वाराणसी लोकसभा में वोटिंग शुरू:PM मोदी के खिलाफ कांग्रेस से अजय राय; बसपा से अतहर जमाल लारी मैदान में

वाराणसी लोकसभा में वोटिंग शुरू:PM मोदी के खिलाफ कांग्रेस से अजय राय; बसपा से अतहर जमाल लारी मैदान में

वाराणसी में लोकसभा चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। लोकसभा में 5 विधानसभा क्षेत्रों हैं, जिनमें 1909 बूथ बनाए गए हैं। शहर से लेकर देहात तक पोलिंग स्टेशन पर सुबह मॉकपोल के साथ मतदान शुरू हुआ। काशी के दंगल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी हैं। उनके सामने कांग्रेस के अजय राय और बसपा के अतहर जमाल लारी मैदान में हैं। वाराणसी में 19,97, 577 वोटर करेंगे मताधिकार का प्रयोग
लोकतंत्र के महाकुंभ के अंतिम चरण में 660 मतदान केन्द्रों के 1909 मतदान स्थलों पर वोट डाले जाएंगे। इसमें 19 लाख 97 हजार 577 मतदाता वाराणसी सीट पर वोट करेंगे। दो बार वाराणसी का सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद से मैदान में उतरे हैं। वाराणसी सीट के लिए शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी, कैंट, रोहनिया, सेवापुरी विधानसभा के मतदाता वोट करेंगे। वहीं, चंदौली लोकसभा के लिए भी वाराणसी की दो विधानसभा अजगरा और शिवपुर के मतदाता बूथ पर जाएंगे। वाराणसी में कांग्रेस के अजय राय कितनी फाइट में हैं?
राजनीतिक विशेषज्ञ राजेश गुप्ता ने कहा- चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के होने से पूर्वांचल में फिजा बदल गई है। सभी प्रत्याशी मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अब तक की सबसे बड़ी जीत होने वाली है। अजय राय PM के खिलाफ तीसरी बार मैदान में
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय काशी में PM नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। पहला चुनाव उन्होंने 2009 में वाराणसी से लड़ा, तब उन्हें 1.23 लाख वोट मिले। तब भाजपा से मुरली मनोहर जोशी जीते थे। 2014 में अजय कांग्रेस से चुनाव मैदान में आए। नरेंद्र मोदी ने 5.81 लाख वोट लेकर जीत दर्ज की। अजय राय को सिर्फ 75 हजार वोट मिले थे। 2019 का चुनाव अजय राय भले ही नरेंद्र मोदी के सामने हार गए। मगर उनका वोट शेयर 7.04% बढ़ गया था। उन्हें 1.52 लाख वोट मिले। बसपा ने अतहर जमाल लारी पर लगाया है दांव
अतहर जमाल लारी वाराणसी में बसपा से मैदान में हैं। अतहर ने साल 2012 में वाराणसी की शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल से चुनाव लड़ा और रनरअप थे। 2.5 लाख मुस्लिम आबादी के बीच वह चुनाव प्रचार कर रहे हैं। बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में होने का फायदा उन्हें मिलना तय है। दलित वोट भी मिल सकता है। PM के खिलाफ मैदान में 7 प्रत्याशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी पर सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके राष्ट्रीय दलों में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और बसपा प्रत्याशी अतहर जमाल लारी के नामांकन पत्र सही पाए गए। राज्य स्तर के राजनीतिक दलों में युग तुलसी पार्टी के कोलीशेट्टी, अपना दल कमेरावादी के गगन प्रकाश हैं। निर्दलियों में दो प्रत्याशी दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी भी ताल ठोंक रहे हैं। बता दें कि पीएम के खिलाफ नामांकन पत्रों की जांच में 33 प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होने के बाद संख्या आठ बची है। बता दें कि वाराणसी में 41 प्रत्याशियों ने कुल 55 पर्चे भरे थे। PM मोदी और अजय राय ने चार-चार सेट में पर्चा भरा था। शिवकुमार ने भी चार सेट में पर्चा भरा था। कुल 55 पर्चों में कुल 17 स्वीकार हुए थे, 33 प्रत्याशियों के 38 नामांकन पत्र रद्द किए गए थे। मोदी बड़ी लकीर खींचने की राह पर
इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड बनाने की राह पर हैं। जीत की हैट्रिक के साथ वह पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की कतार में आ जाएंगे। इन दोनों ने यूपी के निर्वाचन क्षेत्र से 3 बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। प्रधानमंत्री रहते हुए नेहरू फूलपुर सीट से 3 चुनाव लगातार जीते। इंदिरा गांधी ने रायबरेली से यही रिकॉर्ड बनाया, हालांकि वह जीत की हैट्रिक नहीं लगा सकी थीं। अगर मोदी वाराणसी लगातार तीसरा चुनाव जीत जाते हैं तो नया रिकॉर्ड उनके नाम पर होगा। सबसे छोटी और बड़ी जीत का रिकॉर्ड
वाराणसी से सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों जीत का रिकॉर्ड भाजपा के नाम है। 2009 में भाजपा के कद्दावर नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कड़े मुकाबले में बसपा के मुख्‍तार अंसारी को सिर्फ 17,211 मतों से शिकस्‍त दी थी। यह वाराणसी सीट पर भाजपा की सबसे छोटी जीत थी। 2019 के चुनाव में PM मोदी ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से पीछे छोड़कर जीत दर्ज की थी। यह वाराणसी में भाजपा की सबसे बड़ी जीत थी। इस रिकॉर्ड को भाजपा और बड़ा करना चाहती है। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
वाराणसी में चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए मतदान स्थलों पर कैमरे के अलावा 32 ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी। 34 क्विक रिएक्शन टीम सशस्त्र जवानों की तैनात की गई है जो किसी भी हालात से मोर्चा लेगी। इसके साथ 63 स्पेशल टीम 72 घंटे पहले ही अलर्ट कर दी गई है। मतदान स्थल की सुरक्षा के लिए 1700 सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स व 800 पीएससी के जवानों की तैनाती की गई है। 12500 पुलिस कर्मियों को चुनावी ड्यूटी में तैनात किया गया है। 29 पिकेट बनाकर वाराणसी को आठ ओर से सील कर दिया गया है। पड़ोस के सभी जनपद के बॉर्डर पर 56 बैरियर लगाकर टीम लगाई है। मॉडल बूथ पर अलग इंतजाम
वाराणसी में मॉडल पोलिंग बूथ के रूप में वाराणसी विकास प्राधिकरण नगर निगम वाराणसी प्रशासन अलग-अलग पोलिंग बूथ को मॉडल के रूप में डेवलप करेगा। वाराणसी विकास प्राधिकरण 20 मॉडल मतदान स्थल बना रहा है, जिसमें मुख्य रूप से प्राथमिक विद्यालय चौकाघाट, मलदहिया रघुवीर तेलिया बाग, बेसिक प्राथमिक विद्यालय माता प्रसाद चौकाघाट सहित अन्य शामिल है। वाराणसी लोक सभा क्षेत्र में मतदाता मतदान स्थल और अन्य विवरण वाराणसी में लोकसभा चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। लोकसभा में 5 विधानसभा क्षेत्रों हैं, जिनमें 1909 बूथ बनाए गए हैं। शहर से लेकर देहात तक पोलिंग स्टेशन पर सुबह मॉकपोल के साथ मतदान शुरू हुआ। काशी के दंगल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी हैं। उनके सामने कांग्रेस के अजय राय और बसपा के अतहर जमाल लारी मैदान में हैं। वाराणसी में 19,97, 577 वोटर करेंगे मताधिकार का प्रयोग
लोकतंत्र के महाकुंभ के अंतिम चरण में 660 मतदान केन्द्रों के 1909 मतदान स्थलों पर वोट डाले जाएंगे। इसमें 19 लाख 97 हजार 577 मतदाता वाराणसी सीट पर वोट करेंगे। दो बार वाराणसी का सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद से मैदान में उतरे हैं। वाराणसी सीट के लिए शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी, कैंट, रोहनिया, सेवापुरी विधानसभा के मतदाता वोट करेंगे। वहीं, चंदौली लोकसभा के लिए भी वाराणसी की दो विधानसभा अजगरा और शिवपुर के मतदाता बूथ पर जाएंगे। वाराणसी में कांग्रेस के अजय राय कितनी फाइट में हैं?
राजनीतिक विशेषज्ञ राजेश गुप्ता ने कहा- चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के होने से पूर्वांचल में फिजा बदल गई है। सभी प्रत्याशी मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अब तक की सबसे बड़ी जीत होने वाली है। अजय राय PM के खिलाफ तीसरी बार मैदान में
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय काशी में PM नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। पहला चुनाव उन्होंने 2009 में वाराणसी से लड़ा, तब उन्हें 1.23 लाख वोट मिले। तब भाजपा से मुरली मनोहर जोशी जीते थे। 2014 में अजय कांग्रेस से चुनाव मैदान में आए। नरेंद्र मोदी ने 5.81 लाख वोट लेकर जीत दर्ज की। अजय राय को सिर्फ 75 हजार वोट मिले थे। 2019 का चुनाव अजय राय भले ही नरेंद्र मोदी के सामने हार गए। मगर उनका वोट शेयर 7.04% बढ़ गया था। उन्हें 1.52 लाख वोट मिले। बसपा ने अतहर जमाल लारी पर लगाया है दांव
अतहर जमाल लारी वाराणसी में बसपा से मैदान में हैं। अतहर ने साल 2012 में वाराणसी की शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल से चुनाव लड़ा और रनरअप थे। 2.5 लाख मुस्लिम आबादी के बीच वह चुनाव प्रचार कर रहे हैं। बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में होने का फायदा उन्हें मिलना तय है। दलित वोट भी मिल सकता है। PM के खिलाफ मैदान में 7 प्रत्याशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी पर सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके राष्ट्रीय दलों में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और बसपा प्रत्याशी अतहर जमाल लारी के नामांकन पत्र सही पाए गए। राज्य स्तर के राजनीतिक दलों में युग तुलसी पार्टी के कोलीशेट्टी, अपना दल कमेरावादी के गगन प्रकाश हैं। निर्दलियों में दो प्रत्याशी दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी भी ताल ठोंक रहे हैं। बता दें कि पीएम के खिलाफ नामांकन पत्रों की जांच में 33 प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होने के बाद संख्या आठ बची है। बता दें कि वाराणसी में 41 प्रत्याशियों ने कुल 55 पर्चे भरे थे। PM मोदी और अजय राय ने चार-चार सेट में पर्चा भरा था। शिवकुमार ने भी चार सेट में पर्चा भरा था। कुल 55 पर्चों में कुल 17 स्वीकार हुए थे, 33 प्रत्याशियों के 38 नामांकन पत्र रद्द किए गए थे। मोदी बड़ी लकीर खींचने की राह पर
इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड बनाने की राह पर हैं। जीत की हैट्रिक के साथ वह पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की कतार में आ जाएंगे। इन दोनों ने यूपी के निर्वाचन क्षेत्र से 3 बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। प्रधानमंत्री रहते हुए नेहरू फूलपुर सीट से 3 चुनाव लगातार जीते। इंदिरा गांधी ने रायबरेली से यही रिकॉर्ड बनाया, हालांकि वह जीत की हैट्रिक नहीं लगा सकी थीं। अगर मोदी वाराणसी लगातार तीसरा चुनाव जीत जाते हैं तो नया रिकॉर्ड उनके नाम पर होगा। सबसे छोटी और बड़ी जीत का रिकॉर्ड
वाराणसी से सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों जीत का रिकॉर्ड भाजपा के नाम है। 2009 में भाजपा के कद्दावर नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कड़े मुकाबले में बसपा के मुख्‍तार अंसारी को सिर्फ 17,211 मतों से शिकस्‍त दी थी। यह वाराणसी सीट पर भाजपा की सबसे छोटी जीत थी। 2019 के चुनाव में PM मोदी ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से पीछे छोड़कर जीत दर्ज की थी। यह वाराणसी में भाजपा की सबसे बड़ी जीत थी। इस रिकॉर्ड को भाजपा और बड़ा करना चाहती है। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
वाराणसी में चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए मतदान स्थलों पर कैमरे के अलावा 32 ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी। 34 क्विक रिएक्शन टीम सशस्त्र जवानों की तैनात की गई है जो किसी भी हालात से मोर्चा लेगी। इसके साथ 63 स्पेशल टीम 72 घंटे पहले ही अलर्ट कर दी गई है। मतदान स्थल की सुरक्षा के लिए 1700 सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स व 800 पीएससी के जवानों की तैनाती की गई है। 12500 पुलिस कर्मियों को चुनावी ड्यूटी में तैनात किया गया है। 29 पिकेट बनाकर वाराणसी को आठ ओर से सील कर दिया गया है। पड़ोस के सभी जनपद के बॉर्डर पर 56 बैरियर लगाकर टीम लगाई है। मॉडल बूथ पर अलग इंतजाम
वाराणसी में मॉडल पोलिंग बूथ के रूप में वाराणसी विकास प्राधिकरण नगर निगम वाराणसी प्रशासन अलग-अलग पोलिंग बूथ को मॉडल के रूप में डेवलप करेगा। वाराणसी विकास प्राधिकरण 20 मॉडल मतदान स्थल बना रहा है, जिसमें मुख्य रूप से प्राथमिक विद्यालय चौकाघाट, मलदहिया रघुवीर तेलिया बाग, बेसिक प्राथमिक विद्यालय माता प्रसाद चौकाघाट सहित अन्य शामिल है। वाराणसी लोक सभा क्षेत्र में मतदाता मतदान स्थल और अन्य विवरण   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर