हरियाणा के सिरसा जिले में चोरों ने सरकारी राशन डिपो को निशाना बनाते हुए बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। गांव पंजुआना स्थित राशन डिपो से चोर 21 बोरी गेहूं चुराकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ागुढ़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डिपो संचालक पृथ्वीराज ने बताया कि वह गांव कर्मगढ़ का रहने वाला है। साल 2018 से पंजुआना में सरकारी राशन डिपो का संचालन कर रहा है। उन्होंने पूर्व सरपंच अमर सिंह के मकान में सरकारी राशन स्टोर किया हुआ था। चोर रात के समय छत के रास्ते मकान में घुसे और 21 बोरी गेहूं चुराकर ले गए। अगली सुबह जब डिपो संचालक मकान में पहुंचा, तब उसे चोरी का पता चला। मामले की जांच में जुटी पुलिस बड़ागुढ़ा थाने के जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच तेजी से चल रही है, और जल्द ही चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह घटना सरकारी वितरण प्रणाली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। हरियाणा के सिरसा जिले में चोरों ने सरकारी राशन डिपो को निशाना बनाते हुए बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। गांव पंजुआना स्थित राशन डिपो से चोर 21 बोरी गेहूं चुराकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ागुढ़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डिपो संचालक पृथ्वीराज ने बताया कि वह गांव कर्मगढ़ का रहने वाला है। साल 2018 से पंजुआना में सरकारी राशन डिपो का संचालन कर रहा है। उन्होंने पूर्व सरपंच अमर सिंह के मकान में सरकारी राशन स्टोर किया हुआ था। चोर रात के समय छत के रास्ते मकान में घुसे और 21 बोरी गेहूं चुराकर ले गए। अगली सुबह जब डिपो संचालक मकान में पहुंचा, तब उसे चोरी का पता चला। मामले की जांच में जुटी पुलिस बड़ागुढ़ा थाने के जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच तेजी से चल रही है, और जल्द ही चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह घटना सरकारी वितरण प्रणाली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गैंगस्टर की मां ने कीटनाशक निगला:अस्पताल में मौत; लॉरेंस के करीबी काला जठेड़ी की 4 महीने पहले लेडी डॉन से हुई शादी
हरियाणा में गैंगस्टर की मां ने कीटनाशक निगला:अस्पताल में मौत; लॉरेंस के करीबी काला जठेड़ी की 4 महीने पहले लेडी डॉन से हुई शादी हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी की मां की बुधवार को मौत हो गई। गैंगस्टर की मां ने घर में गलती से जहरीला पदार्थ पी लिया। गंभीर हालत में उसे तुरंत नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और परिजन निजी अस्पताल से शव को सिविल अस्पताल ले गए। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई में जुट गई है। परिजनों ने पुलिस को बताया है कि जठेड़ी की मां कमला पिछले काफी समय से बीमार थी। वह जठेड़ी की शादी में भी बीमार ही थी। बुधवार को वह प्लाट पर थी। दवा का समय हो गया था। बीमारी के चलते उसने धोखे से दवाई समझकर कीटनाशक दवा खा ली थी। जिससे उसकी मौत हो गई। मां के संस्कार के लिए काला जठेड़ी तिहाड़ जेल से बाहर आ सकता है। अंतिम संस्कार कल होगा। तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर काला जठेड़ी
काला जठेड़ी फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। उस पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में 30 से ज्यादा मामले दर्ज है। इनमें हत्या, फिरौती, रंगदारी, हत्या का प्रयास जैसे मामले शामिल है। काला जठेड़ी को 30 जुलाई 2021 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया था। उस पर दिल्ली पुलिस ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) लगाया हुआ है। सोनीपत का रहने वाला
काला जठेड़ी को लॉरेंस बिश्नोई का खास माना जाता है। वह हरियाणा में सोनीपत जिले के जठेड़ी गांव का रहने वाला है। लंबे समय से अपराध जगत से जुड़े संदीप उर्फ काला जठेड़ी पर पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले 7 लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अलावा कई राज्यों की पुलिस उसे ढूंढ रही थी। हालांकि उसे स्पेशल सेल ने ही गिरफ्तार किया था। फरारी के दौरान उसने ही लॉरेंस गैंग को संभाला हुआ था। दिल्ली समेत 4 राज्यों में इस गैंग का वर्चस्व है। लॉरेंस बिश्नोई तब सुर्खियों में आया था, जब 2018 में उसने बॉलीवुड स्टार सलमान खान को मारने की धमकी दी थी। फरीदाबाद पुलिस ने लॉरेंस गैंग के शूटरों को गिरफ्तार किया था, जो मुंबई में सलमान के घर की रेकी करके आए थे। लेडी डॉन से 12 मार्च को को थी शादी
काला जठेड़ी ने लेडी डॉन (मैडम मिंज) अनुराधा चौधरी से 12 मार्च को दिल्ली के द्वारका स्थित एक बैंक्वेट हॉल में शादी की थी। यहां शादी की सभी रस्में पूरी की गईं। इसके बाद जठेड़ी को पुलिस सुरक्षा में वापस दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया। 12 मार्च को शादी और 13 मार्च को हरियाणा के सोनीपत जिले में गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने के लिए काला जठेड़ी को कोर्ट ने कस्टडी पैरोल दी थी।
झज्जर में हादसे में होटल मैनेजर की मौत:बाइक के सामने पशु आने से गिरा; परिवार में इकलौता कमाने वाला था
झज्जर में हादसे में होटल मैनेजर की मौत:बाइक के सामने पशु आने से गिरा; परिवार में इकलौता कमाने वाला था हरियाणा के झज्जर में कोसली रोड पर मोटरसाइकिल के सामने आवारा पशु आने से हुए सड़क हादसे में एक युवक की मौत हुई है l सड़क हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल में भिजवाया गया। जानकारी अनुसार मृतक की पहचान परविंदर पुत्र जलबीर निवासी गांव सुरेहती जिला झज्जर के रूप में की गई है l वह शादीशुदा था। उसका एक 2 साल का बेटा है। वह परिवार में इकलौता कमाने वाला था। फिलहाल झज्जर शहर के महाराजा होटल में मैनेजर का काम करता था। बताया गया है कि रविवार शाम को ड्यूटी खत्म करके परविंदर अपनी बाइक पर गांव सुरेहती जा रहा था। झज्जर कोसली रोड पर स्थित एचपी गैस गोदाम के पास पहुंचा तो अचानक मोटरसाइकिल के सामने एक पशु आ गया। वह बाइक समेत रोड पर गिर गया। उसे हादसे में गंभीर चोटें लगी ओर उसकी मौत हो गई। झज्जर सिटी थाने से के एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर कोसली रोड पर हादसा हुआ है। इसमें मोटरसाइकिल सवार की मौत हुई है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छानबीन की। उसके ताऊ के बयान पर कार्रवाई करते हुए मृतक का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया है l
करनाल में कांग्रेस का हारे हुए उम्मीदवारों पर दांव:वीरेंद्र राठौर लगातार तीन बार, राकेश कंबोज 3, सुमिता 1 ने एक बार हारा चुनाव
करनाल में कांग्रेस का हारे हुए उम्मीदवारों पर दांव:वीरेंद्र राठौर लगातार तीन बार, राकेश कंबोज 3, सुमिता 1 ने एक बार हारा चुनाव हरियाणा में कांग्रेस ने 40 उम्मीदवारों वाली तीसरी लिस्ट जारी कर दी। बहुप्रतीक्षित लिस्ट के बाद कांग्रेस नेताओं और समर्थकों का इंतजार खत्म हो गया। करनाल विधानसभा में पूर्व विधायक सुमिता सिंह पर कांग्रेस ने विश्वास जताया है। इंद्री में पूर्व विधायक राकेश कुमार कंबोज को टिकट दिया गया है। घरौंडा विधानसभा में कांग्रेस की टिकट पर तीन बार हारने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर पर एक बार फिर कांग्रेस ने दांव खेला है। क्यों मिला टिकट करनाल में सुमिता सिंह ने 2005 में करीब 34 हजार के मार्जिन से चुनाव जीता। 2009 में सुमिता सिंह 3700 वोटों से जीती। 2014 में पार्टी ने उन्हें असंध विधानसभा से मैदान में उतारा लेकिन वहां से भाजपा उम्मीदवार से हार गई। सुमित सिंह पिछले काफी लंबे समय से लोगों के बीच में एक्टिव रही। उनके पास अच्छा और लंबा राजनीतिक अनुभव है, और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के नजदीक है। जनता के बीच इनकी अच्छी पकड़ है और मजबूत स्थिति में है। आजाद प्रत्याशी रहते दूसरे नंबर रहे राकेश कुमार कंबोज इंद्री से 2005 में कांग्रेस की टिकट पर विधायक रह चुके हैं। 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस से चुनाव लड़ा। तीसरे स्थान पर रहे। फिर 2014 में जनहित कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर भी तीसरे स्थान पर रहे। 2019 में आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे। कंबोज लगातार तीन बार हार चुके है। अब फिर से कांग्रेस ने उन पर विश्वास जताया है, उनकी जनता के बीच अच्छी पकड़ है और पिछला मार्जन महज सात हजार का था। राकेश हुड्डा के नजदीकी है और राकेश को राजनीति का लंबा अनुभव है। राहुल गांधी के करीबी वीरेंद्र सिंह राठौर घरौंडा की राजनीति में बड़ा चेहरा है। जिनके सीधे संबंध राहुल गांधी से है। कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव है और विरेंद्र राठौर ने 2005, 2009 और 2014 में विधानसभा का चुनाव लड़ा। किसी में भी चुनाव में वे जीत नहीं पाए। 2009 के चुनाव में ही वे दूसरे स्थान पर रहे थे, लेकिन अन्य चुनावों में वे तीसरे स्थान पर रहे। फिर भी कांग्रेस ने राठौर को टिकट दिया है। क्यों कटा टिकट करनाल में सुमित सिंह के साथ मनोज वाधवा भी टिकट मांग रहे थे। अशोक खुराना भी टिकट के दावेदारों में थे। मनोज वाधवा पंजाबी चेहरा तो थे, लेकिन वे कुछ ही महीने पहले बीजेपी से कांग्रेस में आए थे। वहीं, अशोक खुराना का राजनीति अनुभव सुमिता सिंह से कम आंकना उनके टिकट कटने का कारण माना जा रहा है। इसके अलावा दूसरा कारण यह भी है कि भाजपा पहले ही पंजाबी कैंडिडेट को उतार चुकी है। ऐसे में अशोक खुराना पंजाबी समाज से है और ज्यादा अनुभव नहीं है। 2019 में सांगवान की थी कांग्रेस जॉइन घरौंडा में नरेंद्र सांगवान इनेलो से विधायक रहे है और 2019 में कांग्रेस जॉइन की थी। उनको कांग्रेस में ज्यादा समय नहीं हुआ। सतीश राणा भी बीजेपी से कांग्रेस में आए थे और कोई चुनाव का अनुभव नहीं है। भूपेंद्र लाठर सूरजेवाला गुट से संबंध रखते है और नया चेहरा है। इनकी टिकट कटने के ये कारण माने जा रहे हैं। इंद्री में भीमसेन मेहता और नवज्योत कश्यप को झटका वहीं, इंद्री राकेश कंबोज के साथ नवजोत कश्यप और भीम सेन मेहता प्रबल दावेदारों में से एक थे। नवजोत कश्यप का टिकट इसलिए कटा क्योंकि पिछले चुनाव में राकेश कंबोज जो आजाद प्रत्याशी से उससे बहुत ज्यादा वोटो से हारी थी। वहीं भीमसेन मेहता पंजाबी समाज से आते इस सीट पर कश्यप व कांबोज समुदाय का दबाबा मना जाता है। जातीय समीकरणों को देखते हुए भीमसेन मेहता की टिकट कटने का मुख्य कारण माना जा रहा है।