लुधियाना में नाबालिग का तीन बार अपहरण:7 महीने बाद कोर्ट के आदेश पर हुई युवक पर FIR, लड़की 4 महीने की गर्भवती

लुधियाना में नाबालिग का तीन बार अपहरण:7 महीने बाद कोर्ट के आदेश पर हुई युवक पर FIR, लड़की 4 महीने की गर्भवती

लुधियाना में अपहरण के एक मामले में अदालत में सुनवाई के दौरान गैरमौजूद रहने के कारण भगौड़ा घोषित किए गए 20 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर 7 जुलाई 2024 को उसी 14 वर्षीय लड़की का फिर से अपहरण कर लिया है। आरोपी अभी तक कुल तीन बार किशोरी को अगवा कर चुका है। 7 महीने बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला पिछले सात महीनों से पीड़ित परिवार एफआईआर दर्ज करवाने के लिए संघर्ष कर रहा था, लेकिन उनकी दलीलें अनसुनी हो गईं। आखिरकार उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद मोती नगर पुलिस ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। नाबालिग लड़की के पिता की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में शेरपुर कलां निवासी धीरज के खिलाफ धारा 137(2) (अपहरण) और धारा 96 (बच्चे की खरीद-फरोख्त) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पहली बार 16 सितंबर 2021 को किया नाबालिग को अगवा शिकायतकर्ता ने कहा कि धीरज, जो पहले उनके इलाके में रहता था, ने सबसे पहले 16 सितंबर 2021 को उनकी बेटी का अपहरण किया था। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और 12 दिन बाद उसकी मां ने लड़की को घर वापस कर दिया। हालांकि, उस समय धीरज ने नाबालिग होने का दावा किया था, जिससे उसे जमानत मिल गई। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बार-बार अनुरोध करने के बावजूद स्कूल रिकॉर्ड के माध्यम से उसकी उम्र की पुष्टि नहीं की। 8 महीने तक किशोरी को कैद में रखा उन्होंने आगे बताया कि धीरज ने 26 जनवरी, 2022 को फिर से उनकी बेटी का अपहरण किया और उसे आठ महीने तक कैद में रखा। दूसरी बार एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन आरोपी ने फिर सुरक्षा की मांग करते हुए कोर्ट का रुख किया, जिसमें दावा किया गया कि वह 20 साल का है और नाबालिग के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना चाहता है। परिवार लुधियाना में उन्हें खोजने में कामयाब रहा, जिसके बाद धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। हालांकि, उसने कोर्ट की सुनवाई में भाग लेना बंद कर दिया और अंततः उसे भगौड़ा अपराधी ऐलान कर दिया गया। 7 जुलाई को 2024 को तीसरी बार किया किशोरी को अगवा भागने के बावजूद, आरोपी ने 7 जुलाई, 2024 को फिर से लड़की का अपहरण कर लिया और तब से वह लापता है। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के उनके बार-बार अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया। हाल ही में, आरोपी के पिता ने उन्हें बताया कि लड़की अब चार महीने की गर्भवती है। पिता ने कहा कि जुलाई से ही मैं पुलिस से मामला दर्ज करवाने के लिए संघर्ष कर रहा हूं, लेकिन उन्होंने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। जब मैंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तब जाकर एफआईआर दर्ज हुई। आरोपी के माता-पिता उसके संपर्क में हैं और पुलिस आसानी से उन्हें ढूंढ कर मेरी बेटी को बचा सकती है। मामले की जांच कर रहे एएसआई विजय कुमार ने बताया कि जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है। लुधियाना में अपहरण के एक मामले में अदालत में सुनवाई के दौरान गैरमौजूद रहने के कारण भगौड़ा घोषित किए गए 20 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर 7 जुलाई 2024 को उसी 14 वर्षीय लड़की का फिर से अपहरण कर लिया है। आरोपी अभी तक कुल तीन बार किशोरी को अगवा कर चुका है। 7 महीने बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला पिछले सात महीनों से पीड़ित परिवार एफआईआर दर्ज करवाने के लिए संघर्ष कर रहा था, लेकिन उनकी दलीलें अनसुनी हो गईं। आखिरकार उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद मोती नगर पुलिस ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। नाबालिग लड़की के पिता की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में शेरपुर कलां निवासी धीरज के खिलाफ धारा 137(2) (अपहरण) और धारा 96 (बच्चे की खरीद-फरोख्त) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पहली बार 16 सितंबर 2021 को किया नाबालिग को अगवा शिकायतकर्ता ने कहा कि धीरज, जो पहले उनके इलाके में रहता था, ने सबसे पहले 16 सितंबर 2021 को उनकी बेटी का अपहरण किया था। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और 12 दिन बाद उसकी मां ने लड़की को घर वापस कर दिया। हालांकि, उस समय धीरज ने नाबालिग होने का दावा किया था, जिससे उसे जमानत मिल गई। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बार-बार अनुरोध करने के बावजूद स्कूल रिकॉर्ड के माध्यम से उसकी उम्र की पुष्टि नहीं की। 8 महीने तक किशोरी को कैद में रखा उन्होंने आगे बताया कि धीरज ने 26 जनवरी, 2022 को फिर से उनकी बेटी का अपहरण किया और उसे आठ महीने तक कैद में रखा। दूसरी बार एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन आरोपी ने फिर सुरक्षा की मांग करते हुए कोर्ट का रुख किया, जिसमें दावा किया गया कि वह 20 साल का है और नाबालिग के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना चाहता है। परिवार लुधियाना में उन्हें खोजने में कामयाब रहा, जिसके बाद धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। हालांकि, उसने कोर्ट की सुनवाई में भाग लेना बंद कर दिया और अंततः उसे भगौड़ा अपराधी ऐलान कर दिया गया। 7 जुलाई को 2024 को तीसरी बार किया किशोरी को अगवा भागने के बावजूद, आरोपी ने 7 जुलाई, 2024 को फिर से लड़की का अपहरण कर लिया और तब से वह लापता है। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के उनके बार-बार अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया। हाल ही में, आरोपी के पिता ने उन्हें बताया कि लड़की अब चार महीने की गर्भवती है। पिता ने कहा कि जुलाई से ही मैं पुलिस से मामला दर्ज करवाने के लिए संघर्ष कर रहा हूं, लेकिन उन्होंने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। जब मैंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तब जाकर एफआईआर दर्ज हुई। आरोपी के माता-पिता उसके संपर्क में हैं और पुलिस आसानी से उन्हें ढूंढ कर मेरी बेटी को बचा सकती है। मामले की जांच कर रहे एएसआई विजय कुमार ने बताया कि जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है।   पंजाब | दैनिक भास्कर