साइको किलर महिलाओं को क्यों तड़पाकर मारता था?:बरेली में सौतेली मां पिता से पिटवाती थी, पत्नी छोड़ गई…तब से महिलाओं से नफरत

साइको किलर महिलाओं को क्यों तड़पाकर मारता था?:बरेली में सौतेली मां पिता से पिटवाती थी, पत्नी छोड़ गई…तब से महिलाओं से नफरत

बरेली में महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल साइको किलर कुलदीप गंगवार को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसने शीशगढ़ और शाही थाना क्षेत्र में 6 महिलाओं को मारने की बात कबूली। अपने गांव में वह विक्षिप्त की तरह घूमता रहता था। इसलिए उस पर किसी ने शक नहीं किया। कुलदीप महिलाओं का पीछा करते हुए उन तक पहुंचता। फिर सुनसान जगह पर मौका पाकर उन पर हमला करता। उन्हें पहले तड़पाता, फिर उन्हीं की साड़ी या दुपट्‌टे से गला कस देता था। निशानी के लिए उनकी बिंदी, लिपस्टिक रख लेता था। सभी हत्याओं में उसने इसी एक पैटर्न को अपनाया। हालांकि अभी भी 5 महिलाओं की हत्या रहस्य ही है। पुलिस मान रही है कि उन महिलाओं को भी किलर कुलदीप ने मारा है। पूछताछ की जा रही है, एक दो दिन में अन्य महिलाओं के मर्डर का पता चल जाएगा। ऐसे में बड़ा सवाल है कि कुलदीप कैसे सीरियल साइको किलर बन गया? तो इसका जवाब पुलिस की जांच में सामने आया है। उसे महिलाओं से नफरत थी, लेकिन वजह क्या थी? सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए….. सबसे पहले साइको किलर कुलदीप के बारे में जानिए सौतेली मां ने दुत्कारा, पत्नी भी छोड़ गई
साइको किलर कुलदीप नवाबगंज क्षेत्र के गांव बाकरगंज समुआ का रहने वाला है। उसकी दो सगी बहनें हैं। सगी मां की मौत हो हो चुकी है। उसके पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीवित रहते ही दूसरी शादी कर ली। वो कुलदीप के सामने ही उसकी मां से मारपीट करता था। सौतेली मां उसकी सगी मां को पिटवाती थी। इस वजह से वो अपनी सौतेली मां से नफरत करने लगा। धीरे-धीरे वह चिड़चिड़ा होता चला गया। कुलदीप की शादी 2014 में हुई थी। वो पत्नी से सामान्य व्यवहार नहीं करता था। जब पत्नी उसकी बात नहीं मानती थी, तो उससे मारपीट करता था। बेल्ट से मारता था। जब वो चिल्लाती थी, तो उसे अच्छा लगता था। ये सिलसिला रोज शुरू हो गया। वो हिंसक होने लगा। परेशान होकर कुछ साल पहले उसकी पत्नी छोड़कर चली गई। इससे उसके मन में महिलाओं के प्रति नफरत और बढ़ गई। इसलिए वह, 40 से 50 साल की महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा। बरेली पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सभी वारदात महिलाओं के प्रति कुंठा, विद्वेष और बदले की भावना के चलते की। कुलदीप दिन भर इधर-उधर घूमता रहता था। इसलिए उसे आस-पास के सभी सुनसान जगहों, खेतों के रास्तों, पगडंडियों की पूरी-पूरी जानकारी है। हमला करने से पहले वह काफी सजग रहता था। तस्दीक कर लेता था कि किसी ने उसको महिला के पीछे जाते हुए देखा तो नहीं है। अगर रास्ते में कोई उसको मिल जाता, तब वह उस दिन हत्या नहीं करता था। अक्सर घटनाएं गन्ने के खेत में किए जाने का कारण यहां उसे देख पाना मुश्किल होता था। अब जानिए उन 6 महिलाओं को, जिनकी हत्या कुलदीप ने कबूल की 1. धनवती की सड़ गई थी लाश पति प्रेमराज ने बताया- धनवती सुबह 9 बजे दवा लेने शाही गई थी। शाही कस्बा घर से 5-6 किमी दूर है। दोपहर 12 बजे तक वो नहीं लौटी तो हमें चिंता हुई। हमने रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों से पूछा। उन्हें भी कुछ मालूम नहीं था। अगले दिन 18 जून को हमने शाही थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। प्रेमराज बताते हैं, 19 जून को गांव के एक लड़के का फोन आया। वो बोला कि मेरे खेत में धनवती की लाश पड़ी है। हम लोग पहुंचे, तो देखा कि शव सड़ गया था। कुछ जगह से मांस निकल गया था, हड्डी दिख रही थी। डेडबॉडी के पास ही डॉक्टर का पर्चा और दवाइयां पड़ी थीं। 2. दुपट्‌टे से घोंटा गया था गला महमूदन के बेटे नन्हे ने बताया, ‘मैं घर आया, तो पता चला कि मां जंगल से नहीं लौटी हैं। गांव से करीब आधा किमी दूर उनका शव गन्ने के खेत में मिला था। गला उनके ही दुपट्टे से घोंटा गया था।’ 3. गन्ने के खेत में खून से सनी मिलीं उर्मिला बेटे चंद्रप्रकाश ने बताया, ‘26 नवंबर को मेरी मां खेत में साग काटने गई थीं। वो रोज नहीं जाती थीं, कभी-कभार खेत में चली जाती थीं। उस दिन जब देर तक घर नहीं लौटीं तो हम लोगों ने तलाश शुरू की। करीब साढ़े 7 बजे पता चला कि मां का शव गन्ने के खेत में पड़ा था।’ 4. दुलारा की मौत के बाद महिलाओं ने खेत जाना बंद किया बड़ी बहन पार्वती ने बताया, ‘2-3 दिन दुलारा नहीं दिखी, तो हमने अपने बच्चों से खोजबीन शुरू करने को कहा। फिर 2-3 दिन बाद पता चला कि खेत में उनकी लाश पड़ी है। जब उनकी मौत हुई तो गांव की महिलाएं डर गई थीं। कोई भी अकेले खेत में नहीं जा रहा था।’ 5. प्रेमवती के कंगन गायब थे बेटे रामनरेश ने बताया, ‘मैंने मां को फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं उठा। वैसे मां हमेशा फोन उठा लेती थीं। हमने कुछ देर इंतजार किया, फिर ढूंढना शुरू किया। अगले दिन 30 जून को सुबह करीब 6 बजे पास के गांव के खेत में उनकी लाश मिली। गले में उनकी साड़ी का फंदा कसा था और उनके चांदी के कंगन गायब थे।’ 6. महिला की लाश खेत में दबी मिली 3 जुलाई, 2024 को थाना शाही के बुझिया जागीर के जंगल में अनीता देवी (46) की लाश मिली थी। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि इनकी भी हत्या गला घोंटकर की गई। अनीता थाना शेरगढ़ के होशपुर गांव की रहने वाली थीं। इनकी हत्या करने की बात को भी आरोपी कुलदीप ने कबूला है। कुलदीप की गिरफ्तारी कैसे हुई, पढ़िए… 6 महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार: बरेली में 13 महीने बाद पकड़ा गया, बोला- मारने में मजा आता था यूपी के बरेली में सीरियल साइको किलर पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया- हां, मैंने 6 महिलाओं को मारा है। महिलाओं को गला दबाकर मारता था। जाते समय निशानी के लिए गहने ले जाता था। किलर नवाबगंज का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर… बरेली में महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल साइको किलर कुलदीप गंगवार को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसने शीशगढ़ और शाही थाना क्षेत्र में 6 महिलाओं को मारने की बात कबूली। अपने गांव में वह विक्षिप्त की तरह घूमता रहता था। इसलिए उस पर किसी ने शक नहीं किया। कुलदीप महिलाओं का पीछा करते हुए उन तक पहुंचता। फिर सुनसान जगह पर मौका पाकर उन पर हमला करता। उन्हें पहले तड़पाता, फिर उन्हीं की साड़ी या दुपट्‌टे से गला कस देता था। निशानी के लिए उनकी बिंदी, लिपस्टिक रख लेता था। सभी हत्याओं में उसने इसी एक पैटर्न को अपनाया। हालांकि अभी भी 5 महिलाओं की हत्या रहस्य ही है। पुलिस मान रही है कि उन महिलाओं को भी किलर कुलदीप ने मारा है। पूछताछ की जा रही है, एक दो दिन में अन्य महिलाओं के मर्डर का पता चल जाएगा। ऐसे में बड़ा सवाल है कि कुलदीप कैसे सीरियल साइको किलर बन गया? तो इसका जवाब पुलिस की जांच में सामने आया है। उसे महिलाओं से नफरत थी, लेकिन वजह क्या थी? सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए….. सबसे पहले साइको किलर कुलदीप के बारे में जानिए सौतेली मां ने दुत्कारा, पत्नी भी छोड़ गई
साइको किलर कुलदीप नवाबगंज क्षेत्र के गांव बाकरगंज समुआ का रहने वाला है। उसकी दो सगी बहनें हैं। सगी मां की मौत हो हो चुकी है। उसके पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीवित रहते ही दूसरी शादी कर ली। वो कुलदीप के सामने ही उसकी मां से मारपीट करता था। सौतेली मां उसकी सगी मां को पिटवाती थी। इस वजह से वो अपनी सौतेली मां से नफरत करने लगा। धीरे-धीरे वह चिड़चिड़ा होता चला गया। कुलदीप की शादी 2014 में हुई थी। वो पत्नी से सामान्य व्यवहार नहीं करता था। जब पत्नी उसकी बात नहीं मानती थी, तो उससे मारपीट करता था। बेल्ट से मारता था। जब वो चिल्लाती थी, तो उसे अच्छा लगता था। ये सिलसिला रोज शुरू हो गया। वो हिंसक होने लगा। परेशान होकर कुछ साल पहले उसकी पत्नी छोड़कर चली गई। इससे उसके मन में महिलाओं के प्रति नफरत और बढ़ गई। इसलिए वह, 40 से 50 साल की महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा। बरेली पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सभी वारदात महिलाओं के प्रति कुंठा, विद्वेष और बदले की भावना के चलते की। कुलदीप दिन भर इधर-उधर घूमता रहता था। इसलिए उसे आस-पास के सभी सुनसान जगहों, खेतों के रास्तों, पगडंडियों की पूरी-पूरी जानकारी है। हमला करने से पहले वह काफी सजग रहता था। तस्दीक कर लेता था कि किसी ने उसको महिला के पीछे जाते हुए देखा तो नहीं है। अगर रास्ते में कोई उसको मिल जाता, तब वह उस दिन हत्या नहीं करता था। अक्सर घटनाएं गन्ने के खेत में किए जाने का कारण यहां उसे देख पाना मुश्किल होता था। अब जानिए उन 6 महिलाओं को, जिनकी हत्या कुलदीप ने कबूल की 1. धनवती की सड़ गई थी लाश पति प्रेमराज ने बताया- धनवती सुबह 9 बजे दवा लेने शाही गई थी। शाही कस्बा घर से 5-6 किमी दूर है। दोपहर 12 बजे तक वो नहीं लौटी तो हमें चिंता हुई। हमने रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों से पूछा। उन्हें भी कुछ मालूम नहीं था। अगले दिन 18 जून को हमने शाही थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। प्रेमराज बताते हैं, 19 जून को गांव के एक लड़के का फोन आया। वो बोला कि मेरे खेत में धनवती की लाश पड़ी है। हम लोग पहुंचे, तो देखा कि शव सड़ गया था। कुछ जगह से मांस निकल गया था, हड्डी दिख रही थी। डेडबॉडी के पास ही डॉक्टर का पर्चा और दवाइयां पड़ी थीं। 2. दुपट्‌टे से घोंटा गया था गला महमूदन के बेटे नन्हे ने बताया, ‘मैं घर आया, तो पता चला कि मां जंगल से नहीं लौटी हैं। गांव से करीब आधा किमी दूर उनका शव गन्ने के खेत में मिला था। गला उनके ही दुपट्टे से घोंटा गया था।’ 3. गन्ने के खेत में खून से सनी मिलीं उर्मिला बेटे चंद्रप्रकाश ने बताया, ‘26 नवंबर को मेरी मां खेत में साग काटने गई थीं। वो रोज नहीं जाती थीं, कभी-कभार खेत में चली जाती थीं। उस दिन जब देर तक घर नहीं लौटीं तो हम लोगों ने तलाश शुरू की। करीब साढ़े 7 बजे पता चला कि मां का शव गन्ने के खेत में पड़ा था।’ 4. दुलारा की मौत के बाद महिलाओं ने खेत जाना बंद किया बड़ी बहन पार्वती ने बताया, ‘2-3 दिन दुलारा नहीं दिखी, तो हमने अपने बच्चों से खोजबीन शुरू करने को कहा। फिर 2-3 दिन बाद पता चला कि खेत में उनकी लाश पड़ी है। जब उनकी मौत हुई तो गांव की महिलाएं डर गई थीं। कोई भी अकेले खेत में नहीं जा रहा था।’ 5. प्रेमवती के कंगन गायब थे बेटे रामनरेश ने बताया, ‘मैंने मां को फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं उठा। वैसे मां हमेशा फोन उठा लेती थीं। हमने कुछ देर इंतजार किया, फिर ढूंढना शुरू किया। अगले दिन 30 जून को सुबह करीब 6 बजे पास के गांव के खेत में उनकी लाश मिली। गले में उनकी साड़ी का फंदा कसा था और उनके चांदी के कंगन गायब थे।’ 6. महिला की लाश खेत में दबी मिली 3 जुलाई, 2024 को थाना शाही के बुझिया जागीर के जंगल में अनीता देवी (46) की लाश मिली थी। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि इनकी भी हत्या गला घोंटकर की गई। अनीता थाना शेरगढ़ के होशपुर गांव की रहने वाली थीं। इनकी हत्या करने की बात को भी आरोपी कुलदीप ने कबूला है। कुलदीप की गिरफ्तारी कैसे हुई, पढ़िए… 6 महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार: बरेली में 13 महीने बाद पकड़ा गया, बोला- मारने में मजा आता था यूपी के बरेली में सीरियल साइको किलर पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया- हां, मैंने 6 महिलाओं को मारा है। महिलाओं को गला दबाकर मारता था। जाते समय निशानी के लिए गहने ले जाता था। किलर नवाबगंज का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर