पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींढसा का आज संगरूर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव उभावाल में संस्कार होगा। इससे पहले सुबह उनका पार्थिव शव चंडीगढ़ से राजपुरा, पटियाला, भवानीगढ़ होते हुए लगभग 10:30 से 11:00 बजे के बीच संगरूर स्थित आवास पर संगत के अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा। करीब 3 बजे संगरूर से उनके पैतृक गांव उभावाल संगरूर के लिए अंतिम संस्कार की प्रक्रिया होगी। कल चंडीगढ़ पर रखा था पार्थिव शरीर इससे पहले वीरवार को उनका पार्थिव शव मोहाली के फोर्टिस अस्पताल से चंडीगढ़ ले जाया गया था, जहां पर कई हस्तियां उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंची थीं। इस दौरान अकाली दल, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी के नेता उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे। इस मौके पर जालंधर के विधायक परगट सिंह ने कहा कि वह बहुत अच्छे नेता थे। उन्होंने खेलों में बहुत योगदान दिया। वह लंबे समय तक शराफत वाली राजनीति में सक्रिय रहे। वह सकारात्मक सोच के व्यक्ति थे। उनके जाने से एक ऐसा घाटा हुआ है, जो कभी पूरा नहीं होगा। कांग्रेस नेता तृप्त सिंह बाजवा ने कहा कि वह एक बहुत बड़ी हस्ती थे। 28 मई को मोहाली में ली आखिरी सांस सुखदेव सिंह ढींडसा ने मोहाली में आखिरी सांस ली। उन्हें 27 मई 2025 को गंभीर हालत में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में भर्ती किया गया था। अस्पताल ने अपनी स्टेटमेंट में कहा है कि उन्हें निमोनिया और दिल से जुड़ी जटिल समस्याएं थीं, जो उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण और बढ़ गई थीं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा भरसक प्रयासों के बावजूद, 28 मई की शाम लगभग 5:05 बजे उन्हें कार्डियक अरेस्ट और हृदय गति रुकने के कारण बचाया नहीं जा सका। पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींढसा का आज संगरूर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव उभावाल में संस्कार होगा। इससे पहले सुबह उनका पार्थिव शव चंडीगढ़ से राजपुरा, पटियाला, भवानीगढ़ होते हुए लगभग 10:30 से 11:00 बजे के बीच संगरूर स्थित आवास पर संगत के अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा। करीब 3 बजे संगरूर से उनके पैतृक गांव उभावाल संगरूर के लिए अंतिम संस्कार की प्रक्रिया होगी। कल चंडीगढ़ पर रखा था पार्थिव शरीर इससे पहले वीरवार को उनका पार्थिव शव मोहाली के फोर्टिस अस्पताल से चंडीगढ़ ले जाया गया था, जहां पर कई हस्तियां उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंची थीं। इस दौरान अकाली दल, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी के नेता उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे। इस मौके पर जालंधर के विधायक परगट सिंह ने कहा कि वह बहुत अच्छे नेता थे। उन्होंने खेलों में बहुत योगदान दिया। वह लंबे समय तक शराफत वाली राजनीति में सक्रिय रहे। वह सकारात्मक सोच के व्यक्ति थे। उनके जाने से एक ऐसा घाटा हुआ है, जो कभी पूरा नहीं होगा। कांग्रेस नेता तृप्त सिंह बाजवा ने कहा कि वह एक बहुत बड़ी हस्ती थे। 28 मई को मोहाली में ली आखिरी सांस सुखदेव सिंह ढींडसा ने मोहाली में आखिरी सांस ली। उन्हें 27 मई 2025 को गंभीर हालत में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में भर्ती किया गया था। अस्पताल ने अपनी स्टेटमेंट में कहा है कि उन्हें निमोनिया और दिल से जुड़ी जटिल समस्याएं थीं, जो उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण और बढ़ गई थीं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा भरसक प्रयासों के बावजूद, 28 मई की शाम लगभग 5:05 बजे उन्हें कार्डियक अरेस्ट और हृदय गति रुकने के कारण बचाया नहीं जा सका। पंजाब | दैनिक भास्कर
