लुधियाना उपचुनाव से पहले सियासी वार-पलटवार:रवनीत बिट्टू बोले- ‘आप’ के पास घोषणापत्र नहीं, बार मेन्यू रात 2 बजे तक उपलब्ध

लुधियाना उपचुनाव से पहले सियासी वार-पलटवार:रवनीत बिट्टू बोले- ‘आप’ के पास घोषणापत्र नहीं, बार मेन्यू रात 2 बजे तक उपलब्ध

लुधियाना के पश्चिम हलके में जल्द ही उपचुनाव होने जा रहे हैं। इससे पहले राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा- लुधियाना उपचुनाव के लिए आप के पास कोई घोषणा पत्र नहीं है। लेकिन बार मेन्यू रात 2 बजे तक उपलब्ध रहेगा। प्रदेश के मुखिया का विजन उनके फैसलों में झलकता है। आपको बता दें कि 2 दिन पहले आम आदमी पार्टी ने लुधियाना जिले में रात 2 बजे तक होटल आदि खोलने और कारोबार करने के आदेश जारी किए हैं। लुधियाना के होटल व्यवसायियों की भी यह लंबे समय से मांग थी। उपचुनाव के चलते पश्चिम हलके से उम्मीदवार राज्यसभा सदस्य और सांसद संजीव अरोड़ा ने आप हाईकमान से होटल व्यवसायियों की यह मांग पूरी करवाई। इससे पहले भी बिट्टू कई बार आम आदमी पार्टी पर निशाना साध चुके हैं। कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू रवनीत सिंह बिट्टू का जन्म 10 सितंबर 1975 को लुधियाना के कोटला अफगान गांव में हुआ। 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद बिट्टू ने पंजाब यूथ कांग्रेस का प्रधान बनकर अपना पॉलिटिकल करियर शुरू किया।बिट्टू पंजाब के पूर्व CM स्वर्गीय बेअंत सिंह के पोते हैं। पंजाब से आतंकवाद खत्म करने का क्रेडिट बेअंत सिंह को ही जाता है। 1980-90 के दशक में पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था। खालिस्तान समर्थक आतंकी दिनदहाड़े हत्याएं कर रहे थे। 1992 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद 25 फरवरी 1992 को बेअंत सिंह पंजाब के CM बने। उन्होंने पंजाब पुलिस के तत्कालीन चीफ और सुपर कॉप कहे जाने वाले केपीएस गिल को आतंकियों से निपटने के लिए फ्री हैंड दिया। बेअंत सिंह और केपीएस गिल की जोड़ी ने राज्य से आतंकवाद का सफाया कर दिया। बेअंत सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से ही खालिस्तानियों के निशाने पर थे। 31 अगस्त 1995 को जब बेअंत सिंह चंडीगढ़ स्थित पंजाब सचिवालय से बाहर निकल रहे थे तो वहां खड़े एक स्कूटर में बम ब्लास्ट हुआ। इस धमाके में बेअंत सिंह समेत कई लोग मारे गए। लुधियाना के पश्चिम हलके में जल्द ही उपचुनाव होने जा रहे हैं। इससे पहले राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा- लुधियाना उपचुनाव के लिए आप के पास कोई घोषणा पत्र नहीं है। लेकिन बार मेन्यू रात 2 बजे तक उपलब्ध रहेगा। प्रदेश के मुखिया का विजन उनके फैसलों में झलकता है। आपको बता दें कि 2 दिन पहले आम आदमी पार्टी ने लुधियाना जिले में रात 2 बजे तक होटल आदि खोलने और कारोबार करने के आदेश जारी किए हैं। लुधियाना के होटल व्यवसायियों की भी यह लंबे समय से मांग थी। उपचुनाव के चलते पश्चिम हलके से उम्मीदवार राज्यसभा सदस्य और सांसद संजीव अरोड़ा ने आप हाईकमान से होटल व्यवसायियों की यह मांग पूरी करवाई। इससे पहले भी बिट्टू कई बार आम आदमी पार्टी पर निशाना साध चुके हैं। कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू रवनीत सिंह बिट्टू का जन्म 10 सितंबर 1975 को लुधियाना के कोटला अफगान गांव में हुआ। 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद बिट्टू ने पंजाब यूथ कांग्रेस का प्रधान बनकर अपना पॉलिटिकल करियर शुरू किया।बिट्टू पंजाब के पूर्व CM स्वर्गीय बेअंत सिंह के पोते हैं। पंजाब से आतंकवाद खत्म करने का क्रेडिट बेअंत सिंह को ही जाता है। 1980-90 के दशक में पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था। खालिस्तान समर्थक आतंकी दिनदहाड़े हत्याएं कर रहे थे। 1992 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद 25 फरवरी 1992 को बेअंत सिंह पंजाब के CM बने। उन्होंने पंजाब पुलिस के तत्कालीन चीफ और सुपर कॉप कहे जाने वाले केपीएस गिल को आतंकियों से निपटने के लिए फ्री हैंड दिया। बेअंत सिंह और केपीएस गिल की जोड़ी ने राज्य से आतंकवाद का सफाया कर दिया। बेअंत सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से ही खालिस्तानियों के निशाने पर थे। 31 अगस्त 1995 को जब बेअंत सिंह चंडीगढ़ स्थित पंजाब सचिवालय से बाहर निकल रहे थे तो वहां खड़े एक स्कूटर में बम ब्लास्ट हुआ। इस धमाके में बेअंत सिंह समेत कई लोग मारे गए।   पंजाब | दैनिक भास्कर