हरियाणा के सिरसा शहर में बारिश के कारण बीती रात को इंदिरा विकास नगर स्थित एक मकान की छत ढह गई। कच्ची छत का मलबा कमरे में सो रही महिला पर गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर को मृतका के शव का पोस्टमार्टम सिविल हॉस्पिटल में किया गया। महिला की मौत होने से उसके पति का रो रोकर बुरा हाल है। पीड़ित पति का कहना है कि वह बहुत गरीब है, प्रशासन को उसकी सहायता करनी चाहिए। जानकारी के अनुसार इंद्र विकास नगर निवासी सुशील कुमार पेशे से पेंटर है। सुनील का कहना है कि उसके मकान की छत कच्ची थी। वीरवार को तेज बारिश आई थी। रात को वह कमरे में अपनी पत्नी सुमन के साथ सोया हुआ था। देर रात को कच्ची छत का एक हिस्सा ढह गया और उसका मलबा सुमन के ऊपर आ गिरा। सुमन मलबे के नीचे दब गई। सुनील का कहना है कि उसने अपनी पत्नी को मलबे से निकाले की काफी कोशिश,लेकिन सफल नहीं हो पाया। इसके बाद उसने पड़ोसी कालू व बिट्टू को बुलाया। पड़ोसियों ने उसकी मदद करते हुए मलबे से सुमन को बाहर निकाला। इसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से सुमन को हॉस्पिटल लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसकी जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। सुनील का कहना है कि उसकी 2 बेटियां व 2 बेटे हैं। दोनों बेटियों व एक बेटे की शादी हो चुकी है। वह बहुत गरीब है,इसलिए मकान की छत पक्की नहीं डाल सका। सुनील का कहना है कि उसने व उसकी पत्नी ने मकान की छत पक्की डालने के लिए बीडीपीओ दफ्तर के काफी चक्कर लगाए,लेकिन प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली। अगर सरकार से उसे आर्थिक सहायता मिलती तो वह मकान की छत पक्की करवा लेता और आज उसकी पत्नी सुमन जिंदा होती। पुलिस का कहना है कि पति सुशील के बयान पर इत्फ़ाकिया मौत की कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा के सिरसा शहर में बारिश के कारण बीती रात को इंदिरा विकास नगर स्थित एक मकान की छत ढह गई। कच्ची छत का मलबा कमरे में सो रही महिला पर गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर को मृतका के शव का पोस्टमार्टम सिविल हॉस्पिटल में किया गया। महिला की मौत होने से उसके पति का रो रोकर बुरा हाल है। पीड़ित पति का कहना है कि वह बहुत गरीब है, प्रशासन को उसकी सहायता करनी चाहिए। जानकारी के अनुसार इंद्र विकास नगर निवासी सुशील कुमार पेशे से पेंटर है। सुनील का कहना है कि उसके मकान की छत कच्ची थी। वीरवार को तेज बारिश आई थी। रात को वह कमरे में अपनी पत्नी सुमन के साथ सोया हुआ था। देर रात को कच्ची छत का एक हिस्सा ढह गया और उसका मलबा सुमन के ऊपर आ गिरा। सुमन मलबे के नीचे दब गई। सुनील का कहना है कि उसने अपनी पत्नी को मलबे से निकाले की काफी कोशिश,लेकिन सफल नहीं हो पाया। इसके बाद उसने पड़ोसी कालू व बिट्टू को बुलाया। पड़ोसियों ने उसकी मदद करते हुए मलबे से सुमन को बाहर निकाला। इसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से सुमन को हॉस्पिटल लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसकी जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। सुनील का कहना है कि उसकी 2 बेटियां व 2 बेटे हैं। दोनों बेटियों व एक बेटे की शादी हो चुकी है। वह बहुत गरीब है,इसलिए मकान की छत पक्की नहीं डाल सका। सुनील का कहना है कि उसने व उसकी पत्नी ने मकान की छत पक्की डालने के लिए बीडीपीओ दफ्तर के काफी चक्कर लगाए,लेकिन प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली। अगर सरकार से उसे आर्थिक सहायता मिलती तो वह मकान की छत पक्की करवा लेता और आज उसकी पत्नी सुमन जिंदा होती। पुलिस का कहना है कि पति सुशील के बयान पर इत्फ़ाकिया मौत की कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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