दो दलित युवकों की पिटाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) उगराहां के मनजीत सिंह घराचो को यूनियन नेताओं ने ही संगरूर पुलिस के हवाले कर दिया है। गौरतलब है कि यह वही मनजीत सिंह है, जिसका दलित मजदूरों की पिटाई का वीडियो सामने आया था। दोनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं और उनके कई फ्रैक्चर हैं। मामला बढ़ने के बाद किसान नेताओं ने खुद मनजीत सिंह घराचो को संगरूर डीएसपी मनोज गोरसी के हवाले कर दिया। बीकेयू (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने मनजीत व अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर से एससी/एसटी एक्ट-1989 (संशोधन 2022) की धारा 3 (आई) (एक्स) को रद्द करने की मांग की थी। हरजीत सिंह के बयान पर किसान नेता मनजीत और जगतार सिंह लाडी के खिलाफ IPC की धारा 341, 323, 325, 148 और 149 और SC/ST एक्ट की धारा के तहत मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में हरजीत सिंह ने कहा था कि उसे व अमन को पीटते समय जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया। निष्पक्ष जांच की रखी मांग उगराहां किसान नेता की गिरफ्तारी को लेकर भी किसानों ने निष्पक्ष जांच की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाडी को इस मामले में झूठा फंसाया है और उसका नाम FIR से हटाया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करने के लिए संगरूर (सदर) SHO के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। उगराहां ने कहा कि उन्होंने मनजीत को पुलिस को सौंप दिया है, ताकि कोई इसे मजदूर बनाम किसान बनाकर फायदा न उठा सके। उन्होंने कहा कि पहले दलित युवकों ने मनजीत के बेटे पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद मामला बिगड़ा। दो दलित युवकों की पिटाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) उगराहां के मनजीत सिंह घराचो को यूनियन नेताओं ने ही संगरूर पुलिस के हवाले कर दिया है। गौरतलब है कि यह वही मनजीत सिंह है, जिसका दलित मजदूरों की पिटाई का वीडियो सामने आया था। दोनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं और उनके कई फ्रैक्चर हैं। मामला बढ़ने के बाद किसान नेताओं ने खुद मनजीत सिंह घराचो को संगरूर डीएसपी मनोज गोरसी के हवाले कर दिया। बीकेयू (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने मनजीत व अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर से एससी/एसटी एक्ट-1989 (संशोधन 2022) की धारा 3 (आई) (एक्स) को रद्द करने की मांग की थी। हरजीत सिंह के बयान पर किसान नेता मनजीत और जगतार सिंह लाडी के खिलाफ IPC की धारा 341, 323, 325, 148 और 149 और SC/ST एक्ट की धारा के तहत मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में हरजीत सिंह ने कहा था कि उसे व अमन को पीटते समय जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया। निष्पक्ष जांच की रखी मांग उगराहां किसान नेता की गिरफ्तारी को लेकर भी किसानों ने निष्पक्ष जांच की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाडी को इस मामले में झूठा फंसाया है और उसका नाम FIR से हटाया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करने के लिए संगरूर (सदर) SHO के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। उगराहां ने कहा कि उन्होंने मनजीत को पुलिस को सौंप दिया है, ताकि कोई इसे मजदूर बनाम किसान बनाकर फायदा न उठा सके। उन्होंने कहा कि पहले दलित युवकों ने मनजीत के बेटे पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद मामला बिगड़ा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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