संभल में किसके कहने पर आई भीड़, किसने उकसाया? इन 7 बड़े सवालों के जवाब तलाशने में जुटी पुलिस

संभल में किसके कहने पर आई भीड़, किसने उकसाया? इन 7 बड़े सवालों के जवाब तलाशने में जुटी पुलिस

<p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence Update:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है. पुलिस ने अब तक मोबाइल, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो में 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की पहचान की हुई है. इनमें से 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें कुछ नाबालिग लड़के भी शामिल हैं. पुलिस हिंसा को लेकर कई एंगल और सवालों को ध्यान में रखकर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी कृष्ण कुमार ने साफ कहा कि जिसने भी पुलिस पर पत्थर उठाया है उसे जेल ज़रूर भेजा जाएगा. किसी भी निर्दोष के खिलाफ एक्शन नहीं होगा. पुलिस कई सवालों को ध्यान में रखकर जांच को आगे बढ़ा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन सवालों के एंगल से हो रही जांच</strong><br /><strong>पहला-</strong> पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हिंसा वाले दिन जामा मस्जिद के आसपास भीड़ किस के कहने पर इकट्ठा हुई थी? &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दूसरा-</strong> मौके पर मौजूद भीड़ को हिंसा के लिए किसने उकसाया? पुलिस इसकी जांच के लिए आसपास के इलाकों में मोबाइल डेटा की जानकारी इकट्ठा करने में लगी है ताकि ये पता लगाया जा सके कि हिंसा के समय कितने मोबाइल नंबर एक्टिवेट थे और उनके डेटा और डंप डेटा को भी पुलिस इक्कठा कर रही है जो पुलिस जांच का अहम हिस्सा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरा-</strong> संभल पुलिस हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा तोड़े गए CCTV कैमरों के DVR जप्त कर उनकी फुटेज रिकवर कर रही है. ताकि दंगाइयों की पहचान हो सके.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चौथा-</strong> संभल पुलिस ने अभी तक 27 मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजे है ताकि इन फोन में से डिलीट डेटा को रिकवर कर ये पता लगाया जा सके कि हिंसा से पहले क्या दंगों की प्लानिंग पहले से की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पांचवां-</strong> संभल पुलिस ने कुछ सोशल मीडिया हैंडल को आइडेंटिफाई किया है, कुछ व्हाट्सएप चैट और ग्रुप्स का भी पता चला है जिसमें मस्जिद पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया है. अब पुलिस इन सोशल मीडिया हैंडल के द्वारा पोस्ट की गई वीडियो मैसेज की जाँच कर रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छठा-</strong> संभल पुलिस ने हिंसा के समय सीसीटीवी कैमरों, मोबाइल वीडियो और ड्रोन कैमरे की फुटेज को खंगालने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सातवां-</strong> संभल पुलिस रविवार को हुई हिंसा के मामले में जल्द ही स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज करेगी ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने 27 आरोपियों को किया गिरफ्तार</strong><br />पुलिस ने अब तक इस मामले में 27 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का नाम शामिल है. इसके बाद संभल हिंसा में मारे गए चार युवकों के परिवारवालों की शिकायत पर भी मुकदमा दर्ज हुआ था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने हिंसा के जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें से तीन आरोपी ऐसे हैं जिन्हें पुलिस ने जब पकड़ा तो उनकी आंखों के ऊपर और नीचे एक हरे रंग का लोशन लगा हुआ था पुलिस ने जब उन पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो उन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये हरे रंग का लोशन उन्होंने आंसू गैस से बचने के लिए लगाया हुआ है इस हरे रंग के लोशन को लगाने से उनकी आंखों पर आंसू गैस का असर कम हो जाता है.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence Update:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है. पुलिस ने अब तक मोबाइल, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो में 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की पहचान की हुई है. इनमें से 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें कुछ नाबालिग लड़के भी शामिल हैं. पुलिस हिंसा को लेकर कई एंगल और सवालों को ध्यान में रखकर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी कृष्ण कुमार ने साफ कहा कि जिसने भी पुलिस पर पत्थर उठाया है उसे जेल ज़रूर भेजा जाएगा. किसी भी निर्दोष के खिलाफ एक्शन नहीं होगा. पुलिस कई सवालों को ध्यान में रखकर जांच को आगे बढ़ा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन सवालों के एंगल से हो रही जांच</strong><br /><strong>पहला-</strong> पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हिंसा वाले दिन जामा मस्जिद के आसपास भीड़ किस के कहने पर इकट्ठा हुई थी? &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दूसरा-</strong> मौके पर मौजूद भीड़ को हिंसा के लिए किसने उकसाया? पुलिस इसकी जांच के लिए आसपास के इलाकों में मोबाइल डेटा की जानकारी इकट्ठा करने में लगी है ताकि ये पता लगाया जा सके कि हिंसा के समय कितने मोबाइल नंबर एक्टिवेट थे और उनके डेटा और डंप डेटा को भी पुलिस इक्कठा कर रही है जो पुलिस जांच का अहम हिस्सा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरा-</strong> संभल पुलिस हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा तोड़े गए CCTV कैमरों के DVR जप्त कर उनकी फुटेज रिकवर कर रही है. ताकि दंगाइयों की पहचान हो सके.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चौथा-</strong> संभल पुलिस ने अभी तक 27 मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजे है ताकि इन फोन में से डिलीट डेटा को रिकवर कर ये पता लगाया जा सके कि हिंसा से पहले क्या दंगों की प्लानिंग पहले से की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पांचवां-</strong> संभल पुलिस ने कुछ सोशल मीडिया हैंडल को आइडेंटिफाई किया है, कुछ व्हाट्सएप चैट और ग्रुप्स का भी पता चला है जिसमें मस्जिद पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया है. अब पुलिस इन सोशल मीडिया हैंडल के द्वारा पोस्ट की गई वीडियो मैसेज की जाँच कर रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छठा-</strong> संभल पुलिस ने हिंसा के समय सीसीटीवी कैमरों, मोबाइल वीडियो और ड्रोन कैमरे की फुटेज को खंगालने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सातवां-</strong> संभल पुलिस रविवार को हुई हिंसा के मामले में जल्द ही स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज करेगी ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने 27 आरोपियों को किया गिरफ्तार</strong><br />पुलिस ने अब तक इस मामले में 27 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का नाम शामिल है. इसके बाद संभल हिंसा में मारे गए चार युवकों के परिवारवालों की शिकायत पर भी मुकदमा दर्ज हुआ था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने हिंसा के जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें से तीन आरोपी ऐसे हैं जिन्हें पुलिस ने जब पकड़ा तो उनकी आंखों के ऊपर और नीचे एक हरे रंग का लोशन लगा हुआ था पुलिस ने जब उन पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो उन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये हरे रंग का लोशन उन्होंने आंसू गैस से बचने के लिए लगाया हुआ है इस हरे रंग के लोशन को लगाने से उनकी आंखों पर आंसू गैस का असर कम हो जाता है.&nbsp;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड महाराष्ट्र में फिर होगी वोटों की गिनती? EVM को लेकर उद्धव ठाकरे ने हारे हुए उम्मीदवारों को दिए ये निर्देश