हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में पुलिस को अवैध नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 3 अंतरराज्यीय नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तस्करों के पास से 30.640 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शिमला जिले के कोटखाई में शुक्रवार को एएसआई करण नेगी की अगुवाई में पुलिस टीम कोकुनाला में गश्त पर थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि राजिन्दर नेगी की बिल्डिंग में रहने वाली सुमन शाही हीरोइन बेचती है, और आज यहां बड़ी डील होने जा रही है। सूचना पर ASI करण नेगी और टीम ने आवश्यक दस्तावेज व स्वतंत्र गवाहों को साथ लेकर मौके पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने सुमन शाही के कमरे पहुंची उस दौरान कमरे में 3 लोग मौजूद थे। जिनसे पुलिस ने 30.640 ग्राम हेरोइन बरामद की है। एक दिल्ली का रहने वाला आरोपियों की पहचान सुमन शाही उम्र 35 साल पत्नी विष्णु वार्ड नंबर 3 एनसी कोटखाई , रंजन शर्मा उम्र 35 साल कोटखाई जिला शिमला हिमाचल प्रदेश और कमल आचार्य उम्र 46 साल पुत्र गोविंद आचार्य निवासी HN 34 पी – एक्सटेंशन ब्लॉक डी मोहन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली जे रूप में हुई है। तस्करों पर पहले से दर्ज है मामले पुलिस ने बताया कि रंजन शर्मा के खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत 2 मामले दर्ज है। जिसमें उससे 353 ग्राम चिट्टा बरामद किया था। वहीं कमल आचार्य चिट्टा के कारोबार में एक बड़ा सप्लायर है, जो देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अलग अलग राज्यों के लिए सप्लाई करता है और उसे पहले भी 55 ग्राम चिट्टे में गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं एएसआई करण नेगी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । मामले में छानबीन शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में पुलिस को अवैध नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 3 अंतरराज्यीय नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तस्करों के पास से 30.640 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शिमला जिले के कोटखाई में शुक्रवार को एएसआई करण नेगी की अगुवाई में पुलिस टीम कोकुनाला में गश्त पर थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि राजिन्दर नेगी की बिल्डिंग में रहने वाली सुमन शाही हीरोइन बेचती है, और आज यहां बड़ी डील होने जा रही है। सूचना पर ASI करण नेगी और टीम ने आवश्यक दस्तावेज व स्वतंत्र गवाहों को साथ लेकर मौके पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने सुमन शाही के कमरे पहुंची उस दौरान कमरे में 3 लोग मौजूद थे। जिनसे पुलिस ने 30.640 ग्राम हेरोइन बरामद की है। एक दिल्ली का रहने वाला आरोपियों की पहचान सुमन शाही उम्र 35 साल पत्नी विष्णु वार्ड नंबर 3 एनसी कोटखाई , रंजन शर्मा उम्र 35 साल कोटखाई जिला शिमला हिमाचल प्रदेश और कमल आचार्य उम्र 46 साल पुत्र गोविंद आचार्य निवासी HN 34 पी – एक्सटेंशन ब्लॉक डी मोहन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली जे रूप में हुई है। तस्करों पर पहले से दर्ज है मामले पुलिस ने बताया कि रंजन शर्मा के खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत 2 मामले दर्ज है। जिसमें उससे 353 ग्राम चिट्टा बरामद किया था। वहीं कमल आचार्य चिट्टा के कारोबार में एक बड़ा सप्लायर है, जो देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अलग अलग राज्यों के लिए सप्लाई करता है और उसे पहले भी 55 ग्राम चिट्टे में गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं एएसआई करण नेगी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । मामले में छानबीन शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सोलन में अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग श्रमिकों ने किया शक्ति प्रदर्शन:वेतन समझौते पर नहीं बनी सहमति, कामकाज रहा ठप; कंपनी कर रहा कानून की अवहेलना सोलन जिला के शालूघाट बाड़ूबाड़ा मन्दिर के नजदीक गुरुवार को अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग बागा के श्रमिकों ने वेतन समझौते पर सहमति न बनने पर शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 300 श्रमिकों ने भाग लिया, जिससे उद्योग का कामकाज ठप रहा। अल्ट्राटेक कामगार संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार और महामंत्री सुनील कुमार ने बताया की जो श्रमिक यहां से सेवानिवृत होकर गए हैं उनकी ग्रेच्युटी भी नहीं दी गई। वहीं बहुत से श्रमिक यूनिफार्म, गर्म जैकेट की सुविधा से वंचित हैं। 26 दिन का मिलता है वेतन वार्षिक छुट्टी भी केवल 12 ही देते हैं और मासिक वेतन भी केवल 26 दिन का दिया जाता है। इसके अतिरिक्त वेज बोर्ड में भी दो श्रेणी में बांटा गया है, जबकि कर्मचारी क्रमांक सभी का समान और क्रमबद्ध है लेकिन मासिक वेतन में भिन्नता बहुत अधिक है। अल्ट्राटेक कंपनी श्रमिकों के साथ खुला श्रम क़ानून की अवहेलना कर रहा है, जो हिमाचल सरकार ने 25 रुपए की बढ़ोतरी की है वह भी श्रमिकों को नहीं दिया गया। लगातार हड़ताल करने की चेतावनी उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भाजपा सरकार ने 50 रुपए की बढ़ोतरी की थी वह पैसा भी कंपनी ने खुलेआम नहीं दिया और किसी भी प्रकार का वेतन समझौता भी अल्ट्राटेक प्रबंधक वर्ग नहीं कर रहा। हिमाचल प्रान्त के महामंत्री यशपाल हैटा ने कहा यदि समय पूर्व वेतन समझौता नहीं होता, फिर हम लगातार हड़ताल करेंगे लेकिन श्रमिकों के शोषण को नहीं होने देंगे। सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन अखिल भारतीय सीमेंट महासंघ के महामंत्री ने कहा की इस शक्ति प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश के 6 सीमेंट उद्योगों से पदाधिकारी उपस्थित रहें और सभी ने सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन किया है। इसलिए शीघ्र हिमाचल सीमेंट महासंघ की कार्य समिति का गठन होगा, जिससे सीमेंट उद्योगों में श्रमिकों के शोषण पर रोक लगाने का भरसक प्रयास किया जाएगा। महासंघ बनने के बाद एक ही आवाज से हिमाचल के सारे सीमेंट उद्योग बंद होंगे लेकिन श्रम क़ानून की अनदेखी जो भी करेगा उसके लिए महासंघ एकजुटता से कार्य करेगा। एक दिन के शक्ति प्रदर्शन में सभी ने अपने अपने विचार रखे आगे की रणनीति पर चर्चा का विषय भी रखा गया, जिसमें सभी ने अपनी दुःख भरी पीड़ा और परेशानी व्यक्त की।
मणिमहेश में उमड़ा आस्था का सैलाब:24 घंटे में 1 लाख श्रद्धालु पहुंचे, 12KM लंबा ट्रैफिक जाम, सुबह 3:40 बजे से चल रहा शाही स्नान
मणिमहेश में उमड़ा आस्था का सैलाब:24 घंटे में 1 लाख श्रद्धालु पहुंचे, 12KM लंबा ट्रैफिक जाम, सुबह 3:40 बजे से चल रहा शाही स्नान उत्तर भारत की पवित्र एवं पावन मणिमहेश यात्रा के लिए हिमाचल के भरमौर में भारी जन सैलाब उमड़ आया है। पिछले 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु भरमौर से मणिमहेश के लिए रवाना हो गए हैं, जहां पर सुबह 3:40 बजे से शाही स्नान चल रहा है। छोटे शाही स्नान का शुभ मुहूर्त आज आधी रात 2:20 बजे तक रहेगा। माना जा रहा है तब तक एक लाख से ज्यादा शिव भक्त डल में डुबकी लगाएंगे। शाही बड़ा स्नान राधा अष्टमी के अवसर पर यानी 11 सितंबर को होगा। देशभर से पहुंच रहे श्रद्धालु हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं और भरमौर से मणिमहेश तक इसकी गूंज सुनाई दे रही है। ज्यादातर श्रद्धालु पैदल चल कर मणिमहेश पहुंच रहे हैं। इसी के साथ आज से आधिकारिक तौर पर मणिमहेश यात्रा शुरू हो गई है। हेलिकॉप्टर की उड़ान में खराब मौसम बाधा उत्पन्न कर रहा हालांकि सरकार ने भरमौर से मणिमहेश के लिए हेली टैक्सी सेवा भी शुरू कर रखी है। मगर इसकी उड़ान में खराब मौसम बाधा उत्पन्न कर रहा है। कुछ श्रद्धालु घोड़े व खच्चरों पर भी इस यात्रा को पूरा कर रहे हैं। इससे पहले इतने श्रद्धालु कभी नहीं आए: SDM SDM भरमौर कुलविंदर सिंह ने बताया कि छोटा शाही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का सही आंकड़ा कल तक पता चलेगा। मगर पिछले कल और आज सुबह 10 बजे तक एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु मणिमहेश को रवाना हो चुके है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों बता रहे कि इससे पहले कभी भी इतनी संख्या में छोटे शाही स्नान को श्रद्धालु नहीं पहुंचे। श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण पंजीकरण भी नहीं हो पा रहा है। 12KM लंबा ट्रैफिक जाम आलम यह है कि मणिमहेश यात्रियों के कारण पिछले कल भरमौर से पहले हाईवे पर 12 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा। सैकड़ों श्रद्धालु आधी रात तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। आज भी काफी संख्या में वाहन ट्रैफिक जाम में फंसे है। स्थानीय प्रशासन ने मणिमहेश में रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के जवानों के अलावा पर्वतारोहण संस्थान के स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। इसी तरह 5 स्थानों पर शिविरों में मेडिकल टीम की तैनात की गई है। यहां बनाए गए कैंप प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 जगह कैंप स्थापित किए है। यहां प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा जाएगा, क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में कई बार ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इन कैंप में मेडिकल टीमें तैनात की गई है। घोड़े पर यात्रा को देने होंगे 4700 रुपए भरमौर के हड़सर से मणिमहेश तक घोड़ा-खच्चर से आने-जाने का किराया 4700 रुपए प्रति सवारी तय किया गया है। इसी तरह 5 कैंप के बीच का भी अलग अलग किराया निर्धारित किया गया है। तय किराया से ज्यादा दर्रें वसूलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह कुली के लिए भी किराया तय किया गया है। उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा मणिमहेश यात्रा को उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा माना जाता है। 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थिति मणिमहेश पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पढ़ते हैं। यह यात्रा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर दृश्यों के लिए भी जानी जाती है, क्योंकि इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को घने जंगलों, अल्पाइन घास के मैदानों और चट्टानों के बीच बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इस दौरान हिमालय का मनमोहक दृश्य भीदेखने को मिलता हैं। यही वजह है कि यह अध्यात्मिक यात्रा रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का भी आभास कराती है। मणिमहेश यात्रा के लिए इन निर्देशों का करें पालन मणिमहेश के कैलाश शिखर में शिव का निवास ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव मणिमहेश के कैलाश शिखर पर निवास करते हैं, जो झील से दिखाई देता है। यह यात्रा हर साल, आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में हिंदू त्यौहार जन्माष्टमी के अवसर पर होती है। माना जाता है कि यह यात्रा 9वीं शताब्दी में शुरू हुई थी जब एक स्थानीय राजा, राजा साहिल वर्मन को भगवान शिव के दर्शन हुए थे जिन्होंने मणिमहेश झील पर एक मंदिर स्थापित करने का निर्देश दिया।
हिमाचल के मैदानी इलाकों में छाई घनी धुंध:50 मीटर तक गिरी विजिबिलिटी; वाहनों चालकों को एहतियात बरतने की एडवाइजरी, 11-12 को बारिश-बर्फबारी
हिमाचल के मैदानी इलाकों में छाई घनी धुंध:50 मीटर तक गिरी विजिबिलिटी; वाहनों चालकों को एहतियात बरतने की एडवाइजरी, 11-12 को बारिश-बर्फबारी हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों में आज सुबह से घनी धुंध छाई हुई है। इससे कई इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई है। खासकर बिलासपुर, सुजानपुर, ऊना, सोलन और मंडी जिला के कुछेक क्षेत्रों में धुंध की वजह से लोग परेशान है। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर जब तक बारिश नहीं होगी, तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। इसे देखते हुए सरकार ने वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की एडवाइजरी जारी की है। धुंध के बीच तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाना महंगा पड़ सकता है। 11-12 को बारिश-बर्फबारी के आसार प्रदेश में 10 नवंबर की रात से मौसम करवट बदलेगा। इससे 11 और 12 नवंबर को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मगर 10 नवंबर तक मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। 36 दिन से 6 जिलों में पानी की बूंद नहीं बरसी प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालत बन गए है। बीते 36 दिनों के दौरान प्रदेश के 6 जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। दूसरे जिलों में भी नाममात्र बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है और पोस्ट मानसून सीजन में भी एक अक्टूबर से नवंबर तक सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे तापमान भी सामान्य से काफी ज्यादा चल रहा है। प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान और सामान्य से कितना ज्यादा