लखनऊ में एक ठगों का गिरोह इंस्टाग्राम पर साई हवाला ट्रेडर्स के नाम पर पेज चलाकर लोगों को ठग रहा। यह लोगों को हवाला के पैसे ब्लैक से व्हाइट करने के नाम पर लाखों का कमीशन देकर फंसाते हैं। इसके बाद उनको किडनैप करके घर वालों से फिरौती से मांगते हैं। पीड़ित हवाला के पैसे के खेल में खुद के फसे होने के चलते इनकी शिकायत भी नहीं करते। सोमवार को लखनऊ में पकड़े गए इस गैंग के पारा कुल्हर कट्टा निवासी आकाश यादव, डिप्टी खेड़ा निवासी सतीश पाल और मोहान रोड पिंक सिटी के आदर्श दुबे ने कई चौकाने वाले खुलासे किए। आदर्श के पिता अनंत दुबे गृह विभाग में दरोगा हैं, जो सरगना विवेक का दाहिना हाथ है। उनका कहना है कि अब तक वह दर्जन भर से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। जो लोगों लाखों रुपए चुकाने के बाद घर लौट गए। अब बताते हैं गिरोह कैसे करता था काम
गिरोह साई हवाला ट्रेडर्स के नाम से इंस्टाग्राम पर पेज चलाता था। जिस पर राजू नाम के युवक का मोबाइल नंबर दिया गया है। वह ही सभी से बात करता है। पूछताछ में सामने आया है कि राजू गिरोह के सरगना पारा निवासी विवेक का खास आदमी है। वह ही इस पेज को हैंडल करता है। इस पेज को 3305 लोग फॉलो कर रहे हैं। इनमें से कई लोग इनके झांसे में आकर अपनी कमाई गंवा चुके हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इस पेज के माध्यम से लोग उनसे जुड़ते हैं। हैसियत के हिसाब से फंसाता है
राजू पहले हवाला के काम पर कमाई करने वालों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर उनकी हैसियत आंकता है। उसके बाद हवाला के पैसों को ब्लैक से व्हाइट करने के नाम पर मोटा कमीशन देने की बात कह फंसाता है। जब लोग एक करोड़ के बदले दस लाख कमीशन मिलने की बात सुनते हैं तो तैयार हो जाते हैं। जैसे की बेंगलुरु का मंजूनाथ तैयार हुआ था। राजू क्लाइंट से कहता है कि तुम लखनऊ जाकर मेरे साथी से मिलो, जो आपको पैसे उपलब्ध कराएगा। तुमको कमीशन के पैसे काटकर बांकी पैसे बताए खाते में डालने होंगे। साथ ही पैसे मिलते ही दस प्रतिशत एडवांस बताए खाते में देने होंगे। लोग इतने बड़े कमीशन के जाल में फस जाते और पैसे लेने मौके पर पहुंच जाते। जहां उन्हें बंधक बनाकर परिजनों से पैसे मांगाते। यदि परिजन पुलिस के पास जाने की धमकी देते तो हवाला कारोबार में उनको भी सजा दिलाने की धमकी देकर चुप करा देते। मैरियट होटल में रुका था पीड़ित
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि बेंगलुरु क्रॉस मदीना मस्जिद रोड कोट्टे चन्नापटना सैयद दानिश ने ईमेल पर सूचना दी कि उनका दोस्त मंजूनाथ 22 मार्च से लापता है। वह लखनऊ बेंगलुरु से इंडिगो फ्लाइट से 22 मार्च की सुबह पहुंचा था। इसके साथ ही अपनी पत्नी रेखा को होटल मेरिएट में रुकने और पहुंचने की जानकारी दी थी। उसी शाम से मित्र लोहित बीजी को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया कि उन्होंने मंजूनाथ का अपहरण कर लिया है। एक करोड़ रुपए नहीं दिए तो गोली मार देंगे। जो रविवार सुबह से बंद आ रहा है। इसके पीछे कोई बड़ी साजिश नजर आ रही है। मित्र की सूचना पर सर्विलांस टीम हुई सक्रिय
घटना की जानकारी होते ही पुलिस टीम संदिग्ध लोगों की तलाश में लग गई। जिसके बाद एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। साथ ही मंजूनाथ के रूट मैप को देखा गया। जिसके बाद मंजूनाथ की गाड़ी ट्रेक करते हुए उसके रुकने वाले गोमतीनगर स्थित होटल मैरियट पहुंचे। जहां फुटेज से साफ हुआ कि वह यहां तक सुरक्षित पहुंचा था। जिसके बाद मुखबिर और सर्विलांस की मदद से पारा निवासी आकाश यादव, प्रदीप पाल और मोहान रोड निवासी आदर्श दुबे को गिरफ्तार किया गया। इंस्टाग्राम पर पेज देखकर फंस गया
पीड़ित मंजू नाथ ने पुलिस को बताया कि इंस्टाग्राम पर साई हवाला ट्रेडर्स का पेज देखा। जिस पर मिले नंबर पर संपर्क करने पर राजू नाम के युवक से बात हुई। उसने बताया कि हम लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश कराते हैं। साथ ही हवाला के पैसे एक नंबर में करने पर 10 प्रतिशत तक कमीशन देता हूं। उसकी बातों में आकर लखनऊ आ गया। यहां कानपुर बेकनगंज निवासी दोस्त सैय्यद के साथ आरोपियों के कहने पर शकुंतला विश्वविद्यालय के पास मिलने चला गया। कन्नड़ की जगह हिन्दी में बात करने पर हुआ शक
इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति ने बताया कि मंजूनाथ को आरोपियों ने फोन कर शकुंतला विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक पर बुलाया था। पीड़ित के ओला से एक नंबर गेट पर पहुंचने पर दो नंबर गेट पर मिलने को कहा। जहां दोनों को कार में बंधक बना लिया। उसके बाद उसके दोस्त से पैसे मांगने के लिए वॉट्सऐप पर कॉल कराई। जिससे किसी को शक न हो। दोस्त ने पीड़ित के कहने पर पहले तीस लाख और फिर पचास लाख रुपए भेजने की बात पर राजी हो गया, लेकिन तीसरी बार में एक करोड़ रुपए भेजने की बात पर शक हुआ। साथ ही मंजू नाथ के कन्नड की जगह हिंदी में बात करने पर कुछ गड़बड़ लगा। इस विषय में पूछने पर आरोपियों ने पैसे न भेजने पर गोली मार देने की बात कही। जिसके बाद दोस्त ने पुलिस से संपर्क कर मदद मांगी। लखनऊ में एक ठगों का गिरोह इंस्टाग्राम पर साई हवाला ट्रेडर्स के नाम पर पेज चलाकर लोगों को ठग रहा। यह लोगों को हवाला के पैसे ब्लैक से व्हाइट करने के नाम पर लाखों का कमीशन देकर फंसाते हैं। इसके बाद उनको किडनैप करके घर वालों से फिरौती से मांगते हैं। पीड़ित हवाला के पैसे के खेल में खुद के फसे होने के चलते इनकी शिकायत भी नहीं करते। सोमवार को लखनऊ में पकड़े गए इस गैंग के पारा कुल्हर कट्टा निवासी आकाश यादव, डिप्टी खेड़ा निवासी सतीश पाल और मोहान रोड पिंक सिटी के आदर्श दुबे ने कई चौकाने वाले खुलासे किए। आदर्श के पिता अनंत दुबे गृह विभाग में दरोगा हैं, जो सरगना विवेक का दाहिना हाथ है। उनका कहना है कि अब तक वह दर्जन भर से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। जो लोगों लाखों रुपए चुकाने के बाद घर लौट गए। अब बताते हैं गिरोह कैसे करता था काम
गिरोह साई हवाला ट्रेडर्स के नाम से इंस्टाग्राम पर पेज चलाता था। जिस पर राजू नाम के युवक का मोबाइल नंबर दिया गया है। वह ही सभी से बात करता है। पूछताछ में सामने आया है कि राजू गिरोह के सरगना पारा निवासी विवेक का खास आदमी है। वह ही इस पेज को हैंडल करता है। इस पेज को 3305 लोग फॉलो कर रहे हैं। इनमें से कई लोग इनके झांसे में आकर अपनी कमाई गंवा चुके हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इस पेज के माध्यम से लोग उनसे जुड़ते हैं। हैसियत के हिसाब से फंसाता है
