लुधियाना में कांग्रेस बोली- आशु को झूठे केस में फंसाया:AAP पर बदले की राजनीति का आरोप, रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी को बताया दिखावा

लुधियाना में कांग्रेस बोली- आशु को झूठे केस में फंसाया:AAP पर बदले की राजनीति का आरोप, रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी को बताया दिखावा

लुधियाना के हलका पश्चिमी में 19 जून को होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु सोमवार शाम फिरोजपुर रोड पर प्रेस वार्ता के दौरान सरकार पर हमलावर दिखे। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राणा गुरजीत सिंह और विधायक प्रगट सिंह भी मौजूद रहे। पत्रकार वार्ता में राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने भारत भूषण आशु को प्रत्याशी बनाकर यह साफ कर दिया है कि वह झूठे मामलों से डरने वाली नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सत्ता में आने के बाद बदले की भावना से काम किया और आशु पर झूठे मामले दर्ज कराए। आशु पर लुधियाना और नवांशहर में दो फर्जी केस दर्ज हुए, जिनमें उन्हें जेल भी जाना पड़ा। लेकिन तीन साल बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने उन्हें बेकसूर ठहराया। लाखों रुपए फीस देकर जो वकील खड़े किए कोर्ट ने यहां तक कहा कि सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग किया है। राणा ने सवाल उठाया कि सरकार ने आशु के खिलाफ लाखों रुपए फीस देकर जो वकील खड़े किए, उनकी भरपाई कौन करेगा? उन्होंने प्रशासन को सख्त चेतावनी दी कि यदि उपचुनाव में धक्केशाही हुई तो डेढ़ साल बाद इसका पूरा हिसाब लिया जाएगा। रमन अरोड़ा की गिरफ़्तारी भी एक ड्रामा इस दौरान विधायक प्रगट सिंह ने भी आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार चुनाव नजदीक आते ही कोई न कोई स्क्रिप्ट तैयार कर लेती है। उन्होंने सीएम भगवंत मान की एक पुरानी वीडियो दिखाते हुए सवाल उठाया कि जिस विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोप में खुद मुख्यमंत्री ने जेल भेजा था, अब उसी के केस को अदालत में रद्द करवाने की कोशिश हो रही है। प्रगट ने कहा कि रमन अरोड़ा की गिरफ़्तारी भी एक ड्रामा है, क्योंकि सरकार ने कभी किसी आप विधायक पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। न ही किसी बड़ी एजेंसी से जांच करवाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जालंधर में आम आदमी पार्टी के कई नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी है। शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं प्रगट सिंह ने कहा कि उनके खुद के विधानसभा क्षेत्र में अवैध माइनिंग हो रही है, जबकि वहां कोई नदी या दरिया नहीं है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने साफ कहा कि यदि प्रशासन ने निष्पक्षता न दिखाई तो आने वाले समय में जनता इसका जवाब देगी। फिलहाल इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और जिला प्रधान संजय तलवाड़ की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी रही। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या अगले कुछ दिनों में ये नेता प्रचार अभियान में सक्रिय दिखाई देंगे या नहीं। लुधियाना के हलका पश्चिमी में 19 जून को होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु सोमवार शाम फिरोजपुर रोड पर प्रेस वार्ता के दौरान सरकार पर हमलावर दिखे। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राणा गुरजीत सिंह और विधायक प्रगट सिंह भी मौजूद रहे। पत्रकार वार्ता में राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने भारत भूषण आशु को प्रत्याशी बनाकर यह साफ कर दिया है कि वह झूठे मामलों से डरने वाली नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सत्ता में आने के बाद बदले की भावना से काम किया और आशु पर झूठे मामले दर्ज कराए। आशु पर लुधियाना और नवांशहर में दो फर्जी केस दर्ज हुए, जिनमें उन्हें जेल भी जाना पड़ा। लेकिन तीन साल बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने उन्हें बेकसूर ठहराया। लाखों रुपए फीस देकर जो वकील खड़े किए कोर्ट ने यहां तक कहा कि सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग किया है। राणा ने सवाल उठाया कि सरकार ने आशु के खिलाफ लाखों रुपए फीस देकर जो वकील खड़े किए, उनकी भरपाई कौन करेगा? उन्होंने प्रशासन को सख्त चेतावनी दी कि यदि उपचुनाव में धक्केशाही हुई तो डेढ़ साल बाद इसका पूरा हिसाब लिया जाएगा। रमन अरोड़ा की गिरफ़्तारी भी एक ड्रामा इस दौरान विधायक प्रगट सिंह ने भी आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार चुनाव नजदीक आते ही कोई न कोई स्क्रिप्ट तैयार कर लेती है। उन्होंने सीएम भगवंत मान की एक पुरानी वीडियो दिखाते हुए सवाल उठाया कि जिस विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोप में खुद मुख्यमंत्री ने जेल भेजा था, अब उसी के केस को अदालत में रद्द करवाने की कोशिश हो रही है। प्रगट ने कहा कि रमन अरोड़ा की गिरफ़्तारी भी एक ड्रामा है, क्योंकि सरकार ने कभी किसी आप विधायक पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। न ही किसी बड़ी एजेंसी से जांच करवाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जालंधर में आम आदमी पार्टी के कई नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी है। शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं प्रगट सिंह ने कहा कि उनके खुद के विधानसभा क्षेत्र में अवैध माइनिंग हो रही है, जबकि वहां कोई नदी या दरिया नहीं है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने साफ कहा कि यदि प्रशासन ने निष्पक्षता न दिखाई तो आने वाले समय में जनता इसका जवाब देगी। फिलहाल इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और जिला प्रधान संजय तलवाड़ की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी रही। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या अगले कुछ दिनों में ये नेता प्रचार अभियान में सक्रिय दिखाई देंगे या नहीं।   पंजाब | दैनिक भास्कर