सहारनपुर में दामाद ने ससुर की गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्यारोपी का अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने पहले सिगरेट में भरकर गांजा पिया। उसके बाद ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया था। जब तक मौत नहीं हुई, तब तक गले से पैर नहीं हटाया। आरोपी ने ससुराल आने से पहले एक महिला का मोबाइल लाया था और अपना सिम डालकर चलाया। फिर ससुराल पहुंचने से पहले मोबाइल बंद कर दिया था। मामला थाना देवबंद के गांव खडंजा अहमदपुर का है। आरोपी की पत्नी ने कराया था हत्या का मुकदमा दर्ज
पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि 6 दिसंबर की सुबह को मानसिंह (58) का शव उसके घर में पड़ा मिला था। मृतक की बेटी सविता ने अपने पति सुखप्रीत के खिलाफ हत्या का मुकदमा 8 दिसंबर को दर्ज कराया था। पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को ट्रेस किया। जिसके बाद आरोपी सुखप्रीत उर्फ अजय को मुजफ्फरनगर से अरेस्ट किया है। चार साल से चल रहा था कोर्ट में केस
पूछताछ में हत्यारोपी सुखप्रीत उर्फ अजय ने बताया कि उसकी शादी 2018 में सविता से हुई थी। सविता को मेरी पूर्व में हुई शादी का भी पता था। 2021 में पति-पत्नी का झगड़ा हो गया था। पत्नी सविता ने पुलिस में शिकायत कर दी थी और कोर्ट में खर्चें का मुकदमा डाल दिया था। जब खर्च नहीं दे पाया तो आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया। जिसके बाद वो तीन माह तक जेल में रहा। एक साल पहले ही जेल से छूटकर आया था। उसके पास कोर्ट की ओर से वारंट आ रहे थे। वारंट से बचने को अपनी बहन के घर रहता था
हत्यारोपी ने बताया कि कोर्ट से दो माह से वारंट आ रहे थे। वो मजदूरी करता है और काम की तलाश में इधर-उधर भटकता था। लेकिन वो कोर्ट से बंधे हुए खर्चें के पैसे अपनी पत्नी को नहीं दे पा रहा था। जिससे वो परेशान रहने लगा। उधर कोर्ट से वारंट आ रहे थे। आरोपी वारंट से बचने के लिए अपनी बहन के घर हरिद्वार में रहने लगा। पड़ोसी महिला का मोबाइल लेकर आया था ससुराल
हत्यारोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी बहन के मोहल्ले में एक महिला से मेलजोल हो गया था। 5 दिसंबर को वो पड़ोसी महिला का मोबाइल लेकर आया था और अपना सिम उसमें डालकर अपने ससुराल पहुंच गया था। उसे पता चला कि उसकी पत्नी और सास किसी शादी समारोह में गई हुई है। वो अपने बच्चों से मिलने पहुंचा था। घर में घुसकर हत्यारोपी ने दरवाजे की कुंडी लगा ली। घर में सिगरेट में गांजा भरकर पिया। जिससे उसे नशा हो गया। ससुर बोला-यहां क्यों आया
जब सुखप्रीत उर्फ अजय घर में घुसा तो उसका ससुर मानसिंह घर में अकेला था। उसके ससुर ने कहा कि तू यहां क्यों आया है? बच्चों से मिलने की बात कही। जिसके बाद दोनों में झड़प हो गया। हत्यारोपी ने फिर दरवाजे में ताला लगा दिया। ससुर के मुंह पर मुक्के मारे। फिर उसका हाथों से गला दबाया। जिससे ससुर बेहोश हो गया। ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया था हत्यारोपी
हत्यारोपी ने मकान में बने एक थमले को पकड़ा और ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया। तब तक गले पर खड़ा रहा, जब तक ससुर की सांस बंद नहीं हो गई। हत्यारोपी सीढ़ी से छत पर चढ़कर पीछे जंगल की ओर उतरकर फरार हो गया। नशा होने के कारण थक गया था और नशे की हालत में जाकर गांव के एक मंदिर के आगे एक खाली पड़े मकान में जाकर सो गया। रात को जब ठंड लगी तो उठकर बहादराबाद चला गया। लेकिन अपनी बहन के घर ना जाकर फैक्ट्री में काम की तलाश में लग गया। सहारनपुर में दामाद ने ससुर की गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्यारोपी का अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने पहले सिगरेट में भरकर गांजा पिया। उसके बाद ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया था। जब तक मौत नहीं हुई, तब तक गले से पैर नहीं हटाया। आरोपी ने ससुराल आने से पहले एक महिला का मोबाइल लाया था और अपना सिम डालकर चलाया। फिर ससुराल पहुंचने से पहले मोबाइल बंद कर दिया था। मामला थाना देवबंद के गांव खडंजा अहमदपुर का है। आरोपी की पत्नी ने कराया था हत्या का मुकदमा दर्ज
पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि 6 दिसंबर की सुबह को मानसिंह (58) का शव उसके घर में पड़ा मिला था। मृतक की बेटी सविता ने अपने पति सुखप्रीत के खिलाफ हत्या का मुकदमा 8 दिसंबर को दर्ज कराया था। पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को ट्रेस किया। जिसके बाद आरोपी सुखप्रीत उर्फ अजय को मुजफ्फरनगर से अरेस्ट किया है। चार साल से चल रहा था कोर्ट में केस
पूछताछ में हत्यारोपी सुखप्रीत उर्फ अजय ने बताया कि उसकी शादी 2018 में सविता से हुई थी। सविता को मेरी पूर्व में हुई शादी का भी पता था। 2021 में पति-पत्नी का झगड़ा हो गया था। पत्नी सविता ने पुलिस में शिकायत कर दी थी और कोर्ट में खर्चें का मुकदमा डाल दिया था। जब खर्च नहीं दे पाया तो आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया। जिसके बाद वो तीन माह तक जेल में रहा। एक साल पहले ही जेल से छूटकर आया था। उसके पास कोर्ट की ओर से वारंट आ रहे थे। वारंट से बचने को अपनी बहन के घर रहता था
हत्यारोपी ने बताया कि कोर्ट से दो माह से वारंट आ रहे थे। वो मजदूरी करता है और काम की तलाश में इधर-उधर भटकता था। लेकिन वो कोर्ट से बंधे हुए खर्चें के पैसे अपनी पत्नी को नहीं दे पा रहा था। जिससे वो परेशान रहने लगा। उधर कोर्ट से वारंट आ रहे थे। आरोपी वारंट से बचने के लिए अपनी बहन के घर हरिद्वार में रहने लगा। पड़ोसी महिला का मोबाइल लेकर आया था ससुराल
हत्यारोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी बहन के मोहल्ले में एक महिला से मेलजोल हो गया था। 5 दिसंबर को वो पड़ोसी महिला का मोबाइल लेकर आया था और अपना सिम उसमें डालकर अपने ससुराल पहुंच गया था। उसे पता चला कि उसकी पत्नी और सास किसी शादी समारोह में गई हुई है। वो अपने बच्चों से मिलने पहुंचा था। घर में घुसकर हत्यारोपी ने दरवाजे की कुंडी लगा ली। घर में सिगरेट में गांजा भरकर पिया। जिससे उसे नशा हो गया। ससुर बोला-यहां क्यों आया
जब सुखप्रीत उर्फ अजय घर में घुसा तो उसका ससुर मानसिंह घर में अकेला था। उसके ससुर ने कहा कि तू यहां क्यों आया है? बच्चों से मिलने की बात कही। जिसके बाद दोनों में झड़प हो गया। हत्यारोपी ने फिर दरवाजे में ताला लगा दिया। ससुर के मुंह पर मुक्के मारे। फिर उसका हाथों से गला दबाया। जिससे ससुर बेहोश हो गया। ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया था हत्यारोपी
हत्यारोपी ने मकान में बने एक थमले को पकड़ा और ससुर के गले पर पैर रखकर खड़ा हो गया। तब तक गले पर खड़ा रहा, जब तक ससुर की सांस बंद नहीं हो गई। हत्यारोपी सीढ़ी से छत पर चढ़कर पीछे जंगल की ओर उतरकर फरार हो गया। नशा होने के कारण थक गया था और नशे की हालत में जाकर गांव के एक मंदिर के आगे एक खाली पड़े मकान में जाकर सो गया। रात को जब ठंड लगी तो उठकर बहादराबाद चला गया। लेकिन अपनी बहन के घर ना जाकर फैक्ट्री में काम की तलाश में लग गया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर