पॉलीटेक्निक सम सेमेस्टर वार्षिक परीक्षा जून 2024 के रिजल्ट जारी होने के बाद से ही छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। 3 अक्टूबर को सम सेमेस्टर वार्षिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था। परिणाम को लेकर सैकड़ों छात्रों ने बोर्ड पर जानबूझ कर फेल करने और परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित करने का आरोप लगाया है। परिणाम को सही कराने के लिए छात्रों ने बोर्ड कार्यालय के चक्कर भी काटे लेकिन सुनवायी नही होने पर छात्रों ने लखनऊ बोर्ड कार्यालय के साथ ही रायबरेली, मथुरा, मुजफ्फर नगर, हाथरस, हमीरपुर व अन्य जिलों के पॉलीटेक्निक में सोमवार को जमकर प्रदर्शन किया। प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय में बड़ी संख्या में पॉलीटेक्निक परिणाम से असंतुष्ट छात्र पंहुचे। छात्रों ने परिषद के अगला विरोध में नारे भी लगाए। जिसके बाद बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने असंतुष्ट छात्रों से बात कर समस्या का समाधान करने की बात कही। बोर्ड ने अनुपस्थित छात्रों का विवरण मांगा छात्रों के प्रदर्शन को गंभीरता से लेते हुए प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित दिखाए गए छात्रों की समस्या के समाधान के लिए कदम उठाया। अजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि छात्रों का अहित नहीं होने दिया जाएगा। ऐसे छात्र जो परिक्षा परिणाम में अनुपस्थित हैं उनका विवरण सभी कॉलेज के प्रधानाचार्यों से मांगा है। सचिव ने कहा कि कभी-कभी छात्र अनुक्रमांक लिखने में गलती कर देते हैं, जिस कारण कॉपी मैच नहीं करती है। इसी वजह से छात्र अनुपस्थित दिख रहे हैं। ऐसे छात्रों की समस्या का समाधान एक सप्ताह में कर दिया जाएगा। इसके साथ ही सचिव ने कहा कि इसके अलावा जो छात्र अंकों से असंतुष्ट हैं वो छात्र पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पॉलीटेक्निक सम सेमेस्टर वार्षिक परीक्षा जून 2024 के रिजल्ट जारी होने के बाद से ही छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। 3 अक्टूबर को सम सेमेस्टर वार्षिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था। परिणाम को लेकर सैकड़ों छात्रों ने बोर्ड पर जानबूझ कर फेल करने और परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित करने का आरोप लगाया है। परिणाम को सही कराने के लिए छात्रों ने बोर्ड कार्यालय के चक्कर भी काटे लेकिन सुनवायी नही होने पर छात्रों ने लखनऊ बोर्ड कार्यालय के साथ ही रायबरेली, मथुरा, मुजफ्फर नगर, हाथरस, हमीरपुर व अन्य जिलों के पॉलीटेक्निक में सोमवार को जमकर प्रदर्शन किया। प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय में बड़ी संख्या में पॉलीटेक्निक परिणाम से असंतुष्ट छात्र पंहुचे। छात्रों ने परिषद के अगला विरोध में नारे भी लगाए। जिसके बाद बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने असंतुष्ट छात्रों से बात कर समस्या का समाधान करने की बात कही। बोर्ड ने अनुपस्थित छात्रों का विवरण मांगा छात्रों के प्रदर्शन को गंभीरता से लेते हुए प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित दिखाए गए छात्रों की समस्या के समाधान के लिए कदम उठाया। अजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि छात्रों का अहित नहीं होने दिया जाएगा। ऐसे छात्र जो परिक्षा परिणाम में अनुपस्थित हैं उनका विवरण सभी कॉलेज के प्रधानाचार्यों से मांगा है। सचिव ने कहा कि कभी-कभी छात्र अनुक्रमांक लिखने में गलती कर देते हैं, जिस कारण कॉपी मैच नहीं करती है। इसी वजह से छात्र अनुपस्थित दिख रहे हैं। ऐसे छात्रों की समस्या का समाधान एक सप्ताह में कर दिया जाएगा। इसके साथ ही सचिव ने कहा कि इसके अलावा जो छात्र अंकों से असंतुष्ट हैं वो छात्र पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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स्वाति के मुताबिक जब वह रोज रोज की मारपीट और लड़ाई झगड़े से तंग आ गई तो उन्होंने तीन साल पहले इवेंट मैनेजमेंट का छोटा मोटा काम शुरू किया। उसने काम को जमाने के लिए बहुत मेहनत की। जिसके कारण कुछ ही समय में काम अच्छा चलने लगा। जब काम अच्छा चलने लगा तो पति ने फिर से परेशान करना शुरू कर दिया। वह घर का मेन गेट बंद कर देता था। इवेंट का सामान गायब कर देता। जिससे स्वाति की छवि मार्केट में खराब होने लगी। दुकान तक जाना छोड़ दिया
स्वाति के मुताबिक मेरा काम चलने के बाद पति ने दुकान तक जाना छोड़ दिया और घर पर दिन भर रुककर लड़ाई झगड़ा शुरू कर दिया। जिससे वह और उसके दोनों बच्चे दहशत में दिन गुजारने लगे। स्वाति के मुताबिक काम अच्छा चलने के कारण तीन साल से घर का खर्च उसी ने उठा लिया था और पति से खर्च नहीं ले रही थी। उसके बाद भी पति यही कहता कि वो दिवालिया हो गया परिवार के कारण। यह कहकर वो स्वाति और बच्चों पर मानसिक दबाव बनाने लगा। 36 लाख के लोन की किश्त देने का दबाव
स्वाति के मुताबिक पति ने घर के नाम पर तीस लाख और अन्य जगहों से ब्याज पर छह लाख रुपए कुल 36 लाख रुपए का लोन उठा लिया और अब उसका भुगतान करने के लिए वह स्वाति पर दबाव बनाने लगा। उसने स्वाति को यहां तक कहा कि कहीं से भी लाकर लोन जमा करो। साथ ही अपना खर्च भी स्वाति से उठाने के लिए दबाव बनाने लगा था। वो कहता था कि मैं अब कुछ नहीं करूंगा। स्वाति के मुताबिक पति के इस रुख के बाद बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। दिन-रात सभी को जान से मारने की धमकी दी जाती है। इंस्पेक्टर चकेरी अशोक दुबे के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस झगड़े के पीछे मुख्य कारण क्या है इसका पता किया जा रहा है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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पंजाब के गीतकार हरमनजीत सिंह ख्याला से मांगी फिरौती:5 लाख ना देने पर जान से मारने की धमकी, पुलिस ने अरेस्ट किया टीचर लॉन्ग लाची गीत और रानी तत पुस्तक लिखने वाले और राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले मशहूर गीतकार हरमनजीत सिंह ख्याला से 5 लाख रुपए की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। गीतकार को धमकी मिलने के बाद मानसा की थाना सदर पुलिस ने गीतकार की शिकायत पर मामला दर्ज कर एक स्कूल के टीचर को गिरफ्तार किया है। मानसा के डीएसपी बूटा सिंह गिल ने बताया कि, गीतकार हरमनजीत सिंह द्वारा पुलिस को एक शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि उन्हें 5 लाख की फिरौती मांगने का एक पत्र मिला है और फिरौती न देने की सूरत पर उन्हें जान से मार देने की धमकी भी मिली है। जिस पर मानसा की सदर पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर तुरंत जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जांच के बाद एक टीचर को गिरफ्तार किया है जिस पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। बता दें कि, गीतकार हरमनजीत सिंह मानसा जिले के गांव कोटललू में बतौर अध्यापक तैनात हैं। जिनके द्वारा लिखे गए ज्यादतर गीत सिंगर दिलजीत दोसांझ द्वारा गाए गए हैं। कई पंजाबी फिल्मों में हरमनजीत के गीत शामिल हैं और उन्हें रानी तत किताब के राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
मंडी में भूतपूर्व सैनिकों ने मनाया विजय दिवस:1965 में हुए भारत-पाक युद्ध का 59वां साल, शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
मंडी में भूतपूर्व सैनिकों ने मनाया विजय दिवस:1965 में हुए भारत-पाक युद्ध का 59वां साल, शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि हिमाचल प्रदेश के मंडी में 1965 में भारत पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध का 59वां विजय दिवस मनाया गया। मंडी के शहीद स्मारक में भूतपूर्व सैनिक लीग मंडी ने काफी हर्षोल्लास के साथ विजय दिवस का सेलिब्रेशन किया। इस दौरान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को शहिद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एडीसी मंडी रोहित राठौर व एडीएम मंडी डॉक्टर मदन कुमार भी उपस्थित रहे। युद्ध में पाकिस्तान के 475 टैंक हुए थे तबाह भूतपूर्व सैनिक लीग मंडी के जिला महासचिव कैप्टन हेतराम शर्मा ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच 6 सितंबर से 22 सितंबर 1965 तक युद्ध हुआ था। जिसमें भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान का 1840 वर्ग मीटर का इलाका अपने कब्जे में ले लिया था। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में पाकिस्तान के 475 टैंक व भारत के मात्र 80 टैंक तबाह हुए थे और यूएनओ के दबाव में 23 सितंबर 1965 को युद्ध विराम हुआ। पाकिस्तान के 5988 सैनिक मारे गए इस युद्ध में पाकिस्तान के 5988 सैनिक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में जिला मंडी के 28 वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, जिन्हें आज श्रद्धांजलि अर्पित कर याद किया गया। हेतराम ने कहा कि मंडी में बने शहीद स्मारक के दूसरे चरण का कार्य भी अब जल्द ही शुरू हो जाएगा और इस स्मारक में पूर्व युद्ध में शहीदों के नाम भी अंकित किए जाएंगे।