हिमाचल प्रदेश जलरक्षक संघ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जलरक्षक संघ ने शिमला के चौड़ा मैदान में प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान जलरक्षक पक्ष और विपक्ष दोनों पर निशाना साधते हुए नजर आए। विधानसभा के मानसून सत्र में प्रदर्शन करने पहुंचे जलरक्षकों की मांग है कि 12 साल का अनुबंध काल पूरा करने वाले जलरक्षकों को नियमित किया जाएं। उन्होंने कहा कि कई जलरक्षक 14 साल सेवाएं दे चुके है। लेकिन अभी तक रेगुलर नहीं हुए है। उन्होंने कहा कि जल्द उन्हें नियमित किया जाएं और किसी भी विभाग में अनुबंध कार्यकाल 12 साल नहीं है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसे घटाकर 8 साल किया जाएं। पुलिस बैरिकेडिंग पर चढ़ गए आक्रोशित जलरक्षक विधानसभा घेराव करने पहुंचे जलरक्षक प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश में नजर आए । पुलिस ने प्रदर्शनकारियों चौड़ा मैदान में रोकने के लिए बैरिकेडिंग की हुई थी। आक्रोशित जलरक्षकों ने चौड़ा मैदान से विधानसभा की और कूच करने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शन कारी पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग पर चढ़ने के प्रयास किया। जलरक्षकों ने पक्ष- विपक्ष दोनों को घेरा जलरक्षकों ने कहा कि में प्रदेश में हाल ही में दो दिन राज्य सरकार के कर्मचारियों की तनख्वाह नही दी। तो विपक्ष ने सदन में मामला उठाया और हंगामा किया।उन्होंने कहा कि जल रक्षको को प्रदेश के कई क्षेत्रों में 6 महीने से वेतन नही मिला है उसका किसी ने कोई मुद्दा नही उठाया । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जल रक्षक संघ अध्यक्ष जवालू राम ने कहा कि संघ ने सीएम सुक्खू व प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के समक्ष अपनी मांगे रखी है। लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यदि आज उनकी मांगें नहीं मानती, तो संघ शिमला में ही अपना तंबू गाड़ देंगे और धरने पर बैठ जाएंगे। हिमाचल प्रदेश जलरक्षक संघ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जलरक्षक संघ ने शिमला के चौड़ा मैदान में प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान जलरक्षक पक्ष और विपक्ष दोनों पर निशाना साधते हुए नजर आए। विधानसभा के मानसून सत्र में प्रदर्शन करने पहुंचे जलरक्षकों की मांग है कि 12 साल का अनुबंध काल पूरा करने वाले जलरक्षकों को नियमित किया जाएं। उन्होंने कहा कि कई जलरक्षक 14 साल सेवाएं दे चुके है। लेकिन अभी तक रेगुलर नहीं हुए है। उन्होंने कहा कि जल्द उन्हें नियमित किया जाएं और किसी भी विभाग में अनुबंध कार्यकाल 12 साल नहीं है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसे घटाकर 8 साल किया जाएं। पुलिस बैरिकेडिंग पर चढ़ गए आक्रोशित जलरक्षक विधानसभा घेराव करने पहुंचे जलरक्षक प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश में नजर आए । पुलिस ने प्रदर्शनकारियों चौड़ा मैदान में रोकने के लिए बैरिकेडिंग की हुई थी। आक्रोशित जलरक्षकों ने चौड़ा मैदान से विधानसभा की और कूच करने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शन कारी पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग पर चढ़ने के प्रयास किया। जलरक्षकों ने पक्ष- विपक्ष दोनों को घेरा जलरक्षकों ने कहा कि में प्रदेश में हाल ही में दो दिन राज्य सरकार के कर्मचारियों की तनख्वाह नही दी। तो विपक्ष ने सदन में मामला उठाया और हंगामा किया।उन्होंने कहा कि जल रक्षको को प्रदेश के कई क्षेत्रों में 6 महीने से वेतन नही मिला है उसका किसी ने कोई मुद्दा नही उठाया । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जल रक्षक संघ अध्यक्ष जवालू राम ने कहा कि संघ ने सीएम सुक्खू व प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के समक्ष अपनी मांगे रखी है। लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यदि आज उनकी मांगें नहीं मानती, तो संघ शिमला में ही अपना तंबू गाड़ देंगे और धरने पर बैठ जाएंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड ने खत्म किए 51 पद:कार्यकारी निदेशक बिजली के कार्यालय ने जारी की अधिसूचना, फैसले पर भड़की कर्मचारी यूनियन
हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड ने खत्म किए 51 पद:कार्यकारी निदेशक बिजली के कार्यालय ने जारी की अधिसूचना, फैसले पर भड़की कर्मचारी यूनियन हिमाचल प्रदेश बिजली विभाग ने स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड ने बोर्ड में 51 पदों को खत्म करने का बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड के कार्यकारी निदेशक ईशा के कार्यालय से शुक्रवार को इसकी नोटिफिकेशन जारी किया गया। 6 पदों को किया गया री-डेजिग्रेट
बोर्ड की तरफ़ से जारी आदेशों के अनुसार चीफ इंजीनियर ऑपरेशन शिमला जोन, कांगड़ा जोन, मंडी जोन, हमीरपुर जोन, जनरेशन, इलैक्ट्रिकल सिस्टम व प्रोजेक्ट कम आर्बिट्रेटर कार्यालय से एक-एक एसई का पद समाप्त करके इन 6 पदों को री-डेजिग्रेट किया गया है। जो जिम्मेदारी पहले सीनियर एक्सईएन कमर्शियल एवं वर्कर्स देखते थे, उनकी जगह अब सीनियर एक्सईएन वर्कर्स होंगे। उनका कॉमर्शियल का पद समाप्त कर दिया गया है। ये अधिकारी अब ऑपरेशन सर्किल में तैनात होंगे, क्योंकि कॉमर्शियल में इनके पद समाप्त कर दिए गए हैं। इसी तरह से एसई ऑपरेशन सर्किल डलहौजी, एसई ऑपरेशन सर्किल रामपुर, एसई ऑपरेशन सर्किल रोहडू, एसई ऑपरेशन सर्किल सोलन, एसई ऑपरेशन सर्किल नाहन व एसई ऑपरेशन सर्किल मंडी का पद भी समाप्त कर दिया गया है। सहायक अभियंताओं (सर्कल) के 16 पद समाप्त
बोर्ड ने सहायक अभियंता वर्कर्स के 16 पदों को भी समाप्त कर दिया गया है। जिन कार्यालयों में यह पद समाप्त हुए हैं उनमें कांगड़ा जोन के SC ऑपरेशन कार्यालय कांगड़ा में एक पद, डलहौजी में एक पद, शिमला जोन के ऑपरेशन सर्किल में एक पद, रामपुर में एक पद, रोहडू में एक पद, मंडी जोन के कॉमर्शियल कार्यालय मंडी में एक पद, हमीरपुर जोन के हमीरपुर में एक पद, ऊना में एक पद व बिलासुपर में एक पद समाप्त कर दिया गया है।
वहीं एसई सर्किल टूटू में एक पद, हमीरपुर में एक पद इलैक्ट्रिकल सिस्टम विंग में खत्म किया गया है। इसी तरह से जनरेशन विंग के साड़ाबाई में एक पद, पालमपुर में दो पद, भावानगर में एक पद, नाहन में एक पद समाप्त किया है। यहां पर अब सहायक अभियंता नहीं होंगे। सहायक अभियंता वर्कस ( आफिस) के 22 पद समाप्त
बोर्ड ने इसके अलावा सहायक अभियंता वर्कर्स के 22 और पदों को समाप्त किया गया है, जिनमें वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता कार्यालय कुमारसैन में एक, काजा में एक, रिकांगपिओ में एक, रोहडू में 1, सोलन में 1 व अर्की में 1 पद समाप्त हुआ है। यह शिमला जोन के तहत है। वहीं कांगड़ा जोन में वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता कार्यालयों में धर्मशाला में एक, नगरोटा बगवां में एक, लंबागांव में एक, डलहौजी में एक, नूरपुर में एक,ज्वाली व फतेहपुर में एक-एक पद समाप्त किया है। मंडी जोन के तहत सरकाघाट में एक, जोगिंदरनगर में एक, करसोग में एक, मनाली में एक तथा हमीरपुर जोन के तहत नादौन में एक, बड़सर में एक, घुमारवीं में एक व अ-ब में एक पद को समाप्त कर दिया गया है। बोर्ड ने सीनियर एक्सईएन MTC शिमला का डिवीजन कार्यालय से बदला
वहीं बोर्ड ने सीनियर एक्सईएन एमटीसी डिवीजन शिमला का प्रशासनिक नियंत्रण भी बदल दिया है। एसई सीसीए के कार्यालय के पास यह नियंत्रण रहेगा। एसई वक्र्स का पूरा काम अब एसई सीसीए देखेंगे। बोर्ड की कार्यकारी निदेशक ईशा की ओर से यह आदेश जारी हुए हैं। इनके बाद बोर्ड में अभी कई दूसरे पद हैं जो इनके अधीन आते थे और उनको भी समाप्त कर दिया जाएगा। उनका प्रशासनिक नियंत्रण बदला जाएगा। इससे आने वाले समय में बोर्ड का पूरा ढांचा बदल जाएगा क्योंकि कई दूसरे पदों को भी समाप्त करने की सिफारिशें कैबिनेट सब कमेटी ने की है। निगम प्रबंधन के फैसले पर भड़की बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन
बिजली बोर्ड कर्मचारी जॉइंट फ्रंट ने निगम प्रबंधन के फैसले पर कड़ा ऐतराज जाहिर किया है। यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा कि बोर्ड ने 51 पद खत्म किया है, कर्मचारी उसका विरोध करते हैं। यह बोर्ड के मूल ढांचे के साथ छेड़छाड़ है। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारियों ने प्रबंधन को 7 दिनों का समय दिया है कि इस फैसले को पर पुनर्विचार किया जाए। वर्मा ने कहा कि निगम के फैसले के खिलाफ कर्मचारियों ने ड्यूटी के बाद कंज्यूमर को ऑनलाइन दी जाने वाली सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है।विभाग यदि सात दिन में फैसले पर पुनर्विचार नही करती है, तो यूनियन अगली रणनीति तैयार करेगा।
हिमाचल के मंडी में मस्जिद तोड़ने को प्रदर्शन:धारा 163 लागू, 5 लोगों के इकट्ठे चलने पर रोक, अवैध दीवार खुद तोड़ रहा मुस्लिम समुदाय
हिमाचल के मंडी में मस्जिद तोड़ने को प्रदर्शन:धारा 163 लागू, 5 लोगों के इकट्ठे चलने पर रोक, अवैध दीवार खुद तोड़ रहा मुस्लिम समुदाय हिमाचल प्रदेश की राजधानी के संजौली से मस्जिद विवाद में सुलगी चिंगारी अन्य शहरों में भी तेजी से भड़क रही है। शिमला के बाद आज मंडी में हिंदू संगठन मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। यानी 5 या इससे ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी। इस मामले में आज नगर निगम (MC) कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के आवाहन के बाद मंडी शहर में चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। भीड़ को एक जगह जुटने से रोकने के लिए जगह जगह बैरिकेड लगाए गए हैं। इस बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जेल रोड पर बनी मस्जिद की अवैध दीवार को बीते वीरवार को ही गिराना शुरू कर दिया है। मुस्लिम समुदाय के लोग खुद सड़क पर अतिक्रमण करके बनाई गई दीवार तोड़ रहे हैं। MC कोर्ट आज सुनवाई बिना अनुमति के बनाई गई 2 मंजिल को लेकर आज MC कोर्ट में सुनवाई होनी है। मंडी के जेल रोड पर मस्जिद के ऊपर 2 अतिरिक्त मंजिल बिना अनुमति के बनाई गई है। स्थानीय लोग इसे तोड़ने की मांग कर रहे हैं। शिमला के संजौली में हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद मंडी में भी मस्जिद तोड़ने के लिए मुखर हो गए हैं। प्रशासन और हिंदू संगठनों में वार्ता विफल इससे पहले बीते कल प्रशासन और हिंदू संगठनों में काफी देर तक वार्ता हुई। वार्ता विफल होने के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन का फैसला लिया है। DC मंडी अपूर्व देवगन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मस्जिद को लेकर नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। जेल रोड 2 बजे तक रहेगा बंद: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि प्रदर्शन को देखते हुए जेल रोड सुबह 09:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद रहेगा। इसी तरह होटल प्रताप से पुलघराट तक सुबह 09:00 बजे पहले और दोपहर 02:00 बजे के बाद वाहनों की आवाजाही वन-वे होगी। वाहन केवल पुलघराट की ओर जा सकेंगे। शिमला से दूसरे शहरों में सुलगी चिंगारी शिमला में हिंदू संगठनों के उग्र प्रदर्शन के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग अवैध निर्माण को खुद तोड़ने के लिए राजी हो रहा है। शिमला में भी बीते कल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नगर निगम कमिश्नर से मिलकर पेशकश की कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब तक अवैध रूप से बनी 3 मंजिल को सील किया जाए। कोर्ट यदि अवैध हिस्से को तोड़ने को बोलेगा तो मुस्लिम समुदाय इसे खुद तोड़ने को तैयार है। शिमला के बाद बीते कल मंडी में मस्जिद के बाहर अवैध दीवार को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है।
शिमला में 5 बिल्डिंग खतरे की जद में:एक भवन के आगे डंगा टूटा; खाली कराई पांचों बिल्डिंग, 20 परिवार बेघर
शिमला में 5 बिल्डिंग खतरे की जद में:एक भवन के आगे डंगा टूटा; खाली कराई पांचों बिल्डिंग, 20 परिवार बेघर हिमाचल की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली के सांगटी क्षेत्र में 5 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। एक मकान के आगे लगा डंगा गिर चुका है। इससे चार अन्य बिल्डिंग को भी खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए नगर निगम ने पांचों मकान खाली करा दिए है। इससे 20 परिवार सड़कों पर आ गए है। सांगटी में नीना निवास के आगे लगा डंगा गिर गया है। इससे उनके मकान में भी दरारें पड़नी शुरू हो गई है। इस बीच मौसम विभाग ने 10 और 11 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है और भवन गिरने का खतरा पैदा हो गया है। घर सुरक्षित करने को डंगा लगाने का आग्रह प्रभावित परिवारों ने डंगा लगाकर मकान को सुरक्षित करने का आग्रह किया है। अमित शर्मा के अनुसार, उनके घर के आगे एक व्यक्ति द्वारा बरसात में भी मकान बनाने के लिए खुदाई की गई। इस वजह से उनके मकान सहित चार अन्य घरों को भी खतरा पैदा हुआ है। तिरपाल लगाकर रोका जा रहा पानी का रिसाव मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने लोगों की धुकधुकी और बढ़ा दी है। हालांकि प्रभावित परिवार ने घर के आगे के हिस्से को तिरपाल लगाकर पूरी तरह ढक दिया है, ताकि इसमें पानी का रिसाव न हो।