‘मेरा भाई 3-4 महीने से बहुत परेशान रहता था। उसे पत्नी की हरकतों के बारे में सब पता था। उसकी पत्नी कैरेक्टर लेस थी, लेकिन भाई फिर भी उसका साथ नहीं छोड़ रहा था। मगर उसने प्रेमी के साथ मिलकर भाई को मार डाला।’ यह कहना है बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर्ड देवेंद्र के बड़े भाई नगेंदर का। शादी के 28 साल बाद देवेंद्र को उनकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर 6 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। किसी को शक न हो, इसलिए पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। लेकिन बेटियों को मां पर शक हो गया। मां के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने पत्नी को थाने ले गई। पहले तो माया पुलिस को गुमराह करती रही। मगर पुलिस की सख्ती के आगे टूट गई। उसने पुलिस को पूरा सच बता दिया। पुलिस ने सोमवार देर रात आरोपी प्रेमी को मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर पकड़ लिया। इसके अलावा, वारदात में साथ देने वाले दो अन्य आरोपियों को भी चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मामला बलिया के बहादुरपुर मोहल्ले का है। यह क्षेत्र जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर खेजुरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव का है। जानिए पूरा मामला देवेंद्र राम (62) बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर हुए थे। 28 साल पहले उनकी शादी माया देवी (44) से हुई थी। दोनों की 3 बेटियां और 1 बेटा है। बड़ी बेटी जयपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करती है। मंझली बेटी नोएडा में रहकर नौकरी कर रही है। छोटी बेटी कोटा में NEET की तैयारी कर रही है। बेटा भी पढ़ाई कर रहा है। देवेंद्र का एक घर खेजुरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में भी है। रिटायर होने के बाद भी देवेंद्र ज्यादातर गांव वाले घर में रहते थे, जबकि माया शहर वाले घर में अकेली ही रहती थी। चार साल पहले माया की मुलाकात बलिया के खरीद गांव के रहने वाले ट्रक ड्राइवर अनिल यादव (23) से हुई। जल्द ही दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। अनिल अक्सर देवेंद्र के नहीं होने पर माया के घर पर ही रहता था। धीरे-धीरे यह बात मोहल्ले वालों को भी पता चल गई। यह बात देवेंद्र को भी पता चल गई। इसके बाद दोनों के बीच झगड़े होने लगे। देवेंद्र ने कई बार माया की पिटाई भी की। इससे माया काफी परेशान रहने लगी। 9 मई को माया ने प्रेमी के साथ मिलकर पति देवेंद्र की हत्या कर दी। इसके बाद उसने पुलिस में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जैसे ही बेटी सुप्रिया को पिता के गायब होने की खबर मिली, उसने बड़ी बहन अंबली गौतम को इस बारे में बताया। दोनों बहनों ने 12 मई को पुलिस को मां और उसके प्रेमी के खिलाफ शिकायत दी। इधर, 11 मई को पुलिस को एक बगीचे में कटे हुए हाथ-पैर पड़े होने की सूचना मिली थी। जब देवेंद्र की बेटी ने केस दर्ज कराया, तो पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने माया को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। CCTV में घर के अंदर जाते दिखे देवेंद्र वारदात के बाद दैनिक भास्कर टीम देवेंद्र के दोनों घरों में पहुंची। पहले टीम बहादुरपुर वाले घर पर गई। वहां घर में ताला लगा हुआ था। आसपास के घरों में भी कोई नहीं मिला। इस दौरान पुलिस टीम भी मौके पर मौजूद थी। हमने पुलिस से बातचीत की तो उन्होंने बताया- देवेंद्र के घर के ठीक सामने वाले घर में कैमरा लगा हुआ है। इसमें वह घर के अंदर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बाहर निकलते हुए नहीं। कैमरे की DVR को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। भाई का घर के अंदर मर्डर हुआ बहादुरपुर वाले घर के बाद हम लोग हरिपुर गांव में देवेंद्र के घर पहुंचे। गांव में देवेंद्र का तीन मंजिला मकान है। घर पर भारी संख्या में लोग और रिश्तेदार जुटे थे। हमने देवेंद्र के भाई नगेंदर से बात की। नगेंदर रिटायर्ड प्रधानाध्यापक हैं। वह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ गांव वाले घर में रहते हैं। नगेंदर ने बताया- 9 मई को भाई की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से गांव आ रही थी। उसकी ट्रेन बिहार के बक्सर स्टेशन पर आ रही थी। भाई उसे बक्सर से लाने के लिए सुबह 11 बजे घर से निकला था। इसके बाद पता नहीं कैसे वह बहादुरपुर वाले घर में पहुंच गया। घर के अंदर जाने के बाद वह बाहर नहीं निकल पाया।