साथी इंजीनियरों की देखादेखी बाइकर बनी थी युवती:BMW स्पोर्ट्स बाइक से पहली राइड पर निकली; गुरुग्राम में कार की टक्कर से मौत

साथी इंजीनियरों की देखादेखी बाइकर बनी थी युवती:BMW स्पोर्ट्स बाइक से पहली राइड पर निकली; गुरुग्राम में कार की टक्कर से मौत

हरियाणा के गुरुग्राम में लेपर्ड ट्रेल रोड पर जिस बाइकर युवती सोमिता सिंह की मौत हुई है, उसे ड्राइविंग या बाइक राइडिंग का कोई शौक नहीं था। उसके परिजनों का कहना है कि जब करीब 8 महीने पहले वह नोएडा में आकर जॉब करने लगी, तब कलीग्स (सहकर्मी) की देखादेखी उसने ट्रेनिंग एकेडमी जॉइन कर ली थी। इसके बारे में उसने परिजनों को भी नहीं बताया था। परिजनों का कहना है कि वह पहले कभी किसी बाइक राइड पर भी नहीं गई थी। यह उसकी पहली राइड थी, जो आखिरी भी बन गई। बता दें कि लखनऊ की रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती की BMW बाइक राइडिंग करते हुए कार से टकराने पर मौत हो गई है। उसके परिजनों ने ट्रेनिंग एकेडमी पर केस किया है। वहीं, पुलिस ने सोमिता की बाइक से टकराने वाली वरना कार को जब्त कर लिया है। ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान जय यादव (34) निवासी ग्लोबल टावर अशोक विहार फेज-3, गुरुग्राम के रूप में हुई है। युवती के जीजा ने ये 4 बातें बताईं… 1. हमें अस्पताल पहुंचने पर सूचना मिली
इस दुर्घटना के बाद सोमिता के जीजा अमित मिश्रा ने बताया है- मेरी साली नोएडा के सेक्टर-135 से गुरुग्राम के लिए निकली थी। हम लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। उसके पास BMW की कोई बाइक थी। वहां लेपर्ड ट्रेल रोड पर उसका एक्सीडेंट हुआ है। हमें तो उसके अस्पताल पहुंचने के बाद जानकारी दी गई थी। फिर भी हमने FIR दर्ज करा दी है। 2. उसे इतनी महंगी बाइक क्यों दी गई?
उन्होंने कहा- सोचने वाली बात यह है कि जिस लड़की का वजन 45 से 50 किलो के बीच था, उसे इतनी महंगी गाड़ी क्यों दी गई? उसके साथ में कौन था? उसने सेफ्टी के लिए हेलमेट पहना था या नहीं? उस लड़की को गाड़ी चलाना भी नहीं आता था। पता नहीं उसे किस प्रकार की ट्रेनिंग दी गई? जहां एक्सीडेंट हुआ, वहां भी कोई पुलिस चौकी या कोई CCTV नहीं हैं। पुलिस भी कोई सुनवाई नहीं कर रही। 3. उसके साथ करीब 20 लोग थे, लड़कियां ज्यादा थीं
मैंने जब इनका (सोमिता का) फोन देखा तो मेरा अंदाजा है कि इसे बाइक राइडिंग सीखते हुए 20 से 25 दिन ही हुए होंगे। वह 15 मार्च से गई थी। इसके बारे में परिजनों को भी कोई जानकारी नहीं थी। फोन में कुछ वीडियो भी थे, जिससे पता चला है कि उसके साथ करीब 20 लोग थे, जिनमें अधिकतर लड़कियां थीं। 4. बहन के साथ नोएडा में रहती थी युवती
सोमिता नोएडा में ही अपनी बहन के साथ रहती थी और यहीं जॉब करती थी। वह कैपजेमिनाई कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवेलपर थी। उसने बाइक राइडिंग के शौक के बारे में कभी किसी को कुछ नहीं बताया। उसके पास स्कोडा की गाड़ी है, जिसे वह चलाती थी। कभी राइडर एकेडमी का जिक्र किया होता तो हम भी उसकी पड़ताल करते। पुलिस बोली- रोड पर शार्प कर्व हैं, वहीं टक्कर हुई
गुरुग्राम में बादशाहपुर थाने जांच अधिकारी उपनिरीक्षक नवीन कुमार ने बताया कि लेपर्ड ट्रेल रोड पर कई ब्लाइंड टर्न (मोड़) और शॉर्प कर्व हैं। ऐसे ही एक शॉर्प कर्व पर वरना कार की BMW स्पोर्ट्स बाइक से टक्कर हो गई। हादसे के हालात से पता चलता है कि कार की ड्राइविंग साइड का हिस्सा बाइक से टकराया है। इससे बाइक राइडर सोमिता सिंह उछलकर सड़क पर गिर गई होगी, जिससे उसे हेड इंजरी हो गई। इस मामले में उसके साथी राइडर्स से जानकारी ली जाएगी। एकेडमी संचालक बोले- हमने अच्छे सिखाया था
इधर, FIR होने के बाद लेट्स राइड ट्रेनिंग एकेडमी के संचालक कुलदीप शर्मा ने कहा है- हमारे पास डिजिटल ट्रेनिंग प्रोसेस का अप्रूवल है। हमारे यहां सभी बाइक राइडर्स को अच्छे तरीके से बताया जाता है। सोमिता सिंह भी अच्छी तरह बाइक चलाना सीख चुकी थी। तभी तो वह नोएडा से गुरुग्राम में अरावली पहाड़ियों तक पहुंच पाई। हादसे का मुझे भी दुख है, लेकिन ट्रेनिंग में हमने कोई कमी नहीं की थी। अब एकेडमी पर FIR हुई है तो हम भी इसे लेकर कानूनी सलाह ले रहे हैं। 2 अस्पतालों में ले गए, भर्ती करने से इनकार किया
कुलदीप ने बताया कि वह राइडर्स ग्रुप के साथ थे और दुर्घटना के 30 मिनट के भीतर सोमिता को 2 अस्पतालों में ले गए, लेकिन दोनों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट होते ही हमने तुरंत उसे ग्रुप के साथ चल रहे वाहन में बैठाया और उसे करीब 20 मिनट में निकटतम अस्पताल ले गए। अस्पताल ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। थोड़ी बहस के बाद जब वे नहीं माने तो हमने उनकी एंबुलेंस किराए पर ली और उसे पांच मिनट की दूरी पर स्थित एक अन्य निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन उन्होंने भी उसे नहीं लिया। जबकि सोमिता की सांसें अभी भी चल रही थीं। एक घंटे का सफर तय करके वे सेक्टर 10 सिविल अस्पताल में पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अब जानिए, क्या था पूरा मामला… बता दें कि रविवार सुबह नोएडा के सेक्टर-135 से एक बाइक राइडर ग्रुप गुरुग्राम में लेपर्ड कैफे के लिए निकला था। इसमें करीब 20 सदस्य थे, जिनमें ज्यादातर लड़कियां थीं। इस ग्रुप ही सदस्य सोमिता सिंह का लेपर्ड ट्रेल रोड पर एक्सीडेंट हो गया। उसकी BMW(G310) स्पोर्ट्स बाइक वरना कार से टकराई थी, जिससे युवती की मौत हो गई। उसके साथी ही उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और परिजनों को भी सूचना दी। युवती के पिता ने पुलिस को ये शिकायत दी… हरियाणा के गुरुग्राम में लेपर्ड ट्रेल रोड पर जिस बाइकर युवती सोमिता सिंह की मौत हुई है, उसे ड्राइविंग या बाइक राइडिंग का कोई शौक नहीं था। उसके परिजनों का कहना है कि जब करीब 8 महीने पहले वह नोएडा में आकर जॉब करने लगी, तब कलीग्स (सहकर्मी) की देखादेखी उसने ट्रेनिंग एकेडमी जॉइन कर ली थी। इसके बारे में उसने परिजनों को भी नहीं बताया था। परिजनों का कहना है कि वह पहले कभी किसी बाइक राइड पर भी नहीं गई थी। यह उसकी पहली राइड थी, जो आखिरी भी बन गई। बता दें कि लखनऊ की रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती की BMW बाइक राइडिंग करते हुए कार से टकराने पर मौत हो गई है। उसके परिजनों ने ट्रेनिंग एकेडमी पर केस किया है। वहीं, पुलिस ने सोमिता की बाइक से टकराने वाली वरना कार को जब्त कर लिया है। ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान जय यादव (34) निवासी ग्लोबल टावर अशोक विहार फेज-3, गुरुग्राम के रूप में हुई है। युवती के जीजा ने ये 4 बातें बताईं… 1. हमें अस्पताल पहुंचने पर सूचना मिली
इस दुर्घटना के बाद सोमिता के जीजा अमित मिश्रा ने बताया है- मेरी साली नोएडा के सेक्टर-135 से गुरुग्राम के लिए निकली थी। हम लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। उसके पास BMW की कोई बाइक थी। वहां लेपर्ड ट्रेल रोड पर उसका एक्सीडेंट हुआ है। हमें तो उसके अस्पताल पहुंचने के बाद जानकारी दी गई थी। फिर भी हमने FIR दर्ज करा दी है। 2. उसे इतनी महंगी बाइक क्यों दी गई?
उन्होंने कहा- सोचने वाली बात यह है कि जिस लड़की का वजन 45 से 50 किलो के बीच था, उसे इतनी महंगी गाड़ी क्यों दी गई? उसके साथ में कौन था? उसने सेफ्टी के लिए हेलमेट पहना था या नहीं? उस लड़की को गाड़ी चलाना भी नहीं आता था। पता नहीं उसे किस प्रकार की ट्रेनिंग दी गई? जहां एक्सीडेंट हुआ, वहां भी कोई पुलिस चौकी या कोई CCTV नहीं हैं। पुलिस भी कोई सुनवाई नहीं कर रही। 3. उसके साथ करीब 20 लोग थे, लड़कियां ज्यादा थीं
मैंने जब इनका (सोमिता का) फोन देखा तो मेरा अंदाजा है कि इसे बाइक राइडिंग सीखते हुए 20 से 25 दिन ही हुए होंगे। वह 15 मार्च से गई थी। इसके बारे में परिजनों को भी कोई जानकारी नहीं थी। फोन में कुछ वीडियो भी थे, जिससे पता चला है कि उसके साथ करीब 20 लोग थे, जिनमें अधिकतर लड़कियां थीं। 4. बहन के साथ नोएडा में रहती थी युवती
सोमिता नोएडा में ही अपनी बहन के साथ रहती थी और यहीं जॉब करती थी। वह कैपजेमिनाई कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवेलपर थी। उसने बाइक राइडिंग के शौक के बारे में कभी किसी को कुछ नहीं बताया। उसके पास स्कोडा की गाड़ी है, जिसे वह चलाती थी। कभी राइडर एकेडमी का जिक्र किया होता तो हम भी उसकी पड़ताल करते। पुलिस बोली- रोड पर शार्प कर्व हैं, वहीं टक्कर हुई
गुरुग्राम में बादशाहपुर थाने जांच अधिकारी उपनिरीक्षक नवीन कुमार ने बताया कि लेपर्ड ट्रेल रोड पर कई ब्लाइंड टर्न (मोड़) और शॉर्प कर्व हैं। ऐसे ही एक शॉर्प कर्व पर वरना कार की BMW स्पोर्ट्स बाइक से टक्कर हो गई। हादसे के हालात से पता चलता है कि कार की ड्राइविंग साइड का हिस्सा बाइक से टकराया है। इससे बाइक राइडर सोमिता सिंह उछलकर सड़क पर गिर गई होगी, जिससे उसे हेड इंजरी हो गई। इस मामले में उसके साथी राइडर्स से जानकारी ली जाएगी। एकेडमी संचालक बोले- हमने अच्छे सिखाया था
इधर, FIR होने के बाद लेट्स राइड ट्रेनिंग एकेडमी के संचालक कुलदीप शर्मा ने कहा है- हमारे पास डिजिटल ट्रेनिंग प्रोसेस का अप्रूवल है। हमारे यहां सभी बाइक राइडर्स को अच्छे तरीके से बताया जाता है। सोमिता सिंह भी अच्छी तरह बाइक चलाना सीख चुकी थी। तभी तो वह नोएडा से गुरुग्राम में अरावली पहाड़ियों तक पहुंच पाई। हादसे का मुझे भी दुख है, लेकिन ट्रेनिंग में हमने कोई कमी नहीं की थी। अब एकेडमी पर FIR हुई है तो हम भी इसे लेकर कानूनी सलाह ले रहे हैं। 2 अस्पतालों में ले गए, भर्ती करने से इनकार किया
कुलदीप ने बताया कि वह राइडर्स ग्रुप के साथ थे और दुर्घटना के 30 मिनट के भीतर सोमिता को 2 अस्पतालों में ले गए, लेकिन दोनों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट होते ही हमने तुरंत उसे ग्रुप के साथ चल रहे वाहन में बैठाया और उसे करीब 20 मिनट में निकटतम अस्पताल ले गए। अस्पताल ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। थोड़ी बहस के बाद जब वे नहीं माने तो हमने उनकी एंबुलेंस किराए पर ली और उसे पांच मिनट की दूरी पर स्थित एक अन्य निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन उन्होंने भी उसे नहीं लिया। जबकि सोमिता की सांसें अभी भी चल रही थीं। एक घंटे का सफर तय करके वे सेक्टर 10 सिविल अस्पताल में पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अब जानिए, क्या था पूरा मामला… बता दें कि रविवार सुबह नोएडा के सेक्टर-135 से एक बाइक राइडर ग्रुप गुरुग्राम में लेपर्ड कैफे के लिए निकला था। इसमें करीब 20 सदस्य थे, जिनमें ज्यादातर लड़कियां थीं। इस ग्रुप ही सदस्य सोमिता सिंह का लेपर्ड ट्रेल रोड पर एक्सीडेंट हो गया। उसकी BMW(G310) स्पोर्ट्स बाइक वरना कार से टकराई थी, जिससे युवती की मौत हो गई। उसके साथी ही उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और परिजनों को भी सूचना दी। युवती के पिता ने पुलिस को ये शिकायत दी…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर