शिमला में ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन:सेबी प्रमुख को हटाने की मांग; बोले- जेपीसी करे हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच

शिमला में ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन:सेबी प्रमुख को हटाने की मांग; बोले- जेपीसी करे हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच

हिडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी प्रमुख पर लगे आरोपों से देश भर में बवाल मचा हुआ है। विपक्ष मामले में जेपीसी से जांच की मांग कर रहा है। मामले को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को देश भर में ईडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी कड़ी में शिमला में भी कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुआई में नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने प्रदर्शन के माध्यम से सेबी प्रमुख को हटाने की मांग की है। जेपीसी से करवाएं मामले की जांच – प्रतिभा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस व नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बार बार इस विषय मे आवाज उठाई है कि देश का सारा व्यवसाय एक व्यक्ति के हाथ मे चला गया है। कांग्रेस नेता ने इस मामले को लेकर सदन में आवाज उठाई है और इसकी जांच की मांग की लेकिन प्रधानमंत्री ने सदन में इसके बारे में कुछ नही कहा। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भी आशंका जताई है कि शेयर मार्किट में गड़बड़ी हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा केंद्र को सदन में जेपीसी का गठन कर मामले की जांच करवानी चाइए। सेबी प्रमुख को तुरंत पद से हटाया जाए- राठौर वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि जब से भाजपा सता में आई है दो लोगो ने देश के संसाधनों को बेचा है और दो लोगों ने उनको खरीदा है। पीएम मोदी मित्रो को फायदा पहुंचाने के लिए देश के संसाधनों को बेच रहे है। उन्होंने कहा कि हिंडन बर्ग की रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हुआ है कि अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए स्टॉक मार्केट के साथ छेड़छाड़ की गई। और इसमें 20,000 करोड़ का घोटाला हुआ है। राठौर ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर इसकी जेपीसी से जांच करवाई जाएं। दरअसल, हिडनबर्ग ने व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर दावा किया था कि सेबी प्रमुख बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफ शोर कंपनी ‘ ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। जिसके बाद देश मे यह पूरा बवाल खड़ा हुआ है। बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता का आरोप भी लगा चुका है। तब से इसकी हर रिपोर्ट चर्चा में रहती है। कौन है माधबी पुरी बुच, जिस पर लगे हैं आरोप माधबी पुरी बुच सेबी की चेयरपर्सन हैं। वे इस पद पर नियुक्त होने वाली प्राइवेट सेक्टर में पहली महिला बनीं हैं। बता दें कि उनकी नियुक्ति 28 परवरी 2022 में हुई। माधबी पुरी बुच का कार्यकाल तीन साल के लिए है। हिडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी प्रमुख पर लगे आरोपों से देश भर में बवाल मचा हुआ है। विपक्ष मामले में जेपीसी से जांच की मांग कर रहा है। मामले को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को देश भर में ईडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी कड़ी में शिमला में भी कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुआई में नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने प्रदर्शन के माध्यम से सेबी प्रमुख को हटाने की मांग की है। जेपीसी से करवाएं मामले की जांच – प्रतिभा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस व नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बार बार इस विषय मे आवाज उठाई है कि देश का सारा व्यवसाय एक व्यक्ति के हाथ मे चला गया है। कांग्रेस नेता ने इस मामले को लेकर सदन में आवाज उठाई है और इसकी जांच की मांग की लेकिन प्रधानमंत्री ने सदन में इसके बारे में कुछ नही कहा। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भी आशंका जताई है कि शेयर मार्किट में गड़बड़ी हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा केंद्र को सदन में जेपीसी का गठन कर मामले की जांच करवानी चाइए। सेबी प्रमुख को तुरंत पद से हटाया जाए- राठौर वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि जब से भाजपा सता में आई है दो लोगो ने देश के संसाधनों को बेचा है और दो लोगों ने उनको खरीदा है। पीएम मोदी मित्रो को फायदा पहुंचाने के लिए देश के संसाधनों को बेच रहे है। उन्होंने कहा कि हिंडन बर्ग की रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हुआ है कि अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए स्टॉक मार्केट के साथ छेड़छाड़ की गई। और इसमें 20,000 करोड़ का घोटाला हुआ है। राठौर ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर इसकी जेपीसी से जांच करवाई जाएं। दरअसल, हिडनबर्ग ने व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर दावा किया था कि सेबी प्रमुख बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफ शोर कंपनी ‘ ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। जिसके बाद देश मे यह पूरा बवाल खड़ा हुआ है। बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता का आरोप भी लगा चुका है। तब से इसकी हर रिपोर्ट चर्चा में रहती है। कौन है माधबी पुरी बुच, जिस पर लगे हैं आरोप माधबी पुरी बुच सेबी की चेयरपर्सन हैं। वे इस पद पर नियुक्त होने वाली प्राइवेट सेक्टर में पहली महिला बनीं हैं। बता दें कि उनकी नियुक्ति 28 परवरी 2022 में हुई। माधबी पुरी बुच का कार्यकाल तीन साल के लिए है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर