लारी कॉर्डियोलॉजी में तड़प रहे मरीज को स्ट्रेचर से उतारा:परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कर बचाई जान, जांच होगी

लारी कॉर्डियोलॉजी में तड़प रहे मरीज को स्ट्रेचर से उतारा:परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कर बचाई जान, जांच होगी

KGMU के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने आया हैं। गंभीर हालत में दर्द से तड़प रहे मरीज को वॉर्ड में भर्ती कर बेड देना तो दूर जिम्मदारों ने स्ट्रेचर से उतार दिया। मरीज की तेजी से बिगड़ती हालत देख परिजन उसे निजी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां भर्ती कर इलाज शुरू होने के बाद उसकी जान बचाई जा सकी। ये था पूरा मामला अमीनाबाद खुर्दीशबाग निवासी जेपी गुप्ता को गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द, घबराहट और पसीना आने की शिकायत हुई। धड़कन तेज हो गई। परिवारीजन मरीज को लेकर लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग पहुंचे। परिवारीजनों का आरोप है कि मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाया। इमरजेंसी लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने ECG किया। उसके बाद खून की जांच लिखी। परिवारीजन खून का नमूना लेकर ट्रॉमा सेंटर गए। रिपोर्ट के लिए एक घंटे बाद बुलाया। निजी अस्पताल में कराया भर्ती परिवारीजन मरीज के पास लौटे। आरोप हैं कि डॉक्टर ने मरीज को स्ट्रेचर से उतार दिया। कहा टीन शेड या फिर कार में ले जाओ मरीज को। रिपोर्ट आने के बाद इलाज की दिशा तय कर दी जाएगी। इसी दौरान मरीज को सांस लेने में तकलीफ बढ़ती जा रही है। घबराहट से पसीना आ रहा था। परिवारीजनों ने मरीज को भर्ती करने की गुजारिश करते रहे। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। थकहार कर परिवारीजन मरीज को लेकर गोमतीनगर के निजी अस्पताल लेकर चले गए। जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि इलाज को लेकर परिवारीजनों की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई है। गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई KGMU प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह ने बताया कि लारी में सभी मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा हैं। मरीजों का दबाव अधिक हैं। मामला पता कराया जाएगा। यदि कुछ गड़बड़ी मिली तो जरूर कार्रवाई होगी। KGMU के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने आया हैं। गंभीर हालत में दर्द से तड़प रहे मरीज को वॉर्ड में भर्ती कर बेड देना तो दूर जिम्मदारों ने स्ट्रेचर से उतार दिया। मरीज की तेजी से बिगड़ती हालत देख परिजन उसे निजी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां भर्ती कर इलाज शुरू होने के बाद उसकी जान बचाई जा सकी। ये था पूरा मामला अमीनाबाद खुर्दीशबाग निवासी जेपी गुप्ता को गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द, घबराहट और पसीना आने की शिकायत हुई। धड़कन तेज हो गई। परिवारीजन मरीज को लेकर लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग पहुंचे। परिवारीजनों का आरोप है कि मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाया। इमरजेंसी लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने ECG किया। उसके बाद खून की जांच लिखी। परिवारीजन खून का नमूना लेकर ट्रॉमा सेंटर गए। रिपोर्ट के लिए एक घंटे बाद बुलाया। निजी अस्पताल में कराया भर्ती परिवारीजन मरीज के पास लौटे। आरोप हैं कि डॉक्टर ने मरीज को स्ट्रेचर से उतार दिया। कहा टीन शेड या फिर कार में ले जाओ मरीज को। रिपोर्ट आने के बाद इलाज की दिशा तय कर दी जाएगी। इसी दौरान मरीज को सांस लेने में तकलीफ बढ़ती जा रही है। घबराहट से पसीना आ रहा था। परिवारीजनों ने मरीज को भर्ती करने की गुजारिश करते रहे। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। थकहार कर परिवारीजन मरीज को लेकर गोमतीनगर के निजी अस्पताल लेकर चले गए। जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि इलाज को लेकर परिवारीजनों की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई है। गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई KGMU प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह ने बताया कि लारी में सभी मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा हैं। मरीजों का दबाव अधिक हैं। मामला पता कराया जाएगा। यदि कुछ गड़बड़ी मिली तो जरूर कार्रवाई होगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर