तारीख 28 जून पीड़ित महिला के पास फोन आया। ” मैं FEDEX COURIER कंपनी से बात कर रहा हूं। ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करके लाखों कमाने का ऑफर दिया।” महिला ठग के झांसे में आ गई और 10 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन समय रहते उसने ये जानकारी अकाउंट डिटेल साइबर सेल के साथ साझा की। तत्काल दूसरे खातों में डाले गए पैसों को फ्रीज कराया गया और महिला को पैसे वापस कराए। ये एक मामला नहीं ऐसे कई केस में चाहे वो डिजिटल अरेस्ट हो या ड्रग्स मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर ठगी। 3 केस जिसमें साइबर पुलिस ने वापस कराई रकम केस-1
बिसरख पर साइबर हैल्प डेस्क के एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायतकर्ता ने रेलवे टिकट कैंसिल कराने के लिए गूगल पर प्राप्त मोबाइल नंबर पर कॉल की, कॉल करने के बाद उसने वॉट्सऐप पर लिंक शेयर किया। लिंक पर क्लिक करने के बाद उसने फोन हैक करके 1,35,360.26 रूपए का साइबर फ्रॉड किया गया। पीड़ित ने तत्काल साइबर सेल पर शिकायत की। साइबर हैल्प डेस्क ने 1,35,360.26 रुपए फ्रीज किए और पीड़ित को पैसा वापस दिलाया। केस-2
28 मई को सेक्टर-63 निवासी ने शिकायत की अज्ञात व्यक्ति ने साइबर फ्रॉड करके 2 लाख 13 हजार रुपए की ठगी की। जानकारी मिलते ही साइबर ठगी से संबंधित खातों को फ्रिज कराया गया। तालमेल स्थापित करते हुए साइबर ठगी के 2,13,000 रुपयों में से 1,20,000 रुपए पीड़ित को वापस दिलाए गए। केस-3
साइबर हैल्प डेस्क के एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायत मिली कि एक पीड़ित के साथ 30,9000 रुपए का साइबर फ्रॉड हुआ। साइबर हेल्प डेस्क ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक माह में 03 लाख रुपए की धनराशि शिकायत कर्ता के खाते में वापस कराई गई। पहले जानते है फ्रॉड करने का तरीका कैसे मिलेगा पैसा वापस इसे समझे नौ महीने में कराए 6.47 करोड़ फ्रीज
नोएडा ग्रेटर नोएडा में पिछले नौ महीने में 213 साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 56.16 करोड़ का साइबर फ्रॉड हुआ है और 6.47 करोड़ की रकम को पुलिस ने फ्रीज कराया है। ये पैसा लोगों को वापस दिलाया जा रहा है। इस दौरान 30 साइबर जालसाज़ गिरफ्तार किए गए हैं। इससे बचाव के लिए साइबर क्राइम की टीम स्कूल कॉलेज, मैट्रो -बस स्टेशन, सोसाइटी व शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता अभियान चला रहे हैं। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए ये सावधानी तारीख 28 जून पीड़ित महिला के पास फोन आया। ” मैं FEDEX COURIER कंपनी से बात कर रहा हूं। ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करके लाखों कमाने का ऑफर दिया।” महिला ठग के झांसे में आ गई और 10 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन समय रहते उसने ये जानकारी अकाउंट डिटेल साइबर सेल के साथ साझा की। तत्काल दूसरे खातों में डाले गए पैसों को फ्रीज कराया गया और महिला को पैसे वापस कराए। ये एक मामला नहीं ऐसे कई केस में चाहे वो डिजिटल अरेस्ट हो या ड्रग्स मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर ठगी। 3 केस जिसमें साइबर पुलिस ने वापस कराई रकम केस-1
बिसरख पर साइबर हैल्प डेस्क के एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायतकर्ता ने रेलवे टिकट कैंसिल कराने के लिए गूगल पर प्राप्त मोबाइल नंबर पर कॉल की, कॉल करने के बाद उसने वॉट्सऐप पर लिंक शेयर किया। लिंक पर क्लिक करने के बाद उसने फोन हैक करके 1,35,360.26 रूपए का साइबर फ्रॉड किया गया। पीड़ित ने तत्काल साइबर सेल पर शिकायत की। साइबर हैल्प डेस्क ने 1,35,360.26 रुपए फ्रीज किए और पीड़ित को पैसा वापस दिलाया। केस-2
28 मई को सेक्टर-63 निवासी ने शिकायत की अज्ञात व्यक्ति ने साइबर फ्रॉड करके 2 लाख 13 हजार रुपए की ठगी की। जानकारी मिलते ही साइबर ठगी से संबंधित खातों को फ्रिज कराया गया। तालमेल स्थापित करते हुए साइबर ठगी के 2,13,000 रुपयों में से 1,20,000 रुपए पीड़ित को वापस दिलाए गए। केस-3
साइबर हैल्प डेस्क के एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायत मिली कि एक पीड़ित के साथ 30,9000 रुपए का साइबर फ्रॉड हुआ। साइबर हेल्प डेस्क ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक माह में 03 लाख रुपए की धनराशि शिकायत कर्ता के खाते में वापस कराई गई। पहले जानते है फ्रॉड करने का तरीका कैसे मिलेगा पैसा वापस इसे समझे नौ महीने में कराए 6.47 करोड़ फ्रीज
नोएडा ग्रेटर नोएडा में पिछले नौ महीने में 213 साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 56.16 करोड़ का साइबर फ्रॉड हुआ है और 6.47 करोड़ की रकम को पुलिस ने फ्रीज कराया है। ये पैसा लोगों को वापस दिलाया जा रहा है। इस दौरान 30 साइबर जालसाज़ गिरफ्तार किए गए हैं। इससे बचाव के लिए साइबर क्राइम की टीम स्कूल कॉलेज, मैट्रो -बस स्टेशन, सोसाइटी व शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता अभियान चला रहे हैं। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए ये सावधानी उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर