पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित पंजाब कांग्रेस के सांसदों द्वारा बीते दिनों लोकसभा के बाहर में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। इसे लेकर पंजाब बीजेपी के प्रधान सुनील जाखड़ ने पंजाब कांग्रेस पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही किसानों के मुद्दे पर राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार पर भी निशाना साधा है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की है। जिस पर लिखा- राजनीति छोड़ो और पंजाब की सार लो। पंजाब की बात करनी जरूरी है। लोकसभा भवन के बाहर राजा वड़िंग के साथ पटियाला से सांसद धर्मवीर गांधी, गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, श्री फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह और फिरोजपुर से सांसद शेर सिंह घुबाया भी मौजूद थे। जहां उन्होंने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की थी। क्या बोले- बीजेपी के प्रधान सुनील जाखड़ भारतीय जनता पार्टी के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब के किसान फिर से दिल्ली कूच करने जा रहे हैं। पंजाब में आज धान और गेहूं की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। ऐसा क्या हुआ कि किसानों को 200 से 300 रुपए तक के कट लगे। आज जो कांग्रेस के एमपी लोकसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने इस पर क्यों कुछ नहीं बोला…?। इनका फर्ज नहीं था कि वे किसानों की आवाज उठाएं। मगर तब तो कांग्रेस के बड़े नेता सिर्फ चुनावों की तैयारी में थे। बीजेपी पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि किसानों की आवाज किसी ने नहीं उठाई। केंद्र ने किसानों की एमएसपी के पैसे भेज दिए थे। मगर वो पैसा किसानों को नहीं दिए गए। AAP ने आरोप लगाए कि केंद्र ने माल लिफ्ट नहीं करवाया, इसके चलते पंजाब में जगह नहीं है। मगर किसानों ने खुद कहा है कि अगर किसान 200 रुपए का कट दे दे तो जगह मिल जाती थी। जाखड़ बोले- AAP ने केंद्र द्वारा भेजे गए 3 हजार करोड़ के फंड खाए जाखड़ ने कहा कि इसका मतलब पंजाब में तो जगह थी। मगर किसानों के लिए काम नहीं किया गया। पंजाब के लोगों ने कांग्रेस को विपक्ष की जिम्मेदारी दी थी। मगर उन्होंने अपने घुटने टेक दिए हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के पास केंद्र ने पैसा भेजा। मगर उनकी नीयत में खोट निकला। दिल्ली में शराब का घोटाला हुआ और पंजाब में रेत और केंद्र द्वारा भेजे गए पैसों का घोटाला कर दिया। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे से AAP ने करीब 3000 हजार करोड़ रुपए खा लिए। इसका खामियाजा सिर्फ किसान भुगत रहा है। आज पंजाब को मजबूत विपक्ष की जरूरत है। जाखड़ ने कहा- आम आदमी पार्टी की नीयत खोटी है। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित पंजाब कांग्रेस के सांसदों द्वारा बीते दिनों लोकसभा के बाहर में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। इसे लेकर पंजाब बीजेपी के प्रधान सुनील जाखड़ ने पंजाब कांग्रेस पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही किसानों के मुद्दे पर राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार पर भी निशाना साधा है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की है। जिस पर लिखा- राजनीति छोड़ो और पंजाब की सार लो। पंजाब की बात करनी जरूरी है। लोकसभा भवन के बाहर राजा वड़िंग के साथ पटियाला से सांसद धर्मवीर गांधी, गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, श्री फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह और फिरोजपुर से सांसद शेर सिंह घुबाया भी मौजूद थे। जहां उन्होंने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की थी। क्या बोले- बीजेपी के प्रधान सुनील जाखड़ भारतीय जनता पार्टी के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब के किसान फिर से दिल्ली कूच करने जा रहे हैं। पंजाब में आज धान और गेहूं की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। ऐसा क्या हुआ कि किसानों को 200 से 300 रुपए तक के कट लगे। आज जो कांग्रेस के एमपी लोकसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने इस पर क्यों कुछ नहीं बोला…?। इनका फर्ज नहीं था कि वे किसानों की आवाज उठाएं। मगर तब तो कांग्रेस के बड़े नेता सिर्फ चुनावों की तैयारी में थे। बीजेपी पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि किसानों की आवाज किसी ने नहीं उठाई। केंद्र ने किसानों की एमएसपी के पैसे भेज दिए थे। मगर वो पैसा किसानों को नहीं दिए गए। AAP ने आरोप लगाए कि केंद्र ने माल लिफ्ट नहीं करवाया, इसके चलते पंजाब में जगह नहीं है। मगर किसानों ने खुद कहा है कि अगर किसान 200 रुपए का कट दे दे तो जगह मिल जाती थी। जाखड़ बोले- AAP ने केंद्र द्वारा भेजे गए 3 हजार करोड़ के फंड खाए जाखड़ ने कहा कि इसका मतलब पंजाब में तो जगह थी। मगर किसानों के लिए काम नहीं किया गया। पंजाब के लोगों ने कांग्रेस को विपक्ष की जिम्मेदारी दी थी। मगर उन्होंने अपने घुटने टेक दिए हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के पास केंद्र ने पैसा भेजा। मगर उनकी नीयत में खोट निकला। दिल्ली में शराब का घोटाला हुआ और पंजाब में रेत और केंद्र द्वारा भेजे गए पैसों का घोटाला कर दिया। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे से AAP ने करीब 3000 हजार करोड़ रुपए खा लिए। इसका खामियाजा सिर्फ किसान भुगत रहा है। आज पंजाब को मजबूत विपक्ष की जरूरत है। जाखड़ ने कहा- आम आदमी पार्टी की नीयत खोटी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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खन्ना में स्कूल बस हादसे का VIDEO:ड्राइवर ने यूनिपोल में ठोकी, शीशे टूटे, बच्चों की चीखें सुनकर भागे लोग खन्ना में ललहेड़ी रोड चौक के पास एक निजी स्कूल की बस हादसाग्रस्त हुई। इस हादसे का वीडियो सामने आया है। इसमें ड्राइवर की लापरवाही बताई जा रही है। स्कूल की बस ललहेड़ी रोड चौक में लगे एडवर्टाइजमेंट के यूनिपोल से टकरा गई। जिससे एक साइड के सभी शीशे टूट गए। जानकारी के अनुसार गोबिंदगढ़ पब्लिक स्कूल की बस छुट्टी के बाद बच्चों को छोड़ने जा रही थी। खन्ना ललहेड़ी रोड चौक से बस को ड्राइवर रांग साइड से लेकर आया और जैसे ही चौक से कट मारा तो बस यूनिपोल से टकरा गई। शीशे टूटकर सीट पर बिखर गए। कांच के कुछ टुकड़े बच्चों को लगे। गनीमत रही कि बड़ा हादसा नहीं हुआ। सहमे बच्चों ने चीख पुकार मचा दिया। तभी आसपास के लोग इकट्ठे हुए और इसी बीच ड्राइवर बस को आगे ले गया। ड्राइवर की गलती थी मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इसमें ड्राइवर की गलती थी। चौक में ट्रैफिक लाइटों में रुकने से बचते हुए ड्राइवर रांग साइड बस ले आय़ा। एकदम कट मारा तो यूनिपोल से टक्कर हो गई। यह बड़ा हादसा होने से बचाव रहा। क्योंकि, यूनिपोल बिजली पर चलता है। तारों से स्पार्क होने पर करंट भी आ सकता था।
पंजाब-चंडीगढ़ में आज बारिश की संभावना:बादल छाने से तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट; हिमाचल के जलाशय 21%, पंजाब के 59% खाली
पंजाब-चंडीगढ़ में आज बारिश की संभावना:बादल छाने से तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट; हिमाचल के जलाशय 21%, पंजाब के 59% खाली पंजाब-चंडीगढ़ में आज (शुक्रवार) को भी बारिश के आसार बने हुए हैं। चंडीगढ़ के साथ-साथ पंजाब के सात जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब और पटियाला में आज सामान्य बारिश की संभावनाएं हैं। जबकि अन्य जिलों में बारिश के आसार बन रहे हैं। आज का तापमान 24 से 37 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पंजाब व चंडीगढ़ में गुरुवार बारिश के आसार के बाद भी अधिकतर जिलों में बादल नहीं बरसे। रूपनगर में 8.5 मिमी, फिरोजपुर में 3.5 मिमी, लुधियाना के समराला में 0.5 मिमी बरिश दर्ज की गई। लेकिन अधिकतर जिलों में हल्के बादल छाने के बाद पंजाब के औसतन तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट देखने को मिली। पंजाब में जालंधर के समराला का अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगर आज बारिश नहीं हुई तो आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने के आसार काफी कम हैं। पंजाब-हिमाचल के जलाशयों का जलस्तर गिरा पंजाब व हिमाचल प्रदेश में कम बारिश का असर इस साल जलाशयों पर पड़ा है। हिमाचल प्रदेश के तीन और पंजाब के एक जलाशय का जलस्तर चिंताजनक स्थितियों पर है। हिमाचल प्रदश के तीन जलाशयों में सामान्य से 21 फीसदी और पंजाब के एक मात्र जलाशय में 59 फीसदी कम जलस्तर है। 12 सितंबर के आंकड़ों के अनुसार हिमाचल के भाखड़ा बांध में सामान्य से 18 फीसदी और पोंग बांध में सामान्य से 17 फीसदी कम जलस्तर है। जबकि, कोल डैम का जलस्तर सामान्य से 15 फीसदी अधिक है। वहीं, पंजाब के एकमात्र जलाशय थीन डैम में सामान्य से 40 फीसदी कम जलस्तर है। चंडीगढ़- पंजाब के शहरों का तापमान चंडीगढ़- गुरुवार शाम तापमान 31.6 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे, बारिश का अनुमान है। तापमान 25 से 32 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- गुरुवार का तापमान 30.8 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे, बारिश का अनुमान है। तापमान 25 से 32 डिग्री के बीच रह सकता है। अमृतसर- गुरुवार का अधिकतम तापमान बीते दिन से 2 डिग्री अधिक 36.1 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 25 से 35 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- बीती शाम तापमान 36.6 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 25 से 34 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- गुरुवार शाम अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 25 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- गुरुवार शाम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे, बारिश के आसार हैं। तापमान 25 से 31 डिग्री के बीच रह सकता है।
पंजाब पूर्व CM के पोते चुनाव हारकर भी मंत्री बने:दादा की एम्बेसडर कार को मानते हैं लकी; सचिवालय में ब्लास्ट के दौरान मौजूद थे
पंजाब पूर्व CM के पोते चुनाव हारकर भी मंत्री बने:दादा की एम्बेसडर कार को मानते हैं लकी; सचिवालय में ब्लास्ट के दौरान मौजूद थे वर्ष 1995 में आतंकवाद के दौर में सचिवालय बिल्डिंग ब्लास्ट में जान गंवाने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत बिट्टू को नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में मंत्री बनाया गया है। रवनीत बिट्टू ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की थी। भाजपा ने उन्हें लुधियाना से उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से हार गए। ऐसे में अब भाजपा ने उन्हें मंत्री बनाकर सिख समाज को साधने की कोशिश की। रवनीत बिट्टू के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2008 में युवा कांग्रेस से शुरू किया था। 2008 में वे पंजाब यूथ कांग्रेस के पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने। 2009 में पार्टी ने उन्हें श्री आनंदपुर साहिब से टिकट दी और दादा बेअंत सिंह व पिता स्वर्णजीत सिंह के किए कामों के कारण वे आसानी से चुनाव जीत गए। पार्टी ने भी पहली बार चुनाव जीतने के बाद उन्हें होम अफेयर्स कमेटी का सदस्य बना दिया। 2014 में कांग्रेस ने बिट्टू की सीट बदलते हुए लुधियाना शिफ्ट किया। इसके बाद 2014 और 2014 में वह इसी सीट से सांसद चुने गए। आतंकियों की धमकी को नजरअंदाज कर डाला वोट
90 के दशक में आतंकवाद का दौर था। आतंकियों ने वोट डालने वालों को जान से मारने की धमकी दे रखी थी। बिट्टू 18 साल के हुए थे और उनका पहला वोट डालने का मौका था। बिट्टू ने आतंकियों की धमकी करे नजरअंदाज कर वोट डाला। इतना ही नहीं, मुहिम चलाई और लोगों को आतंकियों की धमकी से उलट चल वोट डालने के लिए प्रोत्साहित किया। दादा की मौत के समय घटनास्थल पर मौजूद थे बिट्टू
