उपचुनाव की वोटिंग को लेकर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भाजपा पर हमला किया। गुरुवार को बरेली पहुंचे शिवपाल ने कहा- चुनाव में भाजपा ने शासन-प्रशासन को लगाकर बेइमानी की। उपचुनाव में गुंडई के बल पर DM और SSP ने भाजपा को वोट डलवाए। सत्ता में आने के बाद भाजपा को सपोर्ट करने वाले अधिकारियों की लिस्ट बनाएंगे। लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही हैं। जिस तरह से भाजपा परंपरा डाल रही है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। इधर, सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने चुनाव कैंसिल कराने की मांग की। है। उन्होंने कहा- कल मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में पुलिस ने नंगा नाच किया। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। पुलिस ने उपचुनावों में खासकर मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में किया वह लोक तंत्र के लिए खतरे की घंटी है। ज्यादती तो हर जगह हुई है, लेकिन प्रशासन ने इन पांच जगहों पर मर्यादाओं की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। मीरापुर , कुंदरकी और सीसामऊ में मुस्लिम मतदाताओं को बन्दूक की नोक पर वोट डालने से रोका गया। ये चुनाव रद्द हों और दुबारा चुनाव अर्ध सैनिक बलों की देख-रेख में होने चाहिए । वोटिंग के बीच अखिलेश यादव, फिर भूपेंद्र चौधरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी… अखिलेश बोले- बख्शेंगे नहीं, IAS समेत 10 के नाम गिनाए यूपी उपचुनाव की वोटिंग के बीच बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सपा कार्यालय में उन्होंने कहा- चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही हैं। आयोग को न दिखाई दे रहा, न सुनाई दे रहा। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर IAS आंजनेय कुमार समेत 10 अफसरों के नाम गिनाते हुए उन पर गड़बड़ी करना का आरोप लगाया। कहा- ये अफसर धांधली कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। नाराज अखिलेश ने कहा- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो एकत्रित करें। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। भूपेंद्र चौधरी बोले- सपा में जमीन खिसकने की खिसियाहट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- अखिलेश के आरोप में उनकी हताशा दिख रही है। उनकी हार तय है। सपा ने गुंडे और माफिया प्रकोष्ठ को आगे किया है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। लाल टोपी के काले कारनामे सामने आ गए हैं। मैनपुरी के करहल में दलित बेटी की हत्या की गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या सपा नेताओं ने की है। उन्होंने कहा, अखिलेश को चाहिए कि अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रित रखें। जबरदस्ती बुर्का पहनकर महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं। बाहर से लोगों को बुलाकर सपा की माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे, जबकि अराजकता फैलाना सपा का ट्रेडमार्क है। जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है। अधिकारियों को सपा की तरफ से धमकी दी जा रही है। सपा विक्टिम कार्ड खेल रही है। झूठ की इमारत कभी मजबूत नहीं होती। सपा को लूटतंत्र में भरोसा है। बीजेपी के वोटर निकल नहीं रहे…सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा, तो वोट कौन डाल रहा है। सपा जान चुकी है कि जनता अराजकता और बलात्कारियों के साथ नहीं है। पुलिस का काम चेकिंग करना है। ——————— ये खबर भी पढ़िए- वोटर आईडी चेक करने पर 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड, BJP बोली- बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही; सपा सांसद की पुलिस से नोकझोंक मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें पूरी खबर… उपचुनाव की वोटिंग को लेकर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भाजपा पर हमला किया। गुरुवार को बरेली पहुंचे शिवपाल ने कहा- चुनाव में भाजपा ने शासन-प्रशासन को लगाकर बेइमानी की। उपचुनाव में गुंडई के बल पर DM और SSP ने भाजपा को वोट डलवाए। सत्ता में आने के बाद भाजपा को सपोर्ट करने वाले अधिकारियों की लिस्ट बनाएंगे। लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही हैं। जिस तरह से भाजपा परंपरा डाल रही है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। इधर, सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने चुनाव कैंसिल कराने की मांग की। है। उन्होंने कहा- कल मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में पुलिस ने नंगा नाच किया। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। पुलिस ने उपचुनावों में खासकर मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में किया वह लोक तंत्र के लिए खतरे की घंटी है। ज्यादती तो हर जगह हुई है, लेकिन प्रशासन ने इन पांच जगहों पर मर्यादाओं की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। मीरापुर , कुंदरकी और सीसामऊ में मुस्लिम मतदाताओं को बन्दूक की नोक पर वोट डालने से रोका गया। ये चुनाव रद्द हों और दुबारा चुनाव अर्ध सैनिक बलों की देख-रेख में होने चाहिए । वोटिंग के बीच अखिलेश यादव, फिर भूपेंद्र चौधरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी… अखिलेश बोले- बख्शेंगे नहीं, IAS समेत 10 के नाम गिनाए यूपी उपचुनाव की वोटिंग के बीच बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सपा कार्यालय में उन्होंने कहा- चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही हैं। आयोग को न दिखाई दे रहा, न सुनाई दे रहा। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर IAS आंजनेय कुमार समेत 10 अफसरों के नाम गिनाते हुए उन पर गड़बड़ी करना का आरोप लगाया। कहा- ये अफसर धांधली कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। नाराज अखिलेश ने कहा- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो एकत्रित करें। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। भूपेंद्र चौधरी बोले- सपा में जमीन खिसकने की खिसियाहट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- अखिलेश के आरोप में उनकी हताशा दिख रही है। उनकी हार तय है। सपा ने गुंडे और माफिया प्रकोष्ठ को आगे किया है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। लाल टोपी के काले कारनामे सामने आ गए हैं। मैनपुरी के करहल में दलित बेटी की हत्या की गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या सपा नेताओं ने की है। उन्होंने कहा, अखिलेश को चाहिए कि अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रित रखें। जबरदस्ती बुर्का पहनकर महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं। बाहर से लोगों को बुलाकर सपा की माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे, जबकि अराजकता फैलाना सपा का ट्रेडमार्क है। जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है। अधिकारियों को सपा की तरफ से धमकी दी जा रही है। सपा विक्टिम कार्ड खेल रही है। झूठ की इमारत कभी मजबूत नहीं होती। सपा को लूटतंत्र में भरोसा है। बीजेपी के वोटर निकल नहीं रहे…सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा, तो वोट कौन डाल रहा है। सपा जान चुकी है कि जनता अराजकता और बलात्कारियों के साथ नहीं है। पुलिस का काम चेकिंग करना है। ——————— ये खबर भी पढ़िए- वोटर आईडी चेक करने पर 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड, BJP बोली- बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही; सपा सांसद की पुलिस से नोकझोंक मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘मुसलमानों को क्रिसमस से तौबा करना चाहिए, यह इस्लाम में जायज नहीं’- शहाबुद्दीन रजवी <p style=”text-align: justify;”><strong>Christmas 2024:</strong> पूरी दुनिया में 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है और इसके साथ ही नये साल के आने की दस्तक सुनाई देने लगती है. इतिहास में यह तारीख कई महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. लेकिन दूसरी ओर क्रिसमस पर भी सियासी करने वाले अपने बयानों के जरिए चर्चा में बने रहने के लिए कुछ विवादित बोलते हैं. अब ऐसा ही बयान ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी ने दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी ने क्रिसमस के त्योहार पर मुसलमानों के चर्च में जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जो मुसलमान दूसरे मजहब के त्योहारों में शिरकत करते हैं या फिर चर्च में जाते हैं उनको तौबा करना चाहिए और वह शरीयत के नजर में दोषी हैं. उनका यह भी कहना है कि आम दिनों में कोई भी व्यक्ति चर्च में या मंदिर में जा सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस्लाम में जायज नहीं- रिजवी</strong><br />ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मगर त्योहारों को वहां पर जाना है उसमें मुबारकबाद देना यह इस्लाम में जायज नहीं है. हालांकि क्रिसमस के अलावा इतिहास में यह तारीख कई महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. वर्ष 1924 में आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कोविड महामारी के दौरान बेथलेहम में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ‘मार्चिंग बैंड’ निकालकर शीर्ष कैथोलिक पादरी का स्वागत किया गया, लेकिन वहां कुछ ही लोग मौजूद थे और कड़े लॉकडाउन के कारण यीशु के जन्मस्थल पर जश्न फीका रहा. क्रिसमस पर नजारा ऐसा ही था जहां कोविड-19 की वजह से पारिवारिक कार्यक्रमों और प्रार्थनाओं में शामिल होने वाले लोगों की संख्या या तो सीमित कर दी गई या उन्हें रद्द कर दिया गया.<br /><strong>(बरेली से भीम मनोहर की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/atal-bihari-vajpayee-jayanti-in-lucknow-kumar-vishwas-remarks-on-mahabharat-and-ramayana-study-2849767″>रामायण- महाभारत पढ़ने पर फिर कुमार विश्वास ने दिया जोर, कहा- ‘मित्र दुर्योधन निकल जाए तो…'</a><br /></strong></p>
वैभव गहलोत सिरोही सीट से हारे, BJP के लुंबाराम बने विजेता
वैभव गहलोत सिरोही सीट से हारे, BJP के लुंबाराम बने विजेता <p>सिरोही लोकसभा सीट पर लुंबाराम चौधरी को 796783 वोट मिले. वैभव गहलोत को 595240 वोट मिले. बीजेपी के लुंबाराम चौधरी 201543 वोट से विजयी घोषित किए गए.</p>
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दिल्ली में वोटरों का लिस्ट से नाम काटने पर क्या फंसेंगे अफसर? अधिकारियों की लिस्ट बना रही AAP <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi AAP News:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बीच आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है. पार्टी की तरफ से कहा गया कि हरियाणा और महाराष्ट्र की तर्ज पर बीजेपी दिल्ली का चुनाव जीतने के लिए मतदाता सूची में गड़बड़ी करने का प्रयास कर रही है, लेकिन उसकी यह साजिश अरविंद केजरीवाल ने पर्दाफाश कर दी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी की साजिश किसी भी तरह से कामयाब नहीं होने वाली है, क्योंकि उसकी इस साजिश का भंडाफोड़ हो चुका है. आम आदमी पार्टी इसकी गहराई से पड़ताल में भी जुट गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी ने सभी विधानसभा के हिसाब से पांच टीमों का गठन किया है. यह टीम नाम कटने वालों से संपर्क करने से लेकर उन अधिकारियों का नाम इकट्ठा कर रही, जिनकी नाम काटने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर किसी तरह की भूमिका है. आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट तौर पर उन अफसरों को कानूनी कार्रवाई करेगी, जो बीजेपी के दबाव में आकर गलत तरीके से मतदाताओं के नाम को काट रहे हैं. जबकि ये मतदाता जीवित हैं और अपने पुराने पते पर परिवार के साथ रह रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी की हरियाणा और महाराष्ट्र में की गई गड़बड़ी दिल्ली में नहीं चलने वाली है. इसलिए आम आदमी पार्टी इसे लेकर बेहद गंभीर हो गई. पार्टी ने पूरी दिल्ली के कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है . हर विधानसभा के हिसाब से पांच टीम बनाई गई है. वह टीम केंद्रीय टीम के साथ मिलकर 24 घंटे काम पर लगी है.टीम नाम कटे एक-एक व्यक्ति से संपर्क करेगी. साथ उनका नाम कटने की प्रक्रिया का पालन हुआ है कि नहीं, इसकी जानकारी इकट्ठा कर रही है. अभी तक की जांच में पता चला है कि करीब 75 फीसद लोगों के नाम गलत तरीके से काटे गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी जानकारी होने के बाद आम आदमी पार्टी की टीम ऐसे अफसरों के नाम की सूची बना रही है, जो मनमाने तरीके से वोटर का नाम लिस्ट से काट रहे हैं. कार्यकर्ता सभी मतदाताओं के संपर्क में आ गए हैं और एक-एक नाम का मिलान वोटर लिस्ट से कर रहे हैं. जिनका भी नाम काटने के लिए बीजेपी द्वारा चुनाव आयोग को दिया गया उन नामों पर विशेष फोकस किया जा रहा हैं और पता कर रहे हैं कि वह वोटर उस पते पर अभी है या नहीं. जो वोटर वहां मौजूद मिल रहा है, अगर उसका नाम लिस्ट से कौन अफसर प्रयास काटा है, उसकी सूची बन रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी ने सहूलियत के लिए कार्यकर्ताओं को यह टारगेट दिया है कि वो एक-एक घर जाएं और वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम का मिलान करें. सभी कार्यकर्ता अपने इलाके के एक-एक घर जाना शुरू कर दिए हैं. वह हर घर में कितने लोग हैं, क्या उनके नाम मतदाता सूची में है, अगर नहीं है तो कब से नहीं है, क्या पहले उनका नाम मतदाता सूची में था और अभी हाल फिलहाल में नाम काटा गया है और अगर काटा गया है तो क्यों? इस तरह के सवालों का जवाब खोज रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर किसी मतदाता का नाम हाल फिलहाल में बीजेपी की साजिश की वजह से काटा गया है तो उनके नाम लिस्ट में जुड़वाने का भी प्रयास कर रहे हैं. साथ ही मतदाता सूची में जिनके नाम है और वह लोग अपने पते पर रह रहे हैं लेकिन बीजेपी ने उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए चुनाव आयोग में आवेदन किया है तो उसकी सूची भी बना रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से कहा है कि मतदाता सूची में शामिल हर एक वोटर के नाम पर पैनी नजर रखें. अगर उनके नाम लिस्ट से काटी जा रही है तो यह पता करें कि उनके नाम काटने के लिए कौन अफसर जिम्मेदार है. उस जिम्मेदार अधिकारी के नाम भी पार्टी को सौंपे, ताकि उन अफसरों के खिलाफ पार्टी की तरफ से कानूनी कार्रवाई शुरू की जा सके. पार्टी का लीगल सेल भी इसमें मदद कर रहा है. अफसरों के खिलाफ की जाने वाली कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया को लीगल सेल पूरा करने में जुटा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सिर्फ इतना ही नहीं, पार्टी के पदाधिकारी भी अपने कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं और रोजाना अपडेट ले रहे हैं ताकि वोटर लिस्ट से नाम काटने वाला कोई भी अफसर छूट न जाए. पार्टी उन सभी अफसरों पर कानूनी कार्रवाई करेगी जो गलत तरीके से सूची से किसी मतदाता का नाम काट रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आम आदमी पार्टी करेगी कानूनी कार्रवाई</strong><br />आम आदमी पार्टी से साफ कहा है कि मतदाता सूची से नाम कटवाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिसने भी नियमों को ताक पर रख कर जीवित और अपने पते पर रह रहे मतदाताओं के नाम लिस्ट से कटवाने के लिए चुनाव आयोग में आवेदन करता है, उस पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 174, धारा 318, धारा 217, धारा 196 और धारा 61 के तहत कार्रवाई करेंगे. क्योंकि इन्होंने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 31, धारा 125 और धारा 136 का उल्लंघन किया है. इसके साथ ही, जितने भी बीएलओ, एई आरओ, रिटर्निंग अधिकारी है, उनको भी पार्टी ने चेतावनी दी है कि गलत काम मत करना, दस्तखत आपके हो रहे हैं और कागज पक्के रहते हैं. आज नहीं तो कल आपको जेल जाना पड़ सकता है. जो भी अफसर गलत काम करेगा, उसके खिलाफ कानूनी एक्शन लिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वोटर लिस्ट से नाम काटने के ये हैं नियम</strong><br />वोटर लिस्ट से नाम कटवाने के लिए चुनाव आयोग ने एक तय प्रक्रिया बनाई है. इसके लिए इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) की ओर से मतदाताओं के नाम का ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया जाता है.संबंधित क्षेत्र का कोई भी मतदाता किसी भी नाम पर आपत्ति जता सकता है. यह सूची सभी राजनीतिक दलों को भेजी जाती है और मुख्य चुनाव अधिकारी की वेबसाइट, इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर के नोटिस बोर्ड और मतदान केंद्रों पर प्रदर्शित की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यदि कोई इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर या बूथ लेवल ऑफिसर को सूचित करना चाहता है कि किसी मतदाता का नाम किसी कारणवश उस निर्वाचन क्षेत्र की सूची में नहीं होना चाहिए तो उसे फॉर्म 7 के जरिए आपत्ति दर्ज करानी होती है. नाम कटवाने की वजह मृत्यु या पते में परिवर्तन हो सकता है. फॉर्म 7 ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है या इसे इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर से भी प्राप्त किया जा सकता है. ड्राफ्ट नोटिफिकेशन के प्रकाशित होने की तारीख से 30 दिन के भीतर आपत्ति दर्ज करानी होती है. वोटर का नाम वोटर लिस्ट से हटाना है या नहीं, इसे लेकर इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर का निर्णय ही अंतिम होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”हरियाणा: ‘कांग्रेस ने 50-60 साल तक राज किया, उन्होंने…’, अनिल विज ने राहुल गांधी पर साधा निशाना” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/anil-vij-targets-rahul-gandhi-over-farmers-protest-delhi-chalo-march-accuses-congress-of-negligence-2838489″ target=”_self”>हरियाणा: ‘कांग्रेस ने 50-60 साल तक राज किया, उन्होंने…’, अनिल विज ने राहुल गांधी पर साधा निशाना</a></strong></p>