लुधियाना में सांसद अमृतपाल के पिता तरसेम बोले:अकाली दल ने ज्ञानी हरप्रीत को टारगेट किया, जत्थेदारों पर राजनीतिक दबाव, एसजीपीसी का चुनाव लड़ेंगे

लुधियाना में सांसद अमृतपाल के पिता तरसेम बोले:अकाली दल ने ज्ञानी हरप्रीत को टारगेट किया, जत्थेदारों पर राजनीतिक दबाव, एसजीपीसी का चुनाव लड़ेंगे

लुधियाना में आज अकाली दल वारिस पंजाब दे की बैठक फिरोजपुर रोड स्थित होटल केजी में हुई। बैठक में विशेष रूप से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह पहुंचे। बैठक में पार्टी के विस्तार को लेकर चर्चा हुई। वहीं पार्टी द्वारा किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है, इस पर भी गहन मंथन किया गया। एसजीपीसी चुनाव लड़ने की भी करेंगे तैयारी तरसेम सिंह ने कहा कि आज भर्ती कमेटी की बैठक की गई है। पंजाब और पंजाबियत को बचाने के लिए हमारी पार्टी काम कर रही है। ये पार्टी सभी पंजाबियों की पार्टी है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते है। लुधियाना में जो उप-चुनाव होंगे जिनमें हमारा उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेगा या नहीं इस भी आने वाले समय में विचार किया जाएगा। आने वाले समय में एसजीपीसी के चुनाव भी लड़ने की हमारी पार्टी तैयारी करेगी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ अकाली दल ने गलत व्यवहार किया उन्होंने कहा कि, फिलहाल अभी पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए ढांचा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ अकाली दल ने गलत किया है। जब तक वह अकाली दल की हां के साथ हां मिला रहे थे तब तक तो सब कुछ ठीक थी, लेकिन जब 2 दिसंबर को उन्होंने डटकर जो फैसला किया है उससे अकाली दल बौखला गया है। उसी दिन से हरप्रीत सिंह को उन्होंने टारगेट करना शुरू कर दिया था। जत्थेदारों के ऊपर राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है। हमारा समर्थन हरप्रीत सिंह के साथ है। पंजाब में धर्म प्रचार के लहर शुरू की है जिसमें उन्हें भी हमारा साथ देना चाहिए। पार्टी कोई गलत नहीं होती, कुछ लोग होते हैं जो माहौल खराब करते हैं। अमृतपाल जेल में बिल्कुल ठीकठाक है। आज शहर और देहात की 5 मेंबरी कमेटी बनाई है। देहाती क्षेत्रों में ब्लाक और शहरों में वार्ड सिस्टम के जरिए लोगों तक पहुंच की जाएगी। अमेरिका से डिपोर्ट हुए लोगों को रोजगार दे सरकार उन्होंने कहा कि, आज बहुत दुख से कहना पड़ रहा है कि हमें अपनी धरती छोड़कर विदेश में जाना पड़ रहा है। अमेरिका से भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के लिए सरकार जिम्मेदार है। रोजगार न मिलने के कारण युवा विदेश भाग रहे हैं। वापस वतन लौट रहे लोगों को सरकार रोजगार मुहैया करवाए। उन्होंने कहा कि अकाली दल किसी समय बहुत अच्छी पार्टी थी, लेकिन आज हालात ये बना दिए कि अकाली दल ने पंजाब को बर्बाद कर दिया। वारिस पंजाब दे का चीफ है अमृतपाल सिंह सांसद बनने से पहले अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन को संभाल रहा था। यह संगठन पंजाबी अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में बनाया था। दीप सिद्धू तब सुर्खियों में आए थे, जब पिछले आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर उन्होंने अधिकारी से अंग्रेजी में बात की। इसके बाद 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में भी दीप सिद्धू प्रमुख आरोपी था। दीप सिद्धू ने संगठन बनाने के बाद कहा था कि इसका मकसद युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को जगाना है। 15 फरवरी 2022 को दिल्ली से लौटते वक्त दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद अमृतपाल सिंह दुबई से भारत लौटा और वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। लुधियाना में आज अकाली दल वारिस पंजाब दे की बैठक फिरोजपुर रोड स्थित होटल केजी में हुई। बैठक में विशेष रूप से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह पहुंचे। बैठक में पार्टी के विस्तार को लेकर चर्चा हुई। वहीं पार्टी द्वारा किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है, इस पर भी गहन मंथन किया गया। एसजीपीसी चुनाव लड़ने की भी करेंगे तैयारी तरसेम सिंह ने कहा कि आज भर्ती कमेटी की बैठक की गई है। पंजाब और पंजाबियत को बचाने के लिए हमारी पार्टी काम कर रही है। ये पार्टी सभी पंजाबियों की पार्टी है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते है। लुधियाना में जो उप-चुनाव होंगे जिनमें हमारा उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेगा या नहीं इस भी आने वाले समय में विचार किया जाएगा। आने वाले समय में एसजीपीसी के चुनाव भी लड़ने की हमारी पार्टी तैयारी करेगी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ अकाली दल ने गलत व्यवहार किया उन्होंने कहा कि, फिलहाल अभी पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए ढांचा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ अकाली दल ने गलत किया है। जब तक वह अकाली दल की हां के साथ हां मिला रहे थे तब तक तो सब कुछ ठीक थी, लेकिन जब 2 दिसंबर को उन्होंने डटकर जो फैसला किया है उससे अकाली दल बौखला गया है। उसी दिन से हरप्रीत सिंह को उन्होंने टारगेट करना शुरू कर दिया था। जत्थेदारों के ऊपर राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है। हमारा समर्थन हरप्रीत सिंह के साथ है। पंजाब में धर्म प्रचार के लहर शुरू की है जिसमें उन्हें भी हमारा साथ देना चाहिए। पार्टी कोई गलत नहीं होती, कुछ लोग होते हैं जो माहौल खराब करते हैं। अमृतपाल जेल में बिल्कुल ठीकठाक है। आज शहर और देहात की 5 मेंबरी कमेटी बनाई है। देहाती क्षेत्रों में ब्लाक और शहरों में वार्ड सिस्टम के जरिए लोगों तक पहुंच की जाएगी। अमेरिका से डिपोर्ट हुए लोगों को रोजगार दे सरकार उन्होंने कहा कि, आज बहुत दुख से कहना पड़ रहा है कि हमें अपनी धरती छोड़कर विदेश में जाना पड़ रहा है। अमेरिका से भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के लिए सरकार जिम्मेदार है। रोजगार न मिलने के कारण युवा विदेश भाग रहे हैं। वापस वतन लौट रहे लोगों को सरकार रोजगार मुहैया करवाए। उन्होंने कहा कि अकाली दल किसी समय बहुत अच्छी पार्टी थी, लेकिन आज हालात ये बना दिए कि अकाली दल ने पंजाब को बर्बाद कर दिया। वारिस पंजाब दे का चीफ है अमृतपाल सिंह सांसद बनने से पहले अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन को संभाल रहा था। यह संगठन पंजाबी अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में बनाया था। दीप सिद्धू तब सुर्खियों में आए थे, जब पिछले आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर उन्होंने अधिकारी से अंग्रेजी में बात की। इसके बाद 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में भी दीप सिद्धू प्रमुख आरोपी था। दीप सिद्धू ने संगठन बनाने के बाद कहा था कि इसका मकसद युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को जगाना है। 15 फरवरी 2022 को दिल्ली से लौटते वक्त दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद अमृतपाल सिंह दुबई से भारत लौटा और वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर