सावधान! बिहार में साइबर ठगी का एक नया तरीका ईजाद, ऐसे निकल रहा आपका पूरा डेटा

सावधान! बिहार में साइबर ठगी का एक नया तरीका ईजाद, ऐसे निकल रहा आपका पूरा डेटा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Cyber ​​Crime In Nalanda:</strong> बिहार के नालंदा में साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है, जिसमें ऑनलाइन दर्ज किए गए साइबर अपराध मामलों का डेटा निकालकर पीड़ितों और आरोपियों से मोटी रकम वसूली जा रही थी. इस चौंकाने वाले मामले का खुलासा खुद नालंदा साइबर क्राइम डीएसपी ज्योति शंकर ने बुधवार को किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एफआईआर में दिए गए नंबर से आती है कॉल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि जब किसी व्यक्ति के जरिए स्थानीय थाना पुलिस को आवेदन दिया जाता है फिर मामल दर्ज करने के बाद थाना स्तर से स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है. इस पोर्टल पर स्थानीय थाना पुलिस एफआईआर का डेटा अपडेट करते हैं. अब ठग इस पोर्टल से एफआईआर की जानकारी निकालकर उसमें दिए गए मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर फ्रॉड पीड़ित या आरोपी से संपर्क कर उन्हें मामले से नाम हटाने या केस को फर्जी साबित करने का लालच देते हैं और बदले में मोटी रकम की मांग करते हैं. कई लोग इस झांसे में आकर ठगों को पैसे दे रहे थे, मगर जब भोले भाले लोगों को फ्रॉड की जानकारी मिली तब स्थानीय पुलिस से इस मामले की शिकायत की गई. कई ऐसे मामला साइबर थाना में आए हैं. तब साइबर डीएसपी ने लोगों से जागरूक रहने की अपील की है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर क्राइम डीएसपी ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर क्राइम डीएसपी ज्योति शंकर ने लोगों से अपील किया है कि कोई भी अज्ञात कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें खासकर जब कोई मामले से नाम हटाने या केस को फर्जी करने की बात करे तब सीधे थाना को सूचना दें. उन्होंने कहा कि पुलिस किसी से पैसे लेकर केस खत्म नहीं करती है. अनजान नंबर से आने वाले कॉल और मैसेज से सावधान रहें, अगर कोई व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर पैसे मांगे, तो तुरंत नजदीकी थाना में शिकायत करें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर क्राइम डीएसपी ने कहा कि स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल की जानकारी किसी के साथ साझा न करें. अगर आप साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, तो 1930 यह थाना की नंबर पर शिकायत दर्ज करें. साइबर पुलिस इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और ऐसे ठगों की पहचान करने के लिए जांच की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/jdu-mp-ajay-mandal-beat-up-journalists-in-bhagalpur-bihar-ann-2873241″>Bihar News: भागलपुर में पत्रकारों पर JDU सांसद का कहर, सवाल पूछने की मिली सजा, CM नीतीश पर हमलावर हुई RJD</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Cyber ​​Crime In Nalanda:</strong> बिहार के नालंदा में साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है, जिसमें ऑनलाइन दर्ज किए गए साइबर अपराध मामलों का डेटा निकालकर पीड़ितों और आरोपियों से मोटी रकम वसूली जा रही थी. इस चौंकाने वाले मामले का खुलासा खुद नालंदा साइबर क्राइम डीएसपी ज्योति शंकर ने बुधवार को किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एफआईआर में दिए गए नंबर से आती है कॉल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि जब किसी व्यक्ति के जरिए स्थानीय थाना पुलिस को आवेदन दिया जाता है फिर मामल दर्ज करने के बाद थाना स्तर से स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है. इस पोर्टल पर स्थानीय थाना पुलिस एफआईआर का डेटा अपडेट करते हैं. अब ठग इस पोर्टल से एफआईआर की जानकारी निकालकर उसमें दिए गए मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर फ्रॉड पीड़ित या आरोपी से संपर्क कर उन्हें मामले से नाम हटाने या केस को फर्जी साबित करने का लालच देते हैं और बदले में मोटी रकम की मांग करते हैं. कई लोग इस झांसे में आकर ठगों को पैसे दे रहे थे, मगर जब भोले भाले लोगों को फ्रॉड की जानकारी मिली तब स्थानीय पुलिस से इस मामले की शिकायत की गई. कई ऐसे मामला साइबर थाना में आए हैं. तब साइबर डीएसपी ने लोगों से जागरूक रहने की अपील की है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर क्राइम डीएसपी ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर क्राइम डीएसपी ज्योति शंकर ने लोगों से अपील किया है कि कोई भी अज्ञात कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें खासकर जब कोई मामले से नाम हटाने या केस को फर्जी करने की बात करे तब सीधे थाना को सूचना दें. उन्होंने कहा कि पुलिस किसी से पैसे लेकर केस खत्म नहीं करती है. अनजान नंबर से आने वाले कॉल और मैसेज से सावधान रहें, अगर कोई व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर पैसे मांगे, तो तुरंत नजदीकी थाना में शिकायत करें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर क्राइम डीएसपी ने कहा कि स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल की जानकारी किसी के साथ साझा न करें. अगर आप साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, तो 1930 यह थाना की नंबर पर शिकायत दर्ज करें. साइबर पुलिस इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और ऐसे ठगों की पहचान करने के लिए जांच की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/jdu-mp-ajay-mandal-beat-up-journalists-in-bhagalpur-bihar-ann-2873241″>Bihar News: भागलपुर में पत्रकारों पर JDU सांसद का कहर, सवाल पूछने की मिली सजा, CM नीतीश पर हमलावर हुई RJD</a></strong></p>  बिहार भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में बर्ड फ्लू की पुष्टि, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट