<p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने भारतीय सैनिकों को वक्फ संपत्तियों में अधिकार देने की मांग की है. सूत्रों की मानें तो इस संबंध में बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का कहना है कि हमारे सैनिकों ने देश की रक्षा में अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा देते हैं. शादाब शम्स ने कहा कि वो हमारे कल के लिए अपने आज को क़ुर्बान करते हैं इस प्रस्ताव का उद्देश्य शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मान देना और उनकी भलाई सुनिश्चित करना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की मानें तो बोर्ड के अध्यक्ष ने प्रस्ताव में कहा वक्फ संपत्तियों का उपयोग समाज को जोड़ने के हित में होना चाहिए और इसमें शहीद सैनिक परिवारों को भी लाभ मिलना चाहिए. उन्होंने कहा सैनिक अपने जीवन को मां भारती की रक्षा के लिए समर्पित करता है वह रातों को जागता है कि हम और हमारे बच्चे सुकून से सो सकें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए वक्फ संपत्तियों का उपयोग करने का अधिकार मेरे शहीदों के परिवारों को मिलना ही चाहिए. यह केवल उनका हक नहीं है, बल्कि यह समाज का कर्तव्य भी है ऐसा कर के उनके प्रति अपने समर्थन और सम्मान को प्रदर्शित करना हमारा सौभाग्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ संपत्तियों में विभिन्न प्रकार की भूमि, भवन और अन्य संपत्तियां शामिल होती हैं. जिनका उपयोग सामाजिक कल्याण के लिए किया जाता है. सूत्रों की मानें तो बोर्ड अध्यक्ष का मानना है कि इन संपत्तियों का उपयोग सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण में किया जा सकता है, जैसे कि आवास, चिकित्सा सहायता और शिक्षा सुविधाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रस्ताव के पीछे एक प्रमुख तर्क यह भी है कि सेना और सैनिकों को समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त है और उन्हें धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. वक्फ संपत्तियों के माध्यम से शहीद सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली सुविधाएं न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी लाभकारी होंगी, जो अक्सर कठिनाइयों का सामना करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पहल का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह वक्फ संपत्तियों के सही और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करेगा. बोर्ड अध्यक्ष का मानना है कि वक्फ संपत्तियों का उचित प्रबंधन किया जाना चाहिए, ताकि उनका लाभ समाज के कमजोर वर्गों, जरूरतमंदों को विशेषकर शहीदों सैनिक परिवारों को मिलना चाहिए, इससे देश के प्रति सकारात्मक भाव उत्पन्न होता है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड का यह प्रयास न केवल सैनिकों के लिए, बल्कि समस्त समाज के लिए एक प्रेरणादायक कदम हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mla-haji-rafiq-ansari-said-cm-yogi-adityanath-resigns-after-up-bypolls-2024-ann-2817456″>’यूपी उपचुनाव के बाद CM योगी का हटना तय’, अखिलेश यादव के विधायक का दावा बढ़ाएगा सियासी पारा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने भारतीय सैनिकों को वक्फ संपत्तियों में अधिकार देने की मांग की है. सूत्रों की मानें तो इस संबंध में बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का कहना है कि हमारे सैनिकों ने देश की रक्षा में अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा देते हैं. शादाब शम्स ने कहा कि वो हमारे कल के लिए अपने आज को क़ुर्बान करते हैं इस प्रस्ताव का उद्देश्य शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मान देना और उनकी भलाई सुनिश्चित करना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की मानें तो बोर्ड के अध्यक्ष ने प्रस्ताव में कहा वक्फ संपत्तियों का उपयोग समाज को जोड़ने के हित में होना चाहिए और इसमें शहीद सैनिक परिवारों को भी लाभ मिलना चाहिए. उन्होंने कहा सैनिक अपने जीवन को मां भारती की रक्षा के लिए समर्पित करता है वह रातों को जागता है कि हम और हमारे बच्चे सुकून से सो सकें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए वक्फ संपत्तियों का उपयोग करने का अधिकार मेरे शहीदों के परिवारों को मिलना ही चाहिए. यह केवल उनका हक नहीं है, बल्कि यह समाज का कर्तव्य भी है ऐसा कर के उनके प्रति अपने समर्थन और सम्मान को प्रदर्शित करना हमारा सौभाग्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ संपत्तियों में विभिन्न प्रकार की भूमि, भवन और अन्य संपत्तियां शामिल होती हैं. जिनका उपयोग सामाजिक कल्याण के लिए किया जाता है. सूत्रों की मानें तो बोर्ड अध्यक्ष का मानना है कि इन संपत्तियों का उपयोग सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण में किया जा सकता है, जैसे कि आवास, चिकित्सा सहायता और शिक्षा सुविधाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रस्ताव के पीछे एक प्रमुख तर्क यह भी है कि सेना और सैनिकों को समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त है और उन्हें धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. वक्फ संपत्तियों के माध्यम से शहीद सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली सुविधाएं न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी लाभकारी होंगी, जो अक्सर कठिनाइयों का सामना करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पहल का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह वक्फ संपत्तियों के सही और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करेगा. बोर्ड अध्यक्ष का मानना है कि वक्फ संपत्तियों का उचित प्रबंधन किया जाना चाहिए, ताकि उनका लाभ समाज के कमजोर वर्गों, जरूरतमंदों को विशेषकर शहीदों सैनिक परिवारों को मिलना चाहिए, इससे देश के प्रति सकारात्मक भाव उत्पन्न होता है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड का यह प्रयास न केवल सैनिकों के लिए, बल्कि समस्त समाज के लिए एक प्रेरणादायक कदम हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mla-haji-rafiq-ansari-said-cm-yogi-adityanath-resigns-after-up-bypolls-2024-ann-2817456″>’यूपी उपचुनाव के बाद CM योगी का हटना तय’, अखिलेश यादव के विधायक का दावा बढ़ाएगा सियासी पारा</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi Pollution: दिल्ली में कोहरे की हो गई शुरुआत, AQI बहुत खराब, कब मिलेगी जहरीली हवा से राहत?