वेब सीरीज ने मेरे बेटे को बनाया हत्यारा:दिन भर देखता था मोबाइल, मिर्जापुर में मृतक के पिता ने कहा- गांव के लड़कों ने मार डाला

वेब सीरीज ने मेरे बेटे को बनाया हत्यारा:दिन भर देखता था मोबाइल, मिर्जापुर में मृतक के पिता ने कहा- गांव के लड़कों ने मार डाला

मैं दिव्यांग हूं। मुझे अपने बेटे से बहुत उम्मीद थी। बड़ा होकर सहारा बनेगा। लेकिन मेरे बेटे को मोबाइल की लत गई। पूरे दिन मोबाइल पर फिल्में और वेब सीरीज देखता रहता था। मुझे नहीं पता था कि एक दिन ये मोबाइल ही उसको आरोपी बना देगा। उसको बहुत जल्दी अमीर बनने का शौक था। वह अपने आप को ‘कालीन भैया’ कहता था। अपने दोस्तों से कहता था- मुझे कालीन भैया कहो। वह अपने में ही मस्त रहता था। ये कहना है उस पिता का, जिसके नाबालिग बेटे ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर बोलेरो मालिक को शराब पिलाई। फिर गाड़ी लेकर फरार हो गए। ​​​​​​दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कम्हारी गांव पहुंची। 2 आरोपी इसी गांव के हैं। दोनों के घर आमने-सामने हैं। टीम ने उनके घर वालों से बात की। उन किशोरों के बारे में जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मेरे बेटे को मोबाइल की लग गई थी लत
टीम सबसे पहले उस आरोपी के घर पहुंची, जो खुद को कालीन भैया कहलवाता था। परिवार बेहद गरीब है। दिव्यांग पिता मजदूरी करते हैं। कक्षा 11 में पढ़ने वाले किशोर के पिता सुजीत तिवारी ने बताया- वह शटरिंग का काम करते हैं। दो बेटी और इकलौते बेटे की जिम्मेदारी ऊपर हैं। 7 वर्ष पहले सड़क हादसे में दाहिने पैर की कटोरी टूट जाने से वह कायदे से चल फिर भी नहीं पाते हैं। गांव के ही एक व्यक्ति ने पशुओं की सेवा करने के लिए मोबाइल दिया था, जिससे जब चाहे तब बुला सके। उसी मोबाइल को बेटा चलाता था। मोबाइल ही उनके लिए परेशानी का कारण बन गया। मेरे सामने मेरे बेटे को पुलिस ले गई। हम लोगों को बाद में पता चला कि उसने हत्या की। ‘बेटे के बारे में पूछा और पोते को ले गए’
इसके बाद टीम सामने वाले घर पहुंची। जहां दूसरा आरोपी रहता था। उसके पिता गुड्डू यादव ने कहा- मेरे बड़े बेटे को पुलिस ले गई। मैं रेणुकूट में ट्रक चलाकर परिवार का खर्च चलाता हूं। बड़ा बेटा कक्षा दसवीं का छात्र हैं। छोटा आठवीं की पढ़ाई कर रहा है। आरोपी की दादी ने बताया- सादी वर्दी में कुछ लोग आए थे। बेटे के बारे में पूछा। बताया गया कि वह बाहर रहते हैं। मोबाइल के बारे में जानकारी ली। पोते ने बताया- सिम पापा के नाम है और मोबाइल मैं चलाता हूं। पुलिस उसे अपने साथ गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई। बुधवार को उसके लूट और हत्या में शामिल होने की जानकारी मिली। अभी तक नहीं किया गया अंतिम संस्कार
इसके बाद हम मृतक प्रमोद गुप्ता के घर पहुंचे। बोलेरो चालक प्रमोद गुप्ता का मिले कंकाल का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। लूट और हत्या के मामले में 3 नाबालिग समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर 16 अप्रैल को खुलासा किया गया । 10 को युवक लापता हुआ, 12 को मामला दर्ज किया गया। 14 को बेहुती जंगल से नर कंकाल बरामद किया गया। अब खुलासे से किशोरों का परिवार सदमें में हैं। कक्षा 9 और 11 में पढ़ने वाले बच्चों ने मिर्जापुर वेब सीरीज देख ऐसा कदम उठाया कि परिवार के आंसू नहीं थम रहे है। दोनों पक्ष के लोगों में मातम पसरा हैं। अब तक मृतक के परिवार को शव नहीं मिला है। मृतक प्रमोद के घर पर कोहराम मचा हैं। मां अपनों के बीच बैठी आंसू बहा रही हैं। तीन बेटों में से दो की शादी करने के बाद 2 साल में प्रदीप की भी शादी की चर्चा परिवार में होती थी। अपनी तीसरी बहू लाने का सपना देखा था, जो एक ही झटके चकनाचूर हो गया। मेरे गांव के लड़कों ने मेरे बेटे को मार डाला मृतक के पिता तौलन ने बताया- सबसे छोटा बेटा परिवार को संभालता था। गांव में किसी को जरूरत पड़ती थी तो गाड़ी लेकर चला जाता था। गांव के दो लड़कों ने विदाई के नाम पर उसे ले गए। अगर उन्हें का पता होता तो वह नहीं जाने देते। बेटे की मौत के बाद उसके शव का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस डीएनए टेस्ट करा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कानूनी कार्रवाई करते हुए शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। अब पढ़िए पूरा मामला… 10 अप्रैल को बोलेरो लेकर निकला था प्रमोद
यह पूरा मामला पड़री थाना क्षेत्र का है। क्षेत्र के कम्हारी गांव निवासी अमित कुमार गुप्ता ने 12 अप्रैल को पुलिस से एक शिकायत की। बताया, उसका छोटा भाई प्रमोद गुप्ता (26 साल) 10 अप्रैल को अपनी बोलेरो लेकर विदाई कराने निकला था, लेकिन रात तक घर नहीं लौटा। पुलिस ने अमित की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की और जांच शुरू की। 14 अप्रैल को थाना लालगंज के बहुती जंगल में नरकंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक टीम और स्थानीय थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से मिले जूते-मोजे और टूटा मोबाइल देखकर परिजनों ने शव की शिनाख्त प्रमोद गुप्ता के रूप में की। हत्या और लूट का केस दर्ज
लाश मिलने के बाद पुलिस ने केस में हत्या और लूट की धाराएं बढ़ाईं। एसएसपी सोमेन बर्मा के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर ओपी सिंह और सीओ अमर बहादुर की निगरानी में तीन टीमें, एसओजी और सर्विलांस टीम गठित की गईं। बुधवार, 16 अप्रैल को पुलिस तीन नाबालिग लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआत में तीनों ने खुद को बेकसूर बताया। बाद में टूट गए और जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू, खून से सनी शर्ट और लूटी गई बोलेरो को बरामद किया। आरोपियों की उम्र 15 से 17 साल के बीच है। पूछताछ में सामने आया खौफनाक प्लान
पकड़े गए तीनों नाबालिग ने बताया- उन्होंने करीब 10-15 दिन पहले से योजना बनाई थी कि बोलेरो बुक कर ड्राइवर की हत्या कर वाहन लूट लेंगे। प्लानिंग के तहत विदाई कराने के बहाने प्रमोद को बुलाया गया, उसे अधिक शराब पिलाई गई और नशे की हालत में चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को जंगल में छिपा दिया गया और बोलेरो को ₹1.35 लाख में बेचने की डील की गई। चौथा आरोपी बोलेरो खरीदने वाला निकला
नाबालिगों ने ने कबूल किया कि बोलेरो की मैट और म्यूजिक सिस्टम उन्होंने हेमंत कुमार पांडेय उर्फ दीपक निवासी पथरौर, थाना संतनगर के पास रखवा दिया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने हेमंत को भी प्राथमिक विद्यालय पथरौर के पास से गिरफ्तार कर बोलेरो से जुड़ा सामान बरामद कर लिया। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया- 12 अप्रैल को दर्ज मामले में पुलिस ने मृतक का शव बरामद करने के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मिर्जापुर वेब सीरीज देखकर जल्दी धनवान बनने के लिए लूट की योजना तीन नाबालिगों ने हत्या की योजना बनाई। बोलेरो को बेचने के लिए एक व्यक्ति को दिया था। बोलेरो बिक पाता कि वाहन जब्त कर चारों आरोपियों को पकड़कर हत्या और लूट कांड का खुलासा कर दिया गया है। ———————- ये खबर भी पढ़ें… डॉक्टर ने बच्चे को सिगरेट पिलाकर जुकाम का इलाज किया:जालौन में कश लगाकर पीने का तरीका भी सिखाया, CMO ने अस्पताल से हटाया जालौन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां माता-पिता के साथ अस्पताल आए एक बच्चे का इलाज