फैल गई कि हरियाणा की कमान नायब सिंह सैनी संभालेंगे। शाम करीब पांच बजे नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने के ठीक बाद सैनी ने मंच पर बैठे मनोहर लाल खट्टर के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। बतौर सीएम पहली बार सैनी का करीब 6 महीने का कार्यकाल रहा। हरियाणा के इतिहास में BJP को हैट्रिक दिलाई
2024 के प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह पंचकूला आए। उन्होंने मंच से कहा कि ये चुनाव हम नायब सैनी की अगुआई में लड़ेंगे। इससे तय हो गया था कि अगर भाजपा जीती तो सैनी फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। मगर, BJP के लिए यह इतना आसान नहीं था। लगातार 10 साल यानी 2 टर्म से BJP की सरकार थी। ग्राउंड पर भाजपा के प्रति भारी एंटी इनकम्बेंसी दिख रही थी। 2014 में बहुमत के बाद 2019 में भाजपा बहुमत नहीं पा सकी थी। ऐसे में प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता मिलने का माहौल बना हुआ था। इस सबके बीच नायब सैनी ने प्रदेश की सभी 90 सीटों पर जाकर प्रचार किया। जब सारे सर्वे और एग्जिट पोल कांग्रेस की सत्ता को तय बता रहे थे तो सैनी ने चंडीगढ़ में दावा किया कि भाजपा ही सरकार बनाएगी। 4 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को मतगणना हुई तो उन्होंने पूरे प्रदेश को चौंका दिया। भाजपा ने 90 में से 45 के बहुमत के आंकड़े से 3 ज्यादा यानी 48 सीटें जीत लीं। कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई। रिजल्ट के बाद हिसार, गन्नौर और बहादुरगढ़ से जीते निर्दलीय विधायकों ने भी सैनी की सरकार को सपोर्ट कर दिया। 17 अक्टूबर 2024 को सैनी ने दूसरी बार CM पद की शपथ ली। प्रदेश के इतिहास में 57 साल बाद पहला मौका था, जब किसी पार्टी ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई हो।
जालंधर में लेदर फैक्ट्री में लगी आग:स्पोर्ट्स आइटम जलकर राख, शॉर्ट सर्किट से हादसा, 5-7 दमकल गाड़ियों ने पाया काबू
जालंधर में लेदर फैक्ट्री में लगी आग:स्पोर्ट्स आइटम जलकर राख, शॉर्ट सर्किट से हादसा, 5-7 दमकल गाड़ियों ने पाया काबू जालंधर में बस्ती गुजां स्थित दिलबाग नग में एक लेदर फैक्ट्री के गोदाम (स्पोर्ट्स के सामान) में आग लग गई। जिसमें पीड़ित का सारा सामान जलकर राख हो गया। ये घटना मंगलवार देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे की है। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था। फिलहाल आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। लेदर का सामान होने के कारण आग फैलती ही चली गई और एका-एक कर सारा सामान जलकर राख हो गया। रात साढ़े 11 बजे घटना का पता चला मौके पर जांच के लिए थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस पार्टी भी पहुंच गई थी। जल्द फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मोहल्ले में अचानक फैक्ट्री वाली जगह से काला धुआं उठाना शुरू हुआ तो तुरंत मोहल्ला इकट्ठा हो गया था। देर रात करीब साढ़े 11 बजे पता चला कि आग स्पोर्ट्स का सामान रखे हुए गोदाम में लगी है। शॉर्ट सर्किट वहीं पर हुआ, जहां पर जलने वाला सामान रखा हुआ था। जिसके चलते इतनी आग धधक उठी। घटना के वक्त बच्चों सहित 5 लोग से अंदर फैक्ट्री के अंदर बने कमरों में बच्चों समेत पांच प्रवासी परिवार रह रहे थे। लोगों की मदद से परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला गया। गनीमत रही कि घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। फायर ब्रिगेड की टीमों ने तीन गैस सिलेंडर भी बाहर निकाले। फायर ब्रिगेड की टीमों ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया गया था। कर्मचारियों ने बताया कि पांच से सात गाड़ियां बुलाई गईं और आग पर काबू पा लिया गया। बस्ती बावा खेल थाने से पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद अगली कार्रवाई होगी।