सिरसा की नहरों में भाखड़ा से पेयजल सप्लाई के लिए छोड़ा गया पानी बंद हो गया है। अब 20 मई तक नहरबंदी रहेगी। इससे पहले नहरी पानी की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में सिरसा में पेयजल के संकट होगा। आलम है कि इस बार लोगों को न पेयजल सप्लाई के लिए पूरा पानी मिला तो न ही सिंचाई के लिए। सभी हताश है। नहरों की टेल वाले गांव में हालात ज्यादा खराब है। कारण है कि टेलों तक पानी बहुत कम पहुंचा है। इस कारण वहां के जलघर के टैंक भी खाली है। ग्रामीण नहरों या जलघरों से सीधा ट्रैक्टर-टैंकर लेकर पानी भर रहे हैं। मगर इसका भी ग्रामीणों ने विरोध किया तो टैंकर वापिस जलघरों में खाली करवा दिए गए। सिरसा शहर में पेयजल सप्लाई के लिए सेक्टरों एवं अन्य रिहायशी इलाकों का शेड्यूल बना दिया गया है। कारण है कि चतरगढ़पट्टी एवं हुडा और लघुसचिवालय जलघर के टैंक खाली पड़े हैं। इसलिए पानी की बचत को सप्लाई कम करके एक समय ही दी जाएगी। इससे लोगों की मुश्किल बढ़ेगी। आमजन को भी पानी की बचत के लिए विशेष कदम उठाने होंगे। वरना पेयजल के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अब नहरों में 21 मई को पानी आएगा। इसके बाद ही जलघरों को पूरी तरह से भरा जाएगा। वहीं ऐलनाबाद में नहर बंदी से एक दिन पहले पानी छोड़ा गया था, जिससे वहां पर पानी की ज्यादा समस्या है। भूषण शाह चौक से हिसार रोड व बरनाला रोड – सुबह चार से सात बजे शक्ति नगर क्षेत्र – सुबह सात से आठ बजे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एवं अग्रवाल कॉलोनी – सुबह 8 बजे 10 बजे बाटा कॉलोनी क्षेत्र – शाम 4 बजे से पांच बजे गांवों में अभी लोग मंगवा रहे पानी के टैंकर अभी भी गांव में लोग पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं, क्योंकि जलघर के टैंक खाली है और सप्लाई कम आ रही है। इस कारण लोग टैंकर के जरिए अपने घरों में पानी की डिग्गी को भर रहे हैं, ताकि बाद में पीने के पानी की दिक्कत न हो। कई गांव में पानी की किल्लत बनी गई है। 2800 के बजाय 1800 क्यूसेक ही मिला पानी दरअसल इस बार भाखड़ा से सिरसा नहरों को 2800 के बजाय 1800 क्यूसेक पानी ही मिला है। भाखड़ा से होकर सिरसा में पांच मुख्य नहरें आती है। इन नहरों से छोटी-बड़ी कुल 149 माइनर या कनाल आगे से आगे विभाजित होती जाती है। करीब 119 माइनर या कनाल में पानी भाखड़ा का आता है। इन नहरों का कुल पानी 2800 क्यूसेक है, जो आपूर्ति होती है। मगर इस समय मात्र 1800 क्यूसेक पानी ही पंजाब से मिल रहा है। नहरों में पानी हुआ बंद : एक्सईन सिंचाई विभाग से एक्सईएन संदीप शर्मा ने बताया कि नहरों में भाखड़ा का पानी बंद हो गया है। जो पानी जलघरों के टैंक में डाला गया है, उसी से पेयजल सप्लाई सुचारू रखनी पड़ेगी। पानी बचत को हर संभव कदम उठाया जाएगा। सिरसा की नहरों में भाखड़ा से पेयजल सप्लाई के लिए छोड़ा गया पानी बंद हो गया है। अब 20 मई तक नहरबंदी रहेगी। इससे पहले नहरी पानी की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में सिरसा में पेयजल के संकट होगा। आलम है कि इस बार लोगों को न पेयजल सप्लाई के लिए पूरा पानी मिला तो न ही सिंचाई के लिए। सभी हताश है। नहरों की टेल वाले गांव में हालात ज्यादा खराब है। कारण है कि टेलों तक पानी बहुत कम पहुंचा है। इस कारण वहां के जलघर के टैंक भी खाली है। ग्रामीण नहरों या जलघरों से सीधा ट्रैक्टर-टैंकर लेकर पानी भर रहे हैं। मगर इसका भी ग्रामीणों ने विरोध किया तो टैंकर वापिस जलघरों में खाली करवा दिए गए। सिरसा शहर में पेयजल सप्लाई के लिए सेक्टरों एवं अन्य रिहायशी इलाकों का शेड्यूल बना दिया गया है। कारण है कि चतरगढ़पट्टी एवं हुडा और लघुसचिवालय जलघर के टैंक खाली पड़े हैं। इसलिए पानी की बचत को सप्लाई कम करके एक समय ही दी जाएगी। इससे लोगों की मुश्किल बढ़ेगी। आमजन को भी पानी की बचत के लिए विशेष कदम उठाने होंगे। वरना पेयजल के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अब नहरों में 21 मई को पानी आएगा। इसके बाद ही जलघरों को पूरी तरह से भरा जाएगा। वहीं ऐलनाबाद में नहर बंदी से एक दिन पहले पानी छोड़ा गया था, जिससे वहां पर पानी की ज्यादा समस्या है। भूषण शाह चौक से हिसार रोड व बरनाला रोड – सुबह चार से सात बजे शक्ति नगर क्षेत्र – सुबह सात से आठ बजे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एवं अग्रवाल कॉलोनी – सुबह 8 बजे 10 बजे बाटा कॉलोनी क्षेत्र – शाम 4 बजे से पांच बजे गांवों में अभी लोग मंगवा रहे पानी के टैंकर अभी भी गांव में लोग पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं, क्योंकि जलघर के टैंक खाली है और सप्लाई कम आ रही है। इस कारण लोग टैंकर के जरिए अपने घरों में पानी की डिग्गी को भर रहे हैं, ताकि बाद में पीने के पानी की दिक्कत न हो। कई गांव में पानी की किल्लत बनी गई है। 2800 के बजाय 1800 क्यूसेक ही मिला पानी दरअसल इस बार भाखड़ा से सिरसा नहरों को 2800 के बजाय 1800 क्यूसेक पानी ही मिला है। भाखड़ा से होकर सिरसा में पांच मुख्य नहरें आती है। इन नहरों से छोटी-बड़ी कुल 149 माइनर या कनाल आगे से आगे विभाजित होती जाती है। करीब 119 माइनर या कनाल में पानी भाखड़ा का आता है। इन नहरों का कुल पानी 2800 क्यूसेक है, जो आपूर्ति होती है। मगर इस समय मात्र 1800 क्यूसेक पानी ही पंजाब से मिल रहा है। नहरों में पानी हुआ बंद : एक्सईन सिंचाई विभाग से एक्सईएन संदीप शर्मा ने बताया कि नहरों में भाखड़ा का पानी बंद हो गया है। जो पानी जलघरों के टैंक में डाला गया है, उसी से पेयजल सप्लाई सुचारू रखनी पड़ेगी। पानी बचत को हर संभव कदम उठाया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
