हिमाचल प्रदेश के शिमला में महिलाओं के गले से चैन चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है। ताजा मामला शिमला के गंज बाज़ार स्थित राधा-कृष्ण मंदिर का है, जहां दिन-दहाड़े शातिर महिला मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान एक गले से सोने की चैन चोरी करती है। यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है। अब इसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। वीडियों में दिख रहा है कि घात लगाए बैठी महिला भीड़ में पीड़ित महिला के गले पर हाथ डालती हैं और उसके पीछे जाकर दांत से चैन काटती है। संदिग्ध महिला की तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है और संदिग्ध महिला की तलाश शुरू कर दी है। यह घटना मंगलवार शाम की है। यहां 2 महिलाओं के गले से सोने की चैन गायब हो जाती है। दोनों महिलाओं ने इसकी सूचना मंदिर प्रबंधन समिति को दी। इसके बाद सीसीटीवी खंगाले गए। सीसीटीवी में कुछ महिलाओं की गतिविधि संदिग्ध लगी। तब इसकी सूचना सदर थाना में दी गई। भीड़ का फायदा उठाकर चोरी पुलिस के अनुसार, जब मंदिर में भर्जन कीर्तन चल रहा था, उस दौरान मंदिर में भीड़ थी। इसका फायदा उठाते हुए शातिर महिलाओं ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित महिला माधुरी देवी ने बताया कि मंगलवार शाम को शिमला के गंज बाज़ार मंदिर में पूजा के लिए आई थीं। मंदिर में भजन कीर्तन के दौरान उनके गले से चैन गायब हुई। उन्होंने कहा कि कई लोगों के साथ चैन चोरी होने की घटनाएं पेश आ चुकी है। हिमाचल प्रदेश के शिमला में महिलाओं के गले से चैन चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है। ताजा मामला शिमला के गंज बाज़ार स्थित राधा-कृष्ण मंदिर का है, जहां दिन-दहाड़े शातिर महिला मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान एक गले से सोने की चैन चोरी करती है। यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है। अब इसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। वीडियों में दिख रहा है कि घात लगाए बैठी महिला भीड़ में पीड़ित महिला के गले पर हाथ डालती हैं और उसके पीछे जाकर दांत से चैन काटती है। संदिग्ध महिला की तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है और संदिग्ध महिला की तलाश शुरू कर दी है। यह घटना मंगलवार शाम की है। यहां 2 महिलाओं के गले से सोने की चैन गायब हो जाती है। दोनों महिलाओं ने इसकी सूचना मंदिर प्रबंधन समिति को दी। इसके बाद सीसीटीवी खंगाले गए। सीसीटीवी में कुछ महिलाओं की गतिविधि संदिग्ध लगी। तब इसकी सूचना सदर थाना में दी गई। भीड़ का फायदा उठाकर चोरी पुलिस के अनुसार, जब मंदिर में भर्जन कीर्तन चल रहा था, उस दौरान मंदिर में भीड़ थी। इसका फायदा उठाते हुए शातिर महिलाओं ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित महिला माधुरी देवी ने बताया कि मंगलवार शाम को शिमला के गंज बाज़ार मंदिर में पूजा के लिए आई थीं। मंदिर में भजन कीर्तन के दौरान उनके गले से चैन गायब हुई। उन्होंने कहा कि कई लोगों के साथ चैन चोरी होने की घटनाएं पेश आ चुकी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में बर्फ के बीच 2025 का वेलकम:लेमन व कपल डांस, बेबी कंपीटीशन, बेस्ट डांसिंग कपल जैसे आयोजन; प्राइवेट होटलों में चलेगी डीजे पार्टी हिमाचल के हिल स्टेशन पर आज देशभर से पहुंचने वाले हजारों टूरिस्ट 2025 का वेकलम करेंगे। प्रदेश के पर्यटन स्थल 2025 के वेलकम को तैयार है। बेशक, राजकीय शोक की वजह से सरकारी स्तर कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। मगर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) और प्राइवेट होटलों में टूरिस्टों के मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। HPTDC के बड़े होटलों में आज टूरिस्ट के मनोरंजन के लिए लेमन डांस, कपल डांस, बेबी-कंपीटीशन, बेस्ट डान्सिंग कपल, बेस्ट ड्रेस्ड कपल, ओल्ड कपल जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। होटलों में इनका आयोजन देर रात तक चलता रहेगा। प्राइवेट होटलों में भी टूरिस्ट के मनोरंजन के डीजे पार्टी, कपल डांस जैसे आयोजन होंगे। होटलों में देर रात तक नाच-गाना चलता रहेगा। इनमें टूरिस्ट का मनोरंजन चलता रहेगा। इन जगह बर्फ के बीच न्यू-ईयर का वेलकम प्रदेश में बीते दिनों बर्फबारी जरूर हुई है। मगर हर जगह बर्फ नहीं है। शिमला के कुफरी और नारकंडा, मनाली के सोलंगनाला, लाहौल स्पीति के अटल टनल रोहतांग, कोकसर, लाहौल घाटी और चंबा के भरमौर में टूरिस्ट बर्फ के बीच नए साल का स्वागत कर सकेंगे। शिमला में पर्यटकों का जमावड़ा जरूर लगा हुआ है। मगर यहां बर्फ पिघल चुकी है। इसी तरह मनाली में भी बर्फ नहीं है। शिमला में 80% ऑक्यूपेंसी न्यू ईयर के जश्न के लिए पहले ही हिल स्टेशन पर बढ़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचे हुए हैं। आज भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट के आने की उम्मीद है। न्यू ईयर से पहले यानी 30 दिसंबर की बात करें तो शिमला से होटल 75 से 80 प्रतिशत, मनाली के होटल 70 से 75 प्रतिशत और कसौली में 80 प्रतिशत तक पैक हो चुके है। होटलों में आज ऑक्यूपेंसी 100 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए टूरिस्ट को होटल में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करके हिल स्टेशन पर आना होगा, क्योंकि होटल में कमरे नहीं मिले तो रात सड़कों व गाड़ी में बितानी मुश्किल हो सकती है। राहत की बात यह है कि प्रदेश में बीते चार-पांच सालों के दौरान शिमला, मनाली जैसे प्रमुख शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में होम स्टे बने है। इससे टूरिस्ट होम स्टे का भी रुख कर सकते है। 24 घंटे होटल खुले हिमाचल सरकार ने नववर्ष पर खाना परोसने वाले होटल, ढाबे व दुकानें 24 घंटे खुले रखने का फैसला लिया है। इससे देर रात तक पहाड़ों पर पहुंचने वाले टूरिस्ट को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा। शिमला में 400 जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा हिमाचल के अलग अलग पर्यटन स्थलों पर नए साल के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। शिमला की बात की जाए तो यहां 400 जवान कार्ट रोड पर ट्रैफिक, शिमला के रिज व माल रोड और कुफरी में तैनात किए गए है। इसी तरह 300 से ज्यादा जवान मनाली व आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी तैनात किए गए है। HRTC ने शुरू की स्पेशल वॉल्वो बस HRTC ने न्यू ईयर के लिए दिल्ली से शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला के लिए अतिरिक्त वॉल्वो बसें शुरू की है। यह सभी अतिरिक्त बसें ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर चलाई जा रही हैं। 5 जनवरी तक HRTC की इन बसों की सुविधा मिलेगी। टूरिस्ट इन बसों के माध्यम से भी पहाड़ों पर आ जा सकेंगे। इसके लिए HRTC की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी।
दलाई लामा के नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की 35वीं वर्षगांठ:जन्मदिन पर करूणा दिवस मनाने की योजना, तिब्बती कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया प्रस्तुत
दलाई लामा के नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की 35वीं वर्षगांठ:जन्मदिन पर करूणा दिवस मनाने की योजना, तिब्बती कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया प्रस्तुत हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की 35वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की सुरक्षा मंत्री डोलमा गैरी ने कशाग की ओर से दलाई लामा के प्रति गहरी श्रद्धा और आभार व्यक्त किया। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने दलाई लामा की मानवीय मूल्यों, धार्मिक सद्भाव और वैश्विक पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने चीन की शिक्षा नीतियों की आलोचना की, जो तिब्बती भाषा को चीनी भाषा से बदल देती हैं और लगभग दस लाख तिब्बती बच्चों को औपनिवेशिक बोर्डिंग स्कूलों में जाने के लिए मजबूर करती हैं, जिससे उनकी सांस्कृतिक विरासत छीन ली जाती है। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने वैश्विक पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में तिब्बत की महत्वपूर्ण भूमिका और चीन द्वारा इस क्षेत्र के शोषण से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान पर जोर दिया। निर्वासित तिब्बतियों ने अपनी संस्कृति को सफलतापूर्वक संरक्षित रखा है, जबकि तिब्बत में रहने वाले लोग चीनी उत्पीड़न से पीड़ित हैं। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन तिब्बतियों के लिए वास्तविक स्वायत्तता की वकालत करते हुए मध्यम मार्ग दृष्टिकोण के माध्यम से चीन-तिब्बत संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने दलाई लामा के 90वें जन्मदिन (6 जुलाई, 2025 – 6 जुलाई, 2026) को “करुणा के वर्ष” के रूप में विश्व स्तर पर मनाने की योजना की घोषणा की। उन्होंने तिब्बत में चीन के दलाई लामा विरोधी अभियानों और मानवाधिकारों के हनन की निंदा की, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि चीनी कब्जे के कारण 1.2 मिलियन से अधिक तिब्बती मारे गए हैं और 6,000 से अधिक धार्मिक और सांस्कृतिक संस्थान नष्ट हो गए हैं। इन जघन्य कृत्यों के बावजूद, दलाई लामा चीनी नेताओं के प्रति किसी भी प्रकार की दुश्मनी नहीं रखते हैं और प्रार्थना करते हैं कि वे सही और गलत में अंतर करने की बुद्धि प्राप्त करें। करुणा की शक्ति में दृढ़ विश्वास रखने वाले तिब्बतियों का मानना है कि शत्रुतापूर्ण और अड़ियल चीनी नेता भी अंततः इस सार्वभौमिक सत्य से प्रभावित होंगे। इस अवसर पर तिब्बती कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। दलाई लामा ने बार-बार दीर्घ जीवन जीने का आश्वासन दिया है। इसे महसूस करने के लिए तिब्बतियों और अनुयायियों के लिए अपनी आध्यात्मिक प्रतिबद्धता बनाए रखना और दलाई लामा के दृष्टिकोण के अनुसार कार्य करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंत में, हम दलाई लामा के लंबे जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और तिब्बती लोगों के लिए स्वतंत्रता की प्रार्थना करते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
हिमाचल विधानसभा में एक साथ नजर आएंगे पति-पत्नी:पहले ऐसा कभी नहीं हुआ; कमलेश ने शगुन के तौर पर मांगा वोट, होशियार को बैठाया घर
हिमाचल विधानसभा में एक साथ नजर आएंगे पति-पत्नी:पहले ऐसा कभी नहीं हुआ; कमलेश ने शगुन के तौर पर मांगा वोट, होशियार को बैठाया घर हिमाचल के इतिहास में पहली बार पति-पत्नी एक साथ विधानसभा में नजर आएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने देहरा विधानसभा सीट से उप चुनाव जीत लिया हैं। वह शपथ ग्रहण के बाद जल्द हिमाचल विधानसभा का हिस्सा होंगी और अपने पति सुखविंदर सुक्खू के साथ सदन में बैठी नजर आएंगी। इससे पहले प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ। हालांकि पिता-पुत्र के तौर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य साल 2017 में जरूर विधानसभा में पहुंचे थे। मगर, पति- पत्नी पहली बार एक साथ विधानसभा का हिस्सा बनने जा रहे हैं। महिला विधायकों की संख्या भी 3 हुई कमलेश ठाकुर के विधायक चुने जाने के बाद 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में महिला MLA की संख्या भी बढ़कर तीन हो गई है। इससे पहले बीजेपी की पच्छाद सीट से रीना कश्यप, लाहौल स्पीति से कांग्रेस की अनुराधा राणा मौजूदा विधानसभा में सदस्य है। BJP ने पैदा किए हालात वैसे, देहरा सीट पर उप चुनाव तय नहीं था, क्योंकि दिसंबर 2022 में यहां की जनता ने निर्दलीय होशियार सिंह को चुनकर विधानसभा भेजा था। मगर होशियार सिंह ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने के बाद 22 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया और 23 भाजपा में शामिल हो गए। जिस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीती, कमलेश ने झोली में डाल दिया BJP ने भी अपना वादा निभाते हुए उन्हें पार्टी का टिकट दे दिया। मगर होशियार सिंह उप चुनाव हार गए। होशियार सिंह का यह दांव उल्टा पड़ा और जिस सीट पर आज तक कांग्रेस नहीं जीती थी, वहां से कांग्रेस की कमलेश ठाकुर चुनाव जीत गई। हाईकमान ने नादौन की कमलेश को देहरा से बनाया प्रत्याशी दरअसल, देहरा सीट पर कांग्रेस के पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं था, जबकि पार्टी पर इस सीट को जीतने का दबाव था। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाली कमलेश ठाकुर को कांगड़ा जिला की देहरा सीट से प्रत्याशी बनाया। शगुन के तौर पर मांगा वोट, मायके वालों ने भी रखा ख्याल टिकट मिलने के बाद कमलेश ठाकुर ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ससुराल का वास्ता देकर शगुन के नाम पर वोट मांगे। कमलेश के मायके वालों ने भी अपनी बेटी को शगुन के तौर पर वोट दिया और चुनकर विधानसभा भेजा। अब कमलेश ठाकुर, पर देहरा की जनता के भरोसे पर खरा उतरने की चुनौती होगी।