यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव चल रहे हैं। इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा-चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही है। न आयोग को दिखाई दे रहा है न सुनाई दे रहा है। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा हार के डर से पूरे प्रशासन से दबाव बना रही है। भाजपा अधिकारियों कै जरिये गुंडागर्दी करा रही है। मैं एक बार अपने सभी मतदाताओं से अपील करना चाहता हूं कि एक बार नहीं कर बार- बार जाएं, मतदान बूथ पर डटे रहे अपना मतदान अवश्य करें। अखिलेश यादव के बयान की बड़ी बातें… 1. मतदाताओं को डराया जा रहा है अखिलेश यादव ने कहा-सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने कहा था कि पुलिस कहीं भी मतदान से रोक नहीं सकती है। लेकिन वीडियो सामने आ रहे हैं कि आयोग के निर्देश के बाद भी पुलिस मतदाताओं की आईडी चेक करके मतदाताओं को डरा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए बेइमानी कर रही है। जनता के साथ भाजपा के लोग इनके खिलाफ हैं। योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो को एकत्रित करें। 2. बेईमानी का ठप्पा लगाकर अपना करियर बर्बाद कर लेंगे अधिकारी गड़बड़ी करने वाले पुलिस व प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बक्शा नहीं जाएगा। न्यायालय का फैसला इनके खिलाफ आएगा। न्यायालय किसी को नहीं छोड़ेगा, अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। बेइमानी का ठप्पा लगाकर अपना करियर और जिंदगी बर्बाद कर लेंगे। चुनाव का फैसला सपा के पक्ष में आएगा लेकिन न्यायालय का फैसला अफसरों के खिलाफ आएगा। मेरी सुबह मुख्य निर्वाचन आयुक्त से बात हुई है, उन्होंने बेइमानी करने वाले अफसरों की जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि सुनने में यह भी आ रहा है कि 4-5 अफसर गड़बड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास डीएम और एसपी हैं। भाजपा बेइमानी करा रही है। भाजपा ने विकास के मुद्दे पर वोट नहीं मांगा, यह अपना सिंहासन बचाना चाहते हैं उप चुनाव के बाद सिंघासन भी चला जाएगा। 3. आंजनेय कुमार सिंह को तुरंत हटाया जाए अखिलेश यादव ने कहा- जो अधिकारी पहचान पत्र छीन रहे हैं उनका वीडियो बनाएं। जहां प्रशासन वोट डालने के लिए काम करता है, वहीं प्रशासन अब वोट नहीं डालने दे रहा है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर से मैने बात की है, मेरे उप चुनाव में वह कन्नौज के एसपी थे। मैंने उनसे कहा कि यह क्या हो रहा है? कुंदरकी के थानाध्याक्ष प्रदीप कुमार, एडीएम मुरादाबाद अजय प्रताप सिंह, मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह चुनाव में गड़बड़ी कर रहे हैं। इन्हें आयोग तुंरत हटाया जाए। 4. मैनपुरी में भी हो रही गड़बड़ी अखिलेश यादव ने कहा- मैनापुरी की थानाध्यक्ष किरणपाल सिंह, मीरापुर पुलिस थानाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, सीसामऊ के दिनेश त्रिपाठी, कानपुर के डीसीपी सेंट्रल कानपुर, चमनगंज इंस्पेक्टर दिनेश प्रताप बिष्ट, रमेश श्रीवास्तव इंस्पेक्टर करनैलगंज को जानबूझकर इन्हें मतदान रोकने के लिए तैनात किया गया है। चमनगंज और करनैलगंज में सबसे ज्यादा वोट सपा को मिलना है। यह लोग जानते हैं। 5. भाजपा के वोटर घरों से नहीं निकल रहे सपा सुप्रीमो ने कहा- भाजपा के वोटर नहीं निकल रहे हैं, गाजियाबाद में एक एक व्यापारी जीएसटी से दुखी है। जीएसटी से उनका व्यापार समाप्त हो गया है। जीएसटी व्यापारियों के भ्रष्टाचार से व्यापारी दुखी है। देखिए गाजियाबाद में। भाजपा से ज्यादा कोई झूठा नहीं है। ………………………………….. 9 सीटों पर भाजपा और सपा में मुकाबला मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें इलेक्शन की लाइव अपडेट यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव चल रहे हैं। इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा-चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही है। न आयोग को दिखाई दे रहा है न सुनाई दे रहा है। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा हार के डर से पूरे प्रशासन से दबाव बना रही है। भाजपा अधिकारियों कै जरिये गुंडागर्दी करा रही है। मैं एक बार अपने सभी मतदाताओं से अपील करना चाहता हूं कि एक बार नहीं कर बार- बार जाएं, मतदान बूथ पर डटे रहे अपना मतदान अवश्य करें। अखिलेश यादव के बयान की बड़ी बातें… 1. मतदाताओं को डराया जा रहा है अखिलेश यादव ने कहा-सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने कहा था कि पुलिस कहीं भी मतदान से रोक नहीं सकती है। लेकिन वीडियो सामने आ रहे हैं कि आयोग के निर्देश के बाद भी पुलिस मतदाताओं की आईडी चेक करके मतदाताओं को डरा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए बेइमानी कर रही है। जनता के साथ भाजपा के लोग इनके खिलाफ हैं। योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो को एकत्रित करें। 2. बेईमानी का ठप्पा लगाकर अपना करियर बर्बाद कर लेंगे अधिकारी गड़बड़ी करने वाले पुलिस व प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बक्शा नहीं जाएगा। न्यायालय का फैसला इनके खिलाफ आएगा। न्यायालय किसी को नहीं छोड़ेगा, अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। बेइमानी का ठप्पा लगाकर अपना करियर और जिंदगी बर्बाद कर लेंगे। चुनाव का फैसला सपा के पक्ष में आएगा लेकिन न्यायालय का फैसला अफसरों के खिलाफ आएगा। मेरी सुबह मुख्य निर्वाचन आयुक्त से बात हुई है, उन्होंने बेइमानी करने वाले अफसरों की जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि सुनने में यह भी आ रहा है कि 4-5 अफसर गड़बड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास डीएम और एसपी हैं। भाजपा बेइमानी करा रही है। भाजपा ने विकास के मुद्दे पर वोट नहीं मांगा, यह अपना सिंहासन बचाना चाहते हैं उप चुनाव के बाद सिंघासन भी चला जाएगा। 3. आंजनेय कुमार सिंह को तुरंत हटाया जाए अखिलेश यादव ने कहा- जो अधिकारी पहचान पत्र छीन रहे हैं उनका वीडियो बनाएं। जहां प्रशासन वोट डालने के लिए काम करता है, वहीं प्रशासन अब वोट नहीं डालने दे रहा है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर से मैने बात की है, मेरे उप चुनाव में वह कन्नौज के एसपी थे। मैंने उनसे कहा कि यह क्या हो रहा है? कुंदरकी के थानाध्याक्ष प्रदीप कुमार, एडीएम मुरादाबाद अजय प्रताप सिंह, मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह चुनाव में गड़बड़ी कर रहे हैं। इन्हें आयोग तुंरत हटाया जाए। 4. मैनपुरी में भी हो रही गड़बड़ी अखिलेश यादव ने कहा- मैनापुरी की थानाध्यक्ष किरणपाल सिंह, मीरापुर पुलिस थानाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, सीसामऊ के दिनेश त्रिपाठी, कानपुर के डीसीपी सेंट्रल कानपुर, चमनगंज इंस्पेक्टर दिनेश प्रताप बिष्ट, रमेश श्रीवास्तव इंस्पेक्टर करनैलगंज को जानबूझकर इन्हें मतदान रोकने के लिए तैनात किया गया है। चमनगंज और करनैलगंज में सबसे ज्यादा वोट सपा को मिलना है। यह लोग जानते हैं। 5. भाजपा के वोटर घरों से नहीं निकल रहे सपा सुप्रीमो ने कहा- भाजपा के वोटर नहीं निकल रहे हैं, गाजियाबाद में एक एक व्यापारी जीएसटी से दुखी है। जीएसटी से उनका व्यापार समाप्त हो गया है। जीएसटी व्यापारियों के भ्रष्टाचार से व्यापारी दुखी है। देखिए गाजियाबाद में। भाजपा से ज्यादा कोई झूठा नहीं है। ………………………………….. 9 सीटों पर भाजपा और सपा में मुकाबला मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें इलेक्शन की लाइव अपडेट उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Aligarh: कारोबारी को कबूतर पालने का शौक, अब विदेशों तक कबूतरों ने दिलाई पहचान
Aligarh: कारोबारी को कबूतर पालने का शौक, अब विदेशों तक कबूतरों ने दिलाई पहचान <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ में एक कारोबारी का अलग शौक देखने को मिला है. सन 1984 से इस कारोबारी को कबूतर पालने का शौक था. छोटे बच्चों की तरह कबूतरों की देखभाल करता है. इन्हें क्या और कब खिलाना है, बीमारी में कौनसी दवा देनी और क्या इलाज कराना है इसकी उन्हें बहुत अच्छे तरीके से जानकारी है. ये कबूतर पूरे तरीके से ट्रेंड हैं और नीरज महेश्वरी के एक इशारे पर आसमान ने उड़ान भरने को हमेशा तैयार रहते हैं. उत्तर प्रदेश के साथ साथ अन्य राज्यों में जाकर यह कबूतर पहुँचकर फ्लाइंग प्रतियोगिता में कई बार ट्राफियां लाकर नीरज माहेष्वरी का नाम रोशन करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कबूतरों से पहले संदेश भेजने का काम लिया जाता था, कबूतर अलग अलग तरीकों से एक दूसरी जगह संदेश लेकर जाते थे, पुराने जमाने मे कबूतरों से काम लिया जाता था लेकिन अब नीरज माहेश्वरी सिर्फ कबूतरों को पालते है नाकि व्यापार करते, वैसे तो अलीगढ़ में भी कबूतरों को पालने वालों की तादात है लेकिन कुछ तो ऐसे हैं जिनका प्रदेश ही नहीं देश भर में भी हैं. देशी-विदेशी कबूतरों की वैरायटी भी नीरज के यहां देखने लायक है. अलीगढ़ के कबूतरों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अलीगढ़ के साथ साथ देश मे परचम लहराया है</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अलग अलग नस्लों के हैं ढ़ाई हजार कबूतर</strong><br />दरअसल अलीगढ़ के शहर के बीचों बीच स्थित बन्ना देवी क्षेत्र के आइटीआइ रोड स्थित इंडस्ट्रीज इलाके में नीरज माहेश्वरी की हार्डवेयर की बड़ी सी फैक्ट्री है. फैक्ट्री के बाहर आपको सिर्फ बिल्डिंग नजर आएंगी लेकिन उन बिल्डिंगों के ऊपर आपको कबूतरों के आलीशान घर नजर आएंगे. दूसरी मंजिल से छठवीं मंजिल तक कबूतरों के लिए बनाए गए कमरे व लोहे के जाल के अंदर कबूतर ही कबूतर दिखेंगे. नीरज के पास ढाई हजार से अलग अलग नस्लों के नायाब कबूतर हैं. इतनी संख्या व देश में किसी कबूतर बाज के यहां इतनी तादाद में नहीं हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कबूतरों को पालने का इतनी बड़ी और अच्छी व्यवस्था आपने कभी नही देखी होगी, इनके यहां ग्रेबाज, स्वर्ख, कलदमे, सफेद, हरे, काले, अंबलसरे, मद्रासी, पंजाबी, ललदमे, कासिनी, पाकिस्तानी डब वाले कबूतर व अन्य अलग अलग तरह के 50 से अधिक कबूतरों की प्रजाति हैं. ललदमे कबूतर की पूंछ काफी लाल होती है. कल्सरे व तामड़े कबूतर इनके ही यहां मौजूद हैं. पाकिस्तानी डब कबूतर इनके अलावा किसी के पास मोजूद नहीं हैं. कबूतरों को आसमान में तय समय में उड़ाया जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/28/7b1a219a432f65ba60d0c68d7989c41e1722149710128898_original.jpg” alt=”व्यापारी को मिल चुके हैं अवार्ड” />
<figcaption>व्यापारी को मिल चुके हैं अवार्ड</figcaption>
</figure>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या खाते है कबूतर</strong><br />राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के समय दूसरे शहरों के कबूतर बाजों के चार लोग अलीगढ़ आते हैं. यहां से चार लोग वहां जाते हैं. ये लोग कबूतरों के उडऩे के घंटे नोट करते हैं. जिसके कबूतर अधिक समय तक उड़ते हैं वो ही विजेता घोषित होता है. जिला स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भी यही होता है. नीरज ग्रेबाज कबूतरों से मेरठ, मुरादाबाद, मथुरा, शिकोहाबाद, गुन्नौर आदि अन्य राज्यों व शहरों में जाकर कबूतर बाजों से हुए मुकाबले को काफी बार जीत चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नीरज के यहां कबूतरों को प्यार और दुलार के साथ बच्चों की तरह पालन पोषण किया जाता है. उनके खान-पान और सुरक्षा पर विशेष ध्यान उनके द्वारा दिया जाता है. गर्मी में कबूतरों को सरसों, ग्लूकोज, गेहूं की छनन आदि खाने में परोसा जाता है. जबकि सर्दियों में बाजरा के साथ अन्य दाना उनको दिया जाता है. प्रतियोगिता के दिनों में कबूतरों को देशी घी में बनी सोयाबीन की रोटी, बादाम, खमीरा व अन्य मेवा खिलाकर तैयार किया जाता है,और उस दौरान इनके खान पान से लेकर आराम का काफी ध्यान रखा जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कहते है नीरज माहेश्वरी</strong><br />नीरज माहेश्वरी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया,कबूतरों को पालने का शौक उनके द्वारा 25 कबूतरों से शुरू किया आज 5000 से अधिक कबूतर यहां मौजूद हैं. यहां अलग अलग नस्ल के कबूतर हैं. मेरी सुबह की शुरुआत कबूतरों के साथ ही शुरु होती है. उनके द्वारा कबूतरों का विशेष ध्यान रखा जाता है.जिसके रहन सहन के लिया अलग व्यवस्था है,जिस हिसाब से लोगों के अलग फ्लैट होते है ठीक उसी तरह कबूतरों के प्रजातियों के हिसाब से अलग अलग रहने की व्यवस्था है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-prem-pal-shot-in-sambhal-condition-critical-and-admitted-to-moradabad-hospital-ann-2747649″><strong>संभल में BJP नेता को मारी गोली, हालत गंभीर, मुरादाबाद के अस्पातल में भर्ती</strong></a></p>
यूपी को मिलेगा एक और 700 किमी लंबा हाईवे, इन 15 जिलों में बढ़ेगी कनेक्टिविटी, जल्द शुरू होगा काम
यूपी को मिलेगा एक और 700 किमी लंबा हाईवे, इन 15 जिलों में बढ़ेगी कनेक्टिविटी, जल्द शुरू होगा काम <p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur Shamli Highway:</strong> उत्तर प्रदेश में एक और नए हाईवे बनाने की तैयारियां शुरु हो गई हैं. ये हाईव 15 जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे प्रदेश की कनेक्टिविटी सुविधा में और इजाफा होगा. गोरखपुर से शामली के बीच बनने वाले इस हाईवे से भारत-नेपाल सीमा की निगरानी आसान हो जाएगी. NHAI की ओर से इस पर काम शुरू हो गया है. जल्द ही सीमांकन किया जाएगा. ये हाईवे लखनऊ, सीतापुर और बरेली से होकर निकलेगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश में नए एक्सप्रेस वे और हाईवे के निर्माण पर तेजी से काम चल रहा है. जिससे प्रदेश में सड़क निर्माण और कनेक्टिविटी बढ़ी है. इसी क्रम में अब गोरखपुर-शामली हाईवे भी शामिल होने जा रहा है. इस हाईवे निर्माण पर जल्द ही काम होते हुए दिखाई देगा. ये हाईवे यूपी के 15 जिलों से होकर गुजरेगा. इनमें कई वो जिले भी शामिल हैं जो विकास के लिहाज से पिछड़े हुए माने जाते हैं. हाईवे बनने के बाद यहां के लोगों को आने-जाने की सुविधा में बढ़ोतरी होगी और एक जिले से दूसरे जिले तक जाने में कम समय लगेगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-ka-mausam-barabanki-coldest-in-up-alert-of-dense-fog-in-33-districts-ann-2857044″><strong>यूपी में बाराबंकी रहा सबसे ठंडा जिला, लखनऊ का ये रहा हाल, आज भी 33 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन जिलों से होकर गुजरेगा हाईवे</strong><br />मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये हाईवे गोरखपुर से शामली के बीच होगा और महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती होते हुए बहराइच तक आएगा. इसके अगले लखनऊ और सीतापुर से लखीमपुर, पीलीभीत, बरेली और मुरादाबाद होते हुए शामली तक आएगा. इस हाईवे से बिजनौर और मेरठ को भी जोड़ा जाएगा. इस हाईवे के बनने से नेपाल सीमा पर निगरानी करने में भी आसानी होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>NHAI के मुताबिक जल्द ही इस हाईवे के सीमांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. सीमांकन होने के बाद जल्द ही भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा. भूमि अधिग्रहण का काम पूरा होने में थोड़ा वक्त लग सकता है, इसके बाद हाईवे निर्माण शुरू हो जाएगा. इस हाईवे को बनने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा. इसे लेकर यूपी के सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> और सड़क निर्माण मंत्री नितिन गडकरी के बीच बातचीत भी हो चुकी है. इसके निर्माण की जिम्मेदारी NHAI के पास है ताकि किसी तरह के परेशानी न हो. </p>
इलाहाबाद हाईकोर्ट में ज्ञानवापी वजूखाने की ASI सर्वे की मांग पर सुनवाई टली, जानें वजह
इलाहाबाद हाईकोर्ट में ज्ञानवापी वजूखाने की ASI सर्वे की मांग पर सुनवाई टली, जानें वजह <p style=”text-align: justify;”><strong>Prayagraj News Today:</strong> वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाने का आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) से सर्वे कराए जाने की मांग पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई टल गई है. सोमवार (2 दिसंबर) को लंच के बाद मामले सुनवाई होनी थी, लेकिन न बैठने की वजह से सुनवाई टल गई. इस मामले की अगली सुनवाई 10 दिसंबर को दोपहर 2 बजे होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, हिंदू पक्ष की तरफ से याचिका दायर कर ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने का आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया से सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई है. हालांकि मुस्लिम पक्ष ने वजूखाने का सर्वेक्षण एएसआई से कराए जाने का विरोध किया है. मुस्लिम पक्ष की तरफ से दलील दी गई है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सर्वेक्षण को लेकर दी ये दलील</strong><br />हाईकोर्ट में दायर इस याचिका में वजूखाने के सर्वेक्षण को विवादित परिसर का रिलिजियस कैरेक्टर निर्धारित करने के लिए बेहद जरूरी बताया गया है. याचिका में कहा गया है कि शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने खाने के बाकी हिस्से का भी सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सर्वेक्षण कराए जाने को लेकर दलील दी गई है कि हाईकोर्ट ने पिछले साल शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का आदेश दिया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. उस याचिका में शिवलिंग का सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह वादिनी राखी सिंह की ओर से याचिका दाखिल की गई है. जिसमें शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने के बाकी हिस्से का सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई है. यह याचिका याची अधिवक्ता सौरभ तिवारी के जरिए दाखिल की गई है. इस मामले की सुनवाई जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिविल कोर्ट ने मांग की थी खारिज</strong><br />बता दें, इससे पहले वाराणसी जिला कोर्ट के सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक ने ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया था, इस याचिका में पूरे ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे की मांग की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले की सुनवाई की दौरान कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि ज्ञानवापी के पूरे परिसर का सर्वे नहीं कराया जाएगा. तब हिंदू पक्ष के वकील विजय शंकर रस्तोगी ने कहा था कि वह इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट का रुख करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘खुदाई करो तो डायनासोर भी मिलेंगे’, संभल और अजमेर शरीफ दरगाह मामले पर बोले मौलाना तौकीर रजा” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maulana-tauqeer-raza-moradabad-visit-to-met-sambhal-violence-victim-up-police-ann-2834975″ target=”_blank” rel=”noopener”>’खुदाई करो तो डायनासोर भी मिलेंगे’, संभल और अजमेर शरीफ दरगाह मामले पर बोले मौलाना तौकीर रजा</a></strong></p>