पंजाब के सबसे महंगे टोल प्लाजा को किसान संगठनों द्वारा बंद करने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा हाईकोर्ट में रिट डाली गई, जिसके लिए कोर्ट ने 10 जुलाई का समय दिया है, लेकिन अब किसानों ने भी हाईकोर्ट जाने का फैसला लिया है। किसान संगठनों ने बैठक कर फैसला लिया की टोल प्लाजा को बंद करवाने और इसकी खामियां व बढे़ रेट को लेकर वह भी हाईकोर्ट जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे। 30 जून को पक्के तौर पर किसानों ने बंद किया था टोल प्लाजा किसान संगठनों ने विगत 30 जून को अमृतसर-दिल्ली हाईवे के बीच पंजाब के सबसे महंगे टोल प्लाजा के कैबिनों को पक्के तौर पर बंद करा दिया था। किसानों का कहना है कि ये टोल प्लाजा अवैध है और केंद्र सरकार लोगों से अवैध वसूली कर रही है। अपनी मर्जी से रेट बढ़ाए जा रहे हैं। 15 जून को लगाया था धरना आपको बता दें कि, किसान संगठनों ने 15 जून को टोल प्लाजा पर जाकर धरना लगा दिया था। अब तक टोल प्लाजा बंद पड़ा है। इससे सरकार 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। किसानों का कहना है कि टोल प्लाजा को लेकर वह कई बार बोल चुके हैं कि अगर टोल वैध है तो इसके कागजात हमें दिखाए जाएं, लेकिन ना तो एनएचएआई कोई कागजात दिखा रही और ना ही टोल प्लाजा के अधिकारी। अब किसान जाएंगे हाईकोर्ट किसान नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से किसान नेताओं की बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया की एनएचएआई के बाद किसान भी हाईकोर्ट जाकर वहां अपना पक्ष रखेंगे और कोर्ट को अपनी बात बताएंगे। दिलबाग सिंह ने कहा कि टोल प्लाजा वाले रेट अपनी मनमर्जी से तो बढ़ा रहे हैं, लेकिन इनके अधीन आने वाली मुख्य सड़क टूटी पड़ी है। पंजाब के सबसे महंगे टोल प्लाजा को किसान संगठनों द्वारा बंद करने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा हाईकोर्ट में रिट डाली गई, जिसके लिए कोर्ट ने 10 जुलाई का समय दिया है, लेकिन अब किसानों ने भी हाईकोर्ट जाने का फैसला लिया है। किसान संगठनों ने बैठक कर फैसला लिया की टोल प्लाजा को बंद करवाने और इसकी खामियां व बढे़ रेट को लेकर वह भी हाईकोर्ट जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे। 30 जून को पक्के तौर पर किसानों ने बंद किया था टोल प्लाजा किसान संगठनों ने विगत 30 जून को अमृतसर-दिल्ली हाईवे के बीच पंजाब के सबसे महंगे टोल प्लाजा के कैबिनों को पक्के तौर पर बंद करा दिया था। किसानों का कहना है कि ये टोल प्लाजा अवैध है और केंद्र सरकार लोगों से अवैध वसूली कर रही है। अपनी मर्जी से रेट बढ़ाए जा रहे हैं। 15 जून को लगाया था धरना आपको बता दें कि, किसान संगठनों ने 15 जून को टोल प्लाजा पर जाकर धरना लगा दिया था। अब तक टोल प्लाजा बंद पड़ा है। इससे सरकार 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। किसानों का कहना है कि टोल प्लाजा को लेकर वह कई बार बोल चुके हैं कि अगर टोल वैध है तो इसके कागजात हमें दिखाए जाएं, लेकिन ना तो एनएचएआई कोई कागजात दिखा रही और ना ही टोल प्लाजा के अधिकारी। अब किसान जाएंगे हाईकोर्ट किसान नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से किसान नेताओं की बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया की एनएचएआई के बाद किसान भी हाईकोर्ट जाकर वहां अपना पक्ष रखेंगे और कोर्ट को अपनी बात बताएंगे। दिलबाग सिंह ने कहा कि टोल प्लाजा वाले रेट अपनी मनमर्जी से तो बढ़ा रहे हैं, लेकिन इनके अधीन आने वाली मुख्य सड़क टूटी पड़ी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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