पंजाब में सरकारी विभागों की सब्सिडी और बिजली बिल की राशि बकाया है। पंजाब सरकार द्वारा वर्तमान सब्सिडी बिल का भुगतान नहीं किया गया है। कुल 13,600 करोड़ रुपए की राशि बकाया है, जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इसको लेकर जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर निशाना साधा है। परगट सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा- मुख्यमंत्री भगवंत मंचों से झूठे दावे कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब का बिजली विभाग इस महीने 13,600 करोड़ रुपए के बकाया के बोझ तले दबा हुआ है। जिससे पावरकॉम को चलाना भी मुश्किल हो रहा है। आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने पंजाब की सरकारी संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है। महज ढाई साल में राज्य का कर्ज एक लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। क्या यही वह ‘परिवर्तन’ है जिसका आपने वादा किया था? वित्तीय संकट से जूझ रहा पंजाब पावरकॉम विधायक परगट सिंह द्वारा किए गए पोस्ट में एक लेटर भी अटैच किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि इस वर्ष का सब्सिडी बकाया बिल 4,500 करोड़ रुपए है और पिछले वर्ष की राशि 5,500 करोड़ रुपए थी। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों पर बिजली बिल का बकाया 3,600 करोड़ रुपए है। बकाया राशि की कुल राशि 13,600 करोड़ रुपए (पिछले वर्ष के 5,500 करोड़ रुपए के बकाया सहित) है। जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इस संबंध में जारी पत्र में लिखा गया है कि वित्त मंत्री से अनुरोध किया गया है कि विद्युत निगम को चालू वित्त वर्ष का बकाया सब्सिडी बिल 6,300 करोड़ रुपए (पिछले बकाये की 1,800 करोड़ रुपए की किस्त सहित) का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए जाएं। वित्त विभाग को 3,600 करोड़ रुपए का भुगतान तुरंत जारी करने के लिए पत्र जारी किया जाए तथा विभिन्न सरकारी विभागों के बिजली बिलों के निपटान के लिए तत्काल आधार पर नीति तैयार की जाए। विधायक परगट सिंह द्वारा शेयर किया गया लेटर…. पंजाब में सरकारी विभागों की सब्सिडी और बिजली बिल की राशि बकाया है। पंजाब सरकार द्वारा वर्तमान सब्सिडी बिल का भुगतान नहीं किया गया है। कुल 13,600 करोड़ रुपए की राशि बकाया है, जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इसको लेकर जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर निशाना साधा है। परगट सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा- मुख्यमंत्री भगवंत मंचों से झूठे दावे कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब का बिजली विभाग इस महीने 13,600 करोड़ रुपए के बकाया के बोझ तले दबा हुआ है। जिससे पावरकॉम को चलाना भी मुश्किल हो रहा है। आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने पंजाब की सरकारी संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है। महज ढाई साल में राज्य का कर्ज एक लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। क्या यही वह ‘परिवर्तन’ है जिसका आपने वादा किया था? वित्तीय संकट से जूझ रहा पंजाब पावरकॉम विधायक परगट सिंह द्वारा किए गए पोस्ट में एक लेटर भी अटैच किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि इस वर्ष का सब्सिडी बकाया बिल 4,500 करोड़ रुपए है और पिछले वर्ष की राशि 5,500 करोड़ रुपए थी। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों पर बिजली बिल का बकाया 3,600 करोड़ रुपए है। बकाया राशि की कुल राशि 13,600 करोड़ रुपए (पिछले वर्ष के 5,500 करोड़ रुपए के बकाया सहित) है। जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इस संबंध में जारी पत्र में लिखा गया है कि वित्त मंत्री से अनुरोध किया गया है कि विद्युत निगम को चालू वित्त वर्ष का बकाया सब्सिडी बिल 6,300 करोड़ रुपए (पिछले बकाये की 1,800 करोड़ रुपए की किस्त सहित) का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए जाएं। वित्त विभाग को 3,600 करोड़ रुपए का भुगतान तुरंत जारी करने के लिए पत्र जारी किया जाए तथा विभिन्न सरकारी विभागों के बिजली बिलों के निपटान के लिए तत्काल आधार पर नीति तैयार की जाए। विधायक परगट सिंह द्वारा शेयर किया गया लेटर…. पंजाब | दैनिक भास्कर
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पटियाला में राजकीय सम्मान के साथ पूर्वमंत्री का संस्कार:बीमारी से हुआ मुखमैलपुर का निधन, घनौर से चुनाव लड़ बने थे मंत्री पंजाब के पूर्व मंत्री अजायब सिंह मुखमैलपुर (75 वर्ष) का कल बीमारी के चलते निधन हो गया था। आज उनका उनके पैतृक गांव मुखमेलपुर में पूरे सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री पंजाब की ओर से डिप्टी कमिश्नर पटियाला प्रीति यादव ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर पटियाला पुलिस यूनिट ने पूर्व मंत्री को सलामी दी। दिवंगत अजायब सिंह मुखमैलपुर उनके बेटे अजयप्रीत सिंह मुखमैलपुर मुखाग्नि दी। गौरतलब है कि अजायब सिंह 1997 में घनौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और पंजाब के कैबिनेट मंत्री बने। अपने पीछे वह पत्नी हरप्रीत कौर पूर्व विधायक, बेटे अजयप्रीत सिंह, बेटियां और दामाद हरनीत कौर और हरिंदरपाल सिंह टोहरा, परनीत कौर और सिमरनजोत सिंह ढिल्लों को छोड़ गए हैं। परिजनों के मुताबिक उनका अंगीठा संभालने की रस्म 6 जनवरी को सुबह नौ बजे गांव मुखमैलपुर में होगी। जमीन से जुडे़ नेता थे अजायब सिंह दिवंगत पूर्व मंत्री के अंतिम संस्कार के मौके पर सनौर हलके के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा के बेटे हरजशन सिंह पठानमाजरा ने श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि अजायब सिंह एक जमीन से जुड़े नेता थे, जिन्होंने लोगों की सेवा के लिए जीवन अर्पित किया। इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम दूधनसाधा कृपालवीर सिंह और एसएसपी डा. नानक सिंह की ओर से एसपी राजेश छिब्बर ने श्रद्धांजलि दी। अंतिम संस्कार के अवसर पर गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी परनाम सिंह द्वारा अरदास की गई। इन लोगों ने दी श्रद्धांजलि गुरुद्वारा बहादुरगढ़ साहिब के मुख्य ग्रंथी अवतार सिंह, हिंदू तख्त के महंत ब्रह्मानंद गिरि, पूर्व लोकसभा सदस्य प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, पूर्व मंत्री हरमेल सिंह टोहरा, आदेश प्रताप सिंह कैरों और डा. दलजीत सिंह चीमा, पूर्व विधायक मदनलाल जलालपुर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य कुलदीप कौर टोहरा, सुरजीत सिंह गढ़ी, जरनैल सिंह करतारपुर सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक नेताओं, वर्तमान और पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों और इलाकावासियों ने विदाई दी।