औरैया में शादी के 15वें दिन ही दुल्हन ने अपने पति की हत्या करा दी। उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर किलर को 2 लाख की सुपारी दी। दुल्हन ने गहने बेचकर एक लाख रुपए किलर को एडवांस भी दिए। पुलिस ने सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। आरोपी पत्नी, उसके प्रेमी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस जब मास्टरमाइंड दुल्हन को मीडिया के सामने लाई तो वह कभी साड़ी के पल्लू से मुंह छिपाती तो कभी मुंह नीचे कर लेती थी। प्रेमी के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था। बताया जा रहा है कि वह नशे का आदी है। उसने पूछताछ में बताया- घर वालों ने बिना मर्जी के शादी कर दी। हम लोगों को मिलने में दिक्कत आ रही थी। इसलिए हत्या कर दी। अब विस्तार से पढ़िए… पहले 19 मार्च की वारदात जानिए… बहाने से बाइक पर ले गए किलर
दिबियापुर के सेहुद मंदिर के पास रहने वाले दिलीप (21) की 5 मार्च को फफूंद की रहने वाली प्रगति से शादी हुई थी। दिलीप की एसएस यादव क्रेन सर्विस के नाम से घर पर दुकान है। वह कन्नौज के उमर्द के पास शाह नगर में हाइड्रा लेकर काम करते थे। 19 मार्च को दिलीप काम से वापस लौट रहे थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे दिलीप ने बड़े भाई संदीप को घर आने की सूचना दी। सहार थाना क्षेत्र के पास एक होटल पर रुके दिलीप को कुछ बाइक सवार युवक मिले। उन्होंने खाई में फंसी कार को हाइड्रा से निकालने के बहाने दिलीप को अपने साथ ले गए। इसके बाद दिलीप होटल नहीं लौटा। होटल से लगभग सात किलोमीटर दूर पलिया गांव के पास ग्रामीणों को वह गंभीर हालत में मिला। अस्पताल ले जाया गया। जहां 2 दिन जिंदगी-मौत से जूझने के बाद 21 मार्च को दिलीप की मौत हो गई। परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। अंतिम संस्कार मैनपुरी के भोगांव में किया गया। सिर से निकली थी 315 बोर की बुलेट
पुलिस ने दिलीप के शव का पोस्टमॉर्टम कराया। उसके शरीर में 9 गंभीर चोट के निशान मिले, जो किसी धारदार हथियार के थे। सिर के पीछे 315 बोर के तमंचे से गोली मारी गई थी। पोस्टमॉर्टम करने पर 315 बोर की बुलेट निकली। 5 दिन ससुराल में रही, होली पर मायके गई, फिर मौत पर लौटी
5 मार्च को शादी के बाद 6 मार्च को प्रगति यादव मायके से विदा होकर ससुराल आई थी। 10 मार्च को वह होली मनाने के लिए अपने मायके सिहापुर, थाना फफूंद चली गई। 21 मार्च को पति की मौत होने पर प्रगति ससुराल आ गई। इसके बाद से ससुराल में ही रह रही थी। इस दौरान ससुराल वालों को जरा भी शक नहीं हुआ कि पति की हत्या इसी ने करवाई है। अब पुलिस का खुलासा पढ़िए… अमीर बनने को अपने जीजा के भाई से की थी शादी
SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, दुल्हन प्रगति की बहन पारुल की शादी मैनपुरी निवासी संदीप से हुईं थी। संदीप की दिबियापुर में क्रेन सर्विस की दुकान है। करोड़पति परिवार में शादी होने से पारुल काफी खुश थी। इसलिए परिजनों ने संदीप के भाई दिलीप से छोटी बेटी प्रगति की भी शादी तय कर दी। प्रगति और गांव के रहने वाले अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव के बीच 4 साल से अवैध संबंध थे। जब शादी तय होने की बात अनुराग को पता चली तो उसने विरोध किया। लेकिन प्रगति ने भरोसा दिया कि शादी के बाद दिलीप की हत्या कर देंगे। उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम हो जाएगी। फिर दोनों ऐश से रहेंगे। 5 मार्च को प्रगति और दिलीप की शादी हो गई। प्रगति अपने प्रेमी से मिल नहीं पा रही थी। इसलिए वह नाखुश थी। उसने दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। अनुराग को भी राजी कर लिया। अनुराग ने अपने परिचित सुपारी किलर रामजी नागर से 2 लाख रुपए में सौदा किया।जिसमें प्रगति ने 1 लाख रुपए एडवांस दिए। बाकी पैसे बाद में देने का वादा किया था। कैसे पत्नी तक पहुंची पुलिस?
जिस जगह पर दिलीप मरणासन्न हालत में मिला था, उसके सात किमी एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने चेक किया। दिलीप अज्ञात लोगों के साथ बाइक पर जाते दिखा। फुटेज से बाइक सवार युवकों की पहचान हुई। पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ और दिलीप की पत्नी प्रगति ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसपी बोले- दुल्हन को उसकी ससुराल से गिरफ्तार किया
SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, आज, सोमवार को थाना सहार और स्वाट टीम ने हरपुरा मोड़ पर दबिश दी। आरोपी रामजी नागर और अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 315 बोर के दो तमंचे, चार जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई। वहीं, आरोपी दुल्हन प्रगति को उसके ससुराल मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के नगला दीपा गांव से गिरफ्तार किया गया। —————————————– इस खबर को भी पढ़ें… सौरभ को 13 की उम्र में मुस्कान से प्यार हुआ:2 बार घर से भागे, तीसरी बार शादी करके लौटे, मां बोली- उसे बेटी माना था मेरठ में पत्नी और उसके प्रेमी ने सौरभ राजपूत की हत्या कर बॉडी को 4 टुकड़ों में काट दिया। इस लव स्टोरी और कत्ल ने सबको चौंका दिया। सौरभ का परिवार नहीं चाहता था कि वह मुस्कान से शादी करे। दोनों 3 बार घर छोड़कर भागे। फिर परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली। (पूरी खबर पढ़िए) औरैया में शादी के 15वें दिन ही दुल्हन ने अपने पति की हत्या करा दी। उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर किलर को 2 लाख की सुपारी दी। दुल्हन ने गहने बेचकर एक लाख रुपए किलर को एडवांस भी दिए। पुलिस ने सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। आरोपी पत्नी, उसके प्रेमी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस जब मास्टरमाइंड दुल्हन को मीडिया के सामने लाई तो वह कभी साड़ी के पल्लू से मुंह छिपाती तो कभी मुंह नीचे कर लेती थी। प्रेमी के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था। बताया जा रहा है कि वह नशे का आदी है। उसने पूछताछ में बताया- घर वालों ने बिना मर्जी के शादी कर दी। हम लोगों को मिलने में दिक्कत आ रही थी। इसलिए हत्या कर दी। अब विस्तार से पढ़िए… पहले 19 मार्च की वारदात जानिए… बहाने से बाइक पर ले गए किलर
दिबियापुर के सेहुद मंदिर के पास रहने वाले दिलीप (21) की 5 मार्च को फफूंद की रहने वाली प्रगति से शादी हुई थी। दिलीप की एसएस यादव क्रेन सर्विस के नाम से घर पर दुकान है। वह कन्नौज के उमर्द के पास शाह नगर में हाइड्रा लेकर काम करते थे। 19 मार्च को दिलीप काम से वापस लौट रहे थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे दिलीप ने बड़े भाई संदीप को घर आने की सूचना दी। सहार थाना क्षेत्र के पास एक होटल पर रुके दिलीप को कुछ बाइक सवार युवक मिले। उन्होंने खाई में फंसी कार को हाइड्रा से निकालने के बहाने दिलीप को अपने साथ ले गए। इसके बाद दिलीप होटल नहीं लौटा। होटल से लगभग सात किलोमीटर दूर पलिया गांव के पास ग्रामीणों को वह गंभीर हालत में मिला। अस्पताल ले जाया गया। जहां 2 दिन जिंदगी-मौत से जूझने के बाद 21 मार्च को दिलीप की मौत हो गई। परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। अंतिम संस्कार मैनपुरी के भोगांव में किया गया। सिर से निकली थी 315 बोर की बुलेट
पुलिस ने दिलीप के शव का पोस्टमॉर्टम कराया। उसके शरीर में 9 गंभीर चोट के निशान मिले, जो किसी धारदार हथियार के थे। सिर के पीछे 315 बोर के तमंचे से गोली मारी गई थी। पोस्टमॉर्टम करने पर 315 बोर की बुलेट निकली। 5 दिन ससुराल में रही, होली पर मायके गई, फिर मौत पर लौटी
5 मार्च को शादी के बाद 6 मार्च को प्रगति यादव मायके से विदा होकर ससुराल आई थी। 10 मार्च को वह होली मनाने के लिए अपने मायके सिहापुर, थाना फफूंद चली गई। 21 मार्च को पति की मौत होने पर प्रगति ससुराल आ गई। इसके बाद से ससुराल में ही रह रही थी। इस दौरान ससुराल वालों को जरा भी शक नहीं हुआ कि पति की हत्या इसी ने करवाई है। अब पुलिस का खुलासा पढ़िए… अमीर बनने को अपने जीजा के भाई से की थी शादी
SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, दुल्हन प्रगति की बहन पारुल की शादी मैनपुरी निवासी संदीप से हुईं थी। संदीप की दिबियापुर में क्रेन सर्विस की दुकान है। करोड़पति परिवार में शादी होने से पारुल काफी खुश थी। इसलिए परिजनों ने संदीप के भाई दिलीप से छोटी बेटी प्रगति की भी शादी तय कर दी। प्रगति और गांव के रहने वाले अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव के बीच 4 साल से अवैध संबंध थे। जब शादी तय होने की बात अनुराग को पता चली तो उसने विरोध किया। लेकिन प्रगति ने भरोसा दिया कि शादी के बाद दिलीप की हत्या कर देंगे। उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम हो जाएगी। फिर दोनों ऐश से रहेंगे। 5 मार्च को प्रगति और दिलीप की शादी हो गई। प्रगति अपने प्रेमी से मिल नहीं पा रही थी। इसलिए वह नाखुश थी। उसने दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। अनुराग को भी राजी कर लिया। अनुराग ने अपने परिचित सुपारी किलर रामजी नागर से 2 लाख रुपए में सौदा किया।जिसमें प्रगति ने 1 लाख रुपए एडवांस दिए। बाकी पैसे बाद में देने का वादा किया था। कैसे पत्नी तक पहुंची पुलिस?
जिस जगह पर दिलीप मरणासन्न हालत में मिला था, उसके सात किमी एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने चेक किया। दिलीप अज्ञात लोगों के साथ बाइक पर जाते दिखा। फुटेज से बाइक सवार युवकों की पहचान हुई। पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ और दिलीप की पत्नी प्रगति ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसपी बोले- दुल्हन को उसकी ससुराल से गिरफ्तार किया
SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, आज, सोमवार को थाना सहार और स्वाट टीम ने हरपुरा मोड़ पर दबिश दी। आरोपी रामजी नागर और अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 315 बोर के दो तमंचे, चार जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई। वहीं, आरोपी दुल्हन प्रगति को उसके ससुराल मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के नगला दीपा गांव से गिरफ्तार किया गया। —————————————– इस खबर को भी पढ़ें… सौरभ को 13 की उम्र में मुस्कान से प्यार हुआ:2 बार घर से भागे, तीसरी बार शादी करके लौटे, मां बोली- उसे बेटी माना था मेरठ में पत्नी और उसके प्रेमी ने सौरभ राजपूत की हत्या कर बॉडी को 4 टुकड़ों में काट दिया। इस लव स्टोरी और कत्ल ने सबको चौंका दिया। सौरभ का परिवार नहीं चाहता था कि वह मुस्कान से शादी करे। दोनों 3 बार घर छोड़कर भागे। फिर परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली। (पूरी खबर पढ़िए) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
शादी के 15वें दिन कारोबारी पति की कराई हत्या:दुल्हन ने गहने बेचकर प्रेमी और किलर को 1 लाख दिए; औरैया में मेरठ जैसी वारदात
