सहारनपुर में मस्जिद जमींदोज…3 JCB ने डेढ़ घंटे में तोड़ी:घरों की छतों से ईंट-पत्थर हटवाए; गांव में RRF-PAC तैनात, 3 भाई बनवा रहे थे

सहारनपुर में मस्जिद जमींदोज…3 JCB ने डेढ़ घंटे में तोड़ी:घरों की छतों से ईंट-पत्थर हटवाए; गांव में RRF-PAC तैनात, 3 भाई बनवा रहे थे

सहारनपुर में गुरुवार को प्रशासन ने मस्जिद ढहा दी। 3 JCB ने सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया। हंगामे की आशंका थी, इसलिए गांव में RRF, PAC और कई थानों की फोर्स तैनात है। ड्रोन से लगातार निगरानी होती रही। जिन छतों पर पत्थर रखे हुए थे। उन्हें हटवाया गया। प्रशासन के मुताबिक, जिस जमीन पर मस्जिद थी, वह 3 भाइयों की है। बिना अनुमति यहां मस्जिद बनाई जा रही थी। इमारत को तोड़ दिया गया। यह कार्रवाई चिलकाना इलाके के भोजपुर में हुई है। इस इमारत को लेकर जिला पंचायत में मुद्दा उठाया गया था। पंचायत अध्यक्ष के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है। अब सिलसिलेवार पूरा मामला समझिए… पहले 3 फोटोज देखिए… 2 महीने से मस्जिद बनवा रहे, लोगों ने समझा कि घर बना रहे
भोजपुर गांव में रहने वाले इस्तखार, नदीम और एहतेशाम की गांव के बाहर जमीन है। वह पिछले 2 महीने से यहां एक कंस्ट्रक्शन करवा रहे थे। पहले लोगों को लगा कि यह रिहायशी इमारत है, मगर जब इमारत ने स्वरूप लिया, तब पता चला कि ये मस्जिद बना रहे हैं। पुलिस में शिकायत जाने के बाद निर्माण रुकवा दिया गया। बिना अनुमति मस्जिद बनाने का मुद्दा जिला पंचायत तक पहुंचा। अवर अभियंता आदेश कुमार ने कहा, निर्माण करने वालों को 7 मई को नोटिस दिया गया था। वह बिना अनुमति धार्मिक स्थल का निर्माण कर रहे थे। भाइयों ने लिखकर दिया- निर्माण रोक देंगे
जवाब में उन्होंने लिखित सहमति दी थी कि वह निर्माण रोक देंगे। इसके बावजूद गुपचुप तरीके से लिंटर डालने की तैयारी की जा रही थी। गुरुवार को SDM सदर सुबोध कुमार, ASP मनोज यादव, जिला पंचायत के JE आदेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी 3 बुलडोजर के साथ गांव पहुंचे। गांव में मुस्लिम लोगों की आबादी भी है, इसलिए फोर्स को पहले गांव में तैनात किया गया। सिर्फ डेढ़ घंटे में यह इमारत तोड़ी गई। ASP मनोज कुमार यादव कहते हैं- गांव का लॉ एंड ऑर्डर भी हमारी प्रायोरिटी में था, इसलिए लोगों से बात की गई। एहतियातन थाना मंडी, कोतवाली देहात, थाना सरसावा और चिलकाना की पुलिस को तैनात किया गया। पूरे गांव की ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। गांव में किसी ने विरोध नहीं किया
ध्वस्तीकरण के दौरान गांव में किसी भी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। प्रशासन की सख्त निगरानी के चलते किसी को भी निर्माण स्थल की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी गई। गांव की गलियों और मुख्य रास्तों पर पुलिस बल तैनात रही। पूरे अभियान के दौरान गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। SDM सदर सुबोध कुमार ने बताया- बिना अनुमति धार्मिक स्थल निर्माण किए जाने पर पूर्व में 107/16 की कार्रवाई की जा चुकी थी। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी था, जिससे मजबूरन यह कार्रवाई करनी पड़ी। अवैध रूप से बनाई जा रही मस्जिद को तोड़ने का किसी ने विरोध नहीं किया। ………………… यह भी पढ़ें : मस्जिद में मांस रखा, दहशत में बीवी-बच्चे घर छोड़ गए:आगरा में नजरूद्दीन की मां बोलीं-वो क्या साजिश रचेगा, हमें फंसाने की धमकी दी थी आगरा के माहौल को वो क्या बिगाड़ेगा, सिर्फ अपने पिता और भाई को फंसाने के लिए जामा मस्जिद तक पहुंच गया। मस्जिद में जानवर का सिर रखकर उसने बहुत गलत किया। घटना के बाद उसके पत्नी और बच्चे इतने डरे हुए थे कि रात में ही घर छोड़ गए। देखिए, वो सामने वाले घर में ताला बंद है। वो कोई साजिश रचने वाला नहीं, बस दिमाग से थोड़ा कमजोर है। पढ़िए पूरी खबर… सहारनपुर में गुरुवार को प्रशासन ने मस्जिद ढहा दी। 3 JCB ने सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया। हंगामे की आशंका थी, इसलिए गांव में RRF, PAC और कई थानों की फोर्स तैनात है। ड्रोन से लगातार निगरानी होती रही। जिन छतों पर पत्थर रखे हुए थे। उन्हें हटवाया गया। प्रशासन के मुताबिक, जिस जमीन पर मस्जिद थी, वह 3 भाइयों की है। बिना अनुमति यहां मस्जिद बनाई जा रही थी। इमारत को तोड़ दिया गया। यह कार्रवाई चिलकाना इलाके के भोजपुर में हुई है। इस इमारत को लेकर जिला पंचायत में मुद्दा उठाया गया था। पंचायत अध्यक्ष के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है। अब सिलसिलेवार पूरा मामला समझिए… पहले 3 फोटोज देखिए… 2 महीने से मस्जिद बनवा रहे, लोगों ने समझा कि घर बना रहे
भोजपुर गांव में रहने वाले इस्तखार, नदीम और एहतेशाम की गांव के बाहर जमीन है। वह पिछले 2 महीने से यहां एक कंस्ट्रक्शन करवा रहे थे। पहले लोगों को लगा कि यह रिहायशी इमारत है, मगर जब इमारत ने स्वरूप लिया, तब पता चला कि ये मस्जिद बना रहे हैं। पुलिस में शिकायत जाने के बाद निर्माण रुकवा दिया गया। बिना अनुमति मस्जिद बनाने का मुद्दा जिला पंचायत तक पहुंचा। अवर अभियंता आदेश कुमार ने कहा, निर्माण करने वालों को 7 मई को नोटिस दिया गया था। वह बिना अनुमति धार्मिक स्थल का निर्माण कर रहे थे। भाइयों ने लिखकर दिया- निर्माण रोक देंगे
जवाब में उन्होंने लिखित सहमति दी थी कि वह निर्माण रोक देंगे। इसके बावजूद गुपचुप तरीके से लिंटर डालने की तैयारी की जा रही थी। गुरुवार को SDM सदर सुबोध कुमार, ASP मनोज यादव, जिला पंचायत के JE आदेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी 3 बुलडोजर के साथ गांव पहुंचे। गांव में मुस्लिम लोगों की आबादी भी है, इसलिए फोर्स को पहले गांव में तैनात किया गया। सिर्फ डेढ़ घंटे में यह इमारत तोड़ी गई। ASP मनोज कुमार यादव कहते हैं- गांव का लॉ एंड ऑर्डर भी हमारी प्रायोरिटी में था, इसलिए लोगों से बात की गई। एहतियातन थाना मंडी, कोतवाली देहात, थाना सरसावा और चिलकाना की पुलिस को तैनात किया गया। पूरे गांव की ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। गांव में किसी ने विरोध नहीं किया
ध्वस्तीकरण के दौरान गांव में किसी भी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। प्रशासन की सख्त निगरानी के चलते किसी को भी निर्माण स्थल की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी गई। गांव की गलियों और मुख्य रास्तों पर पुलिस बल तैनात रही। पूरे अभियान के दौरान गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। SDM सदर सुबोध कुमार ने बताया- बिना अनुमति धार्मिक स्थल निर्माण किए जाने पर पूर्व में 107/16 की कार्रवाई की जा चुकी थी। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी था, जिससे मजबूरन यह कार्रवाई करनी पड़ी। अवैध रूप से बनाई जा रही मस्जिद को तोड़ने का किसी ने विरोध नहीं किया। ………………… यह भी पढ़ें : मस्जिद में मांस रखा, दहशत में बीवी-बच्चे घर छोड़ गए:आगरा में नजरूद्दीन की मां बोलीं-वो क्या साजिश रचेगा, हमें फंसाने की धमकी दी थी आगरा के माहौल को वो क्या बिगाड़ेगा, सिर्फ अपने पिता और भाई को फंसाने के लिए जामा मस्जिद तक पहुंच गया। मस्जिद में जानवर का सिर रखकर उसने बहुत गलत किया। घटना के बाद उसके पत्नी और बच्चे इतने डरे हुए थे कि रात में ही घर छोड़ गए। देखिए, वो सामने वाले घर में ताला बंद है। वो कोई साजिश रचने वाला नहीं, बस दिमाग से थोड़ा कमजोर है। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर