रेल राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू के शहर लुधियाना में रेलवे स्टेशन से 7 माह की बच्ची चोरी हो गई। बच्ची का नाम खुशी पटेल है। बच्चे के परिजन व पूरा परिवार बीती रात माता वैष्णो देवी से वापस लौटा था और रात को परिवार स्टेशन में ही सो गया। रविवार की सुबह उठा तो देखा की बच्ची गायब थी। काफी समय तक खोजने के बावजूद बच्ची के ना मिलने के बाद पुलिस चौकी को सूचित किया गया। पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए टीमें गठन कर शहर व आसपास इलाकों में सर्च शुरू कर दिया है। हेमकुंट एक्सप्रेस से रात 2 बजे लुधियाना पहुंचा था परिवार बच्ची खुशी पटेल के पिता चंदन कुमर निवासी गांव काका जिला लुधियाना ने बताया कि वह अपने परिवार समेत माता वैष्णों देवी गए थे। बीती रात 2 बजे के करीब वह हेमकुंट एक्सप्रेस ट्रेन से वापस लुधियाना पहुंचे थे। उनके तीन बच्चे हैं और उनके साथ उनके सगे संबंधी भी साथ थे। जोकि 10-12 लोग एकसाथ वापस लौटे थे। थकावट के कारण स्टेशन पर सो गए चंदन कुमार ने बताया कि रात 2 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद वह और उनके कई परिवारिक सदस्य काफी थके हुए थे। वह सुरक्षा के चलते रातभर स्टेशन पर ही सो गए थे। सुबह उन्हें अपने गांव जाना था।बच्ची खुशी पटेल की मां उसे दूध पिलाकर वह भी लेट गई और उसकी भी आंख लग गई। सभी लोग सो गए थे।बच्ची मां के साथ बीच में लेटी थी। सुबह 5 बजे सफाई करने वाले ने उठाया चंदन कुमार ने बताया कि आज सुबह 5 बजे जब स्टेशन के प्लेटफार्म पर सफाई करने वाले ने उन्हें उठाया तो उनकी आंख खुली। इस दौरान देखा तो बच्ची गायब थी। बच्ची को उसकी मां ने अपने पास बीच में ही लेटाया था। पुलिस जीआरपी को किया सूचित चंदन कुमार व उनके परिवारिक सदस्यों ने बच्ची की काफी तलाश की तो बाद में जीआरपी को सूचित किया गया। रेल राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू के शहर लुधियाना में रेलवे स्टेशन से 7 माह की बच्ची चोरी हो गई। बच्ची का नाम खुशी पटेल है। बच्चे के परिजन व पूरा परिवार बीती रात माता वैष्णो देवी से वापस लौटा था और रात को परिवार स्टेशन में ही सो गया। रविवार की सुबह उठा तो देखा की बच्ची गायब थी। काफी समय तक खोजने के बावजूद बच्ची के ना मिलने के बाद पुलिस चौकी को सूचित किया गया। पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए टीमें गठन कर शहर व आसपास इलाकों में सर्च शुरू कर दिया है। हेमकुंट एक्सप्रेस से रात 2 बजे लुधियाना पहुंचा था परिवार बच्ची खुशी पटेल के पिता चंदन कुमर निवासी गांव काका जिला लुधियाना ने बताया कि वह अपने परिवार समेत माता वैष्णों देवी गए थे। बीती रात 2 बजे के करीब वह हेमकुंट एक्सप्रेस ट्रेन से वापस लुधियाना पहुंचे थे। उनके तीन बच्चे हैं और उनके साथ उनके सगे संबंधी भी साथ थे। जोकि 10-12 लोग एकसाथ वापस लौटे थे। थकावट के कारण स्टेशन पर सो गए चंदन कुमार ने बताया कि रात 2 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद वह और उनके कई परिवारिक सदस्य काफी थके हुए थे। वह सुरक्षा के चलते रातभर स्टेशन पर ही सो गए थे। सुबह उन्हें अपने गांव जाना था।बच्ची खुशी पटेल की मां उसे दूध पिलाकर वह भी लेट गई और उसकी भी आंख लग गई। सभी लोग सो गए थे।बच्ची मां के साथ बीच में लेटी थी। सुबह 5 बजे सफाई करने वाले ने उठाया चंदन कुमार ने बताया कि आज सुबह 5 बजे जब स्टेशन के प्लेटफार्म पर सफाई करने वाले ने उन्हें उठाया तो उनकी आंख खुली। इस दौरान देखा तो बच्ची गायब थी। बच्ची को उसकी मां ने अपने पास बीच में ही लेटाया था। पुलिस जीआरपी को किया सूचित चंदन कुमार व उनके परिवारिक सदस्यों ने बच्ची की काफी तलाश की तो बाद में जीआरपी को सूचित किया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध
बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध पंजाब के लुधियाना से पूर्व सांसद और मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज तक जेल में बंद सिखों की रिहाई का विरोध करते रहे हैं। लेकिन अब बिट्टू ने जेल में बंद सिखों की रिहाई पर यू-टर्न ले लिया है। बिट्टू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब आगे बढ़ने का समय आ गया है। वह राजोआना समेत किसी भी जेल में बंद सिख की रिहाई का विरोध नहीं करेंगे। पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। बिट्टू ने कहा कि अगर आने वाले समय में केंद्र सरकार जेल में बंद सिखों के हक में कोई फैसला लेती है तो वह इसका विरोध नहीं करेंगे। उनका परिवार भी जेल में बंद सिखों का किसी भी तरह से विरोध नहीं करेगा। बिट्टू ने कहा कि मैने इस बारे अपने परिवार से भी बातचीत की है। बता दें कांग्रेस में रहते हुए बिट्टू ने हमेशा बलवंत सिंह राजोआना व अन्य बंदी सिखों की रिहाई का कड़ा विरोध किया था। बिट्टू 1 बार श्री आनंदपुर साहिब से सांसद रहे जबकि दो बार लुधियाना से सांसद रह चुके है। इस बार लुधियाना की जनता ने उन्हें नकार दिया। वह कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से करीब 21 हजार वोट से हारे है। बिट्टू क्यों करते रहे बंदी सिखों का विरोध 31 अगस्त 1995 को पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (बिट्टू के दादा) की हत्या कर दी गई। मानव बम ने बेअंत सिंह की कार के पास खुद को उड़ा लिया था। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी।
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नवांशहर निवासी जतिंदर पाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि वह अपने 2 बच्चों, पत्नी और चचेरे भाई नवदीप के परिवार के साथ शनिवार को चंडीगढ़ घूमने आया था। शनिवार रात करीब 8 बजे दोनों परिवार के सदस्य घूमने और शॉपिंग करने एलांते मॉल पहुंच गए। मॉल के अंदर ग्राउंड फ्लोर पर बेटा शहबाज और नवदीप का बेटा टॉय ट्रेन देखने के बाद उसमें बैठने के लिए कहने लगे। जतिंदर और नवदीप दोनों बच्चों को टॉय ट्रेन में झूला देने के लिए तैयार हो गए। पिता बोले- पैसे लिए मगर पर्ची नहीं दी
जतिंदर पाल ने दोनों बच्चों की राइड के लिए 400 रुपए दिए, लेकिन ऑपरेटर ने पर्ची नहीं दी। शहबाज और दूसरा बच्चा टॉय ट्रेन के सबसे पिछले डिब्बे में बैठ गए। ऑपरेटर सौरव टॉय ट्रेन में बैठे बच्चों को झूला दिलाने के लिए ट्रेन के ग्राउंड फ्लोर पर चक्कर लगाने लगा। उसी दौरान अचानक टॉय ट्रेन का संतुलन बिगड़ गया और पीछे वाला डिब्बा पलट गया। शाहबाज का सिर डिब्बे की खिड़की से निकलकर फर्श पर जोर से लगा। सिर में चोट लगने से खून आने लगा, जबकि नवदीप का बच्चा बाल-बाल बच गया। इसके बाद शाहबाज को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। आज उसके पैतृक गांव आदमपुर में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उन्होंने मांग की कि हादसे के जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो। टॉय ट्रेन में न सीट बेल्ट, न पकड़ने को कुछ लगाया
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि जिस टॉय ट्रेन में हादसा हुआ, उसमें गंभीर लापरवाही बरती गई थी। टॉय ट्रेन में बच्चों के लिए कोई सीट बेल्ट नहीं थी। यही नहीं अगर टॉय ट्रेन के चलते वक्त किसी बच्चे का बैलेंस गड़बड़ होता है तो उसके लिए पकड़ने के लिए भी कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
पंजाबी अभिनेता-गायक गिप्पी ग्रेवाल को लगी ड्रिप:पोस्ट कर लिखा- विटामिन की कमी कर रहे पूरी; फ्लूइड टांगने का तरीका देख हंसे फैंस
पंजाबी अभिनेता-गायक गिप्पी ग्रेवाल को लगी ड्रिप:पोस्ट कर लिखा- विटामिन की कमी कर रहे पूरी; फ्लूइड टांगने का तरीका देख हंसे फैंस पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर और सिंगर गिप्पी ग्रेवाल और प्रिंस कंवलजीत सिंह की तबीयत खराब है। गिप्पी ग्रेवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फनी अंदाज में ड्रिप पर अपनी तस्वीरें पोस्ट की हैं। जिसके बाद उनके फैंस भी फनी अंदाज में रिप्लाई कर रहे हैं और उनके जल्द ठीक होने की दुआ भी कर रहे हैं। तस्वीरें शेयर करते हुए गिप्पी ग्रेवाल ने लिखा- देखो किस चीज की कमी खल रही है। गिप्पी ने खुद पोस्ट में खुलासा किया है कि उनके शरीर में विटामिन की कमी है, जिसे पूरा करने के लिए ड्रिप लगाई जा रही है। लेकिन ड्रिप से ज्यादा सबका ध्यान ड्रिप लगाने के तरीके पर गया। गिप्पी ग्रेवाल को जिस तरह से तरल पदार्थ दिए गए, उसे देखकर हर कोई हंस रहा है। कभी कपड़ों के हैंगर, तो कभी एल्यूमीनियम की सीढ़ी का प्रयोग गिप्पी और कंवलजीत सिंह को फ्लूइड काम के दौरान ही लगाई जा रही है। दोनों के साथ कई फिल्म इंडस्ट्री के चेहरे नजर आ रहे हैं। इस दौरान फ्लूइड लगाने के लिए उनके फिजीशियन ने प्रिंस कंवलजीत सिंह के लिए एल्यूमीनियम की सीढ़ी और गिप्पी गरेवाल के लिए कपड़ों के हैंगर का प्रयोग किया है। जिसे देख फैंस हंस भी रहे हैं और गिप्पी गरेवाल को अपनी सेहत का ध्यान रखने की नसीहत भी दे रहे हैं। अरदास की शूटिंग में व्यस्त गिप्पी और प्रिंस कंवलजीत सिंह इन दिनों अपनी पंजाबी फिल्म अरदास की शूटिंग में व्यस्त हैं। यह फिल्म सितंबर महीने में रिलीज होने वाली है। क्रिटिक्स का अनुमान है कि यह पंजाबी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करेगी। इस फिल्म में गिप्पी ग्रेवाल के साथ गुरप्रीत घुग्गी, प्रिंस कंवलजीत सिंह, जैस्मीन भसीन और निर्मल ऋषि भी हैं। कुछ समय पहले इस फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज किया गया था।