शिमला जिला के उपमंडल चौपाल में में रविवार को एक कार खाई में गिर गई। कार में एक महिला सवार थी और साथ में उसका 18 महीने का बच्चा भी था। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल दोनों खतरे के बाहर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक घटना रविवार दोपहर बाद की बताई जा रही है। जब एक महिला घर से गाड़ी लेकर चौपाल की तरफ निकली थी। इस दौरान उसकी गाड़ी जब बटेवरी मोड़ पर पहुंची तो महिला ने अचानक नियंत्रण खो दिया और गाड़ी 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। घायल महिला की पहचान नीना देवी उम्र 42 साल पत्नी कपिल देव गांव बटेवरी पोस्ट आफिस देवत तहसील चौपाल जिला शिमला के रूप में हुई है। गाड़ी में दो ही लोग सवार थे जिसमें चालक महिला और उसका 18 महीने का बच्चा शामिल है। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए चौपाल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर के समय देवत चौपाल सड़क मार्ग पर एक गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हुई है। जिसमें दो लोग सवार थे। दोनों खतरे से बाहर है।फिलहाल हादसे के कारणों का पता नही चल पाया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। शिमला जिला के उपमंडल चौपाल में में रविवार को एक कार खाई में गिर गई। कार में एक महिला सवार थी और साथ में उसका 18 महीने का बच्चा भी था। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल दोनों खतरे के बाहर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक घटना रविवार दोपहर बाद की बताई जा रही है। जब एक महिला घर से गाड़ी लेकर चौपाल की तरफ निकली थी। इस दौरान उसकी गाड़ी जब बटेवरी मोड़ पर पहुंची तो महिला ने अचानक नियंत्रण खो दिया और गाड़ी 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। घायल महिला की पहचान नीना देवी उम्र 42 साल पत्नी कपिल देव गांव बटेवरी पोस्ट आफिस देवत तहसील चौपाल जिला शिमला के रूप में हुई है। गाड़ी में दो ही लोग सवार थे जिसमें चालक महिला और उसका 18 महीने का बच्चा शामिल है। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए चौपाल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर के समय देवत चौपाल सड़क मार्ग पर एक गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हुई है। जिसमें दो लोग सवार थे। दोनों खतरे से बाहर है।फिलहाल हादसे के कारणों का पता नही चल पाया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में खाली पद समाप्त करने पर घमासान:CM बोले- भ्रामक प्रचार किया; पोस्ट समाप्त नहीं कन्वर्ट की जा रही, जयराम ने बोला हमला हिमाचल प्रदेश में 2 साल से खाली पड़े पदों को समाप्त करने पर घमासान छिड़ गया है। फाइनेंस सेक्रेटरी के आदेशों के बाद कांग्रेस सरकार सोशल मीडिया में बुरी तरह घिर गई है। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया के सामने आकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे पद खत्म किए जा रहे हैं जिनकी आज कोई जरूरत नहीं है। वहीं कुछ देर में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी इसी मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेस करके प्रदेश सरकार को घेरेंगे। इस बीच बेरोजगारों ने भी दिवाली के बाद सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे डाली है। CM सुक्खू ने कहा कि पद खत्म करने वाली चिट्टी के साथ वित्त विभाग ने दूसरे ऑर्डर भी किए, जिसमें विभागों से पूछा गया कि आज के हिसाब से किन किन पदों की जरूरत है। विभाग कौन कौन से पद चाहते हैं। ऐसे पद अगले वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में क्रिएट किए जाएंगे। मगर इस चिट्ठी का सोशल मीडिया में कोई जिक्र नहीं है। आज टाइपिस्ट की जरूरत नहीं, इललिए खत्म किए जा रहे CM ने कहा कि समाप्त किए जा रहे कुछ पद ऐसे है, जो 20 सालों से खाली थे। उन्होंने कहा टाइपिस्ट जैसे पदों की आज जरूरत नहीं है। इन पदों को क्लर्क, जेओए आईटी जैसे में तब्दील किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह रूटीन चिट्ठी है। पूर्व भाजपा सरकारों में भी निकलते रहे ऐसे आदेश:CM सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकारों में भी निकलती रही है। पूर्व भाजपा सरकार में भी ये ऑफिशियल ऑर्डर होते थे। साल 2012 में धूमल सरकार ने भी पद खत्म करने की नोटिफिकेशन की थी। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा रोजगार देने की दिशा में आगे रही है। उनके कार्यकाल में 19103 पद भरे जा रहे है। अकेले शिक्षा विभाग में 5861 पदों पर भर्तियां चल रही है। बैच वाइज कोटे से भर्तियां कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर-मरीज के रेशों को बराबर किया जा रहा है। पुलिस, वन विभाग, जल शक्ति और पीडबल्यूडी में बड़ी संख्या में पदों को भरा जा रहा है। बेरोजगारों ने दी आंदोलन की चेतावनी इस बीच प्रदेश के प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण ने बताया कि दिवाली के बाद सरकार के इस निर्णय के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले ही सरकार ने दो साल से भर्तियां बंद कर रखी है। ऐसे में पद तो खाली ही होंगे। अब सरकार द्वारा पदों को समाप्त करने का निर्णय बिल्कुल गलत है। उन्होंने सरकार से यह फैसला वापस लेने की मांग की है।
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शिमला की नेहा दीक्षित इंडियन आइडल में आएंगी नजर:26 अक्टूबर से शुरू होगा 15वां सीजन, राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करना चुनौती हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के क्यारकोटी की बेटी नेहा दीक्षित देश के प्रसिद्ध म्यूजिक टीवी शो इंडियन आइडल के लिए ऑडिशन पास कर चुकी हैं। वह शो के 15वें सीजन में पनी प्रतिभा दिखाती हुई नजर आएंगी। इंडियन आइडल का 15वां सीजन 26 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। इसमें शिमला की नेहा मायानगरी मुंबई में अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरती हुई नजर आएंगी। नेहा दीक्षित का छोटे से प्रदेश से मुंबई तक का सफर काफी संघर्षों से भरा रहा, उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए अब राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करना है। जो उनके सामने बड़ी चुनौती रहेगी। नेहा अब तक कई गाने गा चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने भी उनके एक गाने को लॉन्च किया है। कौन है नेहा दीक्षित?
नेहा दीक्षित का जन्म हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के उपमंडल ठियोग के क्यारकोटी में एक साधारण परिवार में हुआ है। पिता डेयरी का काम करते है और मां गृहणी है। नेहा की शुरुआती शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से हुई है, उन्होंने संगीत की शिक्षा नहीं ली। सबसे पहले उन्होंने स्कूल टूर्नामेंट में गाना शुरू किया, शुरुआत में उनके माता पिता उनके संगीत के पक्ष में नहीं थे लेकिन शिक्षकों के कहने पर उन्होंने अनुमति दी। वहीं से उनके संगीत का सफर शुरू हुआ। 2015 में प्रोफेशनल संगीत की शुरुआत
नेहा ने साल 2015 में शिमला में स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय (RKMV) में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया और यहीं से उनके संगीत के प्रोफेशन में सफर की शुरुआत हुई। यहां उन्होंने कॉलेज प्रोफेसर गोपाल भारद्वाज से संगीत के गुण सिखे और इसके बाद संगीत की विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया। वॉइस ऑफ शिमला की विजेता हैं नेहा
नेहा दीक्षित शिमला के अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल 2024 में पहली बार अयोजित की गई वॉइस ऑफ शिमला प्रतियोगिता का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। फिलहाल नेहा संगीत के प्रोफेसर डॉक्टर टिंकू कॉल से संगीत की शिक्षा ले रही हैं।