राजू पहले हवाला के काम पर कमाई करने वालों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर उनकी हैसियत आंकता है। उसके बाद हवाला के पैसों को ब्लैक से व्हाइट करने के नाम पर मोटा कमीशन देने की बात कह फंसाता है। जब लोग एक करोड़ के बदले दस लाख कमीशन मिलने की बात सुनते हैं तो तैयार हो जाते हैं। जैसे की बेंगलुरु का मंजूनाथ तैयार हुआ था। राजू क्लाइंट से कहता है कि तुम लखनऊ जाकर मेरे साथी से मिलो, जो आपको पैसे उपलब्ध कराएगा। तुमको कमीशन के पैसे काटकर बांकी पैसे बताए खाते में डालने होंगे। साथ ही पैसे मिलते ही दस प्रतिशत एडवांस बताए खाते में देने होंगे। लोग इतने बड़े कमीशन के जाल में फस जाते और पैसे लेने मौके पर पहुंच जाते। जहां उन्हें बंधक बनाकर परिजनों से पैसे मांगाते। यदि परिजन पुलिस के पास जाने की धमकी देते तो हवाला कारोबार में उनको भी सजा दिलाने की धमकी देकर चुप करा देते। मैरियट होटल में रुका था पीड़ित
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि बेंगलुरु क्रॉस मदीना मस्जिद रोड कोट्टे चन्नापटना सैयद दानिश ने ईमेल पर सूचना दी कि उनका दोस्त मंजूनाथ 22 मार्च से लापता है। वह लखनऊ बेंगलुरु से इंडिगो फ्लाइट से 22 मार्च की सुबह पहुंचा था। इसके साथ ही अपनी पत्नी रेखा को होटल मेरिएट में रुकने और पहुंचने की जानकारी दी थी। उसी शाम से मित्र लोहित बीजी को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया कि उन्होंने मंजूनाथ का अपहरण कर लिया है। एक करोड़ रुपए नहीं दिए तो गोली मार देंगे। जो रविवार सुबह से बंद आ रहा है। इसके पीछे कोई बड़ी साजिश नजर आ रही है। मित्र की सूचना पर सर्विलांस टीम हुई सक्रिय
घटना की जानकारी होते ही पुलिस टीम संदिग्ध लोगों की तलाश में लग गई। जिसके बाद एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। साथ ही मंजूनाथ के रूट मैप को देखा गया। जिसके बाद मंजूनाथ की गाड़ी ट्रेक करते हुए उसके रुकने वाले गोमतीनगर स्थित होटल मैरियट पहुंचे। जहां फुटेज से साफ हुआ कि वह यहां तक सुरक्षित पहुंचा था। जिसके बाद मुखबिर और सर्विलांस की मदद से पारा निवासी आकाश यादव, प्रदीप पाल और मोहान रोड निवासी आदर्श दुबे को गिरफ्तार किया गया। इंस्टाग्राम पर पेज देखकर फंस गया
पीड़ित मंजू नाथ ने पुलिस को बताया कि इंस्टाग्राम पर साई हवाला ट्रेडर्स का पेज देखा। जिस पर मिले नंबर पर संपर्क करने पर राजू नाम के युवक से बात हुई। उसने बताया कि हम लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश कराते हैं। साथ ही हवाला के पैसे एक नंबर में करने पर 10 प्रतिशत तक कमीशन देता हूं। उसकी बातों में आकर लखनऊ आ गया। यहां कानपुर बेकनगंज निवासी दोस्त सैय्यद के साथ आरोपियों के कहने पर शकुंतला विश्वविद्यालय के पास मिलने चला गया। कन्नड़ की जगह हिन्दी में बात करने पर हुआ शक
इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति ने बताया कि मंजूनाथ को आरोपियों ने फोन कर शकुंतला विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक पर बुलाया था। पीड़ित के ओला से एक नंबर गेट पर पहुंचने पर दो नंबर गेट पर मिलने को कहा। जहां दोनों को कार में बंधक बना लिया। उसके बाद उसके दोस्त से पैसे मांगने के लिए वॉट्सऐप पर कॉल कराई। जिससे किसी को शक न हो। दोस्त ने पीड़ित के कहने पर पहले तीस लाख और फिर पचास लाख रुपए भेजने की बात पर राजी हो गया, लेकिन तीसरी बार में एक करोड़ रुपए भेजने की बात पर शक हुआ। साथ ही मंजू नाथ के कन्नड की जगह हिंदी में बात करने पर कुछ गड़बड़ लगा। इस विषय में पूछने पर आरोपियों ने पैसे न भेजने पर गोली मार देने की बात कही। जिसके बाद दोस्त ने पुलिस से संपर्क कर मदद मांगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
लखनऊ में दरोगा का बेटा चला रहा हवाला गैंग:ब्लैक मनी को ह्वाइट करते थे, इंस्टाग्राम के जरिए हैसियत देखकर फंसाते थे
