26 अगस्त से 11 सितंबर तक आयोजित होने वाली मणिमहेश यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम व सुरक्षित हो इस बात को पुख्ता बनाने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता जिला मुख्यालय चंबा में अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। उत्तरी भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा की अग्रिम तैयारियों के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष ने संबंधित विभागों व अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। कई मुद्दों पर की गई चर्चा बैठक में श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत कानून व्यवस्था, सड़कों के मरम्मत संबंधी कार्यों, परिवहन सुविधा, यातायात व पार्किंग प्रबंधन,साफ सफाई, श्रद्धालुओं के पंजीकरण, भोजन तथा रहने संबंधी व्यवस्थाओं, जलापूर्ति, चिकित्सा सुविधा, विद्युत एवं ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं, दूरसंचार व सूचना प्रणाली,संभावित आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों के अलावा पर्यटन को बढ़ावा देने संबंधी गतिविधियों वारे विस्तृत चर्चा की गई। 26 अगस्त से 11 सितंबर तक चलेगी यात्रा इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा 26 अगस्त से 11 सितंबर तक आयोजित होगी तथा इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित विभिन्न कार्यों व व्यवस्थाओं को समय रहते पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार इस बार श्री मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को हेली टैक्सी सुविधा चंबा से उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। मणिमहेश यात्रियों को पंजीकरण कराना अनिवार्य इससे पूर्व श्री मणिमहेश यात्रा के संबंध में प्रशासनिक तैयारियों बारे एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने पावरप्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों बारे क्रमवार विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मणिमहेश जाने वाले यात्रियों के लिए प्रशासन द्वारा पंजीकरण किया जाएगा। जिसके लिए कोई भी व्यक्ति स्वयं को www.manimaheshyatra.hp.gov.in पर पंजीकृत करवा सकता है। 26 अगस्त से 11 सितंबर तक आयोजित होने वाली मणिमहेश यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम व सुरक्षित हो इस बात को पुख्ता बनाने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता जिला मुख्यालय चंबा में अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। उत्तरी भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा की अग्रिम तैयारियों के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष ने संबंधित विभागों व अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। कई मुद्दों पर की गई चर्चा बैठक में श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत कानून व्यवस्था, सड़कों के मरम्मत संबंधी कार्यों, परिवहन सुविधा, यातायात व पार्किंग प्रबंधन,साफ सफाई, श्रद्धालुओं के पंजीकरण, भोजन तथा रहने संबंधी व्यवस्थाओं, जलापूर्ति, चिकित्सा सुविधा, विद्युत एवं ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं, दूरसंचार व सूचना प्रणाली,संभावित आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों के अलावा पर्यटन को बढ़ावा देने संबंधी गतिविधियों वारे विस्तृत चर्चा की गई। 26 अगस्त से 11 सितंबर तक चलेगी यात्रा इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा 26 अगस्त से 11 सितंबर तक आयोजित होगी तथा इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित विभिन्न कार्यों व व्यवस्थाओं को समय रहते पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार इस बार श्री मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को हेली टैक्सी सुविधा चंबा से उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। मणिमहेश यात्रियों को पंजीकरण कराना अनिवार्य इससे पूर्व श्री मणिमहेश यात्रा के संबंध में प्रशासनिक तैयारियों बारे एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने पावरप्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों बारे क्रमवार विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मणिमहेश जाने वाले यात्रियों के लिए प्रशासन द्वारा पंजीकरण किया जाएगा। जिसके लिए कोई भी व्यक्ति स्वयं को www.manimaheshyatra.hp.gov.in पर पंजीकृत करवा सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल: संजौली मस्जिद केस में सुनवाई:मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी की याचिका की मैंटेनेबिलिटी पर होगा फैसला; MC आयुक्त के मस्जिद तोड़ने पर मांग रखा स्टे
हिमाचल: संजौली मस्जिद केस में सुनवाई:मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी की याचिका की मैंटेनेबिलिटी पर होगा फैसला; MC आयुक्त के मस्जिद तोड़ने पर मांग रखा स्टे हिमाचल की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के आदेशों पर स्टे वाली याचिका की मैंटेनेबिलिटी पर आज जिला कोर्ट में सुनवाई होगी। लोकल रेजिडेंट को इस केस में पार्टी बनाने पर भी जिला अदालत अपना आदेश सुनाएगी। बीते 11 नवंबर को लोकल रेजिडेंट ने इस केस में पार्टी बनने को अर्जी दी थी। बता दें कि ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी के प्रमुख नजाकत अली ने नगर निगम आयुक्त के बीते 5 अक्टूबर के आदेशों को जिला कोर्ट में चुनौती दी। इसमें कहा गया गया MC आयुक्त कोर्ट के आदेश डिफैक्टेड है। याचिका में दलील दी गई कि आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर सुनाया है। उन्होंने दावा किया कि संजौली मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा सही नहीं है। नजाकत अली का दावा है कि उन्होंने मस्जिद बनाने के लिए पैसा दिया था। इसलिए वह भी पीड़ित पक्ष है। उन्हें सुना जाना चाहिए और मस्जिद की तीन मंजिल गिराने के फैसले पर स्टे दिया जाए। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में MC आयुक्त कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक यानी छत को हटाने का काम पूरा हो गया है। अब टॉप की मंजिल की दीवारों को तोड़ा जाना है। इस बीच मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने कोर्ट में मामले को चुनौती दी है। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्चे पर ऊपर की 3 मंजिल तुड़वाने का काम कर रही है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए शिमला MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 2010 से चल रहा है। इसे देखते हुए लोकल रेजिडेंट ने 21 अक्टूबर को एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और जल्दी फैसला सुनाने के लिए MC आयुक्त को निर्देश देने का आग्रह किया। इस पर हिमाचल हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को 8 सप्ताह के भीतर केस निपटाने के आदेश दिए। इन आदेशों के अनुसार, MC आयुक्त को 20 दिसंबर तक संजौली मस्जिद का केस निपटाना है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद यह मामला पूरी तरह शांत हो गया।
हिमाचल के बिस्मिल्लाह खां सूरजमणि नहीं रहे:AIIMS बिलासपुर में आखिरी सांस ली; क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस बीमारी से जूझ रहे थे मशहूर शहनाई वादक
हिमाचल के बिस्मिल्लाह खां सूरजमणि नहीं रहे:AIIMS बिलासपुर में आखिरी सांस ली; क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस बीमारी से जूझ रहे थे मशहूर शहनाई वादक देश में छोटे विस्मिल्ला खां के नाम से मशहूर शहनाई वादक सूरजमणी का देर रात बिलासपुर के AIIMS अस्पताल में निधन हो गया। 63 साल सूरजमणी ने AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस बीमारी से जूझ रहे थे। सूरजमणी मंडी जिले के नाचन क्षेत्र के चच्योट गांव से संबंध रखते थे। सूरजमणि कुछ दिन पहले चंडीगढ़ किसी रिकॉर्डिंग के लिए गए थे, वहां से लौटने के बाद वह बीमारी पड़ गए। इसके बाद उन्हें मंडी के एक अस्पताल में भर्ती किया गया। एक दिन पहले ही उन्हें मंडी से AIIMS बिलासपुर रेफर किया गया। देर रात उनकी माैत हो गई। सूचना के अनुसार, आज ही उनका अंतिम संस्कार चच्योट में पैतृक गांव में किया जाएगा। सूरजमणि के देहांत की खबर से हिमाचल में शोक की लहर दौड़ गई है। सूरजमणी ने बचपन से ही शहनाई वादन शुरू किया। अपनी लगन और मेहनत से आज उन्होंने पूरे देश मे अपनी पहचान बना ली थी। सूरजमणि की धुन से होती थी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्व की शुरुआत प्रदेश में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेलों की शुरुआत सूरजमणि की धुन होती थी। मंडी के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि पर्व, कुल्लू के दशहरा, चंबा के मिंजर और रामपुर के अंतरराष्ट्रीय लवी मेला समेत प्रदेश के ज्यादातर पारंपरिक मेलों में रात्रि सांस्कृतिक संध्याओं के कार्यक्रम की शुरुआत सूरजमणी की शहनाई के वादन के बाद ही होती थी। ओमान, दुबई व सऊदी अरब समेत कई देशों में किए कार्यक्रम दूरदर्शन और आकाशवाणी पर भी सूरजमणी अपनी शहनाई के स्वरों से लोगों को मंत्रमुग्ध करते रहे हैं। हिमाचली गाने उनकी शहनाई के बगैर अधूरे से लगते हैं। उन्होंने अधिकतर पहाड़ी गानों में अपनी शहनाई के स्वरों को बिखेरा है। अमेरिका, ओमान, दुबई व सऊदी अरब समेत खाड़ी के अनेक देशों में सूरजमणी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके हैं। शहनाई वादन में हिमाचल के बिस्मिल्लाह खां के नाम से जाने जाते थे शहनाई वादन में सूरजमणी हिमाचल के बिस्मिल्लाह खां के नाम से जाने जाते थे। हिमाचल की लोक संस्कृति को संजोने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा। नेता प्रतिपक्ष ने जताया शोक सूरजमणि अपने पीछे पत्नी और दो बेटे छोड़ गए हैं। हिमाचल के सैकड़ों कलाकारों, संगीतकारों और कला संगीत से जुड़े लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सूरजमणि के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि प्रदेश ने एक बहुत बड़े कलाकार को खोया है जिनकी भरपाई असंभव है। सूरजमणि के निधन की खबर पिछले कल भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थी। मगर कल उनका निधन नहीं हुआ। उन्होंने देर AIIMS में अंतिम सांस ली। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी बीते कल निधन का पोस्ट सोशल मीडिया में शेयर किया था। बाद में जिसे डिलिट किया गया।
दिवाली के बाद शिमला का रुख कर रहे पर्यटक:होटलों में 60% से ज्यादा ऑक्यूपेंसी पहुंची, दिल्ली-ग्रुरुग्राम की हवा जहरीली
दिवाली के बाद शिमला का रुख कर रहे पर्यटक:होटलों में 60% से ज्यादा ऑक्यूपेंसी पहुंची, दिल्ली-ग्रुरुग्राम की हवा जहरीली देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के कई बड़े शहरों में प्रदूषण बढ़ने के बाद पर्यटकों को पहाड़ों की रानी शिमला की ताजी हवा खूब रास आ रही है। दीवाली के बाद दिल्ली सहित उसके आस पास के शहरों में हवा बहुत जहरीली हो गई है। जिसके कारण लोग शिमला का रुख कर रहे हैं। शिमला विश्व विख्यात पर्यटन स्थल है, यहां मौसम सुहावना बना हुआ है। ऐसे में यहां पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है। अमेरिका के मेलबर्न में सेटल दिल्ली के रजत का कहना है कि दिल्ली व शिमला की हवा में बहुत फर्क है। वह खुद अस्थमा के पैशेंट हैं, दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। लेकिन शिमला में हवा पूरी तरह साफ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में दीवाली के बाद जिस तरह प्रदूषण बढ़ा है, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। बच्चों के भविष्य को देखते हुए हमें निर्णय होंगे। गुरुग्राम में कोहरा ही कोहरा वहीं, गुरुग्राम के रहने वाले संदीप कौशिक का कहना है कि, गुरुग्राम व शिमला के पॉल्यूशन में जमीन आसमान का फर्क है। गुरुग्राम में हाल यह है कि 10 मीटर के बाद कुछ दिखाई नहीं देता, कोहरा ही कोहरा नजर आता है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। लेकिन शिमला में एंट्री करते ही इंसान को फर्क महसूस होता है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में तापमान अभी भी 30 के पार है जबकि शिमला में में 15 के आस पास है। जिसके कारण काफी राहत है। शिमला के होटल कारोबारी प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि होटलों में ऑक्यूपेंसी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि दीवाली व उसके बाद वीकेंड के सीजन में पर्यटक शिमला पहुंचे हैं। कुकरेजा ने बताया कि इस सप्ताह 60% से ज्यादा होटलों में ऑक्यूपेंसी रही है। वहीं उन्होंने कहा कि पॉल्यूशन दीवाली के बाद बढ़ा है, ऐसे में आगामी दिनों में पर्यटक हिमाचल का रुख करेंगे और कारोबार बढ़ेगा।