करनाल | शादी के पांच महीने बाद एक नवविवाहिता संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। कुंजपुरा थाना पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। फिलहाल महिला का सुराग नहीं लगा है। एक गांव के युवक ने शिकायत दी कि वह ड्राइवरी का काम करता है। उसकी शादी को पांच महीने ही हुए हैं। उसकी 24 वर्षीय पत्नी 12 अगस्त को घर से चली गई है, लेकिन वापिस घर नहीं आई। हमने अपने तौर पर सब जगह तलाश कर लिया है। उसकी पत्नी की तलाश की जाए। कुंजपुरा थाना पुलिस ने महिला की तलाश शुरू कर दी है। करनाल | शादी के पांच महीने बाद एक नवविवाहिता संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। कुंजपुरा थाना पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। फिलहाल महिला का सुराग नहीं लगा है। एक गांव के युवक ने शिकायत दी कि वह ड्राइवरी का काम करता है। उसकी शादी को पांच महीने ही हुए हैं। उसकी 24 वर्षीय पत्नी 12 अगस्त को घर से चली गई है, लेकिन वापिस घर नहीं आई। हमने अपने तौर पर सब जगह तलाश कर लिया है। उसकी पत्नी की तलाश की जाए। कुंजपुरा थाना पुलिस ने महिला की तलाश शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुरूक्षेत्र में व्यक्ति का मिला शव:पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा LNJP अस्पताल, इंजेक्शन, पलाश और ईंट मिली, नहीं हुई पहचान
कुरूक्षेत्र में व्यक्ति का मिला शव:पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा LNJP अस्पताल, इंजेक्शन, पलाश और ईंट मिली, नहीं हुई पहचान हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला के पिहोवा में एक व्यक्ति का शव मिलने का मामला सामने आया है। पुलिस ने लाश को मौके पर पहुंच कर कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए LNJP हॉस्पिटल में भेज दिया है। पार्षद प्रतिनिधि ने पुलिस को दी सूचना जिला कुरूक्षेत्र की पिहोवा अनाज मंडी में एक लावारिस व्यक्ति की शव मिला है। शव किसका है, अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। वहीं शव के पास से एक इंजेक्शन, पलाश और एक ईंट मिली है। पार्षद प्रतिनिधि रॉकी शर्मा वार्ड नंबर 4 ने बताया कि वह किसी काम से अनाज मंडी पिहोवा में आया था। उसने देखा कि मंडी में एक व्यक्ति का लावारिस शव पड़ा है। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत ही पुलिस को दी। घटनास्थल का लिया जायजा पुलिस की टीम सूचना मिलते ही मौके पर घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने लावारिस शव को अपने कब्जे में ले लिया। घटनास्थल का जायजा लेना शुरू कर दिया। सब इंस्पेक्टर हंसराज ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें अनाज मंडी पिहोवा में एक लावारिस अवस्था में लाश होने की सूचना मिली थी। वह तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी जांच में जुट गए। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि लाश के पास से एक इंजेक्शन, पलाश और एक ईंट मिली है। कोई कागज या आईडी नहीं मिली उन्होंने बताया कि शव के पास से कोई भी कागज या ऐसी वस्तु या आईडी नहीं मिली है जिससे कि मृत व्यक्ति की शिनाख्त हो सके। उन्होंने बताया कि पुलिस ने लास्ट को अपने कब्जे में लेकर कुरूक्षेत्र की LNJP अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत का असली कारण क्या है।
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DFSC बनने के बाद बेटी पहुंची करनाल:HCS में किया था 69वां रैंक हासिल, भाई का सहयोग और परिवार का मिला समर्थन
DFSC बनने के बाद बेटी पहुंची करनाल:HCS में किया था 69वां रैंक हासिल, भाई का सहयोग और परिवार का मिला समर्थन हरियाणा में करनाल के कुटेल गांव की बेटी कविता चौहान ने हरियाणा सिविल सेवा (HCS) परीक्षा में 69वां रैंक हासिल करके अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है।किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली कविता अब जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (DFSC) के पद पर नियुक्त होंगी। HCS बनने के बाद रविवार को कविता अपने गांव पहुंची यहां पहुंचने पर परिवार व ग्रामीणों उसका जोरादार स्वागत किया। कविता की सफलता का यह सफर उनकी कड़ी मेहनत, परिवार के समर्थन और अटूट विश्वास की कहानी है। किसान परिवार की संघर्षपूर्ण यात्रा कविता के पिता राधीराम और मां केला देवी ने अपनी तीनों बेटियों की शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए, भले ही वे स्वयं कम पढ़े-लिखे थे। राधीराम ने शुरू से ही ठान लिया था कि वे अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाकर उनके सपनों को साकार करेंगे। उनकी तीनों बेटियां मेडिकल क्षेत्र में पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन कविता ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का निर्णय लिया। भाई का सहयोग और परिवार का समर्थन कविता की तैयारी के दौरान, उनके भाई ने उन्हें UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित किया। कविता ने मेडिकल की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की और इस दौरान एच.सी.एस. की परीक्षा में भी बैठीं। परीक्षा में 69वां रैंक हासिल करने पर पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। कविता की बड़ी बहन पीजीआई में तैनात हैं और दूसरी बहन MBBS पास हैं। सफलता की कहानी कविता ने बताया कि जब भी उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा, उनके माता-पिता और भाई ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। कविता की बहन पूजा ने कहा कि कविता हमेशा पढ़ाई में अव्वल रही हैं और जब कभी पढ़ाई में परेशानी होती थी, तो वह आसानी से समस्या का हल निकाल लेती थीं। कविता की मेहनत और परिवार के समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। माता-पिता की खुशी और गर्व कविता की सफलता पर उनके माता-पिता बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। राधीराम ने कहा कि बेटियों का अपने पैरों पर खड़ा होना बेहद जरूरी है ताकि वे समाज में अपनी मजबूत पहचान बना सकें। उन्होंने अपनी बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। कविता की मां केला देवी ने अपनी बेटियों की आरती उतार कर बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। सभी परिवारों के लिए प्ररेणा कविता चौहान की सफलता की कहानी हरियाणा के सभी परिवारों के लिए प्रेरणा है। यह साबित करता है कि अगर सपनों को पूरा करने का जुनून और परिवार का समर्थन हो, तो कोई भी मंजिल पाना असंभव नहीं है। कविता ने यह दिखा दिया कि मेहनत और समर्पण से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है और सफलता की ऊंचाइयों को छूना संभव है।

पेरिस ओलंपिक में करनाल के धुरंधरों के मैच:शूटिंग स्कीट में रेजा ढिल्लों लगा रही निशाने, देर रात बॉक्सर निशांत देव का क्वार्टर फाइनल
पेरिस ओलंपिक में करनाल के धुरंधरों के मैच:शूटिंग स्कीट में रेजा ढिल्लों लगा रही निशाने, देर रात बॉक्सर निशांत देव का क्वार्टर फाइनल पेरिस ओलंपिक में आज करनाल की बेटी रेजा ढिल्लों स्कीट इवेंट में हिस्सा लिया। पहले राउंड में रेजा ने 25वें रैंक हासिल किया है। क्वालिफाइड मैच के के अभी 4 राउंड बाकी है। वहीं देर रात साढ़े 12 बजे निशांत देव बॉक्सिंग क्वार्टर फाइनल में मेडल की जीत के लिए अपना दम खम दिखाएंगे। इसके अलावा अनिश भनवाला ओलंपिक में क्वालिफाइड करने के लिए कल अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। करनाल के इन तीनों खिलाड़ियों के मैच पर प्रदेश की ही देश की भी नजरे बनी हुई है। करनाल के छोटे से गांव श्यामगढ़ की रहने वाली 20 वर्षिय रेजा ढिल्लों को बचपन में ही उनके दादा ने लाइसेंसी बंदूक थमा दी थी। जिसके बाद वह हर बंदूक चलाने लगी और बाद में माता पिता ने साथ दिया तो आज देश की सबसे कम उम्र में ओलिंपिक में निशाना लगाने वाली निशानेबाज बन गई। ये है रेजा की उपलब्धिंया बता दें कि 2024-एशियन चैंपियनशिप शाटगन टीम इवेंट में स्वर्ण पदक। 2024 ISSF सीनियर वर्ल्ड कप के एकल मुकाबले में 11वां स्थान हासिल किया था। – 2023- 15वीं एशियन शूटिंग चैंपियनशिप के एकल मुकाबले में रजत पदक। -2023-आइएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप के एकल मुकाबले में रजत पदक। -2023-नेशनल गेम्स के एकल मुकाबले में रजत पदक। -2023-दिग्विजय मेमोरियल चैंपियनशिप के एकल मुकाबले में स्वर्ण पदक। -2022-नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक। -2023-आल इंडिया इंटर यूनिर्वसिटी शूटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक। -2024-नेशनल शाटगन रैंकिग। -2023-हरियाणा स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में प्रतिभाग। -2019-नार्थ जोन चैंपियनशिप में प्रतिभाग।