भास्कर न्यूज | जालंधर श्री गुरु रविदास भवन की मेन सड़कों पर रोशनी के लिए निगम ने एलईडी लाइटें लगाई थीं, जोकि चोरी हो गई हैं। ऐसे में एलईडी लाइटें नहीं होने से रात में लोगों को परेशानी होती है। स्थानीय निवासी दिलदार सिंह, विक्की, दीपक ने मांग की है कि चोरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। भास्कर न्यूज | जालंधर श्री गुरु रविदास भवन की मेन सड़कों पर रोशनी के लिए निगम ने एलईडी लाइटें लगाई थीं, जोकि चोरी हो गई हैं। ऐसे में एलईडी लाइटें नहीं होने से रात में लोगों को परेशानी होती है। स्थानीय निवासी दिलदार सिंह, विक्की, दीपक ने मांग की है कि चोरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जगराओं में पति ने पत्नी से लाखों ठगे:कनाडा भेजने के नाम पर मायके से मंगवाए 16 लाख, 7 तोले सोना भी हड़पा
जगराओं में पति ने पत्नी से लाखों ठगे:कनाडा भेजने के नाम पर मायके से मंगवाए 16 लाख, 7 तोले सोना भी हड़पा लुधियाना जिले के ढोलन गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने परिजनों संग मिलकर अपनी पत्नी को कनाडा भेजने का सपना दिखा कर लाखों रुपए और सोने के गहने आदि ठग लिए। आरोपी पति ने पत्नी पर इस तरह दबाब बनाया कि लड़की के पिता को अपनी जायदाद बेच कर बेटी के पति को लाखों रुपए दे दिए। रुपए हाथ में लगते ही आरोपियों ने अपना असली रंग दिखाते हुए साफ कह दिया। वह उसे कनाडा नही लेकर जाएंगे। अपने साथ हुए धोखे के बाद पीड़ित महिला ने अपने पति सास ससुर समेत चार लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दर्ज करवा दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति, सास और ससुर समेत चार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया। 4 साल पहले हुई थी शादी इस मामले की जानकारी देते हुए थाना सदर के एएसआई रणधीर सिंह ने बताया, कि ढोलन गांव निवासी पीड़ित महिला करमजीत कौर ने पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में बताया कि उसकी 16 फरवरी 2020 को चार साल पहले आरोपी धरमिंदर सिंह के साथ शादी हुई थी। शादी के समय उसके परिजनों ने लड़के वालों की हर मांग को पूरा करते हुए सोने के गहने समेत स्त्री धन आदि सब कुछ दिया था। इतना ही नहीं शादी पर भी उसके परिजनों ने लाखों रुपए खर्च किए। शादी के कुछ समय बाद ही उसके पति ने अपने परिजनों संग मिलकर उसे कहना शुरू कर दिया कि उसे कनाडा भेज देंगे। इसलिए वह अपने परिजनों से पैसे लेकर आए। इस दौरान आरोपियों ने साजिश के तहत धीरे धीरे उससे सोने के गहने आदि भी हासिल कर अपने पास रख लिए। वहीं कनाडा में रहती उसकी ननद भी उसे बार बार फोन कर कहने लगी। वह अपने परिजनों से पैसे ले आए। वह उसको कनाडा में संभाल लेगी और उसे बढ़िया काम पर भी लगवा देगी। जिसके बाद उसके पति और सास-ससुर ने उस पर रुपए को लेकर और दबाब डालना शुरू कर दिया। मानसिक रूप से कर रहे थे परेशान इतना ही नहीं आरोपियों ने उसे इस कदर मानसिक रूप से भी परेशान करना शुरू कर दिया, कि उसने दुखी होकर इस संबंध में उसने अपने पिता से अपने हालात का जानकारी देते हुए कहा कि उसका पति और ससुराल वाले मायके से और पैसे लेकर आने के लिए परेशान करते है। पीड़ित महिला ने बताया कि उसने दुखी होकर अपने परिजनों से कहा कि वह किसी तरह रुपयों का इंतजाम कर दे। ताकि वह कनाडा जा सके। जमीन बेचकर दिए 16 लाख जिसके बाद उसके पिता ने बेटी पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए अपनी जायदाद बेच कर 16 लाख रुपए अपने पति और सास ससुर को थमा दिए। आरोपियों ने 16 लाख और 7 तोले सोने गहने लेकर अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। जब भी वह अपने पति और ससुराल वालों को उसे कनाडा भेजने के लिए कहती। तो वह उसे टाल मटोल कर कोई ना कोई बहाना लगा कर टाल देते। उसे हर बार एक ही लारा लगा कर कह देते कि चिंता ना कर वह जल्द ही कनाडा लेकर जाएगे। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस जब उसे काफी समय कोई रास्ता दिखाई नहीं दिया। तो उसने 16 लाख रुपए और सोने के गहने वापस मांगने शुरू कर दिए, तो आरोपियों ने उसे साफ कह दिया कि वह उसे कनाडा लेकर नहीं जाएंगे। उन्हें लाखों रुपए लेने थे जो उन्हें मिल गए। अब वह कनाडा और रुपए दोनों बातें भूल जाए। जिसके बाद उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। तो उसने अपने पति समेत चारों आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद चारों आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। जांच अधिकारी ने बताया कि फिलहाल चारों आरोपी फरार है। जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।

मजीठिया ड्रग तस्करी मामले में नया मोड़:SIT ने कोर्ट में याचिका दे मांगा सर्च वारंट; 5 अप्रैल को होगी सुनवाई
मजीठिया ड्रग तस्करी मामले में नया मोड़:SIT ने कोर्ट में याचिका दे मांगा सर्च वारंट; 5 अप्रैल को होगी सुनवाई पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के नशा तस्करी से जुड़े मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले की जांच कर रही SIT ने मोहाली कोर्ट में याचिका दायर करके सर्च वारंट मांगे हैं। वहीं, जैसे ही यह मामला मजीठिया के वकीलों को पता चला तो उन्होंने भी कोर्ट में याचिका दायर कर एसआईटी द्वारा दर्ज अर्जी की कॉपी मांगी। मजीठिया के वकीलों ने साथ ही कोर्ट में पूछा है कि कौन सी जगह की तलाशी लेनी है, इस बारे में जानकारी दी जाए। हालांकि सरकार की तरफ से पेश हुए वकीलों ने इस एप्लिकेशन को गलत बताया है। वहीं, इस मामले में अब 5 अप्रैल को बहस होगी। मजीठिया के खिलाफ फेज- स्टेट क्राइम ब्रांच में दर्ज है। हालांकि बिक्रम सिंह मजीठिया ने पहले ही एक वीडियो जारी कर कहा था कि सरकार उनके खिलाफ नया केस दर्ज करने की तैयारी में है। ऐसे में उनके घरों की जांच के लिए सर्च वारंट लेगी। कांग्रेस सरकार ने दर्ज की थी एफआईआर एसआईटी की तरफ से मजीठिया के खिलाफ दर्ज की गई एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज एफआईआर को आधार बनाया गया है। एसआईटी की तरफ से जब 2022 में केस दर्ज किया गया तो उस समय बताया गया था कि भोला ड्रग्स मामले में छह से लेकर 10 तक एफआईआर दर्ज की है। उन एफआईआर में कोर्ट अपना फैसला सुना चुकी है। फैसला होने के बाद मजीठिया को नामजद करना संभव नहीं है। इसके बाद 2022 में कांग्रेस सरकार के समय में केस दर्ज हुआ था। उसके बाद वह जेल भी गए थे। पंजाब सरकार ने गठित की है 5वीं एसआईटी बिक्रम मजीठिया से जुड़े नशा तस्करी मामले की जांच कर रही SIT के प्रमुख को कुछ दिन पहले बदला गया था। अब AIG वरुण शर्मा को हेउ बनाया गया है। इससे पहले DIG एचएस भुल्लर SIT हेड रहे हैं। इसके अलावा 2 और अफसर बदले गए हैं। इसके अलावा, तरनतारन के SSP अभिमन्यु राणा और एसपी (एनआरआई), पटियाला, गुरबंस सिंह बैंस को SIT का सदस्य बनाया गया है। यह 5वीं बार है जब एसआईटी में बदलाव किया गया है। इससे पहले, एसआईटी का नेतृत्व हमेशा डीआईजी या उससे उच्च रैंक के अधिकारी करते थे। यह पहली बार है कि एसआईटी की कमान एआईजी रैंक के अधिकारी को सौंपी गई है।

पंजाब आबकारी विभाग का ज्वाइंट डायरेक्टर गिरफ्तार:ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों से मिलीभगत, करवाता था टेक्स चोरी, आय से अधिक मिली संपत्ति
पंजाब आबकारी विभाग का ज्वाइंट डायरेक्टर गिरफ्तार:ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों से मिलीभगत, करवाता था टेक्स चोरी, आय से अधिक मिली संपत्ति पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गुरुवार को पंजाब आबकारी GST विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर बलबीर कुमार विरदी को गिरफ्तार कर लिया है। विरदी फरार चल रहे थे। विरदी अब डिप्टी कमिश्नर राज्य कर, मुख्यालय पटियाला के पद पर तैनात थे। जालंधर की अदालत पुलिस को आरोपी का दो दिन का रिमांड दिया है। ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों से मिलीभगत विजिलेंस के प्रवक्ता ने कहा कि इससे पहले बलबीर कुमार विरदी और राज्य आबकारी विभाग के अन्य अधिकारी/कर्मचारी कुछ ट्रांसपोर्ट और उद्योग मालिकों के साथ मिलीभगत करके टेक्सों की चोरी में शामिल थे। आय से अधिक संपत्ति का भी मामला बलबीर कुमार विरदी और अन्य के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन, फ्लाइंग स्क्वायड-1, एसएएस नगर मोहाली में आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7-ए के तहत एक मामला 9, 21 सितंबर 2020 को दर्ज किया गया था। इस बीच बलबीर कुमार विरदी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के संबंध में एक सतर्कता जांच भी शुरू की गई थी। भ्रष्टाचार के माध्यम से बनाई संपत्ति प्रवक्ता के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति से संबंधित सतर्कता जांच की जांच के दौरान आरोपी बीके विरदी, निवासी लम्मा पिंड, जालंधर, जो अब कोठी नंबर 213, गुरु गोबिंद सिंह नगर, जालंधर में रह रहे हैं, को भी ब्यूरो द्वारा आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था, जो एक सरकारी अधिकारी के रूप में भ्रष्टाचार के माध्यम से बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2007 से 11 सितंबर 2020 तक की जांच अवधि के दौरान, उन्होंने कुल 5,12,51,688.37 रुपये खर्च किए थे, जबकि सभी स्रोतों से उनकी वास्तविक आय 2,08,84,863.37 रुपये थी। जांच के दौरान पाया गया कि उक्त अधिकारी ने चेक अवधि के दौरान अर्जित आय से 3,03,66,825 रुपये अधिक खर्च किए थे, जो उनकी कुल आय से लगभग 145.40 प्रतिशत अधिक था। गहन जांच से यह साबित हुआ है कि उक्त अधिकारी ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके अपनी वास्तविक आय से अधिक चल और अचल संपत्ति बनाई है। आरोपी बलबीर कुमार विरदी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) के साथ 13 (2) के तहत एफआईआर नंबर 12 तारीख 16 मई 2023 को विजिलेंस पुलिस स्टेशन, जालंधर रेंज में दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी से बच रहा था आरोपी,अदालत ने खारिज की अग्रिम जमानत उपरोक्त एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था। उन्होंने आगे बताया कि 03 मई 2024 को हाईकोर्ट ने बलबीर कुमार विरदी द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। उसके बाद विजिलेंस ब्यूरो लगातार उसे गिरफ्तार करने के लिए दबाव बना रहा था। आज आरोपी बलबीर कुमार विरदी ने हाईकोर्ट के निर्देश पर स्थानीय अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।