हैदराबाद की तर्ज पर कानपुर में भी अब जलभराव से निपटने के उपाय किए जाएंगे। शहर में जगह-जगह टैंक लगाकर वर्षा जल को स्टोर करने की तकनीक को अपनाया जायेगा। इस तरह एकत्र पानी को जरूरत पड़ने पर सिंचाई व अन्य कार्यों के लिये उपयोग भी किया जा सकेगा। अधिकारियों ने दिया प्रेजेंटेशन
बुधवार को हैदराबाद नगर निगम में दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुई महापौर प्रमिला पांडेय को जब अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिखाया तो वह प्रभावित हुईं और इसी तर्ज पर कानपुर में भी जलभराव की समस्या को दूर करने की बात कही। 5 शहरों के मेयर हुए शामिल
हैदराबाद नगर निगम में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश के पांच शहरों कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर के महापौर पहुंचे हैं। बुधवार को नगर निगम हैदराबाद के अधिकारियों ने इन सभी मेयरों के सामने एक प्रेजेंटेशन देकर ये बताया कि मॉनसून के महीने में शहरों में होने वाले जलभराव से किस तरह प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। दस लाख लीटर की क्षमता के टैंक
हैदराबाद ने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पूरे शहर में जगह जगह वर्षा जल धारण टैंक बनाए हैं। जिसके तहत अतिरिक्त वर्षा जल को एकत्रित करके इसको सिचाईं और अन्य कामों में लाया जाता है। हैदराबाद नगर निगम ने पूरे शहर में 1, 2, 5 और दस लाख लीटर की क्षमता के टैंक बनाए हैं। इन टैंकों को शहर में खासकर निचले इलाकों में स्थापित किया है। कानपुर में भी इसे अपनाया जा सकता है। कानपुर में जलभराव बड़ी समस्या
महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि नगर निगम, कानपुर में जलभराव एक बहुत बड़ी समस्या है। महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि भारी बारिश के बावजूद हैदराबाद में जलभराव नहीं होता है। कुछ ही देर में सड़कों से सारा पानी निकल जाता है। अब इसी सिस्टम के तहत कानपुर में भी काम होगा। जिससे शहर में जलभराव का प्रभावी समाधान निकाला जा सके और जनता को राहत मिल सके। हैदराबाद की तर्ज पर कानपुर में भी अब जलभराव से निपटने के उपाय किए जाएंगे। शहर में जगह-जगह टैंक लगाकर वर्षा जल को स्टोर करने की तकनीक को अपनाया जायेगा। इस तरह एकत्र पानी को जरूरत पड़ने पर सिंचाई व अन्य कार्यों के लिये उपयोग भी किया जा सकेगा। अधिकारियों ने दिया प्रेजेंटेशन
बुधवार को हैदराबाद नगर निगम में दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुई महापौर प्रमिला पांडेय को जब अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिखाया तो वह प्रभावित हुईं और इसी तर्ज पर कानपुर में भी जलभराव की समस्या को दूर करने की बात कही। 5 शहरों के मेयर हुए शामिल
हैदराबाद नगर निगम में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश के पांच शहरों कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर के महापौर पहुंचे हैं। बुधवार को नगर निगम हैदराबाद के अधिकारियों ने इन सभी मेयरों के सामने एक प्रेजेंटेशन देकर ये बताया कि मॉनसून के महीने में शहरों में होने वाले जलभराव से किस तरह प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। दस लाख लीटर की क्षमता के टैंक
हैदराबाद ने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पूरे शहर में जगह जगह वर्षा जल धारण टैंक बनाए हैं। जिसके तहत अतिरिक्त वर्षा जल को एकत्रित करके इसको सिचाईं और अन्य कामों में लाया जाता है। हैदराबाद नगर निगम ने पूरे शहर में 1, 2, 5 और दस लाख लीटर की क्षमता के टैंक बनाए हैं। इन टैंकों को शहर में खासकर निचले इलाकों में स्थापित किया है। कानपुर में भी इसे अपनाया जा सकता है। कानपुर में जलभराव बड़ी समस्या
महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि नगर निगम, कानपुर में जलभराव एक बहुत बड़ी समस्या है। महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि भारी बारिश के बावजूद हैदराबाद में जलभराव नहीं होता है। कुछ ही देर में सड़कों से सारा पानी निकल जाता है। अब इसी सिस्टम के तहत कानपुर में भी काम होगा। जिससे शहर में जलभराव का प्रभावी समाधान निकाला जा सके और जनता को राहत मिल सके। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर