<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (21 जनवरी) को बीजेपी का संकल्प पार्ट टू जारी होने के बाद पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अभी तक दो संकल्प पत्र जारी किए हैं. दोनों संकल्प पत्र दिल्ली और देश के लिए बेहद खतरनाक हैं. मुझे खुशी है कि इन्होंने ईमानदारी से कबूल स्वीकार किया कि असली नीयत और मंशा क्या है?</p> <p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (21 जनवरी) को बीजेपी का संकल्प पार्ट टू जारी होने के बाद पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अभी तक दो संकल्प पत्र जारी किए हैं. दोनों संकल्प पत्र दिल्ली और देश के लिए बेहद खतरनाक हैं. मुझे खुशी है कि इन्होंने ईमानदारी से कबूल स्वीकार किया कि असली नीयत और मंशा क्या है?</p> दिल्ली NCR बिहारी छोरे ने अमेरिका की छोरी को दिया दिल, ‘उठा’ लाया छपरा, विदेशी मेहमान भी आए, ऐसे हुई शादी
Related Posts
हनुमान बेनीवाल हुए नाराज, BJP के साथ जाने के सवाल पर बोले- ‘मैं इंडिया गठबंधन से…’
हनुमान बेनीवाल हुए नाराज, BJP के साथ जाने के सवाल पर बोले- ‘मैं इंडिया गठबंधन से…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Hanuman Beniwal Latest News: </strong><a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के नतीजे आने के बाद एनडीए और इंडिया गठबंधन की बैठकों का दौर जारी है. इस बीच इंडिया गठबंधन का हिस्सा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और राजस्थान के नागौर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान सामने आया है. हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल है. इंडिया गठबंधन की बैठक में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और मुझे नजरअंदाज किया जा रहा है. इस कारण मेरी इंडिया गठबंधन से नाराजगी है, लेकिन मैं बीजेपी के साथ भी नहीं जा रहा हूं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि हनुमान बेनीवाल कल एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं. इंडिया गठबंधन की बैठकों में नहीं बुलाए जाने पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आज इंडिया गठबंधन में हूं, कल क्या होगा किसी को भरोसा नहीं. बाद में उन्होंने यह भी कहा था कि मैं बीजेपी के साथ नहीं जाउंगा. इंडिया के साथ ही रहूंगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं हनुमान बेनीवाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हनुमान बेनीवाल पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं. हालांकि, इस लोकसभा चुनाव से पहले वे एनडीए से अलग हो गए और कांग्रेस के गठबंधन किया था. लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि जब मैं एनडीए से अलग हुआ था, तब उन्होंने कहा था कि आप हमारी वजह से जीते हो, तब मैंने कहा था कि इस बार आप आना और जीत कर दिखाना.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो ने कहा था कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नागौर से मुझे जिताने के लिए अपना पूरा दमखम लगाया और उसी का परिणाम है कि यहां से मेरी जीत हुई और बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा की हार हुई, जिन्होंने इस सीट को जीतने के लिए सौ करोड़ रुपये तक खर्च किए. उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही हम लोगों ने साथ काम किया, 500 से ज्यादा रैलियां की. सभी समाज के लोगों ने मुझे वोट दिए लेकिन, मुस्लिम समुदाय ने 100 प्रतिशत मतदान किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> एनडीए का चार सौ पार का नारा फेल- बेनीवाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा था कि मैं सभी लोगों के लिए काम करूंगा, हर किसी के हित में काम करूंगा. ये मेरी नहीं नागौर की जनता की जीत है, मैं सभी लोगों को साथ लेकर चलूंगा, हर किसी को साथ लेकर चलूंगा. उन्होंने कहा कि एनडीए का चार सौ पार का नारा फेल हो गया. पीएम मोदी तो इतना बौखला गए थे कि बीजेपी को भूलकर मोदी मोदी, मेरी गारंटी, मोदी की गारंटी करने लगे. बेहतर सड़कें, स्कूल, रेल, पीने और सिंचाई का पानी की व्यवस्था कराना हमारी प्राथमिकता रहेगी. राज्य में हमारी सरकार नहीं है, इसके बाद भी हम राज्य सरकार से काम कराएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें, लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया था. तब भी उन्होंने ज्योति मिर्धा को हराकर जीत दर्ज की थी. ज्योति मिर्धा उस समय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी थी.</p>
सांसद राजकुमार रोत का कार का एक्सीडेंट! अनियंत्रित होकर खड्डे में गिरी, एक बाइक सवार घायल
सांसद राजकुमार रोत का कार का एक्सीडेंट! अनियंत्रित होकर खड्डे में गिरी, एक बाइक सवार घायल <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajkumar Roat Car Accident: </strong>राजस्थान के डूंगरपुर से बाप सांसद राजकुमार रोत मध्य प्रदेश बॉर्डर इलाके पर बांसवाड़ा जिले में कार से जा रहे थे, जब उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया. हादसा रविवार (1 दिसंबर) को हुआ, जब उनकी स्कॉर्पियों अनियंत्रित होकर पलट गई और रोड के किनारे खड्डे में जा गिरी. हादसा एक शराबी बाइक सवार की वजह से हुआ, जिसे बचाने के चक्कर में सांसद की कार पलट गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि बाइक सवार को हल्की चोटें आई हैं और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, राहत की खबर यह रही कि सांसद राजकुमार रोत पूरी तरह स्वस्थ हैं, उन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुआ हादसा?</strong><br />बाप सांसद राजकुमार रोत झाबुआ से वापस आ रहे थे और बांसवाड़ा पहुंचे थे. इस दौरान उनकी कार के सामने एक अनियंत्रित शराबी बाइक सवार आ गया. सांसद रोत के ड्राइवर ने उसे बचाने के चक्कर में गाड़ी का स्टीयरिंग घुमाया और उनकी गाड़ी ने भी कंट्रोल खो दिया. इससे स्कॉर्पियो सड़क किनारे खड्डे में जा गिरी. हालांकि, इसका फायदा यह हुआ कि बाइक सवार की जान बच गई. हादसे के वक्त सांसद गाड़ी के अंदर ही मौजूद थे, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई. मामला संज्ञान में आते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और गाड़ी को खड्डे से निकालने के लिए क्रेन मंगाई गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/delhi-mumbai-expressway-tunnel-accident-in-kota-one-worker-died-2834212″>कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की निर्माणाधीन टनल धंसी, मलबे में दबकर 1 मजूदर की मौत, 2 घायल</a></strong></p>
पंजाब में बीएड कालेज पर 10 लाख का जुर्माना:हाईकोर्ट का फैसला, रोक के बावजूद जारी रखी गई कालेज की मान्यता
पंजाब में बीएड कालेज पर 10 लाख का जुर्माना:हाईकोर्ट का फैसला, रोक के बावजूद जारी रखी गई कालेज की मान्यता पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने वर्ष 2012 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से रोक लगाए जाने के बावजूद एक कालेज को सशर्त मान्यता जारी करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। हाईकोर्ट ने पाया कि सायन एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी फाजिल्का द्वारा संचालित बीएड कालेज को पाठ्यक्रम पूरा करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कालेज ने एनसीटीई द्वारा सशर्त मान्यता देने की शर्तों को पूरा नहीं किया। 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया हाईकोर्ट ने कहा कि एनसीटीई और याची कालेज के संयुक्त कृत्य से छात्रों का करियर खतरे में पड़ गया है, जो मिलीभगत से काम करते प्रतीत होते हैं। पीठ ने कहा याची कॉलेज एनसीटीई के साथ मिलीभगत कर रहा था, इसलिए याची कॉलेज पर भी 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है, जिसे पीजीआई गरीब मरीज कोष में जमा किया जाएगा। न्याय के हित में, कोर्ट ने निर्देश दिया कि छात्रों के प्रवेश को नियमित किया जाए और विश्वविद्यालय द्वारा उचित डिग्री जारी की जाए। पक्षपात या भेदभाव से दूर रहने के लिए बाध्य है हाईकोर्ट पीठ ने कहा एनसीटीई एक कानून की उपज है, जो मनमानी, पक्षपात या भेदभाव से दूर रहने के लिए बाध्य है। वर्तमान मामले में, एनसीटीई ने यह प्रदर्शित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है कि वह याचिकाकर्ता कालेज के साथ मिलीभगत कर रही है। कोर्ट ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय ने उक्त कालेज को कभी कोई संबद्धता नहीं दी।