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के देहांत के समय रवनीत सिंह बिट्टू की उम्र महज 20 साल थी। वे सचिवालय की दूसरी मंजिल पर मौजूद थे, उनके चचेरे भाई गुरकिरत सिंह कोटली भी वहीं थे। जब धमाका हुआ तो वे तुरंत नीचे की तरफ भागे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने दोबारा ब्लास्ट के संदेह के डर से दोनों को बिल्डिंग से बाहर निकाल दिया। उन्हें सुरक्षा के चलते गाड़ी के पास नहीं जाने दिया गया। अंत में बेअंत सिंह हाथ में पहने कड़े के कारण पहचाने गए। गुरकिरत कोटली चचेरे भाई
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के देहांत के बाद बेटे तेजप्रकाश सिंह ने परंपरा को आगे बढ़ाया था। वे पंजाब के पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी छोटी बेटी गुरकंवल कौर भी राजनीति में रहीं। बेअंत सिंह के बेटे तेजप्रकाश के बेटे गुरकिरत सिंह कोटली खन्ना से 2 बार विधायक रह चुके हैं और आज भी कांग्रेस के साथ हैं। बेअंत सिंह के दूसरे बेटे स्वर्णजीत सिंह ने राजनीति से दूरी बनाकर रखी और उनके बेटे रवनीत बिट्टू राजनीति में आ गए। दादा की कार को मानते हैं लकी
रवनीत सिंह बिट्टू का अपने दादा के साथ भावनात्मक रिश्ता है। बेअंत सिंह की एम्बेसडर कार को बिट्टू लकी मानते हैं। अपना नामांकन वे हमेशा इसी कार में भरने जाते हैं। बिट्टू ने एक इंटरव्यू में कहा था उनके परिवार का उस कार से भावनात्मक रिश्ता है। जिसमें उनके दादा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए आतंकवाद के दिनों में राज्यभर में लाखों किलोमीटर का सफर किया करते थे। उनके पास अपने समय के महान राजनीतिक व्यक्तित्व की विरासत है। बम से उड़ाने की मिल चुकी धमकी
इस साल की शुरुआत में रवनीत सिंह बिट्टू को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। बिट्टू को वॉट्सऐप पर अज्ञात विदेशी नंबर से कॉल आई। धमकी देने वाले ने बिट्टू से कहा कि जल्द ही उन्हें बम से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद बिट्टू ने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी। किसानों ने बिट्टू पर किया था हमला
जनवरी 2021 में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सिंघु बॉर्डर पर बैठे हुए थे। उस दौरान रवनीत सिंह बिट्टू किसानों के बीच पहुंचे। यहां उनकी किसानों के साथ कहासुनी हो गई। बात धक्कामुक्की से लेकर छीना झपटी तक जा पहुंची। इस दौरान बिट्टू की पगड़ी भी उतर गई थी। रवनीत सिंह बिट्टू से जुड़े 2 विवाद 1. कब्जे के आरोप में नोटिस मिला – मई महीने में नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले, नागरिक निकाय ने रवनीत बिट्टू को 8 साल तक लुधियाना में सरकारी घर पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाते हुए नोटिस दिया था। बिट्टू को नामांकन दाखिल करने से पहले घर खाली करने और जुर्माने के रूप में 1.82 करोड़ का भुगतान करने के लिए कहा गया। इसके बाद बिट्टू भाजपा कार्यालय चले गए और फर्श पर ही सोए। 2. किसानों के विरोध के कारण भागना पड़ा- लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान रवनीत बिट्टू को लुधियाना में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान एक वीडियो भी वायरल हुई थी, जिसमें बिट्टू भागते हुए नजर आए। इसके बाद बिट्टू ने कहा था कि “वह उन्हें (किसानों को) 4 जून (परिणाम वाले दिन) के बाद देख लेंगे”। राज्यसभा में भेजने की तैयारी में पार्टी
चूंकि रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा चुनाव हार गए हैं तो पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजने की तैयारी कर रही है। चर्चा है कि उन्हें हरियाणा से राज्यसभा में भेजा जा सकता है। कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यहां एक सीट खाली हुई है। यह पहला मौका नहीं है कि पंजाब में चुनाव हारकर कोई केंद्र में मंत्री बना हो। इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह, अरुण जेटली और हरदीप पुरी भी केंद्र में मंत्री बन चुके हैं।