डॉक्टर ने सिगरेट पिलाकर किया। डॉक्टर ने बच्चे के हाथ में सिगरेट थमाई और लाइटर से उसे जलाया। पढ़ें पूरी खबर… मैं दिव्यांग हूं। मुझे अपने बेटे से बहुत उम्मीद थी। बड़ा होकर सहारा बनेगा। लेकिन मेरे बेटे को मोबाइल की लत गई। पूरे दिन मोबाइल पर फिल्में और वेब सीरीज देखता रहता था। मुझे नहीं पता था कि एक दिन ये मोबाइल ही उसको आरोपी बना देगा। उसको बहुत जल्दी अमीर बनने का शौक था। वह अपने आप को ‘कालीन भैया’ कहता था। अपने दोस्तों से कहता था- मुझे कालीन भैया कहो। वह अपने में ही मस्त रहता था। ये कहना है उस पिता का, जिसके नाबालिग बेटे ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर बोलेरो मालिक को शराब पिलाई। फिर गाड़ी लेकर फरार हो गए। ​​​​​​दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कम्हारी गांव पहुंची। 2 आरोपी इसी गांव के हैं। दोनों के घर आमने-सामने हैं। टीम ने उनके घर वालों से बात की। उन किशोरों के बारे में जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मेरे बेटे को मोबाइल की लग गई थी लत
टीम सबसे पहले उस आरोपी के घर पहुंची, जो खुद को कालीन भैया कहलवाता था। परिवार बेहद गरीब है। दिव्यांग पिता मजदूरी करते हैं। कक्षा 11 में पढ़ने वाले किशोर के पिता सुजीत तिवारी ने बताया- वह शटरिंग का काम करते हैं। दो बेटी और इकलौते बेटे की जिम्मेदारी ऊपर हैं। 7 वर्ष पहले सड़क हादसे में दाहिने पैर की कटोरी टूट जाने से वह कायदे से चल फिर भी नहीं पाते हैं। गांव के ही एक व्यक्ति ने पशुओं की सेवा करने के लिए मोबाइल दिया था, जिससे जब चाहे तब बुला सके। उसी मोबाइल को बेटा चलाता था। मोबाइल ही उनके लिए परेशानी का कारण बन गया। मेरे सामने मेरे बेटे को पुलिस ले गई। हम लोगों को बाद में पता चला कि उसने हत्या की। ‘बेटे के बारे में पूछा और पोते को ले गए’
इसके बाद टीम सामने वाले घर पहुंची। जहां दूसरा आरोपी रहता था। उसके पिता गुड्डू यादव ने कहा- मेरे बड़े बेटे को पुलिस ले गई। मैं रेणुकूट में ट्रक चलाकर परिवार का खर्च चलाता हूं। बड़ा बेटा कक्षा दसवीं का छात्र हैं। छोटा आठवीं की पढ़ाई कर रहा है। आरोपी की दादी ने बताया- सादी वर्दी में कुछ लोग आए थे। बेटे के बारे में पूछा। बताया गया कि वह बाहर रहते हैं। मोबाइल के बारे में जानकारी ली। पोते ने बताया- सिम पापा के नाम है और मोबाइल मैं चलाता हूं। पुलिस उसे अपने साथ गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई। बुधवार को उसके लूट और हत्या में शामिल होने की जानकारी मिली। अभी तक नहीं किया गया अंतिम संस्कार
इसके बाद हम मृतक प्रमोद गुप्ता के घर पहुंचे। बोलेरो चालक प्रमोद गुप्ता का मिले कंकाल का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। लूट और हत्या के मामले में 3 नाबालिग समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर 16 अप्रैल को खुलासा किया गया । 10 को युवक लापता हुआ, 12 को मामला दर्ज किया गया। 14 को बेहुती जंगल से नर कंकाल बरामद किया गया। अब खुलासे से किशोरों का परिवार सदमें में हैं। कक्षा 9 और 11 में पढ़ने वाले बच्चों ने मिर्जापुर वेब सीरीज देख ऐसा कदम उठाया कि परिवार के आंसू नहीं थम रहे है। दोनों पक्ष के लोगों में मातम पसरा हैं। अब तक मृतक के परिवार को शव नहीं मिला है। मृतक प्रमोद के घर पर कोहराम मचा हैं। मां अपनों के बीच बैठी आंसू बहा रही हैं। तीन बेटों में से दो की शादी करने के बाद 2 साल में प्रदीप की भी शादी की चर्चा परिवार में होती थी। अपनी तीसरी बहू लाने का सपना देखा था, जो एक ही झटके चकनाचूर हो गया। मेरे गांव के लड़कों ने मेरे बेटे को मार डाला मृतक के पिता तौलन ने बताया- सबसे छोटा बेटा परिवार को संभालता था। गांव में किसी को जरूरत पड़ती थी तो गाड़ी लेकर चला जाता था। गांव के दो लड़कों ने विदाई के नाम पर उसे ले गए। अगर उन्हें का पता होता तो वह नहीं जाने देते। बेटे की मौत के बाद उसके शव का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस डीएनए टेस्ट करा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कानूनी कार्रवाई करते हुए शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। अब पढ़िए पूरा मामला… 10 अप्रैल को बोलेरो लेकर निकला था प्रमोद
यह पूरा मामला पड़री थाना क्षेत्र का है। क्षेत्र के कम्हारी गांव निवासी अमित कुमार गुप्ता ने 12 अप्रैल को पुलिस से एक शिकायत की। बताया, उसका छोटा भाई प्रमोद गुप्ता (26 साल) 10 अप्रैल को अपनी बोलेरो लेकर विदाई कराने निकला था, लेकिन रात तक घर नहीं लौटा। पुलिस ने अमित की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की और जांच शुरू की। 14 अप्रैल को थाना लालगंज के बहुती जंगल में नरकंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक टीम और स्थानीय थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से मिले जूते-मोजे और टूटा मोबाइल देखकर परिजनों ने शव की शिनाख्त प्रमोद गुप्ता के रूप में की। हत्या और लूट का केस दर्ज
लाश मिलने के बाद पुलिस ने केस में हत्या और लूट की धाराएं बढ़ाईं। एसएसपी सोमेन बर्मा के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर ओपी सिंह और सीओ अमर बहादुर की निगरानी में तीन टीमें, एसओजी और सर्विलांस टीम गठित की गईं। बुधवार, 16 अप्रैल को पुलिस तीन नाबालिग लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआत में तीनों ने खुद को बेकसूर बताया। बाद में टूट गए और जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू, खून से सनी शर्ट और लूटी गई बोलेरो को बरामद किया। आरोपियों की उम्र 15 से 17 साल के बीच है। पूछताछ में सामने आया खौफनाक प्लान
पकड़े गए तीनों नाबालिग ने बताया- उन्होंने करीब 10-15 दिन पहले से योजना बनाई थी कि बोलेरो बुक कर ड्राइवर की हत्या कर वाहन लूट लेंगे। प्लानिंग के तहत विदाई कराने के बहाने प्रमोद को बुलाया गया, उसे अधिक शराब पिलाई गई और नशे की हालत में चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को जंगल में छिपा दिया गया और बोलेरो को ₹1.35 लाख में बेचने की डील की गई। चौथा आरोपी बोलेरो खरीदने वाला निकला
नाबालिगों ने ने कबूल किया कि बोलेरो की मैट और म्यूजिक सिस्टम उन्होंने हेमंत कुमार पांडेय उर्फ दीपक निवासी पथरौर, थाना संतनगर के पास रखवा दिया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने हेमंत को भी प्राथमिक विद्यालय पथरौर के पास से गिरफ्तार कर बोलेरो से जुड़ा सामान बरामद कर लिया। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया- 12 अप्रैल को दर्ज मामले में पुलिस ने मृतक का शव बरामद करने के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मिर्जापुर वेब सीरीज देखकर जल्दी धनवान बनने के लिए लूट की योजना तीन नाबालिगों ने हत्या की योजना बनाई। बोलेरो को बेचने के लिए एक व्यक्ति को दिया था। बोलेरो बिक पाता कि वाहन जब्त कर चारों आरोपियों को पकड़कर हत्या और लूट कांड का खुलासा कर दिया गया है। ———————- ये खबर भी पढ़ें… डॉक्टर ने बच्चे को सिगरेट पिलाकर जुकाम का इलाज किया:जालौन में कश लगाकर पीने का तरीका भी सिखाया, CMO ने अस्पताल से हटाया जालौन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां माता-पिता के साथ अस्पताल आए एक बच्चे का इलाज डॉक्टर ने सिगरेट पिलाकर किया। डॉक्टर ने बच्चे के हाथ में सिगरेट थमाई और लाइटर से उसे जलाया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर