कोलकाता की घटना के बाद से लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टर 13 अगस्त से हड़ताल पर हैं। प्रदर्शन का दौर भी लगातार जारी हैं। इस बीच मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के इलाज पर गंभीर संकट हैं। रोजाना बड़ी संख्या में मरीज बिना इलाज लौट रहे हैं। हड़ताल का सबसे ज्यादा असर SGPGI और लोहिया संस्थान के मरीजों पर पड़ा हैं। यहां OPD में नए मरीजों का इलाज पूरी तरह से ठप हैं। यहां ऐसे मरीजों की बड़ी संख्या हैं, जो दूर दराज से इलाज के लिए यहां आए पर उन्हें इलाज नही मिल रहा। लोहिया संस्थान में सबसे ज्यादा मरीज प्रभावित हड़ताल से सबसे ज्यादा लोहिया संस्थान के मरीज सर्वाधिक प्रभावित हैं। यहां 300 के करीब रेजिडेंट डॉक्टर हैं। OPD समेत नॉन एसेंशियल सर्विसेज पूरी तरह से प्रभावित हैं। MBBS इंटर्न समेत अन्य मेडिकल स्टूडेंट्स भी रेजिडेंट डॉक्टरों के प्रदर्शन में शामिल हैं। यहां बुधवार OPD परिसर में रेजिडेंट डॉक्टरों ने ताला डाल दिया था। जिसके चलते मरीजों को इलाज पूरी तरह ठप हो गया। बाद में मरीजों ने मेन रोड पर प्रदर्शन किया। इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या को लोहिया संस्थान में भर्ती किसी मरीज को देखने आना था पर उन्हें ही जाम का सामना करना पड़ा। आम दिनों में यहां रोजाना 4 हजार से ज्यादा मरीजों की OPD रहती हैं। SGPGI में नए मरीजों को नही मिल रहा इलाज वहीं, प्रदेश के टॉप प्रीमियर चिकित्सा संस्थान, SGPGI में 13 अगस्त से हजारों की संख्या में मरीज OPD से बिना इलाज वपास लौट चुके हैं। यहां 200 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर 12 अगस्त से लगातार प्रदर्शन कर रहे। यहां के फैकल्टी फोरम ने स्ट्राइक का समर्थन किया हैं। प्रोटेस्ट के चलते में OPD में नए पर्चे नही बन रहे। KGMU में टाली जा रही इलेक्टिव सर्जरी यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU में 1000 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर के हड़ताल से OPD और इलेक्टिव सर्जरी प्रभावित हैं। यहां सीनियर डॉक्टर OPD में कमान संभाल कर मरीज जरूर देख रहे हैं। पर जूनियर मरीजों के न होने से इलेक्टिव सर्जरी लगातार टाली जा रही हैं। कैंसर मरीजों पर भी आफत रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से कैंसर जैसे गंभीर मर्ज के रोगियों के इलाज पर भी असर पड़ा हैं। चक गंजरिया स्थिति कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान में भी OPD में मरीजों को इलाज का संकट हैं। यहां बड़ी संख्या में मरीज ठीक से इलाज न मिलने के कारण लौट रहे हैं। कोलकाता की घटना के बाद से लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टर 13 अगस्त से हड़ताल पर हैं। प्रदर्शन का दौर भी लगातार जारी हैं। इस बीच मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के इलाज पर गंभीर संकट हैं। रोजाना बड़ी संख्या में मरीज बिना इलाज लौट रहे हैं। हड़ताल का सबसे ज्यादा असर SGPGI और लोहिया संस्थान के मरीजों पर पड़ा हैं। यहां OPD में नए मरीजों का इलाज पूरी तरह से ठप हैं। यहां ऐसे मरीजों की बड़ी संख्या हैं, जो दूर दराज से इलाज के लिए यहां आए पर उन्हें इलाज नही मिल रहा। लोहिया संस्थान में सबसे ज्यादा मरीज प्रभावित हड़ताल से सबसे ज्यादा लोहिया संस्थान के मरीज सर्वाधिक प्रभावित हैं। यहां 300 के करीब रेजिडेंट डॉक्टर हैं। OPD समेत नॉन एसेंशियल सर्विसेज पूरी तरह से प्रभावित हैं। MBBS इंटर्न समेत अन्य मेडिकल स्टूडेंट्स भी रेजिडेंट डॉक्टरों के प्रदर्शन में शामिल हैं। यहां बुधवार OPD परिसर में रेजिडेंट डॉक्टरों ने ताला डाल दिया था। जिसके चलते मरीजों को इलाज पूरी तरह ठप हो गया। बाद में मरीजों ने मेन रोड पर प्रदर्शन किया। इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या को लोहिया संस्थान में भर्ती किसी मरीज को देखने आना था पर उन्हें ही जाम का सामना करना पड़ा। आम दिनों में यहां रोजाना 4 हजार से ज्यादा मरीजों की OPD रहती हैं। SGPGI में नए मरीजों को नही मिल रहा इलाज वहीं, प्रदेश के टॉप प्रीमियर चिकित्सा संस्थान, SGPGI में 13 अगस्त से हजारों की संख्या में मरीज OPD से बिना इलाज वपास लौट चुके हैं। यहां 200 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर 12 अगस्त से लगातार प्रदर्शन कर रहे। यहां के फैकल्टी फोरम ने स्ट्राइक का समर्थन किया हैं। प्रोटेस्ट के चलते में OPD में नए पर्चे नही बन रहे। KGMU में टाली जा रही इलेक्टिव सर्जरी यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU में 1000 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर के हड़ताल से OPD और इलेक्टिव सर्जरी प्रभावित हैं। यहां सीनियर डॉक्टर OPD में कमान संभाल कर मरीज जरूर देख रहे हैं। पर जूनियर मरीजों के न होने से इलेक्टिव सर्जरी लगातार टाली जा रही हैं। कैंसर मरीजों पर भी आफत रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से कैंसर जैसे गंभीर मर्ज के रोगियों के इलाज पर भी असर पड़ा हैं। चक गंजरिया स्थिति कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान में भी OPD में मरीजों को इलाज का संकट हैं। यहां बड़ी संख्या में मरीज ठीक से इलाज न मिलने के कारण लौट रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘अब यह मामला अदालत में है, कई लोग…’, मराठा आरक्षण को लेकर CM एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
‘अब यह मामला अदालत में है, कई लोग…’, मराठा आरक्षण को लेकर CM एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde On Maratha Reservation:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है. मराठा आरक्षण का मामला भी चर्चा में है. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे लेकर पूछे गए सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दिए गए आरक्षण के मुताबिक ही भर्तियां हो रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, ”जैसा कि हमने कहा, ओबीसी या किसी अन्य समुदाय को वंचित किए बिना मराठा समुदाय को 10% आरक्षण दिया गया था. अब यह मामला अदालत में है, कई लोग कोशिश कर रहे हैं लेकिन अदालत ने उन्हें स्थगन नहीं दिया है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>बारामती: मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “जैसा कि हमने कहा, ओबीसी या किसी अन्य समुदाय को वंचित किए बिना मराठा समुदाय को 10% आरक्षण दिया गया था। अब यह मामला अदालत में है, कई लोग कोशिश कर रहे हैं लेकिन अदालत ने उन्हें स्थगन नहीं दिया है। दिए गए आरक्षण के… <a href=”https://t.co/bo8haUSb6S”>pic.twitter.com/bo8haUSb6S</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1812466260288077832?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 14, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार कई मुद्दों पर काम कर रही- <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने आगे कहा, ”दिए गए आरक्षण के अनुसार भर्तियां भी हो रही हैं. जस्टिस शिंदे समिति मराठवाड़ा में कुनबी प्रमाण पत्र पर काम कर रही है. सरकार कल की बैठक में सामने आए कई मुद्दों पर भी काम कर रही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल लगातार चर्चा में रहे हैं. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में सीएम शिंदे ने मनोज जरांगे पाटिल से मुलाकात कर मराठा आंदोलन से जुड़े ड्राफ्ट की कॉपी दी थी. मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल ने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी शुरुआत अगस्त 2023 में भूख हड़ताल से हुई. और उसके बाद मराठा आरक्षण के लिए दबाव बनाने के लिए विरोध प्रदर्शन, रैलियां, नवी मुंबई तक लंबी पैदल यात्रा समेत कई तरह के हथकंडे अपनाए. राज्य की सरकार ने कई मांगों को स्वीकार किया लेकिन समझौते के अनुसार कुछ अन्य मांगों को अभी भी लागू किया जाना बाकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में मराठा की आबादी करीब 33 फीसदी है. मराठा समाज पिछले करीब 4 दशकों से नौकरियों और शिक्षा के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं. मनोज जरांगे ने मांग की कि मराठा समुदाय के लोगों को ओबीसी के तहत सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण दिया जाए. इसके अलावा, मराठों को कुनबी जाति प्रमाण-पत्र देने वाला एक सरकारी आदेश पारित किया जाए. साथ ही सरकार मराठा समुदाय के आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन के सर्वे के लिए राशि दे और कई टीम गठित करे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बड़ा तोहफा! डिप्टी CM अजित पवार किया ये खास ऐलान” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/ajit-pawar-promises-3-lpg-cylinders-to-women-majhi-ladki-bahin-yojana-maharashtra-assembly-elections-2737400″ target=”_self”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बड़ा तोहफा! डिप्टी CM अजित पवार किया ये खास ऐलान</a></strong></p>
लुधियाना में दो पक्षों में खूनी झड़प:पटाखे चलाने को लेकर हुआ था विवाद,समझौता करने के वक्त दुकान में घुस किया हमला
लुधियाना में दो पक्षों में खूनी झड़प:पटाखे चलाने को लेकर हुआ था विवाद,समझौता करने के वक्त दुकान में घुस किया हमला लुधियाना में शिमलापुरी इलाके में तेजधार हथियारों से दो पक्षों में खूनी झड़प हुई। मामला इतना बढ़ गया कि एक-दूसरे पर बेसबाल और दात से वार किए गए। सड़क पर सरे-आम ईंट-पत्थर चले। झड़प में दोनों पक्षों के कुल 7 लोग घायल होने का समाचार है। घटना स्थल पर लोगों ने पुलिस कौ सूचित किया। फिलहाल देर रात 11 बजे दोनों पक्ष सिविल अस्पताल में मैडिकल करवाने पहुंचे। दुकान के बाहर पटाखा चलाने को लेकर हुआ था विवाद
जानकारी देते हुए कुनाल ने कहा कि बीते दिन उसके भाई चेतन ने अपनी दुकान के बाहर पटाखा चलाया था। उस बात पर गुस्सा हुए इलाके के राज कुमार और उसके भांजे जगदीप ने उसके भाई चेतन से गाली गलोच की। आज उस मामले में समझौता होना था लेकिन उससे पहले ही राज कुमार 8 से 10 लोगों के साथ उसके भाई चेतन की रेडिमेड की दुकान पर आया और जमकर मारपीट करने लगा। सीसीटीवी में कैद हो मारपीट कुनाल ने कहा कि उनके पक्ष के 4 लोग घायल हुए है। घायलों का नाम चेतन, गौरव और गगन है। कुनाल मुताबिक वह भाई चेतन को बचा रहा था कि तभी एक व्यक्ति ने उसके मुंह पर भी किसी तीखे हथियार से वार किया। कुनाल ने कहा कि उसने पुलिस को सूचित कर दिया है। उनके पास दुकान में हमला करने आए लोगों की सीसीटीवी भी है जिसे वह दुकान खुलने के बाद सार्वजनिक भी करेंगे। उधर, दूसरे पक्ष के राज कुमार ने कहा कि मंगलवार की रात उसके घर के बाहर चेतन पटाखे चला रहा था। उसे रोका तो वह गालो गलोच करने लगा। उसने पटाखे उसके पैरों में चला दिए। उसके बहन सुखविंदर कौर उन्हें रोकने लगी तो उसके पैरों में भी उसने बम चलाया। आज दोनों पक्षों का समझौता था इस बीच चेतन और उसके साथियों ने उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। उसका भांजा जगदीप, बहन सुखविंदर और वह खुद घायल है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों को थाना बुलाया है। पटाखे चलाने के कारण विवाद हुआ है। आज देर रात दुकानों के बाहर ईंटे भी चली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बरनाला के युवक की रायकोट में हत्या:दोस्तों के साथ आफिस में गया था दीया जलाने, 3 गाड़ियों में आए हमलावर, गोली मारी
बरनाला के युवक की रायकोट में हत्या:दोस्तों के साथ आफिस में गया था दीया जलाने, 3 गाड़ियों में आए हमलावर, गोली मारी पंजाब में बरनाला जिले के थाना महल कलां के अधीन गांव पंडोरी के 31 वर्षीय युवक की बीती रात रायकोट में की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक युवक अमनदीप सिंह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। दिवाली के मौके पर युवक की हत्या से पंडोरी गांव में शोक की लहर है। जानकारी के अनुसार, गांव पंडोरी निवासी अमनदीप सिंह उर्फ अमाना पुत्र मुकंद सिंह दिवाली के सिलसिले में अपने दो साथियों के साथ दीया जलाने के लिए रायकोट स्थित अपने कार्यालय में गया था। जहां रात करीब 10 बजे उसकी गोरी मारकर हत्या कर दी गई। तीन गाड़ियों में आए 10-12 लोगों ने उस पर हमला कर दिया और गोली मार दी, जो उसके सिर में लगी। घायल अमनदीप सिंह को सिविल अस्पताल रायकोट ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रायकोट के SHO दविंदर सिंह के मुताबिक, मृतक के चचेरे भाई हरदीप सिंह के बयान के आधार पर दानवीर सिंह डीसी और जसप्रीत सिंह ढट्ट और 8-10 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।