लखनऊ लोकसभा सीट पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जीत गए हैं। उन्होंने सपा के रविदास मेहरोत्रा को हराया। हालांकि अभी जीत की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। राजनाथ सिंह को 3 लाख 79 हजार 996 वोट मिले। शुरुआती रुझान में सपा के रविदास मेहरोत्रा आगे चल रहे थे। लेकिन 10वें राउंड के बाद राजनाथ सिंह आगे निकल गए और उन्होंने अपनी बढ़त बरकरार रखी। मोहनलालगंज सीट पर सपा के आरके चौधरी 86 हजार वोटों से आगे निकल गए हैं ।मोहनलालगंज सीट से केंद्रीय मंत्री और 2 बार के सांसद कौशल किशोर लगातार पिछड़ रहे हैं। वहीं लखनऊ में सीएम योगी के घर पर यूपी बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हो रही है। इस बैठक में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौजूद हैं। वहीं बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी शामिल हैं। प्रदेश में भाजपा की हारी लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा की जा रही है। उधर सपा कार्यकर्ता गदगद हैं। पार्टी कार्यालय में जश्न मना रहे हैं। मिठाई खिलाकर एक-दूसरे को बधाई भी दे रहे हैं। सपा के पूर्व राष्ट्रीय चौधरी दारा सिंह यादव ने कहा कि यह सपा के नीतियों की जीत है। अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूले ने कमाल का काम किया है। लखनऊ लोकसभा सीट पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जीत गए हैं। उन्होंने सपा के रविदास मेहरोत्रा को हराया। हालांकि अभी जीत की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। राजनाथ सिंह को 3 लाख 79 हजार 996 वोट मिले। शुरुआती रुझान में सपा के रविदास मेहरोत्रा आगे चल रहे थे। लेकिन 10वें राउंड के बाद राजनाथ सिंह आगे निकल गए और उन्होंने अपनी बढ़त बरकरार रखी। मोहनलालगंज सीट पर सपा के आरके चौधरी 86 हजार वोटों से आगे निकल गए हैं ।मोहनलालगंज सीट से केंद्रीय मंत्री और 2 बार के सांसद कौशल किशोर लगातार पिछड़ रहे हैं। वहीं लखनऊ में सीएम योगी के घर पर यूपी बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हो रही है। इस बैठक में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौजूद हैं। वहीं बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी शामिल हैं। प्रदेश में भाजपा की हारी लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा की जा रही है। उधर सपा कार्यकर्ता गदगद हैं। पार्टी कार्यालय में जश्न मना रहे हैं। मिठाई खिलाकर एक-दूसरे को बधाई भी दे रहे हैं। सपा के पूर्व राष्ट्रीय चौधरी दारा सिंह यादव ने कहा कि यह सपा के नीतियों की जीत है। अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूले ने कमाल का काम किया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का हंगामा, कर्मचारियों पर लगाए ये आरोप
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का हंगामा, कर्मचारियों पर लगाए ये आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>Omkareshwar Temple News:</strong> मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर स्थित ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में रविवार को श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा कर दिया. मंदिर में मौजूद सामान्य लाइनों में लगे भक्तों ने वीआईपी दर्शन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. आइये जानते है क्या है पूरा मामला.<br /><br />धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में रविवार को प्रदेश सहित देशभर से श्रद्धालु भगवान ओंकार के दर्शन करने पहुंचे थे. इसी बीच मंदिर परिसर में मौजूद कर्मचारी कुछ लोगों को अलग रास्ते से बगैर लाइन के दर्शन करा रहे थे. जिसे देख घंटों अपनी बारी का इंतजार करते कतारों में लगे महाकाल के भक्तों के सब्र का बांध टूट पड़ा, और वे इसके विरोध में हंगामा करने लगे. इसको लेकर सामान्य लाइन में लगे श्रद्धालुओं ने नारेबाजी शुरू कर दी, जो करीब घंटा भर चलती रही.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>मध्य प्रदेश: तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर स्थित ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में आज श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा कर दिया । मंदिर में मौजूद सामान्य लाइनों में लगे भक्तों ने वीआईपी दर्शन के विरोध में जमकर नारेबाजी की । आरोप है कि मंदिर के कर्मचारी रुपया लेकर दर्शन करा रहे हैं <a href=”https://twitter.com/hashtag/madhyapradeah?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#madhyapradeah</a> <a href=”https://t.co/mBOyQFNERe”>pic.twitter.com/mBOyQFNERe</a></p>
— Shaikh Shakeel (@Shaikh0733) <a href=”https://twitter.com/Shaikh0733/status/1794691119886090691?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 26, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<div style=”text-align: justify;”><strong>रविवार के चलते पहुंचे थे बड़ी संख्या में श्रद्धालु</strong><br />श्रद्धालु नारे लगा रहे थे कि “वीआईपी दर्शन बंद करो, बंद करो”. वहीं कुछ श्रद्धालुओं ने मंदिर के कर्मचारियों पर रुपया लेकर दर्शन कराने के भी आरोप लगाए. उनका कहना था कि कर्मचारी तीन सौ तीन सौ रु लेकर अलग रास्ते से बगैर लाइन के दर्शन करा रहे हैं. जिसके चलते सामान्य लाइन में लगे भक्तों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. बता दें कि रविवार के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान ओमकार के दर्शन करने ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में पहुंचे थे.<br /><br /><strong>300 रुपये का टोकन लेकर कराए जाते हैं वीआईपी दर्शन</strong><br />इस मामले में पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति ने बताया कि उन्हें अभी मीडिया के माध्यम से मालूम चला कि मंदिर परिसर में कुछ हंगामा हुआ था, हालांकि कर्मचारियों ने कुछ देर में मामला शांत कर दिया था. वहीं उनका कहना था कि मंदिर ट्रस्ट की ओर से ही 300 रुपये का टोकन लेकर वीआईपी दर्शन कराए जाते हैं.<br /><br /><strong>नहीं ली जाती है दर्शन के नाम पर अवैध राशि</strong><br />संभवतः ऐसे ही कुछ लोग टोकन लेकर दर्शन करने गए होंगे, जिन्हें देखकर सामान्य लाइनों में लगे लोगों के द्वारा आपत्ति ली गई होगी, और हंगामा किया गया होगा. हालांकि मंदिर परिसर में किसी से दर्शन के नाम पर अवैध राशि नहीं ली जाती है, और जो ऐसा करते हैं उन्हें पहले भी जेल भेजा गया है, और अभी भी यदि ऐसी कोई शिकायत मिलेगी, तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.</div>
<div style=”text-align: justify;”> </div>
<div style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Bhojshala Survey: भोजशाला का रहस्य आएगा बाहर? ASI ने हैदराबाद से आधुनिक मशीन मंगाकर शुरू किया सर्वे” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/bhojshala-asi-survey-by-modern-machine-ordering-from-hyderabad-dhar-news-ann-2699253″ target=”_self”>Bhojshala Survey: भोजशाला का रहस्य आएगा बाहर? ASI ने हैदराबाद से आधुनिक मशीन मंगाकर शुरू किया सर्वे</a></strong></div>
पंजाब में धान लिफ्टिंग मामला पहुंचा हाईकोर्ट:एफसीआई समेत प्रदेश और केंद्र को नोटिस, 29 अक्टूबर को होगी सुनवाई
पंजाब में धान लिफ्टिंग मामला पहुंचा हाईकोर्ट:एफसीआई समेत प्रदेश और केंद्र को नोटिस, 29 अक्टूबर को होगी सुनवाई पंजाब की मंडियों में धान की सही तरीके से लिफ्टिंग न होने का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने केंद्र, पंजाब सरकार और एफसीआई को नोटिस जारी किया है। 29 अक्टूबर को जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। पंजाब सरकार इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। किसान चल रहे हैं संघर्ष पंजाब में धान की लिफ्टिंग का मामला कई दिनों से गर्माया हुआ है। आठ दिन से भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के बैनर तले 14 जिलों में किसानों ने टोल प्लाजा फ्री किए हुए हैं। वहीं, उन्होंने 25 आम आदमी पार्टी के विधायकों और भाजपा नेताओं के घरों के बाहर मोर्चा लगाया हुआ है। जबकि संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर तले किसानों ने सीएम आवास घेरने की कोशिश की थी। लेकिन सीएम ने किसानों से मीटिंग की थी। साथ ही सारे मामले को हल करने का भरोसा दिया था। लेकिन अभी तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। पंजाब सरकार ने मामले हल करने के लिए यह प्रयास किए केंद्रीय गृहमंत्री के सक्षम उठाया मुद्दा पंजाब में धान खरीद से जुड़ी दिक्कतों को लेकर सीएम भगवंत मान ने 22 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत की थी। उन्होंने राइस मिलरों के मामलों को उनके समक्ष उठाया है। इस दौरान मुख्य रूप से ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट में दिक्कत का मामला उठाया था। स्टोरेज स्पेस की कमी है, हाइब्रिड क्वालिटी का मुद्दा और सेलर्स को होने वाले घाटे के बारे में विस्तार से गृह मंत्री को बताया था। शैलर मालिकों के पक्ष में लिए चार फैसले 21 अक्टूबर को पंजाब सीएम ने सारे जिलों के अधिकारियों और विभाग के मंत्री से मीटिंग की थी। इसमें तय हुआ था कि पहले सरप्लस पैडी की आरओ जब दी जाती थी तो 50 रुपए प्रति टन फीस ली जाती थी। उस आरओ फीस को 10 रुपए तय किया गया था।वहीं, कोई आरओ लेता है और अगले दिन फसल उठा ले लेता तो उसे वह फीस भी उसे नहीं देनी होगी। बीआरएल शैलरों पर कई तरह केस लंबित हैं। अब इनके सिस्टर पार्टनर या गारंटर भी काम कर पाएंगे। हालांकि पहले यह नियम नहीं था। 200 शैलरों को इससे फायदा होगा। इसके अलावा मिलर्स जिले की किसी भी जगह से धान उठा सकते हैं। अब जिला स्तर के सर्किल बनाए गए हैं। पहले यह छोटे होते थे। पहले नई मिलों को पुरानी धान दी जाती थी। सीएम ने दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्रियों से मीटिंग की सीएम भगवंत मान और पंजाब के अधिकारियों चावल की लिफ्टिंग के मामले में नौ दिन पहले केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी से मीटिंग की थी। मीटिंग में जोशी ने आश्वासन दिया है कि पंजाब के गोदामों में पड़ा 120 लाख मीट्रिक टन चावल 31 मार्च तक उठा दिया जाएगा।मीटिंग में तय हुआ है कि किसी शेलर को अगर किसी जगह अनाज अलॉट होता है, लेकिन बाद उसे स्टेशन से अनाज उठाने के आदेश होते है, , तो इस दौरान होने वाला सारा खर्च केंद्र सरकार की तरफ से उठाया जाएगा।
हिमाचल में फिर हिली धरती:मंडी में 3.3 तीव्रता का भूकंप, 3 बार महसूस किया गया, कोई हताहत नहीं
हिमाचल में फिर हिली धरती:मंडी में 3.3 तीव्रता का भूकंप, 3 बार महसूस किया गया, कोई हताहत नहीं हिमाचल प्रदेश के मंडी में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.3 मापी गई। जमीन के अंदर इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, सुबह 9:53 बजे 3 बार हल्के झटके महसूस किए गए। जिन लोगों को झटके महसूस हुए वे अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। बता दें कि चंबा, शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा, किन्नौर व मंडी के कई क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन-5 में आते है। इसलिए यहां बार बार भूकंप आता रहता है। अब जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।