लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RMLNLU) में सीनियर्स ने जूनियर के ऊपर पेशाब किया। उसे वाशरूम में ले जाकर कॉलर पकड़कर मुक्के मारा। गालियां देने लगा। घटना के समय कैंपस में फेस्ट चल रहा था। इस दौरान दो आरोपी सीनियर नशे में थे। घटना के बाद आरोपी UG बॉयज हॉस्टल पहुंचे। यहां गेट की खिड़की तोड़ दी। जूनियर्स को जमकर धमकाया। मामले में UGC ने विश्वविद्यालय कुलपति को मेल कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। चौकाने वाली बात ये है कि यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी ने इसे रैगिंग मानने से इनकार कर दिया है। कंप्लेन क्लोज कर UGC को रिपोर्ट भेजी गई है। दावा किया गया कि एंटी रैगिंग कमेटी की जांच में रैगिंग की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, घटना के बाद से पीड़ित छात्र कैंपस में बने हॉस्टल की बजाय लोकल गार्डियन के घर से यूनिवर्सिटी आता है। इस विवाद को लेकर जांच कमेटी ने भी माना कि छात्रों के बीच विवाद हुआ था, पर ये सडेन एक्ट था। कोई डेलिब्रेट एक्ट नहीं। अब चीफ प्रॉक्टर की अगुआई में अलग से जांच कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी घटनाक्रम पर फैसला लेगी फिर आगे की कार्रवाई करेगी। जांच पूरी होने पर आरोपी सीनियर स्टूडेंट्स को सस्पेंड करने का भी दावा किया गया है। कैंपस में चल रहे प्रोग्राम की तस्वीरें तस्वीर- 1. कैंपस में फेस्ट चल रहा था, इस दौरान सभी डीजे डांस कर रहे थे। तस्वीर- 2. प्रोग्राम में स्टूडेंट शराब के नशे में थे, बॉटल दिखाते हुए बनाए विजुअल। तस्वीर- 3. आरोपी सीनियर बॉयज हॉस्टल पहुंचे, खिड़की तोड़ी; जूनियर्स को धमकाया। अब UGC द्वारा भेजे गए मेल से समझिए पूरा घटनाक्रम…।
घटना 13 फरवरी की रात की है। 14 फरवरी 2025 को सुबह साढ़े 10 बजे UGC की एंटी रैगिंग हेल्प लाइन ने कुलपति को दो पेज का मेल किया। रैगिंग से जुड़े मामले का तत्काल संज्ञान लेने को कहा। जानकारी दी गई कि BA-LLB फर्स्ट ईयर के एक छात्र के साथ इसी कोर्स के फोर्थ ईयर के 2 स्टूडेंट्स ने रैगिंग की घटना को अंजाम दिया है। मेल में लिखा- ‘पीड़ित छात्र को सांत्वना देकर कैंपस में सुरक्षित महसूस कराया जाए। साथ ही उसकी शिकायत पर कार्रवाई की जाए। किसी भी सूरत में पीड़ित छात्र की पहचान का खुलासा न किया जाए।रैगिंग से जुड़ी किसी भी तरह की घटना सामने आने के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।’ मेल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का दिया गया हवाला, कहा गया-
‘ऐसे मामलों में 24 घंटे के अंदर FIR भी दर्ज कराई जानी चाहिए। साथ ही UGC रेगुलेशन के तहत इन प्रकरणों में इन्क्वारी, इन्वेस्टीगेशन या डिससिप्लीनरी कमिटी या उसकी रिपोर्ट मान्य नहीं होगी। सिर्फ एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट को ही माना जाएगा।’ UGC के मेल से कैंपस में मचा हड़कंप
UGC की तरफ से भेजे गए इस मेल से विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया। कंप्लेंट की कॉपी आनन-फानन में तत्काल एक्शन लेने के लिए मार्क किया गया। एटी रैगिंग कमेटी के मेंबर चीफ प्रॉक्टर को इसे भेजा गया। घटना पर तत्काल एक्शन लेने का दावा भी किया गया। एंटी रैगिंग बैठक में नहीं शामिल हुए हेड ऑफ डिपार्टमेंट
हैरत की बात ये है कि इस मामले में हुई बैठक में एंटी रैगिंग कमेटी के अहम सदस्य और विधि विश्वविद्यालय के HOD डॉ. एपी सिंह नहीं पहुंचे। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से रैगिंग की घटना को एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा एकमत होकर खारिज करने के दावे की पोल खुद हेड ऑफ डिपार्टमेंट ने खोल दी है। इनके अलावा कुछ अन्य सदस्य भी हैं जो बैठक में नहीं पहुंचे। एंटी रैगिंग कमेटी ने एकमत होकर लिया फैसला
डॉ. शशांक शेखर ने दावा किया- एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की गई। 15 दिन में 3 बार बैठक हुई। 20 लोगों की इस जांच कमेटी में स्टूडेंट्स से लेकर फैकल्टी, पेरेंट्स और एक्सटर्नल मेंबर भी शामिल हैं। जांच के बाद सभी एकमत होकर इस निष्कर्ष में पहुंचे कि रैगिंग नहीं हुई है। इसलिए रैगिंग की कार्रवाई भी नहीं की गई है। हॉस्टल छोड़, लोकल गार्डियन के घर शिफ्ट हुआ स्टूडेंट
घटना के बाद पीड़ित छात्र हॉस्टल छोड़कर लोकल गार्डियन के घर शिफ्ट हो गया है। कहा जा रहा है कि छात्र गोमतीनगर स्थिति अपने मामा के घर से यूनिवर्सिटी आ रहा है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से दावा किया गया कि कैंपस में छात्र की पूरी सुरक्षा है। पर उसने परिजनों की सहमति से कुछ दिन के लिए लोकल गार्डियन के घर से कैंपस आने का फैसला लिया है। 3 बार हुई कमेटी की बैठक, UGC को भेजी गई रिपोर्ट
RMLNLU की तरफ से प्रकरण की जांच एंटी रैगिंग कमेटी से कराने का दावा किया गया। कमेटी की 3 राउंड बैठक होने की बात कही गई। दावा किया गया कि एंटी रैगिंग कमेटी की मौजूदगी में शिकायत से जुड़े हर पहलू पर जांच की गई है। रैगिंग नहीं हुई है।
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लखनऊ यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ने नशे में दोस्त को पीटा:FIR दर्ज नहीं होने पर दी आत्महत्या की चेतावनी; कहा- सुनवाई नहीं हो रही लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए स्टूडेंट ने नशे की अपने दी दोस्त के साथ मारपीट कर दी। घटना शनिवार की है। मामला सोमवार सुबह सामने आया है। छात्र का आरोप है कि उसकी शिकायत पर पुलिस ने FIR नहीं दर्ज की है। उसने इसके लिए कुलपति, प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य और हसनगंज थानाप्रभारी को दोषी ठहराया है। साथ ही चेतावनी दिया कि अगर FIR दर्ज नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेगा। इसकी जिम्मेदारी कुलपति से लेकर थाना इंचार्ज की होगी। पूरी खबर पढ़ें… लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RMLNLU) में सीनियर्स ने जूनियर के ऊपर पेशाब किया। उसे वाशरूम में ले जाकर कॉलर पकड़कर मुक्के मारा। गालियां देने लगा। घटना के समय कैंपस में फेस्ट चल रहा था। इस दौरान दो आरोपी सीनियर नशे में थे। घटना के बाद आरोपी UG बॉयज हॉस्टल पहुंचे। यहां गेट की खिड़की तोड़ दी। जूनियर्स को जमकर धमकाया। मामले में UGC ने विश्वविद्यालय कुलपति को मेल कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। चौकाने वाली बात ये है कि यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी ने इसे रैगिंग मानने से इनकार कर दिया है। कंप्लेन क्लोज कर UGC को रिपोर्ट भेजी गई है। दावा किया गया कि एंटी रैगिंग कमेटी की जांच में रैगिंग की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, घटना के बाद से पीड़ित छात्र कैंपस में बने हॉस्टल की बजाय लोकल गार्डियन के घर से यूनिवर्सिटी आता है। इस विवाद को लेकर जांच कमेटी ने भी माना कि छात्रों के बीच विवाद हुआ था, पर ये सडेन एक्ट था। कोई डेलिब्रेट एक्ट नहीं। अब चीफ प्रॉक्टर की अगुआई में अलग से जांच कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी घटनाक्रम पर फैसला लेगी फिर आगे की कार्रवाई करेगी। जांच पूरी होने पर आरोपी सीनियर स्टूडेंट्स को सस्पेंड करने का भी दावा किया गया है। कैंपस में चल रहे प्रोग्राम की तस्वीरें तस्वीर- 1. कैंपस में फेस्ट चल रहा था, इस दौरान सभी डीजे डांस कर रहे थे। तस्वीर- 2. प्रोग्राम में स्टूडेंट शराब के नशे में थे, बॉटल दिखाते हुए बनाए विजुअल। तस्वीर- 3. आरोपी सीनियर बॉयज हॉस्टल पहुंचे, खिड़की तोड़ी; जूनियर्स को धमकाया। अब UGC द्वारा भेजे गए मेल से समझिए पूरा घटनाक्रम…।
घटना 13 फरवरी की रात की है। 14 फरवरी 2025 को सुबह साढ़े 10 बजे UGC की एंटी रैगिंग हेल्प लाइन ने कुलपति को दो पेज का मेल किया। रैगिंग से जुड़े मामले का तत्काल संज्ञान लेने को कहा। जानकारी दी गई कि BA-LLB फर्स्ट ईयर के एक छात्र के साथ इसी कोर्स के फोर्थ ईयर के 2 स्टूडेंट्स ने रैगिंग की घटना को अंजाम दिया है। मेल में लिखा- ‘पीड़ित छात्र को सांत्वना देकर कैंपस में सुरक्षित महसूस कराया जाए। साथ ही उसकी शिकायत पर कार्रवाई की जाए। किसी भी सूरत में पीड़ित छात्र की पहचान का खुलासा न किया जाए।रैगिंग से जुड़ी किसी भी तरह की घटना सामने आने के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।’ मेल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का दिया गया हवाला, कहा गया-
‘ऐसे मामलों में 24 घंटे के अंदर FIR भी दर्ज कराई जानी चाहिए। साथ ही UGC रेगुलेशन के तहत इन प्रकरणों में इन्क्वारी, इन्वेस्टीगेशन या डिससिप्लीनरी कमिटी या उसकी रिपोर्ट मान्य नहीं होगी। सिर्फ एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट को ही माना जाएगा।’ UGC के मेल से कैंपस में मचा हड़कंप
UGC की तरफ से भेजे गए इस मेल से विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया। कंप्लेंट की कॉपी आनन-फानन में तत्काल एक्शन लेने के लिए मार्क किया गया। एटी रैगिंग कमेटी के मेंबर चीफ प्रॉक्टर को इसे भेजा गया। घटना पर तत्काल एक्शन लेने का दावा भी किया गया। एंटी रैगिंग बैठक में नहीं शामिल हुए हेड ऑफ डिपार्टमेंट
हैरत की बात ये है कि इस मामले में हुई बैठक में एंटी रैगिंग कमेटी के अहम सदस्य और विधि विश्वविद्यालय के HOD डॉ. एपी सिंह नहीं पहुंचे। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से रैगिंग की घटना को एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा एकमत होकर खारिज करने के दावे की पोल खुद हेड ऑफ डिपार्टमेंट ने खोल दी है। इनके अलावा कुछ अन्य सदस्य भी हैं जो बैठक में नहीं पहुंचे। एंटी रैगिंग कमेटी ने एकमत होकर लिया फैसला
डॉ. शशांक शेखर ने दावा किया- एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की गई। 15 दिन में 3 बार बैठक हुई। 20 लोगों की इस जांच कमेटी में स्टूडेंट्स से लेकर फैकल्टी, पेरेंट्स और एक्सटर्नल मेंबर भी शामिल हैं। जांच के बाद सभी एकमत होकर इस निष्कर्ष में पहुंचे कि रैगिंग नहीं हुई है। इसलिए रैगिंग की कार्रवाई भी नहीं की गई है। हॉस्टल छोड़, लोकल गार्डियन के घर शिफ्ट हुआ स्टूडेंट
घटना के बाद पीड़ित छात्र हॉस्टल छोड़कर लोकल गार्डियन के घर शिफ्ट हो गया है। कहा जा रहा है कि छात्र गोमतीनगर स्थिति अपने मामा के घर से यूनिवर्सिटी आ रहा है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से दावा किया गया कि कैंपस में छात्र की पूरी सुरक्षा है। पर उसने परिजनों की सहमति से कुछ दिन के लिए लोकल गार्डियन के घर से कैंपस आने का फैसला लिया है। 3 बार हुई कमेटी की बैठक, UGC को भेजी गई रिपोर्ट
RMLNLU की तरफ से प्रकरण की जांच एंटी रैगिंग कमेटी से कराने का दावा किया गया। कमेटी की 3 राउंड बैठक होने की बात कही गई। दावा किया गया कि एंटी रैगिंग कमेटी की मौजूदगी में शिकायत से जुड़े हर पहलू पर जांच की गई है। रैगिंग नहीं हुई है।
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लखनऊ यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ने नशे में दोस्त को पीटा:FIR दर्ज नहीं होने पर दी आत्महत्या की चेतावनी; कहा- सुनवाई नहीं हो रही लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए स्टूडेंट ने नशे की अपने दी दोस्त के साथ मारपीट कर दी। घटना शनिवार की है। मामला सोमवार सुबह सामने आया है। छात्र का आरोप है कि उसकी शिकायत पर पुलिस ने FIR नहीं दर्ज की है। उसने इसके लिए कुलपति, प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य और हसनगंज थानाप्रभारी को दोषी ठहराया है। साथ ही चेतावनी दिया कि अगर FIR दर्ज नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेगा। इसकी जिम्मेदारी कुलपति से लेकर थाना इंचार्ज की होगी। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
लखनऊ में सीनियर ने जूनियर के मुंह पर किया पेशाब:नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में रैगिंग; कॉलर पकड़ा, मुक्के मारे; हॉस्टल में तोड़फोड़