मुझे नहीं पता कि घटना कैसे हुई, लेकिन सारी स्थिति देखकर ऐसा लग रहा है कि घर के अंदर पहले से आदमी मौजूद थे। घर के अंदर ही भाई का मर्डर हुआ है। मेरा भाई बहुत परेशान रहता था नगेंदर ने कहा- भाई की पत्नी ने ही सबको सेट किया होगा। उसके बहुत लोगों से संबंध रह चुके हैं। इसी वजह से हम लोग उससे कोई मतलब नहीं रखते थे। मेरा भाई बहुत परेशान रहता था। वह खाना-पीना भी नहीं खाता था। माया की हरकतें सबको पता थीं। उसके बच्चों को भी सब पता था। तभी जब बड़ी बेटी सुप्रिया को पिता के गायब होने की सूचना मिली, तो उसने तुरंत पुलिस से शिकायत की। सुप्रिया ने बताया था, “मैंने पापा को बहुत फोन किए, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। पापा हमेशा हम लोगों को लेने स्टेशन आते थे। ऐसा हो ही नहीं सकता कि वह छोटी बहन को लेने न आते। स्थानीय लोग बोले – घर से बहुत तेज आवाजें आ रही थीं ग्रामीणों ने बताया- देवेंद्र के घर के अंदर जाने के बाद बहुत तेज आवाजें बाहर तक सुनाई दे रही थीं। काफी देर तक जब मामला शांत नहीं हुआ, तो कुछ लोग घर का दरवाजा भी खटखटाए, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। फिर अचानक से शांति हो गई। सबको लगा कि यह परिवार का मामला है, इसलिए किसी ने ज्यादा दखल नहीं दी। बाद में पता चला कि देवेंद्र घर से गायब हो गए हैं। जब यह जानकारी हम लोगों को मिली तो हम तुरंत बलिया भागे। सबको दिखाने के लिए देवेंद्र की पत्नी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि भाई का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था और वह कहीं अपने आप चले गए। आखिरी में आरोपी पत्नी का कबूलनामा पढ़िए- माया ने पुलिस को बताया- 9 मई को देवेंद्र की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से आ रही थी। वह उसको लेने गांव वाले घर से स्टेशन गए थे। जब देवेंद्र काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो परिवारवालों ने माया से उनके बारे में पूछा। लेकिन, माया ने किसी भी तरह की जानकारी से इनकार कर दिया। उसने कहा कि देवेंद्र शहर वाले घर नहीं आए हैं। जबकि, देवेंद्र को माया ने ही घर बुलाया था। 9 मई को मैंने अनिल को अपने घर बुलाया। वह अपने साथ मिथलेश और सतीश को भी ले आया। हम लोगों ने मिलकर देवेंद्र की हत्या करने का प्लान बनाया। इसके लिए मैंने देवेंद्र को फोन कर शहर वाले घर बुलाया। इस पर देवेंद्र घर आ गया। पहले हम लोगों ने आपस में बातचीत की। फिर देवेंद्र को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इससे देवेंद्र पूरी तरह बेहोश हो गया। इसके बाद हम चारों लोगों ने मिलकर चापड़ से देवेंद्र के टुकड़े कर दिए। फिर इन टुकड़ों को रात में ही ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। हम लोग घर से करीब 38 किलोमीटर दूर गए। इसके बाद हाथ-पैर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए। फिर धड़ वहां से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया। यह सब कुछ करने के बाद हम चारों लोग घर आ गए। घर में पड़े खून को साफ किया। तभी गांव वाले घर से लोगों के फोन आने लगे। वे लोग देवेंद्र के बारे में पूछने लगे। इस पर मैंने रिश्तेदारों और पुलिस को भटकाने के लिए 10 मई को गुमशुदगी भी दर्ज करा दी। ————————- यह खबर भी पढ़ें- पति के 6 टुकड़े किए, सिर घाघरा में बहाया:धड़ कुएं में फेंका; बलिया में पत्नी का 19 साल छोटे युवक से था अफेयर बलिया में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को 6 टुकड़ों में काट दिया। इसके बाद हाथ-पैर घटनास्थल से करीब 38 किलोमीटर दूर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए थे। धड़ खरीद गांव से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया था। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया था। 9 मई की रात हत्या करने के बाद पत्नी ने 10 मई को पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। यहां पढ़ें पूरी खबर ‘मेरा भाई 3-4 महीने से बहुत परेशान रहता था। उसे पत्नी की हरकतों के बारे में सब पता था। उसकी पत्नी कैरेक्टर लेस थी, लेकिन भाई फिर भी उसका साथ नहीं छोड़ रहा था। मगर उसने प्रेमी के साथ मिलकर भाई को मार डाला।’ यह कहना है बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर्ड देवेंद्र के बड़े भाई नगेंदर का। शादी के 28 साल बाद देवेंद्र को उनकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर 6 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। किसी को शक न हो, इसलिए पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। लेकिन बेटियों को मां पर शक हो गया। मां के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने पत्नी को थाने ले गई। पहले तो माया पुलिस को गुमराह करती रही। मगर पुलिस की सख्ती के आगे टूट गई। उसने पुलिस को पूरा सच बता दिया। पुलिस ने सोमवार देर रात आरोपी प्रेमी को मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर पकड़ लिया। इसके अलावा, वारदात में साथ देने वाले दो अन्य आरोपियों को भी चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मामला बलिया के बहादुरपुर मोहल्ले का है। यह क्षेत्र जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर खेजुरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव का है। जानिए पूरा मामला देवेंद्र राम (62) बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर हुए थे। 28 साल पहले उनकी शादी माया देवी (44) से हुई थी। दोनों की 3 बेटियां और 1 बेटा है। बड़ी बेटी जयपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करती है। मंझली बेटी नोएडा में रहकर नौकरी कर रही है। छोटी बेटी कोटा में NEET की तैयारी कर रही है। बेटा भी पढ़ाई कर रहा है। देवेंद्र का एक घर खेजुरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में भी है। रिटायर होने के बाद भी देवेंद्र ज्यादातर गांव वाले घर में रहते थे, जबकि माया शहर वाले घर में अकेली ही रहती थी। चार साल पहले माया की मुलाकात बलिया के खरीद गांव के रहने वाले ट्रक ड्राइवर अनिल यादव (23) से हुई। जल्द ही दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। अनिल अक्सर देवेंद्र के नहीं होने पर माया के घर पर ही रहता था। धीरे-धीरे यह बात मोहल्ले वालों को भी पता चल गई। यह बात देवेंद्र को भी पता चल गई। इसके बाद दोनों के बीच झगड़े होने लगे। देवेंद्र ने कई बार माया की पिटाई भी की। इससे माया काफी परेशान रहने लगी। 9 मई को माया ने प्रेमी के साथ मिलकर पति देवेंद्र की हत्या कर दी। इसके बाद उसने पुलिस में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जैसे ही बेटी सुप्रिया को पिता के गायब होने की खबर मिली, उसने बड़ी बहन अंबली गौतम को इस बारे में बताया। दोनों बहनों ने 12 मई को पुलिस को मां और उसके प्रेमी के खिलाफ शिकायत दी। इधर, 11 मई को पुलिस को एक बगीचे में कटे हुए हाथ-पैर पड़े होने की सूचना मिली थी। जब देवेंद्र की बेटी ने केस दर्ज कराया, तो पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने माया को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। CCTV में घर के अंदर जाते दिखे देवेंद्र वारदात के बाद दैनिक भास्कर टीम देवेंद्र के दोनों घरों में पहुंची। पहले टीम बहादुरपुर वाले घर पर गई। वहां घर में ताला लगा हुआ था। आसपास के घरों में भी कोई नहीं मिला। इस दौरान पुलिस टीम भी मौके पर मौजूद थी। हमने पुलिस से बातचीत की तो उन्होंने बताया- देवेंद्र के घर के ठीक सामने वाले घर में कैमरा लगा हुआ है। इसमें वह घर के अंदर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बाहर निकलते हुए नहीं। कैमरे की DVR को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। भाई का घर के अंदर मर्डर हुआ बहादुरपुर वाले घर के बाद हम लोग हरिपुर गांव में देवेंद्र के घर पहुंचे। गांव में देवेंद्र का तीन मंजिला मकान है। घर पर भारी संख्या में लोग और रिश्तेदार जुटे थे। हमने देवेंद्र के भाई नगेंदर से बात की। नगेंदर रिटायर्ड प्रधानाध्यापक हैं। वह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ गांव वाले घर में रहते हैं। नगेंदर ने बताया- 9 मई को भाई की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से गांव आ रही थी। उसकी ट्रेन बिहार के बक्सर स्टेशन पर आ रही थी। भाई उसे बक्सर से लाने के लिए सुबह 11 बजे घर से निकला था। इसके बाद पता नहीं कैसे वह बहादुरपुर वाले घर में पहुंच गया। घर के अंदर जाने के बाद वह बाहर नहीं निकल पाया।मुझे नहीं पता कि घटना कैसे हुई, लेकिन सारी स्थिति देखकर ऐसा लग रहा है कि घर के अंदर पहले से आदमी मौजूद थे। घर के अंदर ही भाई का मर्डर हुआ है। मेरा भाई बहुत परेशान रहता था नगेंदर ने कहा- भाई की पत्नी ने ही सबको सेट किया होगा। उसके बहुत लोगों से संबंध रह चुके हैं। इसी वजह से हम लोग उससे कोई मतलब नहीं रखते थे। मेरा भाई बहुत परेशान रहता था। वह खाना-पीना भी नहीं खाता था। माया की हरकतें सबको पता थीं। उसके बच्चों को भी सब पता था। तभी जब बड़ी बेटी सुप्रिया को पिता के गायब होने की सूचना मिली, तो उसने तुरंत पुलिस से शिकायत की। सुप्रिया ने बताया था, “मैंने पापा को बहुत फोन किए, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। पापा हमेशा हम लोगों को लेने स्टेशन आते थे। ऐसा हो ही नहीं सकता कि वह छोटी बहन को लेने न आते। स्थानीय लोग बोले – घर से बहुत तेज आवाजें आ रही थीं ग्रामीणों ने बताया- देवेंद्र के घर के अंदर जाने के बाद बहुत तेज आवाजें बाहर तक सुनाई दे रही थीं। काफी देर तक जब मामला शांत नहीं हुआ, तो कुछ लोग घर का दरवाजा भी खटखटाए, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। फिर अचानक से शांति हो गई। सबको लगा कि यह परिवार का मामला है, इसलिए किसी ने ज्यादा दखल नहीं दी। बाद में पता चला कि देवेंद्र घर से गायब हो गए हैं। जब यह जानकारी हम लोगों को मिली तो हम तुरंत बलिया भागे। सबको दिखाने के लिए देवेंद्र की पत्नी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि भाई का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था और वह कहीं अपने आप चले गए। आखिरी में आरोपी पत्नी का कबूलनामा पढ़िए- माया ने पुलिस को बताया- 9 मई को देवेंद्र की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से आ रही थी। वह उसको लेने गांव वाले घर से स्टेशन गए थे। जब देवेंद्र काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो परिवारवालों ने माया से उनके बारे में पूछा। लेकिन, माया ने किसी भी तरह की जानकारी से इनकार कर दिया। उसने कहा कि देवेंद्र शहर वाले घर नहीं आए हैं। जबकि, देवेंद्र को माया ने ही घर बुलाया था। 9 मई को मैंने अनिल को अपने घर बुलाया। वह अपने साथ मिथलेश और सतीश को भी ले आया। हम लोगों ने मिलकर देवेंद्र की हत्या करने का प्लान बनाया। इसके लिए मैंने देवेंद्र को फोन कर शहर वाले घर बुलाया। इस पर देवेंद्र घर आ गया। पहले हम लोगों ने आपस में बातचीत की। फिर देवेंद्र को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इससे देवेंद्र पूरी तरह बेहोश हो गया। इसके बाद हम चारों लोगों ने मिलकर चापड़ से देवेंद्र के टुकड़े कर दिए। फिर इन टुकड़ों को रात में ही ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। हम लोग घर से करीब 38 किलोमीटर दूर गए। इसके बाद हाथ-पैर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए। फिर धड़ वहां से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया। यह सब कुछ करने के बाद हम चारों लोग घर आ गए। घर में पड़े खून को साफ किया। तभी गांव वाले घर से लोगों के फोन आने लगे। वे लोग देवेंद्र के बारे में पूछने लगे। इस पर मैंने रिश्तेदारों और पुलिस को भटकाने के लिए 10 मई को गुमशुदगी भी दर्ज करा दी। ————————- यह खबर भी पढ़ें- पति के 6 टुकड़े किए, सिर घाघरा में बहाया:धड़ कुएं में फेंका; बलिया में पत्नी का 19 साल छोटे युवक से था अफेयर बलिया में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को 6 टुकड़ों में काट दिया। इसके बाद हाथ-पैर घटनास्थल से करीब 38 किलोमीटर दूर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए थे। धड़ खरीद गांव से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया था। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया था। 9 मई की रात हत्या करने के बाद पत्नी ने 10 मई को पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
शादी के 28 साल बाद पति के टुकड़े-टुकड़े किए:बलिया में पत्नी का अफेयर, CCTV से सबूत मिला; भाई बोले- बहू कैरेक्टर लेस
