पंजाब के लुधियाना की सेंट्रल जेल में क्षमता से अधिक कैदी होने के कारण जेल प्रशासन ने 31 अक्टूबर तक और कैदियों को रखने से मना कर दिया है। साथ ही पुलिस को विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आरोपियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल भेजने को कहा है। जेल अधिकारियों के अनुसार गर्मी के कारण ज्यादा कैदियों को रखना मुश्किल हो रहा है। मौसम थोड़ा ठंडा होते ही वे नए कैदियों को लेना शुरू कर देंगे। कैदियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल ले जाने के लिए 110 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा, जिससे पुलिस कर्मी काफी नाराज हैं। 3200 कैदियों की क्षमता और 4700 कैदी रखे लुधियाना सेंट्रल जेल की क्षमता 3200 कैदियों की है, लेकिन इसमें पहले से ही 4700 कैदी बंद हैं। जेल के अधीक्षक शिवराज सिंह नंदगढ़ के अनुसार, जेल प्रशासन पहले से ही स्टाफ की कमी से जूझ रहा है, इसलिए उनके लिए और कैदियों को रखना मुश्किल हो रहा है। गर्मी का मौसम परेशानी को और बढ़ा रहा है। 31 अक्टूबर तक और कैदियों को न लेने के कदम से उन्हें संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा 31 अक्टूबर तक कुछ कैदियों को जमानत मिल जाएगी और वे नए कैदियों को स्वीकार कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमने लुधियाना शहर, खन्ना, लुधियाना ग्रामीण और अन्य जिलों की पुलिस को पत्र भेजकर कहा है कि वे आरोपियों को लुधियाना सेंट्रल जेल में न भेजें। 4700 कैदियों को संभालने के लिए 110 जेल गार्ड की जरूरत 4700 कैदियों को संभालने के लिए मात्र 110 जेल गार्ड हैं। जेल गार्ड मोबाइल फोन और तस्करी के सामान को रोकने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। वहीं, इस फैसले के कारण पुलिस अधिकारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 110 किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा नाम न छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि जेल के कैदियों के इस फैसले के कारण उन्हें कैदियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल ले जाने के लिए 110 किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कई बार कैदियों को जेल ले जाने में देरी हो जाती थी, क्योंकि उन्हें सिविल अस्पताल से उनका मेडिकल चेकअप करवाना पड़ता था। यह सारा खर्च पुलिसकर्मियों को अपनी जेब से उठाना पड़ता है। पंजाब के लुधियाना की सेंट्रल जेल में क्षमता से अधिक कैदी होने के कारण जेल प्रशासन ने 31 अक्टूबर तक और कैदियों को रखने से मना कर दिया है। साथ ही पुलिस को विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आरोपियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल भेजने को कहा है। जेल अधिकारियों के अनुसार गर्मी के कारण ज्यादा कैदियों को रखना मुश्किल हो रहा है। मौसम थोड़ा ठंडा होते ही वे नए कैदियों को लेना शुरू कर देंगे। कैदियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल ले जाने के लिए 110 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा, जिससे पुलिस कर्मी काफी नाराज हैं। 3200 कैदियों की क्षमता और 4700 कैदी रखे लुधियाना सेंट्रल जेल की क्षमता 3200 कैदियों की है, लेकिन इसमें पहले से ही 4700 कैदी बंद हैं। जेल के अधीक्षक शिवराज सिंह नंदगढ़ के अनुसार, जेल प्रशासन पहले से ही स्टाफ की कमी से जूझ रहा है, इसलिए उनके लिए और कैदियों को रखना मुश्किल हो रहा है। गर्मी का मौसम परेशानी को और बढ़ा रहा है। 31 अक्टूबर तक और कैदियों को न लेने के कदम से उन्हें संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा 31 अक्टूबर तक कुछ कैदियों को जमानत मिल जाएगी और वे नए कैदियों को स्वीकार कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमने लुधियाना शहर, खन्ना, लुधियाना ग्रामीण और अन्य जिलों की पुलिस को पत्र भेजकर कहा है कि वे आरोपियों को लुधियाना सेंट्रल जेल में न भेजें। 4700 कैदियों को संभालने के लिए 110 जेल गार्ड की जरूरत 4700 कैदियों को संभालने के लिए मात्र 110 जेल गार्ड हैं। जेल गार्ड मोबाइल फोन और तस्करी के सामान को रोकने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। वहीं, इस फैसले के कारण पुलिस अधिकारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 110 किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा नाम न छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि जेल के कैदियों के इस फैसले के कारण उन्हें कैदियों को सेंट्रल जेल गोइंदवाल ले जाने के लिए 110 किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कई बार कैदियों को जेल ले जाने में देरी हो जाती थी, क्योंकि उन्हें सिविल अस्पताल से उनका मेडिकल चेकअप करवाना पड़ता था। यह सारा खर्च पुलिसकर्मियों को अपनी जेब से उठाना पड़ता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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