<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> वक्फ कानून को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में लगातार दूसरे दिन मंगलवार (8 अप्रैल) को भी हंगामा जारी रहा. इस बीच जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक सज्जाद लोन ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर को हटाने की मांग करते हुए एक औपचारिक प्रस्ताव पेश किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य सज्जाद को स्पीकर की तरफ से वक्फ कानून पर चर्चा की अनुमति न दिए जाने के बाद कुछ और विपक्षी सदस्यों का समर्थन मिला है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सज्जाद लोन ने मचाई हलचल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 215 (ए) के तहत पेश किए गए इस कदम ने क्षेत्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. विधानसभा सचिव को संबोधित प्रस्ताव में स्पीकर के कार्यों, विशेष रूप से स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति न देने और वक्फ संशोधन के संबंध में विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को अस्वीकार करने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पत्र में कहा गया है, “स्पीकर के कार्यों से सदन के भीतर व्यापक आक्रोश से उपजा है. इसमें स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा को अस्वीकार करना और विपक्षी दलों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर विचार करने से इनकार करना शामिल है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम में सज्जाद लोन के साथ कुपवाड़ा के विधायक मीर मोहम्मद फैयाज और त्राल के विधायक रफीक अहमद खान भी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘काला कानून वापस लो’ के नारे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिलचस्प है कि सत्तापक्ष के नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के साथ-साथ विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सदस्य विधानसभा में वक्फ कानून पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. वहीं स्पीकर लाथर का कहना है कि मामला कोर्ट में है. बीजेपी भी चर्चा की मांग का विरोध कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मंगलवार को भी नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी और कई निर्दलीय विधायक अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गए और ‘काला कानून वापस लो’ के नारे लगाए. पीडीपी के विधायक वहीद पारा ने कहा कि वह सदन में एक प्रस्ताव लाना चाहते हैं. अध्यक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया और उन्हें अपनी सीट पर लौटने को कहा. जब वहीद पारा अध्यक्ष के आसान के पास आने का प्रयास करने लगे तब विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उन्हें मार्शल द्वारा सदन से बाहर कर दिया गया.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> वक्फ कानून को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में लगातार दूसरे दिन मंगलवार (8 अप्रैल) को भी हंगामा जारी रहा. इस बीच जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक सज्जाद लोन ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर को हटाने की मांग करते हुए एक औपचारिक प्रस्ताव पेश किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य सज्जाद को स्पीकर की तरफ से वक्फ कानून पर चर्चा की अनुमति न दिए जाने के बाद कुछ और विपक्षी सदस्यों का समर्थन मिला है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सज्जाद लोन ने मचाई हलचल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 215 (ए) के तहत पेश किए गए इस कदम ने क्षेत्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. विधानसभा सचिव को संबोधित प्रस्ताव में स्पीकर के कार्यों, विशेष रूप से स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति न देने और वक्फ संशोधन के संबंध में विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को अस्वीकार करने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पत्र में कहा गया है, “स्पीकर के कार्यों से सदन के भीतर व्यापक आक्रोश से उपजा है. इसमें स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा को अस्वीकार करना और विपक्षी दलों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर विचार करने से इनकार करना शामिल है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम में सज्जाद लोन के साथ कुपवाड़ा के विधायक मीर मोहम्मद फैयाज और त्राल के विधायक रफीक अहमद खान भी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘काला कानून वापस लो’ के नारे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिलचस्प है कि सत्तापक्ष के नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के साथ-साथ विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सदस्य विधानसभा में वक्फ कानून पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. वहीं स्पीकर लाथर का कहना है कि मामला कोर्ट में है. बीजेपी भी चर्चा की मांग का विरोध कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मंगलवार को भी नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी और कई निर्दलीय विधायक अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गए और ‘काला कानून वापस लो’ के नारे लगाए. पीडीपी के विधायक वहीद पारा ने कहा कि वह सदन में एक प्रस्ताव लाना चाहते हैं. अध्यक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया और उन्हें अपनी सीट पर लौटने को कहा. जब वहीद पारा अध्यक्ष के आसान के पास आने का प्रयास करने लगे तब विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उन्हें मार्शल द्वारा सदन से बाहर कर दिया गया.</p> जम्मू और कश्मीर ‘क्या कभी रेलवे स्टेशन जाकर उन मासूम बच्चों की…’, दिल्ली हाई कोर्ट ने किसे लगाई फटकार?
वक्फ पर बवाल! जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव, सज्जाद लोन ने उठाया बड़ा कदम
